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भारत मे होने जा रहा कोरोना वायरस वैक्सीन का सबसे बड़ा ट्रायल - MahatmaPost
कोरोना वायरस का संक्रमण देश और दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है। हर दिन कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाली मौतों का भी आंकड़ा बढ़ रहा है। लोग बेसब्री से कोरोना वायरस वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। अब जल्द ही देश में कोरोना वायरस वैक्सीन का सबसे बड़ा ट्रायल होने जा रहा है।
जैसे ही मालूम है आईसीएमआर और भारत बायोटेक द्वारा कोरोना वायरस के लिए तैयार की गई वैक्सीन का ट्रायल पहले से ही किया जा रहा है और जायडस कैडिला भी अपनी वैक्सीन का ट्रायल करना शुरू कर दिया है।
ब्रिटेन, रूस, अमेरिका, चीन से भी कोरोना वायरस वैक्सीन के संबंध में अच्छी खबर सुनने को मिल रही है। इन दिनों ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के द्वारा तैयार की गई वैक्सीन की चर्चा हो रही है, जिसका पहले और दूसरे चरण का ट्रायल सफल रहा है।
अब इसके तीसरे चरण का ट्रायल और अंतिम ट्रायल ह्यूमन ट्रायल होने वाला है। जल्द ही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गई वैक्सीन का उत्पादन भारत में भी बड़े पैमाने पर किया जाने लगेगा। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनिक के द्वारा तैयार की गई वैक्सीन का उत्पादन भारत में भी किया जाएगा।
भारत में इस वैक्सीन का उत्पादन भारतीय कंपनी सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जाएगा, लेकिन इससे पहले भारत में इस वैक्सीन का ट्रायल होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगस्त महीने में इस वैक्सीन का ट्रायल इंसानों पर शुरू हो जाएगा। इसके लिए सिरम इंडिया द्वारा तैयारियां की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वैक्सीन के ट्रायल के लिए मुंबई और ठाणे के हॉटस्पॉट से 4 से 5 हजार वालेंट्रीयर्स का चयन किया जाएगा। सिरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने उम्मीद जताई है कि इसी साल अक्टूबर-नवंबर तक कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार हो जाएगी।
सिरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया के सीईओ आदर पूनावाला ने इसके बारे में जानकारी वीडियो कांफ्रेंस के जरिए उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को दी है। बता दे दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सिंग बनाने वाली कंपनियों में एक सिरम इंस्टीट्यूट है जिसने बायो फार्मा कंपनी एस्ट्रेजनेका के साथ वैक्सिंग के उत्पादन के लिए साझेदारी की है।
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इसके अलावा यह कंपनी न्यूमोकोकल नाम की वैक्सीन भी विकसित कर रही है जिसके ट्रायल की अनुमति भारतीय औषधि महानिदेशक से मिल चुकी है। आदर पूनावाला का कहना है कि भारत में वैक्सीन के अगले चरण का ट्रायल अगस्त महीने में शुरू हो जाएगा। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा वैक्सीन के शुरुआती चरण के नतीजे बेहद उत्साहवर्धक रहे हैं।
इसका अगले चरण का ट्रायल भारत में भी बड़े पैमाने पर होगा और उम्मीद जताई जा रही है कि अक्टूबर-नवंबर तक वैक्सीन तैयार हो जाएगी। सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भारत सरकार से संपर्क में है ताकि वैक्सीन तैयार हो जाने के बाद उसकी उपलब्धता निर्धारित की जा सके। देश में बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस वैक्सीन की जरूरत होगी।
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बता दें कि पिछले हफ्ते ही मेडिकल जनरल लसेन्स मेडिकल जनरल में वैक्सीन के ट्रायल के परिणामों को प्रकाशित किया गया था जिसमें वैक्सीन के सुरुआती चरणों के दौरान मिली प्रतिक्रिया की जानकारी साझा की गई और बताया गया कि इसके किसी भी प्रकार के गंभीर साइड इफेक्ट के संकेत नहीं मिले हैं।
वैक्सीन से व्यक्ति में एंटीबॉडी और टी सेल का निर्माण हो रहा है और यह कोरोना वायरस से लड़ने में मददगार है। एक अनुमान के मुताबिक इस वैक्सीन की कीमत ₹1000 हो सकती है हालांकि इस बात की भी उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार ऐसे कम्पनी से खरीद कर लोगों को टीकाकरण के जरिए निशुल्क भी उपलब्ध करा सकती है, क्योंकि जब तक टीकाकरण नही किया जाएगा महामारी का खतरा बरकरार रहेगा।
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'न्यूटन' निर्माताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज, मुआवजे के साथ मांगनी होगी माफी!
देशभर में तारीफें बटोरने वाली बॉलीवुड फिल्म 'न्यूटन' के निर्माताओं की मुश्किल बढ़ गई हैं। उन पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कथित रुप से गलत छवि पेश करने का आरोप लगाया गया है। साथ ही निर्माताओं के के खिलाफ एक अदालत में आपराधिक शिकायत और दिवानी मानहानि का मुदकमा दर्ज किया गया है।
राजकुमार राव स्टारर इस फिल्म की कहानी एक ऐसे सरकारी क्लर्क की है जिसे छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में चुनाव ड्यूटी पर भेजा गया। यह फिल्म पिछले साल ऑस्कर की श्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म की श्रेणी के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि थी।
अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अमित अरोड़ा के समक्ष मानहानि मुकदमा और शिकायत दर्ज कराकर मांग की गयी है कि अदालत इस फिल्म के निर्माता मनीष मुंद्रा और प्रोडक्शन कंपनी दृश्यम फिल्म्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिलादित्य बोरा को बिना शर्त माफी मांगने तथा शिकायतकर्ता और सीआरपीएफ को मुआवजा देने का निर्देश दे। इस मामले की सुनवाई एक मार्च को होगी।
सीआरपीएफ उप निरीक्षक तमल सान्याल ने मामला दर्ज कराया है। शिकायत में कहा गया है कि आरोपियों-- मुंद्रा और बोरा ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में सीआरपीएफ को बाधक के रुप में पेश किया है।
'न्यूटन' 22 सितंबर 2017 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म भारत की तरफ से ऑस्कलर की एंट्री बनी और इस फिल्म् के दमदार विषय और कलाकारों के जबरदस्तन अभिनय से देश वासियों को उम्मीद थी कि यह फिल्मस ऑस्कमर पाने में कामयाब होगी। पर ऐसा नहीं हो सका। क्योंोकि यह फिल्म ऑस्कमर की रेस से बाहर हो गई थी। |
Government extends deadline for e-filing income tax returns |
स्पेशल ग्रेड के टैक्स भरने वालों के लिए आडिट रिपोर्ट की ई-फाइलिंग की तारीख बढ़ी
By: admin | Last Updated: Thursday, 1 October 2015 10:27 AM
नयी दिल्ली : सरकार ने आज विशेष श्रेणी के करदाताओं के लिए आयकर रिटर्न और आडिट रिपोर्ट की ई-फाइलिंग की समयसीमा एक महीने बढ़ाकर 31 अक्तूबर कर दी है. इन करदाताओं का आकलन आयकर कानून की धारा 44एबी के तहत किया जाता है. पहले यह समयसीमा 30 सितंबर थी.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने आज जारी आदेश में कहा, 'विभिन्न न्यायिक क्षेत्रों में रहने वाले करदाताओं के बीच पक्षपात से बचने और विशेष अवकाश याचिका के जरिये उच्चतम न्यायालय जाने के लिए समय की कमी के मद्देनजर सरकार ने धारा 44एबी के तहत सभी आयकर और आडिट रिपोटरें की ई-फाइलिंग के लिए समयसीमा 30 सितंबर, 2015 से बढ़ाकर 31 अक्तूबर, 2015 कर दी है.''
सीबीडीटी ने कहा कि आयकर और आडिट रिपोर्ट की अंतिम तारीख बढ़ाने का मुद्दा देश में विभिन्न उच्च न्यायालयों में है. कुछ उच्च न्यायालयों ने इस तारीख बढ़ाने के पक्ष में फैसला दिया है जबकि कुछ ने इसके उलट व्यवस्था दी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समयसीमा बढ़ाने का फैसला इसलिए लिया गया कि एक विशेष मामले में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने 28 सितंबर को इस बारे में आयकर विभाग के खिलाफ फैसला दिया है और सीबीडीटी से इसकी समयसीमा 31 अक्तूबर तक बढ़ाने को कहा है. |
Misbehaves With Actress and Congress leader Khushbu, She Responds With A Slap - अभिनेत्री और कांग्रेस नेत्री खुशबू ने गलत हरकत करने वाले को जड़ दिया करारा चांटा, देखें - VIDEO
होमचुनावलोकसभा चुनाव 2019अभिनेत्री और कांग्रेस नेत्री खुशबू ने गलत हरकत करने वाले को जड़ दिया करारा चांटा, देखें - VIDEO
कर्नाटक की राजधानी में कांग्रेस के बेंगलुरु सेंट्रल सीट के उम्मीदवार रिजवान अरशद के लिए चुनाव प्रचार के दौरान खुशबू से हुआ अभद्र व्यवहार
Translated by सूर्यकांत पाठक, Updated: 12 अप्रैल, 2019 5:42 AM
एक्ट्रेस खुशबू द्वारा अभद्र व्यवहार करने वाले एक व्यक्ति को तमाचे जड़ने का वीडियो वायरल हो गया है.
भीड़ में धक्कामुक्की के दौरान खुशबू से हुआ दुर्व्यवहार
खुशबू ने अचानक मुड़कर एक व्यक्ति को जोरदार चांटे मारे
घटना की वीडियो वायरल, खुशबू ने इस पर खुद कोई टिप्पणी नहीं की
महिलाओं से अभद्र व्यवहार किसी भी मौके पर हो सकता है, यह अलग बात है कि कई बार इसका कड़ा जवाब भी ऐसा करने वालों रको मिल जाता है. अभिनेत्री से कांग्रेस की नेत्री बनीं खुशबू सुंदर से चुनावी रैली के दौरान कथित तौर पर एक व्यक्ति ने अभद्र व्यवहार किया. इस पर खुशबू ने यह हरकत करने वाले व्यक्ति को जोरदार थप्पड़ मारा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. यह घटना तब हुई जब खुशबू हाल ही में कर्नाटक की राजधानी में अपनी पार्टी के बेंगलुरु सेंट्रल सीट के उम्मीदवार रिजवान अरशद के लिए चुनाव प्रचार कर रही थीं.
अन्नामलाई (1992) और जानू (1985) जैसी हिट फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए जानी जाने वाली खुशबू के छोटे वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि रैली में भीड़ की धक्कामुक्की के दौरान वे अचानक मुड़ती हैं और एक व्यक्ति को थप्पड़ जड़ देती हैं. इसके बाद में एक पुलिसकर्मी उसे ले जाता है.
यह वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद खुशबू सुंदर ने इस पर खुद कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन मीडिया रिपोर्टों और उनके प्रशंसकों द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों को उन्होंने रीट्वीट किया. इस घटना को लेकर कोई टिप्पणी न करने पर कई लोगों ने खुशबू की प्रशंसा करने की.
उनके प्रशंसकों में से एक ने कमेंट किया- किसी को भी दुर्व्यवहार करने का अधिकार नहीं है, और यदि वह करता है, तो उसे दंडित किया जाना चाहिए. एक अन्य ने खुशबू के बारे में लिखा "हमेशा के लिए बोल्ड महिला." उसने यह भी कहा कि कहा कि "हर लड़की के लिए एक बड़ी प्रेरणा.''
खुशबू उन राजनीतिक हस्तियों में शामिल हैं, जिन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ अपने #MeToo आरोपों में पत्रकार प्रिया रमानी का समर्थन किया था. आखिरकार एमजे अकबर को इस्तीफा देना पड़ा था.
தமிழ்நாட்டின் துணிச்சல் மிக்க மருமகளுக்கு வாழ்த்துக்கள். உங்களின் இந்த துணிச்சல்மிக்க செயல் பலருக்கு வழிகாட்டியாக அமையும்[email protected]/KncXp68tfu
पूर्व अभिनेत्री खुशबू 2014 में कांग्रेस में शामिल हुई थीं. तब उन्होंने कांग्रेस को लेकर दावा किया था कि यह एकमात्र पार्टी है जो विभिन्न जातियों और पंथों के बीच एकता ला सकती है. |
बिग ब्रेकिंग:- सरकार ने लिया बड़ा फैसला केदारनाथ को लेकर , 10 करोड़ किए गए जारी | The True Fact
बिग ब्रेकिंग:- सरकार ने लिया बड़ा फैसला केदारनाथ को लेकर , 10 करोड़ किए गए जारी
देहरादून । विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम में यात्रा और पूजा का सफल आयोजन कराने के लिए रावल और पुजारियों को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं मिलेगी। इसके लिए केदारनाथ धाम में रावल व पुजारियों के लिए तीन मंजिला इमारत का निर्माण किया जाएगा। जिसके लिए शासन की ओर से 10 करोड़ रुपये का बजट जारी किए गए हैं।
केदारनाथ के रावल ही धाम में छह माह की पूजा-अर्चना के लिए पुजारी को अधिकृत करते हैं।श्री केदारनाथ धाम से करीब 300 मीटर सरस्वती नदी समीप बनने वाले तीन मंजिला इमारत में 18 कक्षों का निर्माण किया जाएगा। 6.39 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस इमारत में रावल निवास, पुजारी आवास, भोग मंडी, पंथेर आवास, समालिया आवास, वेदपाठी आवास, पूजा कार्यालय आदि की व्यवस्था की जाएगी। जिसके लिए उत्तराखंड शासन की ओर से 10 करोड़ रुपये की धनराशि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को प्राप्त हो चुकी है। जिसकी पहली किस्त 27 मार्च और दूसरी किस्त 12 जुलाई को जारी की गई।दिलीप जावलकर, पर्यटन सचिव ने बताया कि तीन मंजिला इमारत का निर्माण होने के बाद यात्रा के साथ पूजा का सफल और आसानी से आयोजन हो सकेगा।
शासन की ओर से इसके लिए 10 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया है। इसका सीधा लाभ रावल व पुजारियों को मिलेगा।रविनाथ रमन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने बताया कि 265 वर्ग मीटर में होने वाले भवन निर्माण के लिए स्थानीय जिलाधिकारी की ओर से उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को मंदिर परिसर के समीप भूमि उपलब्ध करा दी गई है। निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। |
मारवाड़ियों ने पूछा कि क्या वे सिर्फ भाजपा और संघ के लिए लंच और मंच की व्यवस्था करने के लिए बने हैं? – vidrohi24.com
"आगामी 16 दिसम्बर को अपने कोयलांचल के सभी विधानसभा क्षेत्रों का विधानसभा चुनाव संपन्न होनेवाला है। यह पत्र आपको लिखने का मूल कारण यह है कि अपना मारवाड़ी समाज भारतीय जनता पार्टी का आरम्भिक काल से ही समर्थक व परम्परागत वोटर रहा है। दूसरे दल के नेता या कार्यकर्ता अपने मारवाड़ी समाज के लोगों पर तनिक भी विश्वास या भरोसा नहीं करते और कहते है कि जो भी हो जाये, मारवाड़ी समाज के लोग तो भाजपा को ही अपना समर्थन या वोट देंगे।
स्थिति यह है कि जैसे भाजपा के लोग अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर विश्वास नहीं करते, ठीक उसी प्रकार दूसरे दल के लोग अपने मारवाड़ी समाज पर भी विश्वास नहीं करते हैं। भारतीय जनता पार्टी और संघ के प्रति अपने समाज के लोगों के इस प्रकार के कट्टरपंथी होने के बावजूद आज पूरे प्रदेश के 81 विधानसभा क्षेत्रों में से कहीं भी भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने समाज के प्रति तनिक भी सहानुभूति रखते हुए एक भी क्षेत्र से प्रत्याशी देने का कार्य नहीं किया गया।
यह अपने समाज का घोर अपमान एवं तिरस्कार है, जो घोर चिन्तनीय, निन्दनीय एवं अफसोस की बात है। पार्टी के द्वारा समाज के ऐसा व्यवहार का परिणाम ये हो रहा है कि आज की युवा पीढ़ी राजनीतिक गतिविधि में रुचि कम लेने लगी है, उन्हें भरोसा हो गया है कि हमारे समाज के लोग राजनीति में सिर्फ बुनियाद की ईंट बनकर दूसरों को सांसद/विधायक बनाते रहेंगे और चाहे कितना भी भ्रष्ट हो, उसका जिन्दाबाद करते रहेंगे, यहीं हमारा भविष्य है।
इन्ही सब कारणों से सभी युवाओ में पार्टी और संगठन के प्रति काफी आक्रोश एवं नाराजगी है, जबकि सच्चाई यह है कि हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अपनी जिंदगी पार्टी संगठन के पीछे कुर्बान कर दिया है और समाज में जिनका नाम भी बड़े आदर के साथ लिया जाता है, जिन्होंने पार्टी को सिर्फ दिया ही दिया है, ऐसे श्रीमान हरि प्रकाश लाटा जी, चन्द्रशेखर अग्रवाल, राज कुमार अग्रवाल, संजीव अग्रवाल, राजेन्द्र अग्रवाल, शरद दुदानी, हरि अग्रवाल, अर्जुन अग्रवाल को भी टिकट के योग्य नहीं समझा गया।
जबकि बदनाम लोगों पर भरोसा किया गया, किन्तु हमारे समाज के अच्छे और सच्चे लोगों को इस योग्य न ही समझा गया, हमारे बुनियाद पे कंगूरे कब तक चमकेंगे, युवाओं ने अब संकल्प कर लिया है, अब और नहीं, अब खैर नहीं… अब तिरस्कार स्वीकार नहीं, 81 विधानसभा में हम कहां खड़े हैं, भारतीय जनता पार्टी हमें बताएं? आखिर कब तक अपने लोग सिर्फ और सिर्फ निःस्वार्थ भाव से पार्टी एवं संघ के लिए कार्य करते रहेंगे, या यू कहे कि कब तक अपने लोग सिर्फ और सिर्फ लंच और मंच के व्यवस्थापक बनते रहेंगे।"
कृष्णा अग्रवाल ने अध्यक्ष से जल्द इस प्रकरण पर विशेष बैठक बुलाने की मांग की है ताकि आगे एवं भविष्य की रणनीति पर विचार किया जा सकें। कृष्णा अग्रवाल का यह पत्र भाजपा से मारवाड़ी समाज की विरक्ति का शायद यह पहला प्रयास है, अगर इसकी शृंखला बन गई तो आनेवाले समय में भाजपा के लिए एक बहुत बड़ी मुसीबत बनेगी, एक ऐसा समाज उससे बिदकेगा, जो सदा से उसी का रहा हैं, इसलिए नुकसान तो भाजपा का होना तय है। |
सैयद आबिद हुसैन की मुहिम सफल, मलेशिया में वर्षों से फंसे चार भारतीयों की कराई वतन वापसी
वर्षों से मलेशिया में फंसे लालगंज आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के वेद प्रकाश, ग्राम बाहुस पोस्ट सिंगधी, कुशीनगर उत्तरप्रदेश के अली इन्ताफ, हस्सेपुर गोपालगंज गंज बिहार के कलीम अंसारी, वेस्टबंगाल के शेख जसीम की सकुशल वतन वापसी हो गई है।
उक्त सभी लोग एक एजेंट के द्वारा मलेसिया गए थे और वहाँ जाकर फंस गए। ऐसे में उन्हें बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ा इस वजह वो भारत नहीं आ पा रहे थे। एजेंट ने मलेसिया मे लेजाकर फसा दिया यह लोग मलेशिया मे दर दर भाटकने को मजबूर होगये और इनके पास मलेसिया मे रहने खाने तक की दुश्वारी हो गई थी इन युवकों ने टांडा अम्बेडकरनगर निवसी शैलेन्द द्वारा सितंबर 2021 में रुद्रपुर भगाही अम्बेडकर नगर के सैयद आबिद हुसैन उर्फ बजरंगी भाई जान से सम्पर्क किया जो भोपाल मे रहते हैं और उन लोगों के मलेशिया में फंसने की दास्तान बताई।
बताते चले के कुल मिला के 10 लोगो की मलेशिया मे फसे होने की खबर मिलते ही आबिद हुसैन उर्फ बजरंगी भाई जान ने तत्काल इंडियन मलेशिया हाई कमीशन और भारत विदेश मंत्रालय से सम्पर्क किया और इनकी डिटेल मेल कर उन लोगों की वतन वापसी की मुहिम में जुट गए। आबिद ने इन्हे भारतीय मलेसिया हाई कमिशन भेजा और वहा रहने खाने का इंतेज़ाम करवाया और आबिद हुसैन के अथक प्रयास के बाद 6 लड़को की वतन वापसी पिछले माह 31 अक्टूबर को होगई थी लेकिन इन चार लड़को का पासपोर्ट ना होने की वजह से कुछ दिन बाद वापसी मुमकिन होसकी और आज आबिद के प्रयासों की वजह से आखिरकार इंडियन मलेसिया हाई कमीशन ने इन सभी लोगों के वापसी का टिकट करवा कर भारत भेज दिया।
आबिद हुसैन ने इन सभी लड़कों की मदद करने एवं इनके भारत सकुशल भेजने के लिए विदेश मांत्रालय और इंडियन मलेशिया हाई कमीशन का धन्यवाद अदा किया और सैयद आबिद हुसैन ने लोगो से एक बार फिर अपील किया कि फर्जी एजेंटों से सावधान रहें और इनके जाल साजी में न आयें। उन्होंने कहा कि विदेश जरूर जायें पर बहुत सतर्क और सुरक्षित हो कर जायें। एजेंट और एजेंसी व दस्तावेज की पूरी जांच पड़ताल कर के ही जायें और जाते ही सम्बंधित एम्बेसी एवं हाई कमीशन से जरूर संपर्क करें। ताकि उनके साथ कोई भी दिक्कत आये तो एम्बेसी आपकी सीधे मदद कर सके।
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vijaytimes: जौनपुर पुलिस ने बिल्डिंग मैटेरियल व्यापारी के हत्या का किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार
जौनपुर पुलिस ने बिल्डिंग मैटेरियल व्यापारी के हत्या का किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार
जौनपुर। जनपद के केराकत थाना क्षेत्र के सेतपुर गांव में हुए बिल्डिंग मैटेरियल व्यापारी के हत्या का आज पुलिस ने खुलासा किया है। जिसमें पुलिस ने दो आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है, उनके पास से एक पिस्टल, कट्टा और कारतूस बरामद किया है।
मालूम हो कि बीते 22 जून की रात राय साहब यादव नामक युवक की अज्ञात बदमाशो ने गोली मारकर हत्या कर दिया गया था। इस सनसनी खेज हत्या के बाद पुलिस महकमें हड़कंप मच गया था। एसपी ने इस हत्याकाण्ड के खुलासा करने लिए केराकत पुलिस को सख्त आदेश दिया था। कल रात केराकत पुलिस को सूचना मिला कि रायसाहब की हत्या करने वाले शिवरामपुर खुर्द गांव के पास मौजूद है। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचकर दोनो को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में अरूण कुमार चौहान के पास एक पिस्टल 9 एमएम दो कारतूस और कृपाशंकर मिश्रा के कब्जे से एक कट्टा 315 बोर दो कारतूस बरामद हुआ।
अभियुक्तों से कडाई से पुछताछ किया गया तो अभियुक्त अरुण कुमार चौहान ने बताया कि मैं विनय कुमार यादव निवासी सरौनी पूरव पट्टी से उनका भट्ठा किराये पर चलाता हूँ जिसमें राय साहब यादव द्वारा भट्ठे में सहयोग के रुप में नब्बे (90) हजार रुपया की मिट्टी दी गयी थी उसका हिसाब हुए बिना दिनांक 22/6/17 की शाम ईट से लदे हुए ट्राली को अपने ट्रैक्टर से अपने चालक से खिचवाकर अपने नव निर्मित मकान पर ले गये भट्ठे पर मौजूद मुनीम व मजदूरों से इसकी सूचना मुझे मिली तो मै और मेरे साथ कृपाशंकर मिश्रा उर्फ विवेक व रविन्दर यादव के मोटर साइकिल पर राय साहब यादव के नव निर्मित मकान खेपतपुर पंचवर डगरा पहुचा तो राय साहब यादव कुछ व्यक्तियों के साथ ट्राली से ईट उतरवा रहे थे तभी मैने उनसे पुछा की तुम गुन्डई से बगैर पैसो के हिसाब किये ईद से लदा ट्राली क्यों लाये इतना पर वे आग बबूला हो गये तो मैने अपने साथियों से कहा कि इसकी कहानी खत्म कर देते है, उसपर रविन्दर यादव व कृपाशंकर मिश्रा ने राय साहब को पकड लिये और मैने अपनी इसी पिस्टल से तीन चार गोली फायर कर दिया जिससे राय साहब यादव वही पर गिर गया व हम लोग मोटर साइकिल से भाग गये । |
श्रीलंका में अब तक का सबसे भयावह हमला, 8 धमाकों में 215 लोगों की मौत, करीब 500 घायल | Supremo
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श्रीलंका में ईस्टर पर रविवार को हुए तीन चर्चों और लग्जरी होटलों में हुए आत्मघाती हमलों समेत आठ बम धमाकों में 215 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 500 अन्य घायल हो गए। इन धमाकों के साथ ही लिट्टे के साथ खूनी संघर्ष के खत्म होने के बाद करीब एक दशक से जारी शांति भी भंग हो गई। पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेकरा ने बताया कि द्वीपीय राष्ट्र में हुए सबसे खतरनाक हमलों में से एक, ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह पौने नौ बजे ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा के एक चर्च में हुए। वहीं अन्य तीन विस्फोट पांच सितारा होटलों – शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुए।
अधिकारियों के मुताबिक सिनामोन ग्रांड होटल के रेस्तरां में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया। गुनसेखरा ने धमाकों में 207 लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं न्यूज फर्स्ट चैनल के मुताबिक मृतकों की संख्या 215 है। श्रीलंकाई पर्यटन विभाग के अध्यक्ष किशु गोम्स ने कहा कि इन सिलसिलेवार धमाकों में 33 विदेशी नागरिक मारे गए हैं। माना जा रहा है कि एक ही संगठन ने इस धमाकों को अंजाम दिया। नेशनल हॉस्पीटल के निदेशक डॉ. अनिल जयसिंघे ने 33 में से 12 विदेशियों की पहचान की है जिनमें तीन भारतीय, दो चीनी व पोलैंड, डेनमार्क, जापान, पाकिस्तान, अमेरिका, मोरक्को और बांग्लादेश के एक-एक नागरिक शामिल हैं।
तीन भारतीय की मौत
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर तीन भारतीय की पहचान लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश के तौर पर की है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने जानकारी दी है कि नेशनल हॉस्पीटल ने उन्हें तीन भारतीयों की मौत के बारे में सूचित किया है।" धमाकों में भारतीयों समेत करीब 500 लोग घायल हुए हैं। रविवार को हुए धमाकों की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि पूर्व में लिट्टे (एलटीटीई) ने यहां कई हमलों को अंजाम दिया था, लेकिन 2009 में लिट्टे का खात्मा हो गया।
संवाददाताओं को जानकारी देते हुए गुनासेकरा ने कहा कि पुलिस फिलहाल इस बात की पुष्टि करने की स्थिति में नहीं है कि क्या सभी हमले आत्मघाती थे। उन्होंने हालांकि कहा कि काटुवापितिया (नेगोम्बो) चर्च में हुए बम धमाके में ऐसे संकेत मिलते हैं कि यह आत्मघाती हमले जैसा था। एक अनाम अधिकारी ने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने सिनामोह ग्रांड होटल के रेस्तरां में विस्फोट कर खुद को उड़ा दिया।
गुनासेखरा ने कहा कि नेशनल अस्पताल में 66 शवों को रखा गया था जबकि 260 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि 104 शवों को नेगोम्बो अस्पताल में रखा गया है जबकि 100 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। गुनासेखरा ने कहा कि बाद में, राजधानी के दक्षिणी उपनगर में कोलंबो चिड़ियाघर के पास एक शक्तिशाली धमाका हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि पुलिस की एक टीम ओरुगोदावट्टा क्षेत्र के एक घर में जब जांच के लिए गई तो वहां मौजूद एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। इस विस्फोट में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। रविवार को यहां आठ विस्फोट हो चुके हैं। आठवें विस्फोट के तुरंत बाद सरकार ने तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया। गुनासेखरा ने बताया कि यह कर्फ्यू अगले नोटिस तक प्रभावी रहेगा। रक्षा राज्य मंत्री रूवन विजेवर्धने ने कहा कि धमाकों के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, "हमारा मानना है कि ये समन्वित हमले थे और इनके पीछे एक समूह था।"
राष्ट्रपति सिरिसेना की लोगों से शांति बनाए रखने की अपील
राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सिरिसेना ने कहा, "मैं इस अप्रत्याशित घटना से सदमे में हूं। सुरक्षाबलों को सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।" राजधानी में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अस्थायी रोक लगा दी है।
पीएम विक्रमसिंघे ने हमले को बताया 'कायराना'
प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इसे "कायराना हमला" बताते हुए कहा कि उनकी सरकार "स्थिति को नियंत्रण" में करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने ट्वीट किया,"मैं श्रीलंका के नागरिकों से दुख की इस घड़ी में एकजुट एवं मजबूत बने रहने की अपील करता हूं। सरकार स्थिति को काबू में करने के लिए तत्काल कदम उठा रही है।"
पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने हमले को बताया 'नृशंस'
श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने इन हमलों को 'नृशंस' बताया है। राजपक्षे के कार्यकाल में ही श्रीलंका की सेना ने लिट्टे को कुचल दिया था। हर्षा डी सेल्वा ने बताया कि श्रीलंका सरकार ने आपात बैठक बुलाई है। सभी आवश्यक आपातकालीन कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा, "बेहद भयावह दृश्य, मैंने लोगों के शरीर के अंगों को इधर-उधर बिखरे देखा। आपातकालीन बल सभी जगह तैनात हैं।"
भारतीय उच्चायुक्त ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने ट्वीट किया, विस्फोट आज कोलंबो और बट्टिकलोवा में हुए। हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। भारतीय नागरिक किसी भी तरह की सहायता, मदद और स्पष्टीकरण के लिए इन नंबरों पर फोन कर सकते हैं- +94777903082, +94112422788, +94112422789… उच्चायुक्त ने अन्य एक ट्वीट में लिखा, "दिए गए नंबरों के अलावा भारतीय नागरिक किसी भी सहायता व मदद और अन्य किसी स्पष्टीकरण के लिए +94777902082, +94772234176 नंबरों पर फोन कर सकते हैं।"
सेंट सेबेस्टियन चर्च धमाके में तबाह
सभी पुलिसकर्मियों, डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य अधिकारियों की छुट्टियां रद्द
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विमान से संपर्क टूटा, मंत्रालय की ओर से जल्द ही शुरू किया जाएगा सर्च ऑपरेशन
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक विमान में 28 यात्री सवार
मास्को: रूस में एक विमान के दुर्घटना होने की आशंका है. शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक रूस के सुदूर पूर्व इलाके में एक विमान का संपर्क एटीसी से टूट गया है. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक विमान में 28 यात्री सवार हैं.
समाचार एजेंसी AFP के मुताबिक, AN-26 विमान ने Petropavlovsk-Kamchatsky से Palana के लिए उड़ान भरी थी. जब विमान से कोई संपर्क नहीं हो पाया, तब एजेंसियों को इसके बारे में जानकारी दी गई है.
जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त प्लेन लैंडिंग के लिए तैयार हो रहा था उसी वक्त एअर कंट्रोल ट्रैफिक से उसका संपर्क टूट गया था.
रूस की इमरजेंसी मिनिस्ट्री के मुताबिक, इस विमान में कुल 22 यात्री सवार थे जिसमें एक बच्चा भी शामिल है. साथ ही विमान में कुल 6 क्रू मेंबर भी शामिल हैं. मंत्रालय की ओर से जल्द ही सर्च ऑपरेशन शुरू किया जाएगा. |
जन्मदिन विशेषः हबीब तनवीर ने कह दिया था सामाजिक-राजनीतिक उद्देश्यों के लिए फिल्मों को अलविदा
जंतर-मंतरJanchowk - January 25, 2022
आधुनिक रंगमंच में हबीब तनवीर की पहचान लोक को पुनर्प्रतिष्ठित करने वाले महान रंगकर्मी की है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 1 सितंबर, 1923 को जन्मे हबीब तनवीर, रंगमंच में अपने आगाज से लेकर अंत तक उन सांस्कृतिक मूल्यों-रंगों को बचाने में लगे रहे, जिनसे हमारे मुल्क की मुकम्मल तस्वीर बनती है।
उर्दू शायर नजीर अकबरावादी के फलसफे और जिंदगी पर मब्नी उनका नाटक 'आगरा बाजार' हो या फिर शूद्रक के संस्कृत नाटक 'मृच्छकटिकम' पर आधारित 'मिट्टी की गाड़ी', हबीब तनवीर अपने नाटकों के जरिए अवाम को हमेशा गंगा-जमुनी तहजीब से जोड़े रहे। लोक परंपराओं में तनवीर का गहरा यकीन था। उनके नाटकों में हमें जो ऊर्जा दिखाई देती है, वह दरअसल लोक से ही अर्जित है। वे सही मायनों में एक लोकधर्मी आधुनिक नाटककार थे। उन्होंने जिस महारथ से आधुनिक रंगमंच में लोक का इस्तेमाल किया, वह विरलों के ही बस की बात है।
आधुनिक रंगकर्म का सम्पूर्ण अध्ययन होने के बावजूद, हबीब तनवीर ने अपने नाटक देशज रंग पद्धतियों के जरिये ही अवाम के सामने प्रस्तुत किए। उनका मानना था, ''पश्चिमी देशों से उधार लिए गए या की जा रही नकल वाले शहरी थियेटर का स्वरूप पूर्णतः अपूर्ण एवं अपर्याप्त है तथा सामाजिक अपेक्षाएं पूरी करने, जीवन के ढंग, सांस्कृतिक चलन को प्रदर्शित करने तथा तत्कालीन भारत की मूलभूत समस्याओं के निराकरण में अक्षम हैं। भारतीय संस्कृति के बहुआयामी पक्षों का सच्चा और स्पष्ट प्रतिबिंब लोक नाटकों में ही देखा व पाया जा सकता है।''
हबीब तनवीर की ये सोच का ही नतीजा था कि उनके ज्यादातर कामयाब नाटक या तो लोक नाटक हैं या फिर उनमें लोक तत्वों की भरमार है। उनका लोक से लगाव कोई रूमानी नहीं था, बल्कि वे इसे दिल से जीते थे। छत्तीसगढ़ के अनगढ़ लोक कलाकारों को उन्होंने एक बार अपने नाटक में शामिल किया, तो ये कलाकार हमेशा के लिए उनके नाटक दल के अभिन्न हिस्सा हो गए। देश ही नहीं दुनिया भर में इन लोक कलाकारों को लेकर हबीब तनवीर ने न सिर्फ भरपूर नाम कमाया, बल्कि इससे भी बढ़कर भारतीय लोक परंपराओं को लोगों तक पहुंचाया।
उन्होंने रंगमंच में उस वक्त प्रचलित विभिन्न धाराओं के बरअक्स एक अलग ही तरह की रंगभाषा ईजाद की। एक नया रंग मुहावरा गढ़ा। लोक भाषा तथा दीगर मानक भाषाओं के बीच आवा-जाही के रिश्ते से बनी हबीब तनवीर की रंग भाषा, आगे चलकर नये सौन्दर्यशास्त्र का आधार बनी।
नाटक में जिस लोकधर्मी ख्याल का हम तसव्वुर करते हैं, वह हबीब तनवीर के कमोबेश सभी नाटकों में मौजूद है। हालांकि ये उनका जोखिम भरा कदम था, लेकिन वे इसमें न सिर्फ कामयाब हुए, बल्कि भारतीय रंगमंच में एक नई शैली चल निकली, 'हबीब तनवीर शैली'। इस शैली का उनके बाद आए कई ड्रामानिगारों ने अनुसरण किया, लेकिन ये ड्रामानिगार अपने नाटकों में वह चमत्कार पैदा नहीं कर पाए, जो हबीब तनवीर ने थोड़े से समय में ही कर दिखाया था।
अपने जीते जी गाथा पुरुष बन जाने वाले हबीब तनवीर ने जब रंगमंच में पर्दापण किया, तब लोक सामायिक रंगमंचीय गतिविधियों की केंद्रीय चिंताओं में कहीं से कहीं तक नहीं था। सभी नामचीन नाटककार और नाट्य निर्देशक पश्चिम का अंधानुकरण कर रहे थे। इस लिहाज से देखें, तो उनका लोक रूपों, लोक संस्कृति और प्रदर्शन में दिलचस्पी लेना, उस वक्त के हिसाब से एक दम क्रांतिकारी कदम था। दरअसल, लोक संस्कृति को लेकर उनका नजरिया अपने समकालीनों से बिल्कुल जुदा था। लोक के जानिब तनवीर का ये नजरिया वामपंथी सांस्कृतिक आंदोलन से जुड़े रहने की वजह से बना था।
अपने शुरुआती दौर में उन्होंने भारतीय जन नाट्य संघ यानी इप्टा और प्रगतिशील लेखक संघ में सक्रिय रूप से भागीदारी की थी। बीसवीं सदी के चौथे दशक में मुल्क के अंदर तरक्कीपसंद तहरीक अपने उरूज पर थी। इप्टा के नाटक अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता और सरोकारों के चलते पूरे मुल्क में मकबूल और मशहूर हो रहे थे। इप्टा से जुड़े हुए अदाकर-निर्देशकों ने हिंदोस्तान में पहली बार लोक नाट्य स्वरूपों को समकालीन सार्थक रूप में प्रस्तुत किया।
हबीब तनवीर भी आजादी की जद्दोजहद के उस दौर में इप्टा के अभिन्न हिस्सा थे। एक वक्त तो ऐसा भी आया कि उन्हें इप्टा को पूरी तरह संभालना पड़ा। जन आंदोलन के दौरान साथियों की गिरफ्तारी के बाद, कुछ ऐसे हालात बने कि इप्टा की सारी जिम्मेदारी उनके ऊपर आ गई। साल 1948-50 के बीच उन्होंने नाटक लिखने के साथ-साथ उनका निर्देशन भी किया।
अपने आत्मकथ्य 'ए लाईफ इन थियेटर' में हबीब तनवीर लिखते हैं, ''दरअसल निर्देशन मुझ पर आरोपित किया गया। वह मेरा चुनाव नहीं था, मेरा चुनाव तो अभिनय था।''
1 सितंबर, 1923 में अविभाजित मध्यप्रदेश के रायपुर में जन्मे हबीब अहमद खान की शुरुआती तालीम रायपुर में हुई। शायरी से लगाव के चलते उन्होंने तनवीर अपना तखल्लुस चुना। नाटक में पूरी तरह उतर जाने के बाद शायरी तो उनसे काफी पीछे छूट गई, अलबत्ता तनवीर उनके नाम के आगे हमेशा के लिए जुड़ा रहा। उन्हें बचपन से ही नाटक और फिल्मों का शौक था। खासकर पारसी थियेटर उन्हें खूब आकर्षित करता था। बड़े भाई की रंगकर्म में सक्रियता ने उन्हें भी नाटक के प्रति उत्साहित किया। महज बारह साल की उम्र में उन्होंने शेक्सपियर के मशहूर नाटक 'किंग जॉन' में प्रिंस आर्थर का किरदार निभाया। बहरहाल पढ़ाई के साथ-साथ तनवीर का शायरी और अभिनय का शौक परवाज चढ़ता रहा।
नागपुर के मोरिस कॉलेज से उन्होंने बीए किया। बाद में एमए उर्दू के लिए अलीगढ़ गए। फिल्मों का शौक उन्हें आखिरकार बंबई ले आया। बंबई में पैर जमाने के लिए उन्होंने जमकर संघर्ष किया। कई छोटे-मोटे काम किए। मसलन-आकाशवाणी में संगीतात्मक रूपक, पत्र-पत्रिकाओं में फिल्मी समीक्षा, विज्ञापन फिल्मों की स्क्रिप्ट वगैरह लिखीं। तनवीर की जी तोड़ मेहनत जल्दी ही रंग लाई। थोड़े ही अरसे के बाद उन्हें अपनी मंजिले मकसूद यानी फिल्मों में भी मौका मिल गया। लिहाजा, उन्होंने फिल्मों में अभिनय किया और कई फिल्मों के गाने और संवाद भी लिखे।
बंबई में फिल्मों और पत्रकारिता में मसरूफियत के बावजूद हबीब तनवीर प्रगतिशील लेखक संघ और इप्टा से जुड़े रहे। प्रगतिशील लेखक संघ के संस्थापक सज्जाद जहीर के घर होने वाली साप्ताहिक बैठकों में वे नियमित तौर पर जाते। इन साहित्यिक बैठकों में तनवीर अपनी पुरकशिश आवाज में शायरी पढ़ते, जो बहुत पसंद की जाती। उनकी गजलों का पहला सेट जिसमें छह गजलें थीं, अली सरदार जाफरी द्वारा संपादित 'नया अदब' में एक साथ प्रकाशित हुईं।
इप्टा की सरगर्मियों में भी तनवीर बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते। इप्टा से जुड़कर उन्होंने कई नुक्कड़ नाटक लिखे और निर्देशित किए। 'शांतिदूत कामगार' उनका लिखा और निर्देशित पहला नाटक था। प्रेमचंद की कहानी पर आधारित 'शतरंज के मोहरे', कृश्न चन्दर का नाटक 'मेरा गांव', उपेन्द्रनाथ अश्क का 'दंगा', विश्वनाथ आदिल का 'दिन की एक रात' का उन्होंने इन्हीं दिनों निर्देशन किया।
फिल्मी दुनिया से हबीब तनवीर का मोह जल्दी ही भंग हो गया। अपने आत्म कथ्य 'ए लाईफ इन थियेटर' में तनवीर लिखते हैं, ''जो भी हो सही या गलत, मैं इस बात पर मुतमईन था कि मेरे पास कहने के लिए कुछ था, जैसा भी हो और जो कुछ भी कहना था, सौन्दर्यशास्त्र में, प्रदर्शनकारी कलाओं में और साथ ही सामाजिक रूप से, राजनीतिक नजरिये से उसका माध्यम सिनेमा नहीं था, वह थियेटर था, यह एक साफ बोध था। मन में पांचवें दशक के प्रारम्भिक दिनों में, जो मुझे दिल्ली ले आया।''
बहरहाल दिल्ली आकर उन्होंने अपना नाटक 'शतरंज के मोहरे' दोबारा लिखा और इसमें खालिस लखनवी उर्दू भाषा का इस्तेमाल किया। नाटक इस बार ज्यादा कामयाब साबित हुआ।
साल 1954 में लिखा 'आगरा बाजार' वह नाटक था, जिसने हबीब तनवीर को शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचा दिया। अठारहवीं सदी के मशहूर अवामी शायर नजीर अकबरावादी की जिंदगी और रचनाओं पर आधारित नाटक 'आगरा बाजार' में उन्होंने न सिर्फ आम आदमी की जिंदगी और उसके रोजमर्रा के सरोकारों को अपना विषय बनाया, बल्कि लेखन में भी वह मुहावरा और तरीका बरता, जो पारंपरिक अभिजन कविता के आदाब और मौजू के बिल्कुल खिलाफ था।
ये वह दौर था जब हिंदुस्तानी रंगमंच में हिंदुस्तानी, अपनी मिट्टी से जुड़ाव एवं शैली का डंका पीटने वाले नारे और मुहावरे ईजाद नहीं हुए थे। 'आगरा बाजार' हिंदुस्तान के रंगमंच में मील का पत्थर साबित हुआ। नाटक 'आगरा बाजार' हबीब तनवीर के उन दो मरकजी रुझानों की ओर इशारा करता है, जो आगे चलकर उनके सारे नाटकों में दिखाई दिए। पहला, विचारधारा और कलागत स्तर, उनका लोक जीवन, आम आदमी की ओर झुकाव। दूसरा, नाटक में शायरी और संगीत का इस्तेमाल।
लोक अदब और लोक रिवायतों से हबीब तनवीर को बेहद लगाव था। उन्होंने कई लोक कथाओं को विकसित कर नाटक में तब्दील किया। मसलन 'जालीदार पर्दे'-रूसी लोक कथा पर आधारित है, तो 'सात पैसे'- चैकोस्लोवाकिया की लोक कथा, 'अर्जुन का सारथी'-छत्तीसगढ़ी कहानी, 'गांव का नाव ससुराल, मोर नाव दामाद'-छत्तीसगढ़ी लोक कथा, 'ठाकुर पृथ्वीपाल सिंह'-राजस्थानी लोक कथा, 'चरनदास चोर'-राजस्थानी लोक कथा, 'बहादुर कलारिन'-छत्तीसगढ़ी लोक कथा, 'सोनसागर'-बिहारी लोक कथा, 'हिरमा की अमर कहानी'-आदिवासी लोक कथा पर आधारित नाटक हैं।
इन नाटकों की खासियत ये है कि तनवीर ने इन लोक कथाओं को सीधे-सीधे ड्रामा रूप में तब्दील नहीं किया है, बल्कि लोक कथा के केन्द्रीय विचार को लेकर अपने हिसाब से नाटक में विस्तारित किया। इम्प्रोवाईज किया। यही नहीं इन नाटकों को उन्होंने मौजूदा परिवेश से भी जोड़ा, जो लोगों को खूब पसंद आया।
नाटक 'चरनदास चोर' तक आते-आते हबीब तनवीर ने अपनी एक अलग पहचान बना ली थी। उनके नाटक खालिस छत्तीसगढ़ी मुहावरे में खेले जाते। 'अर्जुन का सारथी', 'गौरी-गौरा', 'चपरासी', 'गांव के नाव ससुराल, मोर नाम दामाद' आदि नाटक पूरी तरह से छत्तीसगढ़ी लोकनाट्य शैली 'नाचा' में खेले गए। इन नाटकों को महानगरीय दर्शकों ने भी खूब सराहा। साल 1975 में 'चरनदास चोर' के साथ ही तनवीर की शैली और प्रस्तुति ने अपनी पूर्णता पा ली। इसके बाद उन्होंने अपनी शैली को बिल्कुल नहीं बदला और आखिर तक इसी शैली में नाटक खेलते रहे।
नाटक 'चरनदास चोर' के कथ्य की ताजगी और दिलचस्प और आकर्षक पेशकश ने पूरे मुल्क में तहलका मचा दिया। एक शुद्ध लोक कहानी को बिल्कुल नया रूप देकर, मौजूदा हालात से जोड़कर कैसे सामायिक बनाया जा सकता है?, इसकी एक शानदार मिसाल है 'चरनदास चोर'। साल 1982 में एडिनबरा के विश्व ड्रामा फेस्टिवल में बावन मुल्कों के ड्रामों के बीच 'चरनदास चोर' की कामयाबी ने हबीब तनवीर और नया थियेटर को दुनियावी स्तर पर मकबूल कर दिया। 'चरनदास चोर' के जरिए तनवीर ने ये साबित कर दिखाया कि लोक परंपराओं के मेल और देशज रंगपद्धति से कैसे आधुनिक नाटक खेला जा सकता है।
हबीब तनवीर द्वारा विकसित रंगमंच सिर्फ लोक रंगमंच ही नहीं था बल्कि वह आधुनिक रंगमंच भी था। तनवीर आधुनिक दृष्टि वाले नाट्य निर्देशक थे। उनके पास इतिहास और सियासत की गहरी समझ थी। उनका लोक कला में दिलचस्पी लेना और लोक मुहावरों में काम करना, वैचारिक फैसला था। और अपने इस फैसले पर वे आखिर तक कायम रहे। नाटक 'आगरा बाजार' से लेकर 'एक औरत हिपेशिया भी थी' तक उन्होंने दर्जन भर से ज्यादा अर्थपूर्ण नाटक लिखे और निर्देशित किए।
अपने नाटकों के जरिये वे दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ-साथ, उन्हें सम-सामायिक मुद्दों से भी जोड़ते रहे। हबीब तनवीर के हर नाटक में एक मकसद है, जो नाटक के अंदर अंतर्धारा की तरह बहता है। मसलन नाटक 'आगरा बाजार' में भाषा और अदब के जानिब कुलीन और जनवादी नजरियों के बीच कशमकश है, तो 'चरनदास चोर' सत्ता, प्रशासन और व्यवस्था पर सवाल उठाता है।
'हिरमा की अमर कहानी' और स्टीफन ज्वाईंग की कहानी पर आधारित 'देख रहे हैं नयन' सियासी नाटक हैं, जो हर दौर में सामायिक रहेंगे। 'बहादुर कलारिन' में वे सामंतवाद पर वार करते हैं। 'पांगा पंडित' समाज में व्याप्त छुआ-छूत को उजागर करता है। 'मिट्टी की गाड़ी' में वे समाज को लोकसत्ता से जोड़ने की ठोस कोशिश करते हैं।
ऐसा नाटक जिसका कोई मकसद न हो उसके हबीब तनवीर खिलाफ थे। उनका मानना था कि ''क्लासिक ड्रामे चाहे यहां के हों या पश्चिम के, अगर उनमें समाज के प्रति जागरूकता के आसार और समझ को झंझोड़ने की ताकत नहीं हैं, तो वो मात्र ऐशो-आराम को ही बढ़ावा देंगे।'' दुनिया भर में फैले अपने हजारों-हजार प्रशंसकों को उदासी और गम देते हुए, हबीब तनवीर 8 जून, 2009 को जिंदगी के मंच से अचानक नेपथ्य में चले गए।
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सलमान खान के सितारे बुलंद हैं। वांटेड, दबंग और रेडी की सफलता के बाद उनका नाम इंडस्ट्री में पारस पत्थर के रुप में लिया जा रहा है। और उनकी इसी सफलता को भुनाने की जुगत में हिस्ट्री चैनल भी लग गया है। हिस्ट्री चैनल ने उन्हें एक नए शो के लिए अनुबंधित किया है।
बॉलीवुड तारिका प्रीति जिंटा ने अपने नए चैट शो की शूटिंग शुरू कर दी है। उनके इस शो के पहले मेहमान अभिनेता अक्षय कुमार बने। अक्षय संग शूटिंग के बाद प्रीति ने उनकी प्रशंसा करते हुए उन्हें बहुत विनम्र बताया।
रिएलिटी टीवी कलाकार शैरॉन ऑस्बॉर्न कुछ दिनों के लिए 'द टॉक' शो से छुट्टी ले रही हैं। दरअसल वह अपने पति ऊजी ऑस्बॉर्न के साथ और ज्यादा समय बिताना चाहती हैं।
भारतीय टेलीविजन के कार्यक्रमों में अक्सर महिलाओं की दुनिया दिया जाता रहा है लेकिन अब एक नए शो ने इस परम्परा को तोड़ने का संकेत दिया है। अब लगता है कि टेलीविजन पर पुरुषों के लिए अच्छा समय आ रहा है।
छोटे पर्दे पर होने जा रहा है वो जो पहले कभी नहीं हुआ। बिग बॉस शो में इस बार होगा सबसे बड़ा धमाका। छोटे पर्दे पर पहली बार किसी शो की मेजबानी करेंगे दो-दो सुपरस्टार। सलमान खान और संजय दत्त वैसे भी जब-जब साथ होते हैं तो होता है धमाल। दोनों सितारे एक साथ कई फिल्मों में आ चुके हैं। साजन से शुरु हुई दोनों की दोस्ती अब छोटे पर्दे पर भी रंग जमाएगी। बिग बॉस के इतिहास में ये पहली बार होने जा रहा है कि जब किसी सीज़न के दो-दो मेजबान होंगे।
छोटे परदे की मशहूर अभिनेत्री रतन राजपूत ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिनव शर्मा को जीवन साथी चुना है क्योंकि वह न केवल उनके हर मानक को पूरा करते हैं बल्कि वह ऊंचे कद के भी हैं।
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक नोटिस जारी किया है। यह नोटिस कौन बनेगा करोड़पति-4 के प्रोमो में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का अपमान करने की एवज में भेजा गया है। मुंबई के कारोबारी मुकेश शर्मा ने कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें केबीसी-4 के प्रोमोज के 5 सीन्स में नेताजी के प्रसिद्ध नारे ''तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।'' के साथ छेड़छाड़ करने तथा नेताजी का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया गया है। मुकेश शर्मा के अनुसार अमिताभ जैसे समझदार और गंभीर इंसान से इस तरह की उम्मीद नहीं थी, ताज्जुब है कि उन्हें खुद ही इन लाइनों में खामियां क्यों नहीं दिखीं।
आखिरकार वो घड़ी आ ही गई जिसका टेलीविजन दर्शकों को बड़ी बेसब्री से इंतजार था। एनडीटीवी इमेजिन चैनल पर दिखाए जा रहे शो 'रतन का रिश्ता' की मुख्य कलाकार रतन राजपूत ने आखिरी बचे तीन प्रतियोगियों में से दिल्ली के साफ्टवेयर इंजीनियर अभिनव शर्मा को अपना हमसफर चुन लिया। इस प्रोग्राम में कुल 16 प्रतियोगियों ने भाग लिया था, जिसमें से अभिनव शर्मा सहित आखिरी तीन में पोलैंड के अनुपम सिंह कुशवाह और जम्मू के दीपक पंडित शामिल थे।
नीरज ग्रोवर हत्याकांड में एक निचली अदालत का फैसला आने के बाद बड़ी संख्या में फिल्म एवं टेलीविजन से जुड़े कलाकारों, गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के सदस्यों और अन्य लोगों ने रविवार को एक रैली निकाली।
बिग बॉस सीज़न चार को कौन भुल सकता हैं। डॉली बिंद्रा का बिंदास अंदाज़ हो या मनोज तिवारी की शातिरी, बीना मलिक की उटपटांग हरकते हो या सारा-अली की शादी का ड्रामा, दर्शको को बांधे रखने में ये सभी पैंतरे कामयाब हुए। लेकिन इस सीज़न की एक और खास बात थी जिसके कारण शो ने खासी टीआरपी बटोरी। और वह था अपने सल्लु मियां का इस शो से जुड़ना। शो के होस्ट बनकर सलमान ने सीज़न चार को खासी लोकप्रियता दिलाई। यही कारण है कि जहां शो के आयोजक सीज़न पांच के लिए भी सलमान को ही होस्ट बनाना चाहते थे वहीं सलमान ने भी अगले सीज़न की मेजबानी करने की इच्छा जाहिर की थी। |
imran khan is very nice and sweet said Kareena Kapoor - Hindi Filmibeat
8 min ago बिग बॉस 15 के लॉन्च पर सलमान खान ने पहली बार की अपने रिलेशनशिप पर बात, किया धमाकेदार खुलासा
| Published: Thursday, November 21, 2013, 16:50 [IST]
'गोरी तेरे प्यार में' की तस्वीरें
22 नवंबर को रिलीज होने जा रही है फिल्म 'गोरी तेरे प्यार में' जिसमें एक बार फिर से करीना-इमरान की जोड़ी दिखायी पड़ रही है।फिल्म का प्रमोशन जोरों पर है। फिल्म के बारे में बात करते हुए करीना ने कहा कि फिल्म में इमरान ने अपना सर्वश्रेष्ठ अभिनय दिया है।
इमरान काफी मजेदार है मैं उनके साथ फिर से काम करना चाहूंगी। फिल्म में उन्होंने अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति दी। उन्होंने नायक सरीखी प्रस्तुति दी है।"
'गोरी तेरे प्यार में' फिल्म में इमरान दक्षिण भारतीय लड़के श्रीराम की भूमिका में हैं। वह अपने प्यार की तलाश में गांव पहुंचते हैं। गौरतलब है कि पुनीत मल्होत्रा के निर्देशन में बनीं फिल्म गोरी... करण जौहर के प्रोडक्शन की बहुप्रतिक्षित फिल्म है जो कि गुजरात के कच्छ गांव में शूट हुई है। फिल्म एक रोमांटिक कॉमेडी है।
फिल्म में एक गांव की लड़की का रोल निभा रहीं करीना इस फिल्म को लेकर खासी उत्साहित है। फिल्म गोरी तेरे प्यार में...के बारे में बात करते हुए करीना ने कहा कि यह फिल्म पूरी तरह से आम दर्शकों के लिए है।
उन्होंने कहा कि 2012 में प्रदर्शित हुई उनकी और इमरान की 'एक मैं और एक तू' से अलग 'गोरी तेरे प्यार में' आइटम गीतों से भरपूर व मजेदार फिल्म है। करण जौहर ने 'गोरी तेरे प्यार में'. को करण ने पुनीत की रीयल लवस्टोरी बताया है।
imran khan is very nice and sweet said Kareena Kapoor. Kareena stars in Punit Malhotra's Gori Tere Pyaar Mein with Imran Khan, their first film together since Ek Main Aur Ekk Tu. |
हाइपोथर्मिया होने पर कंपकंपी न होगा गंभीर लक्षण होता है। ऐसे में तुरंत इलाज की जरूरत होती है। हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ के के...
वरिष्ठ संवाददाता ॥ नई दिल्ली
हाइपोथर्मिया होने पर कंपकंपी न होगा गंभीर लक्षण होता है। ऐसे में तुरंत इलाज की जरूरत होती है। हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल के मुताबिक हाइपोथर्मिया की स्थिति तब होती है जब व्यक्ति के शरीर का तापमान 35 डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे या 95 डिग्री फॉरेनहाइट से कम हो जाए। लक्षणों के हिसाब से इसकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
1. हल्का हाइपोथर्मिया: इसमें शरीर का तापमान 90 से 95 डिग्री फॉरेनहाइट के बीच होता है। इसके लक्षणों में भ्रम, दिल की धड़कन बढ़ने के साथ ही कंपकंपी भी बढ़ जाती है।
2. मध्यम हाइपोथर्मिया: इसमें तापमान 82 से 90 डिग्री फॉरेनहाइट के बीच होता है और इस हालत में व्यक्ति के दिल की धड़कने धीमी हो जाती है, पल्स रेट अनियमित होने के साथ ही आंखों के सामने धुंधलापन व कंपकंपी कम या गायब हो जाती है।
3. गंभीर हाइपोथर्मिया: इसमें तापमान 82 डिग्री फॉरेनहाइट से कम हो जाता है। साथ ही इसमें कोमा, ब्लड प्रेशर में कमी, पल्स का अनियमित होना और रिजिडिटी जैसे लक्षण सामने आते हैं।
वजह
हाइपोथर्मिया होने की वजहों में ठंड में बिना कपड़ों के बाहर निकलना, ठंडे पानी का इस्तेमाल, चिकित्सीय स्थिति जैसे कि हापोथाइरॉयडिज्म, सेप्सिस आदि, उदाहरण के तौर पर ईथेनॉल का गलत इस्तेमाल। सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को होता है।
कैसे करें जांच
इसकी जांच लो रीडिंग थर्मामीटर से शरीर का तापमान मापकर की जाती है, जो कि मानक तापमान से तय किया जाता है और यह थर्मामीटर 93 डिग्री फॉरेनहाइट तक होता है।
शुरुआती इलाज
1. मरीज के शरीर पर गीले कपड़े हांे तो हटा दें
2. उसे कम्बल से ढक दें
3. कमरे का तापमान 24 डिग्री सेंटीग्रेड यानी 75 डिग्री फॉरेनहाइट के आसपास रखें
4. मध्यमसेगंभीरकिस्मकेहाइपोथर्मियाकेमरीजोंमेंबाहरसेभीगरमीदेतेरहें।।इसमेंगर्मकंबल, रेडिएंटहीटयागर्महवाजोसीधेमरीजको छुए
अगला लेखस्कूल बिल्डिंग सेफ्टी पर ध्यान दें : सीबीएसई
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उत्तराखंड से बड़ी खबर: देव स्थानम बोर्ड निरस्त करने के लिए प्राइवेट बिल लाएगी कांग्रेस | Khabar Uttarakhand News
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उत्तराखंड से बड़ी खबर: देव स्थानम बोर्ड निरस्त करने के लिए प्राइवेट बिल लाएगी कांग्रेस
देहरादून: 23 अगस्त से होने वाला विधानसभा का सत्र इस बार कई मायनों में खास होने वाला है। इस सत्र में जहां सीएम धामी पहली बार सदन में बतौर मुख्यमंत्री रहेंगे। वहीं, इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद नेता प्रतिपक्ष बने प्रीतम सिंह भी नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पहली बार सदन में होंगे। इस सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष चुनाव से पहले सदन के जरिए अपनी ताकत दिखाने का मौका नहीं छोड़ेंगे।
कार्यमंत्रणा की बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदेश के विकास के लिए सतत विकास लक्ष्य पर सत्र के दौरान एक दिन चर्चा करने के लिए अपनी बात रखी जिस पर की समिति के सभी सदस्यों द्वारा सहमति प्रदान की गई। कांग्रेस इस सत्र में देव स्थानम बोर्ड को निरस्त करने के लिए प्राइवेट बिल लेकर आएगी। साथ ही भू-कानून लागूं करने के लिए भी प्राइवेट बिल लाने जा रही है। इससे एक बात तो साफ है कि कांग्रेस सदन में तीखे तेवरों के साथ जमकर अपनी आवाज उठाने की प्लानिंग बना चुकी है।
सत्र के दौरान सदन के पटल पर रखे जाने वाले विधेयकों में अभी तक आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2021, डीआईटी विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2021 विधान सभा को प्राप्त हुए हैं। वहीं, दो असरकारी विधेयक उत्तराखण्ड (उत्तर प्रदेश जमींदारी विनाश और भूमि व्यवस्था अधिनियम, 1950) (संशोधन) विधेयक 2021, उत्तराखण्ड चार धाम देवस्थानम् प्रबन्धन (निरसन) विधेयक, 2021 भी सदन के पटल पर रखे जाने है।
सवाल यह नहीं है कि कांग्रेस प्राइवेट बिल लेकर आ रही है। सवाल यह है कि अगर सरकार इन बिलों को स्वीकार करती है और देवस्थानम बोर्ड का रद्द कर देती है, तो इसका पूरा श्रेय कांग्रेस का जाएगा। सरकार ऐसा किसी भी हाल में नहीं होने देना चाहेगी। ऐसे में कांग्रेस के पास दोनों ही स्थिति में बड़ा मुद्दा है। कुल मिलाकर कांग्रेस ने सरकार को पूरी तरह से घेरने की तैयारी कर ली है। |
एलिमिनेटर मुकाबले में दबंग दिल्ली ने बंगाल वारियर्स को 39-28 से हराया | News Track Live, NewsTrack Hindi 1
एलिमिनेटर मुकाबले में दबंग दिल्ली ने बंगाल वारियर्स को 39-28 से हराया
Dec 31 2018 01:13 PM
कोच्चि : प्रो कबड्डी के एलिमिनेटर मुकाबले में दबंग दिल्ली ने दूसरे हाफ के अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत बंगाल वारियर्स को 39-28 से हरा दिया। दिल्ली की और से शानदार प्रदर्शन कर नवीन कुमार और चंद्रन रंजीत ने 19 रेड अंक हासिल किए। रविंदर पहल ने चार टैकल अंक बनाए। बंगाल वॉरियर्स ने दूसरे हाफ में धीमा प्रदर्शन किया जिसके कारण उनका पतन हुआ।
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वॉरियर्स ने हासिल की बराबरी
प्राप्त जानकारी अनुसार मैच में मनिंदर सिंह ने 8 अंकों के साथ टॉप किया, लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों से पर्याप्त समर्थन नहीं मिला। चंद्रन रंजीत ने एक सफल रेड के साथ दूसरे मिनट में दिल्ली का खाता खोला। बंगाल वॉरियर्स ने फिर 2-2 से बराबरी हासिल की। बंगाल वॉरियर्स ने 9 वें मिनट में दिल्ली को ऑलआउट कर 7-4 की बढ़त बना ली।
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आखिरी मिनट में बढाई बढ़त
मैच में दबंग दिल्ली ने 16वें मिनट में 12-12 से बराबरी कर ली। फिर बंगाल वॉरियर्स ने 19वें मिनट में ऑलआउट करके वापसी की और 17-12 से बढ़त बनाई। दबंग दिल्ली ने दूसरे हाफ में जोरदार शुरुआत की और 21वें मिनट में तीन अंक हासिल कर स्कोर 15-18 कर दिया। 32वें मिनट में दबंग दिल्ली ने 33-23 की बढ़त बना ली और 39-28 पर मैच समाप्त किया। |
Power Query और गोपनीयता प्रभावित सुविधाएँ - Excel
Power Query और गोपनीयता प्रभावित सुविधाएँ
Power Query और इसके संबद्ध सेवा, Microsoft Power Query सेवा, संदर्भ में गोपनीयता समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं सुविधाएँ शामिल हैं। आप पूर्ण गोपनीयता कथन पढ़ेंकर सकते हैं।
ऑनलाइन खोज Excel के भीतर से सार्वजनिक डेटा के लिए खोज करने की अनुमति देती है. खोज अनुरोध और अनुवर्ती अनुरोध Microsoft को निम्नलिखित प्रदान करता है:
"के बारे में" संवाद में अनन्य उपयोगकर्ता ID मिला
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आप से एकत्रित जानकारी का उपयोग Microsoft और इसकी नियंत्रित सहायक तथा सहयोगी कंपनियों द्वारा सेवाएँ प्रदान करने या आपके द्वारा अनुरोध किए गए या अधिकृत लेन-देन को पूरा करने, सॉफ़्टवेयर के बारे में महत्वपूर्ण अद्यतन और सूचनाएँ प्रदान करने, और उत्पाद या सेवा को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है. यदि Microsoft को आपके अनुरोध के बारे में अधिक जानकारी और स्पष्टीकरण की आवश्यकता है, तो आपसे संपर्क करने के लिए आपके ईमेल पते का उपयोग भी किया जा सकता है. एक मुस्कान/उदास चेहरा भेजें का उपयोग करने के लिए आपको Microsoft के साथ अपना ईमेल पता पंजीकृत करने की आवश्यकता नहीं है.
क्रेडेंशियल्स
जब डेटा स्रोत के लिए कनेक्शन स्थापित हो जाता है, तो ऐड-इन उपयोगकर्ता क्रेडेंशियल्स को उपयोगकर्ता की मशीन पर सहेजता है. ये क्रेडेंशियल्स एन्क्रिप्ट किए गए हैं और केवल उपयोगकर्ता द्वारा पहुँच योग्य छुपे हुए फ़ोल्डर में संग्रहीत है, और केवल संबंधित डेटा स्रोतों पर पहुँच प्राप्त करने के लिए इसका उपयोग किया जाएगा.
क्लाइंट कॉन्फ़िगरेशन की जाँच
Microsoft Excel प्रारंभ होने और Power Query सेवा पर साइन-इन करने पर, क्लाइंट का वर्तमान संस्करण, Excel का वर्तमान संस्करण और GUID का वर्तमान संस्करण (नोट देखें, नीचे) सेवा को भेजे जाते हैं. सेवाएँ कॉन्फ़िगरेशन फ़ाइल के साथ प्रतिसाद देती है, जिसमें संस्करण अद्यतन, समाप्ति बिंदु खोजने और अन्य सुविधा नियंत्रणों की जानकारी शामिल होती है. यदि कोई नवीनतम संस्करण उपलब्ध है, तो सेवा Microsoft Download Center को एक लिंक वापस करेगी. जहाँ नया संस्करण डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि कॉन्फ़िगरेशन अप टू डेट है क्लाइंट इस कॉल को समय-समय पर दोहराएगा. यह सुविधा बंद नहीं की जा सकती है.
नोट: टिप्पणी: GUID का मतलब है वैश्विक अनन्य पहचानकर्ता – यादृच्छिक जनरेट किया गया कोई नंबर जिसमें कोई व्यक्तिगत जानकारी शामिल नहीं होती है. GUID उपयोगकर्ता को पहचाने बिना व्यक्तिगत मशीनों को पहचानने के लिए उपयोग किए जाते हैं. |
टेक्सास गोलीबारी कांड: हमलावर समेत 5 लोगों की मौत - Texas shooting died including perpetrator - Latest News & Updates in Hindi at India.com Hindi
रेटामा मेनोर नर्सिंग होम में हुई एक गोलीबारी की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई. गोलीबारी की वजह स्पष्ट नहीं.
Updated: July 28, 2018 7:53 PM IST
कार्पस क्रिस्टी (अमेरिका): टेक्सास एक बार फिर गोलियों की आवाज से गूंज उठा, मई 2018 के बाद यह दूसरी घटना है जिसने अमेरिका के टेक्सास प्रांत को झकझोर कर रख दिया, घटना शुक्रवार रात की है जब उपनगरीय कार्पस क्रिस्टी में गोलीबारी की दो अलग-अलग घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई. Also Read - West Bengal: 5 killed in road accident
गोलीबारी की वजह स्पष्ट नहीं
रॉब्सटाउन सिटी के सचिव हरमन रोड्रिग्ज ने ट्विटर के माध्यम से यह बताया कि शुक्रवार रात को रेटामा मेनोर नर्सिंग होम में हुई एक गोलीबारी की घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी, उन्होंने आगे बताया कि परिवार के सदस्यों के फोन करने पर पहुंची पुलिस ने नर्सिंग होम के एक पीड़ित के घर पर दो और लोगों को मृत पाया जिनके शव पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए. इन हत्याओं का भी इस गोलीबारी से संबंध माना जा रहा है.
इसके अलावा सचिव हरमन रोड्रिग्ज ने बताया कि नर्सिंग होम में मृत पाए गए तीन लोगों में दो पुरूष व एक महिला शामिल हैं. सचिव ने यह भी बताया कि मरने वालों में हमलावर भी शामिल है हालांकि गोलीबारी की वजह स्पष्ट नही हो सकी है.
पीड़ितों की पहचान करने में जुटी पुलिस
पुलिस इन सारी घटनाओं को आपस में जोड़कर देख रही है. परंतु सबूतों व तथ्यों के अभाव में अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं हालांकि इस केस से जुड़े अधिकारियों को यह उम्मीद है कि वे केस से जुड़ी बाकी कड़ियों को जोड़ने में कामयाब रहेंगे, केस से जुड़े अधिकारियों ने बताया की अभी पीड़ितों की पहचान नहीं हो पाई है, पर जल्द ही पहचान व अन्य प्रक्रिया पूरी कर मृतकों का पार्थिव शरीर उनके परिवारों को सौंप दिया जाएगा.
हालांकि पुलिस गोलिबारी का कारण जानने में जुटी है,पुलिस व केस से जुड़े अधिकारी इस गुत्थी को जल्द सुलझाने का दावा कर रहे हैं पर बीते दिनों अमेरिका में बढ़ रही गोलीबारी की घटनाओं ने सरकार व अधिकारियों दोनो की चिंता बढ़ा दी है. (इनपुट एजेंसी) |
Now Driving School Certificate Will Not Be Mandatory For License - अब लाइसेंस के लिए ड्राइविंग स्कूल का सर्टिफिकेट नहीं होगा अनिवार्य - Panipat News
Home › Haryana › Panipat › Now driving school certificate will not be mandatory for license
Updated Sun, 22 Aug 2021 12:11 AM IST
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों के लिए राहत भरी खबर है। अब लाइसेंस बनवाने के लिए ड्राइविंग स्कूल से 21 दिन की ट्रेनिंग लेकर सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार ने इन आदेशों को वापस लिया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले सरकार की तरफ से पत्राचार किया गया था, जिसमें बताया गया था कि अब नए ड्राइविंग लाइसेंस के लिए रजिस्टर्ड ड्राइविंग स्कूल से 21 दिन की ट्रेनिंग लेनी होगी। यहां से ड्राइविंग सर्टिफिकेट लेने के बाद ही इसे आवेदन के साथ लगाना होगा। जिसके बाद जिला प्रशासन ड्राइविंग के लिए टेस्ट लेगा और फिर लाइसेंस बनाया जाएगा।
मनमर्जी के पैसे ले रहे थे स्कूल संचालक
जब से सरकार ने ड्राइविंग स्कूल वालों को लाइसेंस के लिए ट्रेनिंग देने के आदेश किए थे तभी से ड्राइविंग स्कूल संचालक लाइसेंस आवेदनकर्ताओं से मनमर्जी की फीस वसूल रहे थे। कोई पांच हजार में कोर्स करवाता था तो कोई 6 हजार में। इसकी शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाती थी। अब नए आदेशों के आने के बाद ड्राइविंग स्कूल संचालकों की मनमर्जी पर भी अंकुश लग गया है। |
सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगी संक्रांति, शुभ कार्य 4 फरवरी से होंगे
Home > Archived > सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगी संक्रांति, शुभ कार्य 4 फरवरी से होंगे
मकर संक्रांति इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जाएगी। 14 जनवरी को महापर्व मनेगा। इस दिन दोपहर 11.47 बजे सूर्य का प्रवेश मकर राशि में होगा। ज्योतिषियों के अनुसार प्रदोष व्रत होने से इस दिन भगवान शिव व सूर्य की उपासना श्रेष्ठ फलकारी रहेगी। इस बार संक्रांति का प्रवेश दोपहर में होने से पूरा दिन पुण्यकाल रहेगा। जातक दिन में कभी भी दान-पुण्य कर सकेंगे। जरूरतमंदों को कंबल देने और खिचड़ी बनाकर खिलाने से पुण्य में ज्यादा बढ़ोतरी होगी। सूर्य के उत्तरायण होते ही ही वातावरण में गर्माहट आना शुरू हो जाएगी। पं. राजेंद्र शर्मा ने बताया इस बार संक्रांति का वाहन भैंसा और उप वाहन ऊंट है। संक्रांति के लक्षण आदिवासियों, अल्पसंख्यक वर्ग, गरीब व्यक्तियों के लिए शुभकारी रहेंगे।
धार्मिक गुरुओं, शिक्षकों व सुरक्षाकर्मियों के लिए यह कष्टकारी हो सकता है। वैसे तो मकर संक्रांति से ही मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाती है। शुक्र तारा अस्त होने के कारण अभी ऐसा नहीं होगा। मंगल कार्य 4 फरवरी के बाद होंगे। संक्रांति का पर्व सूर्यदेव का है। इस दिन रविवार व सर्वार्थ सिद्धि योग होने से इसकी महत्ता चार गुना अधिक रहेगी, स्नान-दान का विशेष महत्व है।
सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में जाने को संक्रांति कहते हैं। एक संक्रांति से दूसरी संक्रांति के बीच का समय सौर मास कहलाता है। वैसे तो 12 सूर्य संक्रांति हैं, लेकिन चार महत्वपूर्ण हैं। ये हैं मेष, कर्क, तुला व मकर संक्रांति। मकर संक्रांति पर शुभ मुहूर्त में स्नान, दान व पुण्य विशेष फलदायी माना जाता है। मकर संक्रांति पर गुड़ व तिल लगाकर नर्मदा में स्नान करना लाभदायक है। इसके बाद दान संक्रांति में गुड़, तेल, कंबल, फल व छाता आदि दान करने से ज्यादा पुण्य मिलता है। 14 जनवरी से सूर्य दक्षिण के बजाय उत्तर की दिशा में बढने लगता है। जब तक सूर्य पूर्व से दक्षिण तरफ गमन करता है तब तक उसकी किरणें कम असरकारी होती हैं। पूर्व से उत्तर की ओर गमन करते ही वे सूर्य की किरणों की उपयोगिता सेहत की दृष्टि से बढने लगते है। |
Lokayukta team caught Patwari taking a bribe of 10 thousand rupees
Updated: 14 Jul 2021, 05:04 PM IST
जमीन नामांतरण और पावती बनाने के एवज में मांगी थी 40 हजार रुपए की रिश्वत..
नीमच. मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी के पकड़ाने का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार को नीमच जिले के दारू गांव में उज्जैन लोकायुक्त की पुलिस ने एक पटवारी को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। पटवारी का नाम संतोष शर्मा है जिसने एक किसान से जमीन के नामांतरण और पावती बनाने के नाम पर 40 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जैसे ही किसान रिश्वत के 10 हजार रुपए लेकर पटवारी के घर पहुंचा तो लोकायुक्त ने टीम ने पटवारी को रिश्वत लेते रंगेहाथों धरदबोचा।
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शिकंजे में एक और रिश्वतखोर
बुधवार को उज्जैन लोकायुक्त टीम ने नीमच जिले के ग्राम दारू में जमीन के नामांतरण और पावती बनाने के नाम पर पटवारी को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार आवेदक पुरूषोत्तम पाटीदार निवासी दारू गांव को अपनी 14 आरी की भूमि का नामांतरण करवाना था, और उसके बाद पावती बनना थी। जब पुरूषोत्तम पाटीदार ने ग्राम दारू के हल्का नंबर- 2 के पटवारी संतोष शर्मा से मुलाकात की, और उनसे जमीन के नामांतरण कराने की बात कही। इस पर पटवारी संतोष शर्मा ने नामांतरण सहित अन्य कार्यो के बदले में कुल 40 हजार रूपये की मांग की। जिसकी पहली किश्त लेकर पाटीदार ने आवेदक को बुलाया था। लेकिन आवेदन के पास महज 10 हजार रूपयों की व्यवस्था थी। जिस पर आवेदक ग्राम दारू में ही मौजूद पटवारी के निवास पर रूपये लेकर पहुंचा। इसी दौरान लोकायुक्त की टीम ने
छापामार कार्रवाई की, और पटवारी संतोष शर्मा को रिश्वत लेते रंगो हाथों गिफ्तार किया।टीम द्वारा अब प्रकरण तैयार कर आगे की जांच शुरू की जाएगी। बताया जा रहा है कि आवेदक द्वारा उक्त मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त शैलेंद्र सिंह चौहान को की थी जिस पर पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त द्वारा निरीक्षक राजेंद्र वर्मा के निर्देशन में टीम को कार्रवाई हेतु भेजा था। |
15 ह्यूमिक एसिड उपयोग और लाभ | कल्याण माँ"
मैं पाचन और प्रतिरक्षा में सहायता के लिए फुल्विक एसिड कैसे लेता हूं, इसके बारे में लिखा गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि फुल्विक एसिड ह्यूमिक एसिड नामक किसी चीज का एक उपसमुच्चय है।
फुल्विक एसिड की तरह, ह्यूमिक एसिड में खनिजों की एक विस्तृत विविधता होती है, जिसमें ट्रेस खनिज शामिल होते हैं। वे आणविक संरचना में समान हैं, लेकिन इसके लाभों और रासायनिक श्रृंगार में अद्वितीय हैं।
हास्य अम्ल कहाँ से आता है?
आकर्षक रूप से, हास्य अम्ल 80 मिलियन वर्ष पुरानी भूवैज्ञानिक प्रक्रिया का उपोत्पाद है। आर्द्रता तब होती है जब कार्बनिक पदार्थ का सही संयोजन कुछ भूगर्भीय स्थितियों, जैसे दबाव और तापमान के साथ संयोजन करता है। प्राचीन समुद्री शैवाल, पौधों, वनस्पतियों और फलों के पेड़ों के रूप में समय के साथ संपीडित होते हैं, जो हमें खनिज युक्त ह्यूमिक एसिड के साथ छोड़ते हैं जो मानव स्वास्थ्य को काफी लाभ पहुंचाते हैं।
ह्यूमिक एसिड महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे मिट्टी में पोषक तत्वों को उपलब्ध कराने में मदद करते हैं, बजाय मिट्टी के भीतर बंद किए। कैसे?
यह सब ऑक्सीकरण के लिए नीचे आता है, जो ह्यूमिक एसिड को शुद्ध नकारात्मक चार्ज देता है। यह कैल्शियम और लोहे की तरह सकारात्मक आयनों को आकर्षित करने में मदद करता है, उन्हें क्या & rsquo में बाँधता है? एक उद्धरण विनिमय क्षमता कहा जाता है। यह प्रक्रिया जड़ विकास में मदद करती है और अंततः पौधे के विकास को बढ़ावा देती है, उन महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्वों को जैव उपलब्धता भोजन में स्थानांतरित करती है।
नाम से मूर्ख मत बनो! ह्यूमिक एसिड वास्तव में अम्लीय नहीं है, बल्कि अत्यधिक क्षारीय है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि पीएच मान जितना अधिक होगा, उतना अधिक पानी में घुलनशील, और इसलिए आपके शरीर के लिए अधिक जैवउपलब्ध होगा।
हमें ह्यूमिक एसिड की आवश्यकता क्यों है?
ह्यूमिक एसिड खनिजों से भरा है जो आपके स्वास्थ्य के हर पहलू के लिए आवश्यक हैं। आपके शरीर को हड्डियों के विकास, हृदय स्वास्थ्य, नेत्र स्वास्थ्य, पाचन स्वास्थ्य और यहां तक कि मानसिक स्वास्थ्य जैसी चीजों के लिए खनिजों की आवश्यकता होती है। खनिज भी शरीर में महत्वपूर्ण रासायनिक प्रतिक्रियाओं को करने के लिए अन्य विटामिन और एंजाइमों के साथ मिलकर काम करते हैं।
जब आपके शरीर में कुछ टूटना शुरू होता है, तो यह लगभग हमेशा एक खनिज की कमी से जुड़ा हो सकता है।
क्यों हम खाद्य पदार्थों से हमारे सभी खनिज प्राप्त नहीं कर सकते?
आदर्श रूप से, हम खनिज समृद्ध मिट्टी से उगाए गए पौधों के भोजन से हमारे सभी खनिजों को प्राप्त करने में सक्षम हैं। दुर्भाग्यवश, बड़े पैमाने पर वाणिज्यिक कृषि मिट्टी को कम करने वाले तरीकों और उर्वरकों और कीटनाशकों जैसे कृषि रसायनों का उपयोग करती है, जो मिट्टी के पीएच को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।
एक सौ साल पहले, किसानों ने मृदा संशोधन, या इष्टतम स्वास्थ्य के लिए गंदगी को कंडीशनिंग करके मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना प्राथमिकता बना दिया। उन्होंने मिट्टी में समृद्ध खाद डालकर, और अपने खेतों को फसल के बीच आराम करने और चंगा करने के लिए फसलों को घुमाया। जब हमारी खाद्य उत्पादन प्रणाली का व्यवसायीकरण हो गया, तब किसानों के लिए इतने बड़े पैमाने पर पोषक तत्वों को मिट्टी में वापस डालना आर्थिक रूप से संभव नहीं था। (हालांकि आप अपने घर के बगीचे में कर सकते हैं!)
खाद्य आपूर्ति में खनिजों की गिरावट के कारण स्वास्थ्य समस्याएं अनिवार्य रूप से बढ़ जाती हैं। कई हृदय की स्थिति क्रोमियम, तांबा, मैग्नीशियम, सेलेनियम और पोटेशियम जैसे खनिजों की कमियों से जुड़ी होती है।
शुक्र है, हास्य एसिड के साथ पूरक अंतराल में भरने में मदद कर सकता है।
15 हास्य अम्ल के लाभ
ह्यूमिक एसिड आवश्यक खनिजों से भरा होता है जो आपके शरीर को अपने सबसे अच्छे कार्य करने की आवश्यकता होती है। यहां शीर्ष 17 कारण दिए गए हैं जो आपके शरीर को पूरक आहार के अपने शेल्फ में जोड़ने से लाभ उठा सकते हैं।
1. खनिज की कमी को रोकता है
मैग्नीशियम जैसे एक भी खनिज में कमी दर्जनों स्थितियों से जुड़ी होती है और आपके थायरॉयड, अंतःस्रावी तंत्र, हृदय और हड्डियों को प्रभावित कर सकती है। ह्यूमिक एसिड आपके शरीर को सुचारू रूप से चलाने में मदद करने के लिए ट्रेस खनिजों से भरा होता है।
2. कॉमन कोल्ड को कम करता है
यदि आप बीमार महसूस कर रहे हैं, तो ह्यूमिक एसिड सिर्फ आपकी जरूरत का उपाय हो सकता है। 1991 के एक अध्ययन में पाया गया कि ह्यूमिक एसिड और फुल्विक एसिड की नियमित खुराक जल्दी और आराम से आम सर्दी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।
3. ब्रोंकाइटिस से लड़ता है
आम सर्दी के अलावा, ब्रोन्काइटिस के लिए प्राकृतिक उपचार के रूप में हास्य एसिड मदद कर सकता है। एक व्यापक अध्ययन में पाया गया कि क्रोनिक ब्रोंकाइटिस में फुल्विक और ह्यूमिक एसिड का उपयोग लक्षणों को कम करने में पारंपरिक औषधि उपचारों से भी अधिक प्रभावी था। सभी के सर्वश्रेष्ठ, उन्होंने पाया कि यह बच्चों के लिए तेजी से और सुरक्षित रूप से काम करता है।
4. मिट्टी से पौधों को देता है
जैसा कि मैंने ऊपर कहा है, ह्यूमिक और फुल्विक एसिड पौधों की जड़ों को पोषक तत्व उपलब्ध कराने में मदद करते हैं। ये एसिड मिट्टी के कार्बनिक पदार्थों जैसे कि लियोनार्डाइट, पृथ्वी की सतह के पास एक अवसादन परत में प्रचुर मात्रा में हैं। जब ह्यूमिक एसिड मौजूद होता है, तो महत्वपूर्ण खनिज और धातु कोशिका की दीवारों के माध्यम से अवशोषित हो जाते हैं। यह प्रक्रिया लोहे जैसे खनिजों की भी मदद करती है, जो आमतौर पर बहुत मोबाइल नहीं है, संयंत्र में परिवहन।
फुल्विक एसिड, जो एक ह्यूमस (या ह्यूमिक एसिड के रूप में एक ही परिवार में) है, कैंसर के उपचार में सहायता करने में सक्षम हो सकता है। एक 2016 के अध्ययन में पाया गया कि फुल्विक एसिड कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए लगता है, खासकर जब नाइट्रिक ऑक्साइड के साथ लिया जाता है।
6. थायराइड स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है
यदि आप थायराइड के मुद्दों से जूझते हैं, तो ह्यूमिक और फुल्विक एसिड मदद करने में सक्षम हो सकते हैं। 2010 में चूहों पर किए गए एक शोध अध्ययन में पाया गया कि इन अम्लों में हल्का हाइपोथायरॉइड प्रभाव होता है, जो हाइपरथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों के लिए अच्छा हो सकता है।
7. वायरस के खिलाफ सुरक्षा करता है
आपके इम्यून सिस्टम को ह्यूमिक एसिड से एक बड़ा बढ़ावा मिलता है। यह आपके सेल के रक्षा तंत्र को तैयार करने में मदद करता है, आपके शरीर को फ्लू या दाद जैसे वायरस से अधिक प्रभावी ढंग से लड़ने में मदद करता है।
8. रक्तस्रावी रक्तस्राव को रोकता है
रक्तस्रावी बुखार (वीएचएफ) इबोला और पीले बुखार जैसे वायरस के कारण होने वाली गंभीर बीमारियां हैं। मेडलाइन प्लस ध्यान देता है कि इस दुर्लभ वायरल संक्रमण के लिए कोई प्रभावी उपचार नहीं हैं, लेकिन एक अध्ययन में पाया गया कि इन संक्रमण रोगों वाले रोगी रक्तस्राव को रोकने, परिसंचरण को बहाल करने, थक्के को हटाने और ह्यूमिक अर्क लेने से प्रतिरक्षा में सुधार करने में सक्षम थे।
9. शक्तिशाली इलेक्ट्रोलाइट्स प्रदान करता है
नारियल पानी को भूल जाइए। यदि आपको इलेक्ट्रोलाइट बूस्ट की आवश्यकता है, तो फुल्विक एसिड सबसे अच्छी चीज है जो आप अपने शरीर के लिए कर सकते हैं। वास्तव में, एक वैज्ञानिक रिपोर्ट में कहा गया है कि " फुल्विक एसिड में अम्लीय कार्यात्मक समूहों की एकाग्रता किसी भी अन्य प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले कार्बनिक पॉलीइलेक्ट्रोलाइट की तुलना में काफी अधिक है। " उस गेटोरेड आदत को लात मारने का एक बहुत अच्छा कारण है
10. बोलस्टर्स आपकी प्रतिरक्षा
फुल्विक और ह्यूमिक एसिड के कई प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुण हैं, जो सभी वायरस से बचाने में मदद करते हैं। चूहों पर एक अध्ययन में पाया गया कि इन एसिड और ldquo के साथ पूरक; एक अन्य अध्ययन और भी आगे बढ़ गया, यह पाते हुए कि ह्यूमिक एसिड प्रतिरक्षा प्रणाली के दोनों और सेलुलर शाखाओं को उत्तेजित करने के लिए एक साथ काम करते हैं। मैं इसे सर्दी और फ्लू के मौसम के प्राकृतिक उपचार की अपनी सूची में शामिल करता हूं।
11. त्वचा की स्थिति को साफ करता है
आप त्वचा के कुछ मुद्दों को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए बाहरी रूप से ह्यूमिक एसिड का उपयोग कर सकते हैं। एक अध्ययन ने विभिन्न समूहों में प्रतिभागियों को विभाजित करके त्वचा की गुणवत्ता का विश्लेषण किया, प्रत्येक ने विभिन्न प्रकार के साबुन का उपयोग किया। आठ हफ्तों के बाद, समूह जो कि ह्यूमिक एसिड के साथ साबुन का इस्तेमाल करते थे, ने त्वचा की सामान्य उपस्थिति में महत्वपूर्ण सुधार देखा।
12. दर्द से राहत प्रदान करता है
अन्य स्वास्थ्य उद्देश्यों के लिए फुल्विक / ह्यूमिक एसिड का उपयोग करने वाले मरीजों ने कम दर्द के साथ-साथ कई अध्ययनों में बेहतर नींद की सूचना दी।
13. फ्री रेडिकल कम करता है
1995 के एक अध्ययन में पाया गया कि ये प्राचीन पदार्थ शरीर में मुक्त कणों के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
14. एथलीटों को ईंधन भरने में मदद करता है
हालांकि पसीने के लिए स्वास्थ्य लाभ हैं, सक्रिय लोगों को बहुत पसीना आता है जो अपने शरीर के खनिजों को खोने के लिए एक उच्च जोखिम में हैं। ह्यूमिक एसिड के साथ पूरक एथलीटों के लिए अपने खनिजों, अमीनो एसिड, एंजाइम, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और विटामिन के स्तर को फिर से भरने का एक शानदार तरीका है।
15. याददाश्त में सुधार
पुराने लोगों के लिए यह विशेष रूप से उपयोगी हो सकता है कि वे ह्यूमिक एसिड के साथ पूरक करें, खासकर जब स्मृति समस्याएं पैदा होती हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि ह्यूमिक एसिड हल्के से मध्यम अल्जाइमर ' s रोग के साथ स्मृति समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है, साथ ही साथ अन्य स्मृति हानि को सुधारने में मदद करता है।
ह्यूमिक एसिड के जैवउपलब्ध स्रोत
किसी भी पूरक के साथ, यदि यह शरीर द्वारा प्रभावी रूप से उपयोग नहीं किया जा सकता है, तो आप महंगे मूत्र का निर्माण कर रहे हैं। मैंने ' किसी विशेष ब्रांड की गुणवत्ता निर्धारित करते समय पूछने के लिए चार प्रश्नों पर शोध किया है:
क्या यह पानी में घुलनशील है?यह बताने का एक तरीका है कि शुद्ध और जैवउपलब्ध हास्य और फुल्विक एसिड यह देखने के लिए है कि वे पानी के साथ कितनी अच्छी तरह घुलते हैं और बाँधते हैं। महीन और अधिक केंद्रित ह्यूमिक और फुल्विक एसिड होते हैं, यह जितना अधिक जैवउपलब्ध होगा।
पीएच क्या है?कम से कम 10 के पीएच के साथ ह्यूमिक / फुल्विक एसिड का एक उच्च गुणवत्ता वाला स्रोत बहुत क्षारीय होना चाहिए।
लैब क्या कहते हैं?सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले ह्यूमिक एसिड प्रयोगशाला-अनुमोदित हैं। परिणामों के माध्यम से पढ़ें और यह सुनिश्चित करें कि यह कार्बनिक यौगिकों के साथ बनाया गया है, यह गैर-जीएमओ है, और एसिड वर्षा के संपर्क में नहीं आया है, जो मिट्टी के पीएच को प्रभावित कर सकता है।
क्या यह न्यू मैक्सिको से आया था?एक प्रमुख शोधकर्ता एंटनी हेन्स का दावा है कि न्यू मैक्सिको का ह्यूमिक और फुल्विक एसिड दुनिया में सबसे उच्च गुणवत्ता वाला है।
I ' ने ह्यूमिक और फुलविक एसिड के कई ब्रांडों का मूल्यांकन किया और एक ऐसा ब्रांड मिला जो उपरोक्त मानदंडों को पूरा करता है। ब्लैकएमपी लिविंग पाउडर में शुद्ध हास्य और फुल्विक एसिड से 77 से अधिक खनिज होते हैं और न्यू मैक्सिको से खट्टा होता है। इसमें उनके बीजाणु रूप में मिट्टी आधारित जीव प्रोबायोटिक्स भी शामिल हैं और 10 की पीएच है।
यहां मैं इस ब्रांड की अनुशंसा क्यों करता हूं:
यह शीर्ष गुणवत्ता है और इसमें ह्यूमिक और फुल्विक एसिड की उच्च सांद्रता है
यह न्यू मैक्सिको से लिया जाता है
वे इसे प्रमाणित कार्बनिक अम्ल के साथ बनाते हैं
एसिड रेन के साथ कोई संपर्क नहीं
इसमें कम से कम 77 खनिज और ट्रेस तत्व होते हैं
उनके बीजाणु रूप में 5 एसबीओ प्रोबायोटिक्स के शक्तिशाली मिश्रण का उपयोग करता है
पानी के साथ मिश्रित होने पर इसमें 10 का क्षारीय पीएच होता है
यह प्रतिबंधित पदार्थ नियंत्रण समूह द्वारा प्रमाणित दवा मुक्त है
कोई गर्मी या रसायनों के साथ एक मालिकाना निष्कर्षण प्रक्रिया का उपयोग करता है
नीचे लाइन पर हास्य एसिड लाभ
यह निराशाजनक है कि हमारी खाद्य आपूर्ति इस बिंदु तक गिर गई है कि हम वास्तव में आहार से हमारे सभी पोषक तत्वों को प्राप्त नहीं कर सकते हैं। मैं सबसे पहले यह कहूंगा कि आप खराब आहार का पूरक नहीं हो सकते हैं, फिर भी, हमारे शरीर को फिर से भरने और खाड़ी में खनिज कमियों को बनाए रखने में मदद करने में सक्षम हो सकता है।
मैं ब्लैक एमपी पर इंसब्रुक पाठकों के लिए 50% छूट पर बातचीत करने में सक्षम था। कोड WELLNESSMAMA का उपयोग करें और अपनी छूट के लिए यहां क्लिक करें।
क्या आप कोई विनम्र या फुल्विक एसिड सप्लीमेंट लेते हैं? कोशिश करने के लिए प्रलोभन दिया?
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इंतज़ार ख़त्म : 15 जून के बाद होगी हल्की बारिश, इस बीच तापमान में जारी रहेगा उतार चढ़ाव - Dainik Bhaskar | Uttar Pradesh News, UP Dainikbhaskar
इंतज़ार ख़त्म : 15 जून के बाद होगी हल्की बारिश, इस बीच तापमान में जारी रहेगा उतार चढ़ाव
– इस बीच तापमान में जारी रहेगा उतार चढ़ाव
कानपुर । पश्चिमी हवाओं से बराबर मरुस्थलीय हवाएं मैदानी क्षेत्रों को गरम कर रही हैं। इन हवाओं के चलने तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आस पास चल रहा है और लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि 15 जून के बाद हल्की बारिश होगी जिससे लोगों को कुछ हद तक गर्मी से राहत मिल सकती है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि उत्तरी अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ देखा जा सकता है। एक अपतटीय ट्रफ रेखा महाराष्ट्र तट से कर्नाटक तट तक फैली हुई है। एक अन्य ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से अरब सागर के मध्य भाग तक औसत समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किमी के बीच फैली हुई है।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 44.6 और न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 36 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 12 प्रतिशत रही। हवा की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 7.6 किमी प्रति घंटा रहीं। बताया कि अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के साथ तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा। लू, उमस और गर्मी बने रहने के आसार हैं किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है। 15 जून के बाद हवाओं की गति तेज होगी, आसमान में बादल छाएंगे और हल्की बारिश हो सकती है।
थल सेनाध्यक्ष ने किए भगवान बदरी-केदार के दर्शन, सेना की ओर से भगवान बदरी विशाल को चढ़ाया 110 किग्रा का घंटा |
अनुपपुर: प्रभारी सचिव कोरोना नियंत्रण सुखवीर सिंह से सांसद हिमाद्रि सिंह ने शहडोल संभाग में कोरोना की स्थिति पर चर्चा की | Himadri Singh, MP from Secretary-in-Charge Corona Control Sukhvir Singh, discussed the situation of Corona in Shahdol - Bhaskar Hindi
Anupur: Himadri Singh, MP from Secretary-in-Charge Corona Control Sukhvir Singh, discussed the situation of Corona in Shahdol Division
डिजिटल डेस्क, अनुपपुर। अनुपपुर सांसद शहडोल संसदीय क्षेत्र हिमाद्रि सिंह ने सचिव खनिज विभाग एवं प्रभारी कोरोना नियंत्रण शहडोल संभाग सुखवीर सिंह से क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की स्थिति, नियंत्रण हेतु कार्ययोजना एवं तैयारियों के सम्बंध में चर्चा की। आपने कहा क्षेत्र में संक्रमण की स्थिति वर्तमान में नियंत्रण में हैं, परंतु क्षमताओं में सतत रूप से वृद्धि आवश्यक है। सांसद श्रीमती सिंह ने कहा अनूपपुर जिले में अब तक कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य, पुलिस एवं प्रशासन के सामंजस्य के साथ निरंतर कार्यवाही की जा रही है, जिससे कोरोना संकट को नियंत्रित रखने में जिला अब तक सफल रहा है। विगत दिनो पुष्पराजगढ़ में बढ़ते हुए कोरोना पॉजिटिव प्रकरणो को दृष्टिगत रखते हुए आपने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों एवं स्वास्थ्य अमले को युद्धस्तर पर प्रयास करने के लिए कहा। आपने कहा संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए आईआईटीटी नीति पर कार्य करना होगा। संक्रमितों की शीघ्र पहचान, आइसोलेशन, शीघ्र जाँच एवं सही समय में उपचार क्षेत्र की कोरोना से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है। इस दौरान सांसद ने सचिव खनिज से अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करने कीं बात कही। आपने कहा विशेषकर पुष्पराजगढ़ अंचल की प्राकृतिक सुंदरता की सुरक्षा बनाए रखने के लिए कड़ी कार्यवाही आवश्यक है। आपने राजेंद्रग्राम वन परिक्षेत्र में बैगा आदिवासियों से सम्बंधित प्रकरण पर राजस्व एवं वनविभाग द्वारा संयुक्त रूप से जाँच करने के लिए कहा। जिस पर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने कहा इस हेतु आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं एवं नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान कमिश्नर शहडोल संभाग नरेश पाल, सीईओ जिला पंचायत मिलिंद नागदेवे, एसडीएम पुष्पराजगढ़ विजय डहेरिया उपस्थित थे। |
» पूर्व सीएम के जन्म दिन पर बांटे मास्क और सेनिटाइज। पूर्व सीएम के जन्म दिन पर बांटे मास्क और सेनिटाइज।
पूर्व सीएम के जन्म दिन पर बांटे मास्क और सेनिटाइज।
September 17th, 2020 | Post by :- Manisha Lahkar | 55 Views
पंचकूला।(मनीषा) हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 73वें जन्मदिन पर हरियाणा युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अभिनव शर्मा की इंडियन यूथ कांग्रेस ने 730 मास्क और सेनिटाइजर बांटने का अभियान चलाएगी। अभिनव शर्मा ने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले आने वाले दिनों में 7300 मास्क और सेनिटाइजर बांटने का है। इस मौके पर सुनील, राघव, अभय अंतिल, तुषार, बहादुर राणा, विशाल, शौर्य, यतिन बाँगा, आदित्य, अर्जुन राणा आदि उपस्थित रहे। वहीं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व मीडिया कंवीनर पवन जैन ने भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के जन्मदिवस पर पंचकूला में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ गरीबों और जरूरतमंद लोगों में मास्क, सेनिटाइजर, हैंड वॉश और साबुन वितरित किए। पवन जैन द्वारा उपस्थित लोगों को बताया गया कि इस करोना महामारी में हमने अपने जीवन में क्या एहतियात बरतनी है तथा घर से निकलने से पहले हमेशा मास्क का उपयोग करना है तथा लोगों को जागरूक किया गया। कांग्रेस सेवा दल के जिला अध्यक्ष सुभाष निषाद एवं युवा कांग्रेस नेता अंकुश निषाद ने गांव अभयपुर और सेक्टर 14 में लोगों को हैंड सेनिटाइजर भेंट किये और पूर्व सीएम की दीघार्यु की कामना की। |
इससे ज्यादा और क्या? इस लेख के नीचे टिप्पणी छोड़कर हमें विचार दें। एक बड़े प्रारंभिक बाजार हस्तांतरण के बाद, "ओवरलेइंग" का अंतराल है। इसका मतलब है विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग ट्यूटोरियल कि मुख्यतः व्यापारी जो प्रारंभिक विशाल हस्तांतरण के भीतर रहे हैं वे अपने पदों को बंद कर रहे हैं। कुछ अपने पदों को बंद कर रहे हैं जबकि अन्य समान पाठ्यक्रम में नए पदों को खोल रहे हैं क्योंकि प्रारंभिक स्थानांतरण। यह एक साथ खरीदारी और बढ़ावा देने के लिए बैल और भालू के बीच रस्साकशी का एक प्रकार है और बाजार में दोनों साधनों में पैंतरेबाज़ी करने की गति नहीं है।
विश्व एक महान पुस्तक है जिसमें वे लोग केवल एक ही पृष्ठ पढ पाते हैं जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते। चाहे आप वीकेंड पर खाना पका रहे हों या हफ्ते भर के लिए स्टोर कर रहे हो या फिर किराना स्टोर के चक्कर से बचने के लिए ज़रूरी चीज़ें स्टोर कर रहे हों आपका वे ज़रूरतें पूरी करने के लिए बड़े रेफ्रिजरेटर की ज़रूरत होगी. और नए जमाने के 5-इन-1 स्मार्ट कनवर्टिबल रेफ्रिजरेटर एकदम वही है. इनके साइज के अलावा इनमें जल्दी फ्रीज करने, सब्जियों को ताजा बनाए रखने के लिए कई सारे कूलिंग मोड हैं और इनमें महक कंट्रोल करने के भी फ़ीचर हैं।
बहुत बड़े अनुबंध का आकार: वायदा कारोबार करके, आप किसी उत्पाद या माल की एक निश्चित मात्रा के साथ एक अनुबंध खरीद रहे हैं। विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग ट्यूटोरियल ये मात्राएँ मानकीकृत हैं। |
ग्वालियर में दौड़ी बिना ड्राइवर के जलती हुई कार – ख़बर जंक्शन
ग्वालियर में दौड़ी बिना ड्राइवर के जलती हुई कार
लंबे इंतजार के बाद लौटा मानसून दूसरे ही दिन आफत बन गया। जिले में 24 घंटे के दौरान "सत तीन इंच बारिश ने हालात बिगाड़ दिए रतलाम। लंबे इंतजार के बाद लौटा मानसून दूसरे ही दिन आफत बन गया। जिले में 24 घंटे के दौरान औसत तीन इंच बारिश ने हालात बिगाड़ दिए। आलोट में सात इंच के करीब बारिश के बाद शिप्रा सहित सहायक नदियों में जल स्तर बढ़ गया है। वहीं, रतलाम शहर में निचली बस्तियां जलमग्न हो गई तो सड़कों पर पानी बह निकला। जावरा विकासखंड के बड़ावदा व उससे लगे इलाकों में खेत, तालाब की शक्ल में बदल गए। वहीं, सैलाना व शिवगढ़ में बारिश का पानी घरों, स्कूलों व ग्राम पंचायत भवनों में प्रवेश कर गया। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सभी अनुविभागीय अफसरों को अलर्ट कर दिया है। . मेघ दो दिन से जिले में झमाझम बरस रहे हंै। पिछले 24 घंटों के मध्य जिले में 55.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई, आलोट विकासखंड में सर्वाधिक करीब 6.7 इंच बारिश हुई है। रविवार सुबह से तेज तो कभी रिमझिम बारिश का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। सभी विकासखंडों में जोरदार बारिश से नदी-नाले बह निकले। दो दिन से
लगातार हो रही झमाझम बारिश से फसलों को मिले जीवन दान से किसान प्रसन्न है तो बाजार में भी व्यापारियों की दुकानों पर चहल-पहल दिखने लगी है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष सभी विकासखंडों में अधिक बारिश हो रही है। अब तब जिले की औसत वर्षा 12.7 इंच दर्ज हो चुकी है, जबकि पिछले वर्ष इस अवधि तक 4.5 इंच बारिश हुई थी। बीते वर्ष से 8 इंच ज्यादा अधीक्षक भू अभिलेख कार्यालय के डीएस गोयल ने बताया कि जिले में पिछले 24 घंटों में 55.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज हुई। इस दौरान बाजना में 14 मिमी, रतलाम में 34.2 मिमी, आलोट में 168 मिमी, जावरा में 73 मिमी, पिपलौदा में 25 मिमी तथा सैलाना विकासखंड में 20 मिमी वर्षा दर्ज की गई। एक जून से अब तक जिले में कुल औसत वर्षा 317.7 मिमी दर्ज की गई। रविवार सुबह 8.30 बजे शाम 5.30 बजे के मध्य शहर में 49.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम प्रेक्षक महेश शर्मा ने बताया कि दिन का तापमान 26.4 मिमी दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री पर आ गया। सुबह की आद्रüता 99 और शाम की 100 प्रतिशत दर्ज की गई। शहर के कई इलाकों में जलजमाव शहर में डाट की पुलिया, न्यू रोड, कलाईगर रोड, नौलाईपुरा, नाहरपुरा, वेद व्यास कॉलोनी, पीएंडटी कॉलोनी, कॉलेज रोड आदि क्षेत्रों में सड़कों पानी भर जाने से राहगिर नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। दो बत्ती चौराहे, मित्र निवास रोड, पर गaों में पानी भर जाने से कई वाहन चालक दुर्घटना ग्रस्त होने से बचे। वहीं, जावरा रोड से लगी निचली बस्तियों में दोपहर से रात तक घरों में पानी भरा रहा। महूरोड पर भी कई बस्तियां जलजमाव के कारण भरी रही। यही हालात काजीपुरा से लेकर मोचीपुरा के बीच रहे। कर लिए। इस दौरान लोगों में यह कार कौतुहल का विषय बनी रही। कुछ लोगों ने हिम्मत कर कार के आगे पत्थर रख दिए, जिससे कार की दिशा बदल गई और वह निगम संग्राहलय के फुटपाथ के पास आकर रुक गई। इसी बीच नगर निगम की नर्सरी में बैठे पार्क कर्मचारी राजू नागर व अन्य लोगों ने जलती कार को देखा, तो तुंरत पौधों को पानी देने वाला टेंकर लेकर वहां पहुंच गए और पानी डालकर कार में लगी आग को बुझा दिया। इस दौरान कार का वीडियो वहां से गुजर रहे छात्र अमन नागर व अन्य लोगों ने भी बनाया |
हम प्रतिदिन सूर्य को देखते हुए जागते हैं, लेकिन हम में से कोई भी नहीं रुकता और सोचता है कि सूर्य हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। सूर्य सबसे विशाल वस्तु है और हमारे सौर मंडल के केंद्र में एक तारा है। यह पृथ्वी से लगभग सौ गुना चौड़ा है।
यह हमेशा आगे बढ़ रहा है और कभी न खत्म होने वाली ऊर्जा की आपूर्ति को रोकता है जिसे हम विभिन्न तरीकों से उपयोग करते हैं। यदि कोई सूरज नहीं होता, तो कई चीजें प्रकाश संश्लेषण या ऑक्सीजन की उपस्थिति की तरह नहीं होतीं, जिससे जीवन का अस्तित्व नहीं होता। आइए कुछ बिंदुओं पर एक नजर डालते हैं जो हमें सूर्य के बारे में मूल्यवान ज्ञान देंगे। यहां हमारे पास कक्षा 1, कक्षा 2, क्लास 3, क्लास 4 कक्षा 5 के लिए सूरज पर 10 पंक्तियाँ ईसेन है |
सूर्य के बारे में सरल वाक्य निबंध (Simple Sentences Essay About Sun)
सूर्य एक तारा है और हमारे सौर मंडल के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है।
यह हमारी पृथ्वी का सबसे निकटतम तारा है।
हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर घूमते हैं।
सूर्य द्वारा उत्सर्जित सूर्य का प्रकाश 3,00,000 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से यात्रा करता है।
जब सूरज उगता है, तो उसे दिन कहा जाता है और जब वह चला जाता है, तो रात हो जाती है। इस प्रकार सूरज के बिना, हर जगह अंधेरा है।
सूर्य पृथ्वी के विभिन्न मौसमों के लिए भी जिम्मेदार है। जब पृथ्वी अपनी धुरी पर सूर्य के पास होती है, तो वह गर्मियों में हो जाती है और जब पृथ्वी उससे दूर जाती है, तो सर्दी दिखाई देती है।
सूर्य भी पृथ्वी पर बारिश का कारण बनता है जो पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
सूर्य धूप देता है जिसका उपयोग पौधों द्वारा भोजन बनाने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया को प्रकाश संश्लेषण के रूप में जाना जाता है। |
diya_marriage |
दिल्ली में 18 अक्टूबर को होगी दिया और साहिल की शादी
By: admin | Last Updated: Friday, 1 August 2014 7:28 AM
नई दिल्ली: अभिनेत्री-फिल्मकार दिया मिर्जा की शादी की तारीख तय हो गई है. मंगेतर साहिल सांघा के साथ 18 अक्टूबर को परिणय सूत्र में बंधने जा रहीं दिया बहुत खुश हैं. वह कहती हैं कि यह 'बहु-प्रतीक्षित' पल है. शादी की तारीख का खुलासा होने के बाद उन दोनों को बधाइयां मिलीं.
दिया ने बधाइयों को कबूलते हुए माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, "बधाइयों के लिए आपका शुक्रिया. हम दोनों के परिवार बहुत खुश हैं! एक ऐसी शादी, जिसका हमने सच में इंतजार किया. कृतज्ञ."
Both our families are overjoyed! A wedding that we've truly waited for
— Dia Mirza (@deespeak) July 31, 2014
उनकी शादी दिल्ली में होगी और दिया शायद बाद में फिल्मजगत से जुड़े अपने दोस्तों के लिए एक शानदार पार्टी रखेंगी. |
ऑटोमोबाइल – Page 11 – Unnat Udyog- Business ideas
डीजल या पेट्रोल, अपने लिए चुनें कौन सी कार? एक्सपर्ट से समझिए
पेट्रोल और डीजल की कीमतें डी-रेग्युलेट होने के बाद इनके बीच का अंतर लगातार कम होता जा रहा है। देश के चार बड़े महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में महज 10 रुपये प्रति लीटर का फर्क है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि फिर डीजल गाड़ियां खरीदना कितना फायदे का सौदा रह गया है?
क्योंकि डीजल गाड़ियां एक तो महंगी होती हैं और लंबे समय में इनकी सर्विस का खर्चा भी पेट्रोल गाड़ियों से ज्यादा होता है। अपनी इस खबर में हम आपको एक्सपर्ट की मदद से यह बता रहे हैं कि आप कार खरीदते समय यह कैसे चुने कि पेट्रोल कार लेना आपके लिए फायदे का सौदा है या डीजल।
क्या कहते हैं ऑटो एक्सपर्ट?
ऑटो एक्सपर्ट रंजॉय मुखर्जी का मानना है कि नई कार अगर खरीद रहे हैं और आपका रोज का अप-डाउन 50 किलीमीटर है तो आपके लिए पेट्रोल इंजन वाली कार ही बेहतर होगी। वहीं, अगर आप रोजाना 50 से 100 किलोमीटर का सफर करते हैं तो आपके लिए डीजल विकल्प सही रहेगा।
आसान शब्दों में समझिए नोएडा में रहने वाला कोई खख्स अगर दिल्ली में नौकरी करता है और उसके घर से ऑफिस की दूरी तकरीबन 25 किलोमीटर है तो ऐसे में उसकी कार रोज 50 किलोमीटर ही चलती है। अगर वह शख्स 25 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देने वाली डीजल कार खरीदता है तो उसकी कीमत करीब 6.40 लाख रुपये होगी। दिल्ली में इस वक्त डीजल के दाम 63.82 रुपये प्रति लीटर है, यानी रोजाना शख्स उस कार में दो लीटर डीजल फूंकेगा जिसकी कीमत 127.64 रुपये होगी। इस हिसाब से महीने का खर्च 3829 रुपये आएगा।
अगर यही शख्स डीजल कार ना खरीदते हुए नॉर्मल पेट्रोल कार खरीदता है तो उसकी कीमत 5.40 लाख रुपये होगी जो कि डीजल वेरिएंट से करीब 1 लाख रुपये सस्ती है। इस वक्त दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 72.96 रुपये है और पेट्रोल कार 50 किलोमीटर का सफर तय करने में ढाई लीटर पेट्रोल फूंकेगी, जिसका रोजान खर्च 182 रुपये होगा। यानी महीने में पेट्रोल कार चलाने वाले व्यक्ति को 5472 रुपये खर्च करने होंगे। यह डीजल कार की तुलना में 1643 रुपये ज्यादा हैं।
अगर आप इन 1 लाख रुपये को 5 साल के लिए 10 फीसद सालाना ब्याज दर के हिसाब से फाइनेंस भी कराते हैं तो आपकी मासिक किश्त करीब 2500 रुपये रुपये पड़ेगी, जो कि डीजल कार में हर महीने बच रहे 1643 रुपये से भी ज्यादा है। इतना ही नहीं, कार खरीदने के बाद पेट्रोल कारों के मुकाबले डीजल कारों का मेंटीनेंस भी थोड़ा महंगा साबित होता है। हालांकि ऑटो एक्सपर्ट मानते हैं कि नई टेक्नोलॉजी के चलते यह अब बराबर होता जा रहा है।
पुरानी गाड़ी खरीदने के लिए डीजल या पेट्रोल इंजन में से कौन बेहतर?
रंजॉय मुखर्जी ने बताया कि अगर आप 5 साल पुरानी गाड़ी भी खरीद रहे हैं तो उसमें भी पेट्रोल विकल्प ही चुनें क्योंकि डीजल कार भले ही पेट्रोल वेरिएंट से थोड़ी सस्ती मिल जाए मगर वह गाड़ी काफी ज्यादा चली होती है। इतना ही नहीं पुरानी डीजल गाड़ियों का पेट्रोल के मुकाबले मेंटेनेंस भी ज्यादा होता है और पेट्रोल गाड़ियों में आने वाले समय में CNG किट का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
Author satnamPosted on March 23, 2018 March 30, 2018 Categories ऑटोमोबाइल
खुशखबरी! अब RC के लिए RTO के चक्कर लगाने का झंझट खत्म, ये रही ऑनलाइन प्रोसेस
इसके बाद फॉर्म के प्रिंट आउट के साथ दूसरे डॉक्यूमेंट जैसे की पॉल्यूशन सर्टिफिकेट,इंश्योरेंस, एड्रेस व पहचान पत्र और ऑरिजन आरसी को अटैच करना होगा. इन डॉक्यूमेंट को प्रिंट आउट फॉर्म के साथ अटैच करने के बाद इसे आरटीओ ऑफिस भेजना होगा.
ये सारे डॉक्यूमेंट पोस्ट के जरिए आरटीओ ऑफिस भेजने होंगे. इस तरह गाड़ी खरीदने वाले ग्राहक और बेचने वाले विक्रेता को आरसी ट्रांसफर करने के लिए बार-बार आईटीओ ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगे.
Author satnamPosted on March 21, 2018 Categories ऑटोमोबाइल
बिना पानी के ऐसे साफ करें अपनी कार, ये है आसान तरीका
कई ऑटोमोबाइल कंपनियां अपने सर्विस सेंटर्स में गाड़ी को साफ करने के लिए वारटलेस कार वॉश सिस्टम को अपना रही हैं। हाल ही में मर्सडीज बेंज ने भारत में वाटरलेस कार वॉश सॉल्यूशन को शुरू किया है।
मर्सडीज बेंज ने भारत में 'क्विक एंड क्लीन' प्रोडक्ट्स को लॉन्च किया है। इससे पहले मारुति सुजुकी इंडिया, ह्युंडई और निसान ने अपने सर्विस सेंटर में वाटरलेस कार वॉश सिस्टम को शुरू किया था।
हालांकि, आप खुद भी अपनी कार को बिना पानी के साफ कर सकते हैं। यहां आपको बता रहे हैं कि कैसे आप यह काम कर सकते हैं। इसकी खास बात यह है कि इससे पानी की बचत के साथ-साथ समय की भी काफी बचत होती है।
वाटरलेस कार वॉश वह तरीका है जहां आप 'वाटरलेस वॉश सॉल्यूशन' को अपनी कार पर स्प्रे करते हैं और साफ कपड़े से उसे सुखाते हैं। इससे न केवल पानी की बचत होती है बल्कि आपके समय की भी काफी बचत होती है। ध्यान रहे कि इस प्रोसेस का इस्तेमाल केवल हलकी और मीडियम स्तर की गंदी कारों पर ही किया जाना चाहिए।
एक वाटरलेस कार वॉश सॉल्यूशन, एक कार डस्टर और 2 से 3 माइक्रोफाइबर कपड़ों की जरूरत पड़ती है। मार्केट में कई सारे वारटलेस कार वॉश प्रोडक्ट्स मौजूद हैं। एक स्प्रे बोतल के तौर पर और दूसरे कॉन्सनट्रेट्स के तौर पर।
आमतौर पर कॉन्सनट्रेट्स वाले सॉल्यूशन को खरीदने पर पैसे की बचत हो जाती है। आपको इसे मैन्युफैक्चरर्स द्वारा किए गए निर्देशों के हिसाब से एक स्प्रे बोतल में इसे पानी के साथ मिलना होता है।
Author satnamPosted on March 20, 2018 March 29, 2018 Categories ऑटोमोबाइल
यदि आप कार खरीदना चाहते हैं, लेकिन बजट किसी बाइक की कीमत के बराबर भी नहीं है, तब भी इसे खरीद सकते हैं। दरअसल, इंडिया में कई जगहों पर सेकंड हैंड कार के मार्केट हैं।
जहां पर लाखों की कार हजारों में मिल जाती है। ऐसा ही एक मार्केट दिल्ली के करोल बाग पर है। यहां से सेकंड हैंड मारुति वैगनआर को सिर्फ 60 हजार में खरीद सकते हैं। बता दें, कि वैगनआर के टॉप मॉडल की ओनरोड प्राइस 5 लाख 6 हजार रुपए है।
यहां पर हैं ये मार्केट
दिल्ली में सेकंड हैंड बाइक का सबसे बड़ा मार्केट करोल बाग पर हैं। जो जल बोर्ड के पास है। यहां पर मारुति से लेकर महिंद्रा, फोर्ड, हुंडई, वोक्सवैगन समेत कई ब्रांड की कार मौजूद हैं। देखने में इन कार की कंडीशन बेहतर होती है।
यानी इन पर किसी तरह का डेंट नहीं होता और ये चमचमाती नजर आती हैं। कार का मॉडल जितना पुराना होगा, उतनी ज्यादा उसकी प्राइस कम होगी। यानी 2005 मॉडल वाली वैगनआर को 60 हजार में खरीदा जा सकता है।
सेकंड हैंड कार के इस मार्केट में हमने S.S.S Ji Car Bike & Properties डीलर से बात की। तब उन्होंने बताया कि यहां पर सेकंड हैंड कार 60 हजार से मिलना शुरू हो जाती हैं।
वहीं, इस अमाउंट को फाइनेंस भी कराया जा सकता है। कार के साथ उसका रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी दिया जाता है। यानी इन कार में किसी तरह के फ्रॉड होने की संभावना नहीं होती। वैसे, कार की प्राइस पर आप बारगेनिंग भी कर सकते हैं।
नोट – खबर में दिखाई जा रही कार की कीमत इस मार्केट में कम-ज्यादा भी हो सकती है। इतना ही नहीं, जो कीमत दिखाई जा रही है आप बारगेनिंग करके उससे भी कम कीमत पर खरीद सकते हैं।
Author satnamPosted on March 13, 2018 Categories ऑटोमोबाइल
आधे दाम पर बिक रही हैं बोलेरो से होंडा सिविक तक, ये है यूज्ड कारों की लिस्ट
इंडियन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में नई कारों से ज्यादा यूज्ड कारों का वॉल्यूम है। ऐसा इसलिए क्योंकि लोग अपनी कारों के मॉडल्स को आजकल ज्यादा जल्द और तेजी से बदल रहे हैं। खासतौर से लोग हैचबैक की जगह सेडान या एसयूवी कारों को चलाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
हालांकि, एसयूवी का बजट ज्यादा होने की वजह से इसे खरीदना मुश्किल हो जाता है लेकिन सेकंड हैंड मार्केट इस मुश्किल को काफी हद तक आसान बना देती है। इन कारों को 25 फीसदी से 50 फीसदी कम दाम पर खरीदा जा सकता है।
सेकंड हैंड के ऑर्गेनाइज्ड प्लेयर्स जैसे ड्रूम, कारदेखो के अलावा टोयोटा के टोयोटा ट्रस्ट, महिंद्रा के फस्ट च्वाइस और मारुति सुजुकी इंडिया के ट्रूवैल्यू आदि पर सर्टिफाइड कारों को खरीदा जा सकता है। यहां कारों का पूरा इंस्पेक्शन करने के बाद कस्टमर्स को बेचा जाता है।
साथ ही, इन कारों के लिए फाइनेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है। यहां हम आपको ऐसी कुछ कारों के ऑप्शंस बता रहे हैं जिनहें आप इन कंपनियों के जरिए खरीद सकते हैं। आमतौर पर यह कारें 4 से 5 साल पुरानी होती हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) की सबसे पॉपुलर एसयूवी बोलेरो की यूज्ड कार मार्केट में काफी डिमांड है। बोलेरो के बीएस-4 नॉर्म्स वाले मॉडल को कम दाम पर आसानी से खरीदना जा सकता है। इस कार में 2523 सीसी इंजन लगा है जोकि 46.3 केडब्ल्यू पावर और 195 एनएम टॉर्क जेनरेट करने की क्षमता रखता है। इस कार की एक्स शोरूम कीमत की शुरुआत 7.75 लाख रुपए है जिसे यूज्ड मार्केट में 5.50 लाख रुपए में खरीदा जा सकता है।
स्कोडा vRS
स्कोडा vRS को इसी के परिचय की जरूरत नहीं है। इस कार में 2.0 लीटर इंजन है जिसे ऑडी टीटी के पहले जेनरेशन से लिया गया है। यह इंजन 150 बीएचपी पावर जेनरेट करता है और इसमें 5 स्पीड गियरबॉक्स लगा है। vRS बॉडी किट के साथ यह कार काफी शानदार दिखती है। vRS के ज्यादा मॉडल्स मार्केट में मौजूद नहीं है। इस कार को यूज्ड कार मार्केट में 2.25 लाख रुपए में खरीदा जा सकता है।
पोलो GT TSi
प्रीमियम हैचबैक सेगमेंट की शुरुआत एक तरह से पोलो जीटी ने की थी। Tsi ऐसी कार है जो कारों के शौकीनों के बीच काफी पॉपुलर है। यह 7 स्पीड डीएसजी के साथ आती है। जो लोग लुक और डीजाइन के साथ सस्ती पेट्रोल कार खरीदना चाहते हैं उनके लिए पोलो जीटी अच्छा ऑप्शन है। इस कार को अच्छी कंडीशन में यूज्ड कार मार्केट में 5.50 लाख रुपए में खरीदा जा सकता है।
महिंद्रा की दूसरी सबसे पॉपुलर एसयूवी स्कॉर्पियो को भी कम दाम पर यूज्ड मार्केट में खरीदा जा सकता है। इस कार में 140 बीएचपी पावर और 320 एनएम टॉर्क जेनरेट करने की क्षमता रखता है।साथ ही इसका इंजन 6 स्पीड गियरबॉक्स के साथ आता है। स्कॉर्पियो को करीब 5.50 लाख रुपए में खरीदा जा सकता है।
होंडा सिविक
होंडा ने जब VTEC के तौर पर टाइप जेड सिटी को पेश किया तो लोगों ने इसे काफी पसंद किया। इसके बाद कंपनी ने सिविक को पेश किया। सिविक न केवल दिखने में अच्छी लगती है बल्कि इसका परफॉर्मेंस भी अच्छा है। इस में 1.8 लीटर इंजन है जो 130 बीएचपी पावर और 172 एनएम टॉर्क जेनरेट करता है। इसका इंजन 5 स्पीड मैनुअल और स्पीड ऑटो के साथ उपलब्ध है। आप इस कार को यूज्ड कार मार्केट में 4 लाख रुपए में आसानी से खरीद सकते हैं।
Author satnamPosted on March 8, 2018 March 8, 2018 Categories ऑटोमोबाइल
बिना AC के भी अपनी कार को रख सकते हैं कूल, ये हैं सस्ते तरीके
गर्मी में आपकी कार का इंटीरियर भी काफी गर्म हो जाता है और गर्मी ज्यादा हो तो कार को ड्राइव करना नामुमकिन हो जाता है। ऐसा तब ज्यादा हो जाता है जब आप अपनी कार को धूप में पार्क करते हैं, चाहे आपने कार को आधे घंटे के लिए ही क्यों न खड़ा किया हो।
बाहर के तापमान के आधार पर कार के अंतर का तापमान औसतन 10 से 20 डिग्री ज्यादा गर्म हो जाता है। ऐसे में कार में लगा एयर कंडीशनर (एसी) ही काम आता है। हालांकि, हर वक्त एसी चलाने से आपका खर्च बढ़ जाता है। बाजार में कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिससे आपकी कार बिना एयर कंडीशनर के भी ठंडी रह सकती है।
ऑटो कूल सोलर
जब आप धूप में अपनी कार को पार्क करते हैं तो काफी संभावना रहती है कि कार बाहर के साथ-साथ अंदर से भी गर्म हो जाए। ऑटो कूल सोलर पावर फैन की मदद से आपकी कार का इंटीरियर ठंडा रहता है और यह कार को अंदर से गर्म होने से भी रोकता है। ऑटो कूल सोलर को आमतौर पर विंडों पर लगाया जाता है ताकि वह एयर को वेंटिलेट कर सके। बाजार में इसकी कीमत करीब 500 रुपए से शुरू हो जाती है।
सीट कूलर्स
शायद आपको लगता होगा कि वेंटिलेटेड सीट्स हाई ऐंड कारों में ही आती हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। मार्केट में कापको सीट कूलर्स सीट्स एक्सेसरीज के तौर पर मिल सकती हैं। इससे आप अपनी कार की सभी सीटों को वेंटिलेटेड कर सकते हैं। बाजार में इसकी कीमत करीब 6 हजार रुपए से शुरू हो जाती है।
कार विंडों के लिए यूनिवर्सल कर्टन
कार को अंतर से कूल रखने में यूनिवर्सल कर्टन भी काम आते हैं। इसे कार की विंडों पर लगाया जाता है। यह टेटोरोन मैटिरियल में डीआईवाई इंस्टॉलेशन और 3 इन 1 डिजाइन के साथ आते हैं जोकि यूवी प्रोटेक्शन, सनशेड और हीट इंसॉल्यूशन फंक्शन का काम करते हैं। इसकी कीमत 300 रुपए से शुरू हो जाती है।
कार विंडशिल्ड सनशेड
यह कार विंडशिल्ड सनशेड कार को गर्मी के दिनों में ठंडा रखने का काम करता है। इसके अलावा, यह सनशेड हानिकारक यूवी किरणों को भी कार के अंतर आने से रोकते हैं। यह प्रोडक्ट विभिन्न शेड्स, प्रिंट्स और गोल्ड और सिल्वर साइड्स के साथ रीवर्सिबल में उपलब्ध हैं। बाजार में इसकी कीमत 400 रुपए से शुरू हो जाती है।
Author satnamPosted on March 7, 2018 March 7, 2018 Categories ऑटोमोबाइल
सेकेंड हैंड कार खरीदते वकत रखें इन 5 बातों का ख्याल, नहीं खाएंगे कभी धोखा
जब आप कार डीलर से नई गाड़ी खरीदते हैं तो आपको कंपनी की ओर से क्वालिटी को लेकर आश्वासन और सभी तरह की गारंटी मिलती है। लेकिन अगर आप सेकंड हैंड कार खरीद रहे हैं तो जरूरी नहीं है कि आप उसी तरह की गारंटी पर भरोसा कर सकें।
ऐसे में आपको कुछ चीजों पर ध्यान देना होगा। आमतौर पर सेकंड हैंड कारों में कुछ न कुछ ऐसी चीजें रहती हैं जो आपको नहीं दिख पातीं। ऐसे में आपको यह कैसे पता चलेगा कि जिस सेकंड हैंड कार को आप खरीद रहे हैं उसमें कोई प्रॉब्लम नहीं है। यहां हम आपको कुछ ऐसी ही टिप्स के बारे में बता रहे हैं जिससे आप धोखे से बच सकते हैं।
आपको इंजन भी चेक करना होगा। बोनत को खोलें और देखें कि इंजन के आसपास के एरिया कितना साफ है। अगर आपको लीक ऑयल दिखता है तो इसका मतलब है कि यह अंडर मैनटेनेंस है। चेक करें कि इंजन बेल्ट सही ढंग से फिट है और घिसी हुई नहीं है। यह भी चेक करें कि फ्यूड्स पर्याप्य लेवल पर है या नहीं।
इंजन के ऑयल का कलर चेक करें, अगर वह काला और गंदा है तो इसका मतलब है कि कार सही ढंग से मैनटेन नहीं है। गंदा इंजन फ्यूड भी प्रॉब्लम की निशानी है। कार के पुराने सर्विस रिकॉर्ड को चेक करें कि कहीं कोई इंजन प्रॉब्लम थी या नहीं।
कार को अच्छी तरह से देखने के बाद आपका कार की टेस्ट ड्राइव करनी चाहिए। चेक करें कि कार आसाम से स्टार्ट हो रही है और रूक भी रही है। इंजन की आवाज को ध्यान से सुने। चेक करें कि आवाज खराब है या नहीं।
कार को चलाते हुए ब्रेक को भी चेक करें। अगर ब्रेक लगाते वक्त कार में वाइब्रेशन आ रहा है तो इसका मतलब है कि ब्रेक पैड्स घिसने शुरू हो गए हैं। खराब सड़क पर कार चलाकर चेक करेंकि कैबिन से ज्यादा आवाज तो नहीं आ रही। अगर आवाज ज्यादा आ रही है तो इसका मतलब है कि बॉडी पैनल और डोर फिटिंग ढीली हो गई है।
Author satnamPosted on February 24, 2018 Categories ऑटोमोबाइल
मारुति Swift vs ह्युंडई Grand i10 vs फोर्ड Figo, जानें कौन है आपके लिए बेहतर
मारुति सुजुकी ने ऑटो एक्सपो 2018 में अपनी नई स्विफ्ट को लॉन्च किया। कंपनी ने इसकी शुरुआती कीमत 4.99 लाख रुपए (एक्स शोरूम, दिल्ली) रखी। मारुति सुजुकी स्विफ्ट के मार्केट में आने के बाद हैचबैक सेगमेंट में कॉम्पीटिशन बढ़ गया।
इस सेगमेंट में पहले से मौजूद कारें जैसे ह्युंडई ग्रैंड आई10 और फोर्ड फिगो की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ह्युंडई ने बीते साल ही अपनी ह्युंडई ग्रैंड आई10 का नया फेसलिफ्ट वर्जन लॉन्च किया था। हम यहां आपको इन तीनों कारों की टेक्निकल स्पेसिफिकेशन और कीमत को कम्पेयर कर रहे हैं ताकि आप सही तरीके से इन कारों में फर्क कर सकें।
डायमेंशन के बारे में…
अगर पर तीनों कारों की डायमेंशन के बारे में बता करें तो नई स्विफ्ट इस सेगमेंट में ऊंची और चौड़ी हैचबैक है। साथ ही, तीनों कारों में नई स्विफ्ट का व्हीलबेस भी लॉन्ग है। स्विफ्ट का आकार ज्यादा चौड़ा होने की वजह से इसका कैबिन स्पेस पहले से ज्यादा हो गया है। इसके अलावा, इसका बूस्ट स्पेस भी बढ़ गया है।
अगर पेट्रोल इंजन के बारे में बात करें तो फोर्ड फिगो इन तीनों कारों में ज्यादा पावरफुल कार है। पावर और टार्क के मामले में स्विफ्ट और ग्रैंड आई10 समान ही हैं। तीनों कारें ही ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन देती हैं। वहीं, फिगो ऑटोमैटिक में ज्यादा एडवांस डुअल क्लच गियरबॉक्स के साथ आता है।
डीजल इंजन की बात करें तो इसमें भी फोर्ड फिगो में सबसे बढ़ा इंजन लगा है जोकि ज्यादा पावर भी जेनरेट करता है।
कीमत के बारे में…
अगर कीमत की बात करेंगे तो ग्रैंड आई10 तीनों कारों में सबसे सस्ती है जोकि करीब 40 हजार रुपए स्विफ्ट और फिगो दोनों के बेस प्राइस से कम है। लेकिन ग्रैंड आई10 में बेसिक सेफ्टी फीचर्स जैसे एबीएस और एयरबैग केवल ऊंचे वेरिएंट्स में ही मिलते हैं।
स्विफ्ट पेट्रोल = 4.99 -7.29, स्विफ्ट डीजल = 5.99 -8.29
आई 10 पेट्रोल = 4.59 -6.89 , आई 10 डीजल = 5.76 -7.41
फोर्ड फिगो पेट्रोल = 5 -8, फोर्ड फिगो डीजल 5.96 -7.59
Author satnamPosted on February 23, 2018 February 23, 2018 Categories ऑटोमोबाइल
क्या होगा जब अचानक आपको पता चलेगा कि आपकी कार के ब्रेक में प्रॉब्लम आ गई है। आपकी कार और आपकी सेफ्टी के लिए ब्रेक्स एक अहम हिस्सा है। अगर आपकी ब्रेक फेल हो जाती हैं तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है।
ऐसे में कुछ एमर्जेंसी स्टॉपिंग स्टेप हैं जो आपको फायदा पहुंचा सकते हैं। ऑटोमोबाइल एडवाइजर फोरम और कंटेट प्लेटफॉर्म कारटॉक ने कुछ स्टेप बताए हैं जो आपको ब्रेक फेल होने पर मदद कर सकते हैं।
धीमी गति पर कार चलते वक्त अगर ब्रेक फेल होती है तो इंजन आरपीएम इतना कम होता है कि वह कार में ब्रेक बूस्ट को ऑपरेट करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं बना पाता।
या फिर दूसरे कारणों से भी ब्रेक फेल हो सकती है जैसे ब्रेक कैलिपर जाम होना, मास्टर सिलेंडर का लीक होना, ब्रेक फ्यूल का बाहर निकलना आदि। आमतौर पर ब्रेक फ्यूल के बाहर निकलने पर डैश लाइट पर वॉर्निंग लैम्प जलने लगता है।
ब्रेक को दबाएं : ब्रेक पैडल को बार-बार दबाएं और छोड़ें, आपको कुछ ब्रेकिंग एक्शन दिखेगा जिससे आप कार को धीमा या रोक सकते हैं।
जल्दी से गियर को पहले पर लाए: क्लच को छोड़ें और एक्सेलरेटर को न छुएं।
हैंडब्रेक को आराम से ऊपर करें और गाड़ी को रोकें।
कार को पहले गियर में रखते हुए इग्निशन को स्विच ऑफ करें। क्लच को न दबाएं, बंद इंजन को ब्रेक लगाने के लिए छोड़ दें।
अगर आप ट्रैफिक में हैं और ब्रेक फेल हो गई है तो अपनी हैजार्ड लाइट्स, हैडलाइट्स को ऑन करें और दूसरे ड्राइवर्स को चेताने के लिए हॉर्न बजाएं।
अगर कहीं साइड में रेत या कीचड़ है तो कार को वहां ले जाएं, इससे कार धीमी और रुक जाएगी।
तुरंत गियर को नीचे लेकर आए। कार की स्पीड कम होने पर गियर को पहले पर लेकर आएं।
ब्रेक पैडल को बार-बार दबाएं। हो सकता है कि दबाव डालने पर ब्रेक काम करने लगे।
गियर नीचे आने पर हैंडब्रेक को ऊपर करें लेकिन रीयर व्हील्स को सावधानी से लॉक करें क्योंकि इससे आप कार का नियंत्रण खो सकते हैं।
कार को गियर में रखने के साथ इग्निशन को बंद करें और क्लच को छोड़ने की कोशिश करें और इंजन के साथ ब्रेक लगाएं। लेकिन ऐसा केवल एक बार ही करें क्योंकि इससे आप स्टीयरिंग व्हील पर अपना कंट्रोल खो सकते हैं।
स्टीयरिंग व्हील पर अपना पूरा कंट्रोल रखें।
अगर तब भी कार नहीं रुकती है तो रोड़ के साइड में रेत या कंकड पर ड्राइव करने की कोशिश करें ताकि घिसाव को बढ़ाया जा सके। |
बादशाह अगरबत्ती की सुगंध अब बोरिंग रोड में भी, लांच हुई जुपिटर अगरबत्ती - Patna News in Hindi, पटना समाचार, Latest Patna Hindi News, पटना न्यूज़ - Live Cities News
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May 17, 2017 Ashutosh आपका ज़िला 0
पटना: अगरबत्ती उद्योग की नामी कंपनी बादशाह इंडस्ट्रीज ने अगरबत्ती के पहले एक्सक्लूसिव शोरूम बोरिंग कैनाल रोड स्थित अशोका टावर में शुरू किया है. शोरूम का उदघाटन मंगलवार को जदयू के राज्यसभा सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने फीता काटकर किया. इस मौके पर बिहार सरकार के कई गणमान्य मंत्री, विधायक और सम्मानित नागरिक भी मौजूद रहे.
बताते चलें कि बादशाह इंडस्ट्रीज का नाम सुगंधि के क्षेत्र में पूरे बिहार में अग्रणी है. अपने पहले शोरूम का उदघाटन कंपनी ने मंगलवार को किया है. उदघाटन समारोह में बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी एवं संतोष निराला के साथ ही विधायक श्याम रजक, नितिन नवीन, विधान पार्षद संजय सिंह, ललन सर्राफ, रनवीर नंदन, नीरज कुमार सिंह, संजय गांधी, चन्देश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी, खाद्य आयोग के अध्यक्ष मो. सलम आदि उपस्थित रहे. इन सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत कंपनी के निदेशक अमृत पाल सिंह ने फूल माला पहनाकर किया. जबकि इस मौके पर रामनवमी शोभा यात्रा समिति, मां वैष्णो देवी सेवा समिति, दशहरा कमिटी एवं सभी धर्मों के प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी बधाई देने के लिए उपस्थित रहे.
कंपनी के निदेशक अमृतपाल सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आप सभी गणमान्य नागरिकों के सहयोग से ही बादशाह इण्डस्ट्रीज सुगंधि के बाजार में अग्रणी स्थान बनाए हुए है. डमरू एवं नं. 1 के अलावा अनेकों अन्य ब्राण्ड भी उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय हुए हैं.
मंगलवार के शुभ दिन कंपनी ने जुपीटर के नाम से अगरबत्ती का नया ब्राण्ड लांच किया है. बादशाह के एक्सक्लूसिव शोरूम में 300 से ज्यादा ब्राण्ड आम जनता के लिए उपलब्ध हैं. हर 500 रुपये की खरीद पर एक निश्चित उपहार एवं एक लकी ड्रा कूपन भी दिया जाएगा. कंपनी की योजना अपना अगला शोरूम राजा बाजार और कंकड़बाग इलाके में खोलने की है.
लाइव सिटीज डेस्क : बॉलीवुड की दबंग गर्ल सोनाक्षी सिन्हा की आने वाली फिल्म 'नूर' को लेकर लोगों की बेसब्री बढ़ती जा रही है. इस बीच नूर का नया गाना रिलीज किया गया है. इस […] |
बॉलीवुड अभिनेता Shatrughan Sinha के हमशक्ल को खानी पड़ी है जेल की हवा, अभिनेता बनकर पहुंच गया था संसद - realtimes.in
Home/Bollywood/बॉलीवुड अभिनेता Shatrughan Sinha के हमशक्ल को खानी पड़ी है जेल की हवा, अभिनेता बनकर पहुंच गया था संसद
बॉलीवुड अभिनेता Shatrughan Sinha के हमशक्ल को खानी पड़ी है जेल की हवा, अभिनेता बनकर पहुंच गया था संसद
इंटरनेट डेस्क। बॉलीवुड के कई कलाकारों के हमशक्ल देखने को मिल चुके हैं। इन लोगों ने कलाकारों के हमशक्ल होने का फायदा भी उठाया है। कई तो फिल्मों में अभिनय भी कर चुके हैं।
हालांकि बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा का हमशक्ल होना एक व्यक्ति को बहुत ही महंगा पड़ा है। उसने एक ऐसी हरकत कर दी थी जिसके कारण उसके खिलाफ मामला भी दर्ज हो गया था।
शत्रुघ्न सिन्हा के हमशक्ल बलबीर सिंह ने साल 2003 में एक टीवी चैनल के लिए स्टिंग ऑपरेशन किया था, जो उन्हें बहुत ही महंगा पड़ गया था। बलबीर नाम के इस व्यक्ति पर संसद में गैरकानूनी तरीके से घुसने के लिए केस दर्ज हुआ था।
खबरों के अनुसार, बलबीर सिंह साल 2003 में बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा बनकर संसद में पहुंच गए थे। इसके बाद उनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज हुआ था। यहीं नहीं बलबीर को दो बार तिहाड़ जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। |
Tractor hits auto, three injured - Uttar Pradesh Chandauli General News
ट्रैक्टर ने आटो में मारी टक्कर, तीन घायल
फोटो 05जागरण संवाददाता बरहनी (चंदौली ) सैयदराजा जमानियां मार्ग पर कंदवा के पास मंगलवा
JagranWed, 03 Mar 2021 07:23 PM (IST)
फोटो : 05जागरण संवाददाता, बरहनी (चंदौली ) : सैयदराजा जमानियां मार्ग पर कंदवा के पास मंगलवार की रात ट्रैक्टर की टक्कर से आटो सवार तीन लोग घायल हो गए। एक की हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। टक्कर के बाद ट्रैक्टर चालक फरार हो गया।
कम्हरियां निवासी अनिल राम अपने भाई राम टहल के साथ बरहनी से रात्रि में साइकिल से घर जा रहे थे। उधर सैयदराजा से आटो में औरइया निवासी बबलू और बाबू लाल शर्मा कंदवा जा रहे थे। साइकिल सवार अनिल राम भी रास्ते में आटो रोककर उसी में बैठ गया। टेंपो जैसे ही कंदवा के पास पहुंचे पीछे से आ रहे ट्रैक्टर ने उसमें धक्का मार दिया। इससे आटो ट्रैक्टर की ट्राली में फंस गया और सड़क किनारे खंदक में पलट गया। उसमें सवार तीन लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तीनों को कंदवा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इसमें अनिल की हालत गंभीर होने पर चिकित्सक ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। |
Noida News: Cheated in the name of black fungus injection, arrested - Khulasaa.in
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Noida News : ब्लैक फंगस इंजेक्शन के नाम पर ठगी, गिरफ्तार
Noida News: Cheated in the name of black fungus injection, arrested
इंजेक्शन के नाम पर 30 हजार रुपये ठगी
सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया
इंटरनेट से आरएन सिंह नाम के व्यक्ति से संपर्क किया
Noida, 18 जून (एजेंसी)। पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने ब्लैक फंगस के उपचार में प्रयोग होने वाले इंजेक्शन के नाम पर 30 हजार रुपये ठगी करने वाले आरोपी को शुक्रवार को सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है।
सेक्टर-72 निवासी रेशपाल चौधरी ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उनके भाई ब्लैक फंगस से पीड़ित हो गए थे। उनके उपचार के लिए जरूरी इंजेक्शन खरीदने को लेकर इंटरनेट से आरएन सिंह नाम के व्यक्ति से संपर्क किया था। उसने उनकी बातचीत बुलंदशहर के शिवम से कराई। शिवम ने 30 हजार में दो इंजेक्शन देने को कहा और आरएन सिंह ने यह रकम गूगल पे से खाते में मंगवा ली लेकिन इंजेक्शन नहीं दिए थे।
जांच के दौरान पुलिस ने सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन के पास से बुलंदशहर के एलआईजी फ्लैट गंगानगर निवासी आरोपी शिवम वर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपी आन्ध्र प्रदेश में कंपनी में काम करता था। उसने बताया कि कंपनी से नौकरी छूट जाने के बाद वह बुलंदशहर के सराय धगान निवासी आशीष कुमार के पास चालक की नौकरी करने लगा। कोरोना महामारी के दौरान उसने व मालिक आशीष ने फर्जी तरीके से पैसा कमाने का प्लान बनाया। फिर ब्लैक फंगस से इलाज के लिए जरूरतमंदों को इंजेक्शन देने के नाम पर ठगी शुरू कर दी। आरोपी अभी तक बीस से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके हैं। |
कॉलेज की छात्राओं से माहवारी चेक करने के लिए उतरवाए गए अंतवस्त्र · www.4Pillar.news
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कॉलेज की छात्राओं से माहवारी चेक करने के लिए उतरवाए गए अंतवस्त्र
गुजरात के कॉलेज में छात्राओं से माहवारी के सबूत दिखाने के तौर पर उतरवाए गए अंडर गारमेंट्स।
गुजरात के कच्छ जिले के भुज में एक कॉलेज की 60 से ज्यादा छात्रों को पीरियड्स के सबूत दिखाने के तौर पर कथित रूप से उनके अंडर गारमेंट्स उतरवाने पर मजबूर किया गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि इस घटना के प्रकाश में आने और उसके हंगामा होने के बाद जांच के लिए पुलिस की टीम शैक्षणिक संस्थान पहुंची। अधिकारी ने बताया कि है घटना श्री सहजानंद गर्ल्स इंस्टिट्यूट की है। जो कि 11 फरवरी को हुई थी। यह संस्थान स्वामीनारायण मंदिर के एक न्यास द्वारा चलाया जाता है।
संस्थान की एक छात्र ने बताया कि यह घटना एसएसजीआई परिसर के एक छात्रावास में हुई है। इस परिसर में स्नातक और पूर्व स्नातक पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है।मंगलौर एयरपोर्ट पर बम लगाने वाले ने पुलिस के सामने किया चौंकाने वाला खुलासा
अधीक्षक सौरभ तोलुम्बिया ने कहा ,' हमने एक महिला निरीक्षक के नेतृत्व में एक पुलिस टीम छात्रों से बात करने के लिए भेजी है। ताकि एफ आई आर दर्ज की जा सके। हालांकि लड़कियां आगे आने के लिए तैयार नहीं है लेकिन हमें विश्वास है कि एक लड़की प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए ज़रूर आगे आएगी। अदनान सामी कंगना रनौत और करण जौहर को मिला पद्म श्री पुरस्कार 2020
गुजरात महिला आयोग की अध्यक्ष लीला अंकोलिया ने बताया कि इस कथित मामले का संज्ञान लिया गया है और भुज पुलिस से इसके बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। क्रांति श्यामजी कृष्ण वर्मा कच्छ विश्वविद्यालय की प्रभारी कुलपति दर्शना ढोलकिया ने इस संबंध में जांच के लिए समिति गठित की है। ड्रीम गर्ल एक्ट्रेस नुशरत भरुचा हॉट ड्रेस की वजह से हुई ट्रोल,देखें फोटोज
कुलपति दर्शना ढोलकिया ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया," छात्रावास का एक नियम है कि महावारी वाली लड़कियां अन्य लड़कियों के साथ खाना नहीं खाएंगी । कुछ लड़कियों ने इस नियम को तोड़ा। जब यह मामला प्रशासन के पास पहुंचा दो कुछ लड़कियों ने खुद ही एक महिला कर्मचारी को माहवारी जांच की अनुमति दी।" बिग बॉस 13 के घर में आते ही कश्मीरा शाह ने मचाया तहलका,देखें वीडियो
ढोलकिया ने कहा," लड़कियों ने मुझे बताया कि उन्होंने कॉलेज का नियम तोड़ने के लिए प्रशासन से माफ़ी मांगी। लड़कियों ने मुझे बताया कि उन्हें धमकी नहीं दी गई है और यह उनकी खुद की ग़लती है। इस मामले में कुछ किए जाने की गुंजाईश नहीं बची है।"Video: अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह को खुले में डिबेट करने की फिर दी चुनौती
हालांकि कॉलेज में रहने वाली एक लड़की का कहना है कि उन्हें छात्रावास प्रशासन ने कॉलेज की प्रधानाचार्य रीता रानिगा के कहने पर परेशान किया गया। छात्रा ने इस घटना में शामिल कर्मचारियों और प्रधानाचार्य के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की मांग की है।UPSC Civil Services Notification 2020 : 796 पदों पर निकली भर्तियों के लिए आवेदन करें |
मूंग की फसल में रस चूसक कीट को इस तरह करें नियंत्रित | Farmbook, DeHaat
दलहन फसलों में मूंग का एक विशेष स्थान है। यह प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा का अच्छा स्त्रोत है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी की मात्रा भी पाई जाती है। इसकी खेती खेत की मिट्टी के लिए बहुत लाभदायक है। लेकिन कई बार रस चूसक कीटों के प्रकोप के कारण मूंग की फसल को भारी नुकसान होता है। ऐसे में आप मूंग की फसल में लगने वाले रस चूसक कीटों की जानकारी एवं नियंत्रण के तरीके यहां से देख सकते हैं।
थ्रिप्स : यह कीट मूंग के पौधों का रस चूस कर फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। प्रभावित पत्तियां ऊपर की तरफ मुड़ने लगती हैं। प्रकोप बढ़ने पर पौधे पीले हो कर कमजोर हो जाते हैं और पौधों का विकास रुक जाता है। इस कीट को फैलने से रोकने के लिए प्रभावित पौधों को नष्ट कर दें। प्रति किलोग्राम बीज को 2 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड से उपचारित करें। थ्रिप्स पर नियंत्रण के लिए प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड मिला कर छिड़काव करें।
माहू : समूह में होने के कारण यह फसल को कम समय में अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। व्यस्क कीट की लंबाई करीब 1 से 2 मिलीमीटर होती है। यह कीट पौधों के कोमल तने, पत्तियां, फूल एवं फलियों का रस चूसते हैं। फलस्वरूप पौधे कमजोर हो जाते हैं एवं पत्तियां सिकुड़ी हुई सी नजर आती हैं। पौधों में फूल कम निकलते हैं एवं फलियों में दाने नहीं बन पाते हैं। प्रकोप बढ़ने पर पौधों के विकास में बाधा आती है। माहू पर नियंत्रण के लिए प्रति एकड़ खेत में 5-6 पीली स्टिकी ट्रैप लगाएं। इसके साथ ही 150 लीटर पानी में 50 मिलीलीटर देहात हॉक मिलाकर छिड़काव करें।
सफेद मक्खी : व्यस्क कीट का रंग सेफद एवं अंडे सफेद से मटमैले रंग के होते हैं। यह मक्खियां पत्तियों का रस चूसती हैं। जिससे पत्ते सिकुड़ कर गिरने लगते हैं। पौधों का विकास रुक जाता है। यह मक्खियां वायरस रोगों को एक पौधे से दूसरे पौधों में फैलाने का भी काम करती हैं। नियंत्रण के लिए प्रति लीटर पानी में 1 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत एससी मिलाकर छिड़काव करें।
मूंग की बुवाई का उपयुक्त समय एवं खेत तैयार करने की जानकारी यहां से प्राप्त करें।
हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। इस पोस्ट में बताई गई दवाओं एवं अन्य उपायों का प्रयोग कर के आप मूंग की फसल में रस चूसक कीटों पर आसानी से नियंत्रण कर सकते हैं। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इस पोस्ट को लाइक करें एवं इसे अन्य किसान मित्रों से साथ साझा भी करें। जिससे अन्य किसान मित्र भी इस जानकारी का लाभ उठा सकें। इससे जुड़े अपने सवाल हमसे कमेंट के माध्यम से पूछें। |
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रेलवे में 2532 पदों पर भर्ती, बिना परीक्षा के पाएं रेलवे में सरकारी नौकरी | Central Railway Recruitment 2021 - ALL GOVT JOB
Central Railway Recruitment 2021 Apply Online | 2532 ITIjob Apprentice Vacancies
सेंट्रल रेलवे अपरेंटिस भर्ती 2021: रेलवे रिक्रूटमेंट सेल (आरआरसी), सेंट्रल रेलवे, मुंबई अप्रेन्टिस एक्ट 1961 के तहत वर्कशॉप / यूनिट में निर्धारित ट्रेडों में 2532 रिक्त पदों को भरने के लिए अपरेंटिस की के लिए आवेदन आमंत्रित करे गए है। पात्र उम्मीदवार आरआरसी सेंट्रल रेलवे के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पोर्टल @ www.rrccr.com पर कर सकते है ? ऑनलाइन आवेदन के पंजीकरण की अंतिम तिथि 5 मार्च 2021 है।
Apprentices 2532
इस पोस्ट के लिए सिर्फ iti वाले है आवेदन कर सकते है अब हम आप को आवेदन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जाकारी दे देते है । इन ट्रेड के आईटीआई के बच्चे आवेदन कर सकते है ?
वेकेंसी ट्रेड्स: फिटर, वेल्डर, कारपेंटर, पेंटर, टेलर, इलेक्ट्रीशियन, मशीनिस्ट, प्रोग्रामिंग एंड सिस्टम्स एडमिनिस्ट्रेशन असिस्टेंट, मैकेनिक डीजल, लेबोरेटरी असिस्टेंट, टर्नर, इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक आदि।
दोस्तो अब हम age limit के बारे में बात कर लेते है ?
उम्मीदवारों को 15 वर्ष की आयु पूरी कर लेनी चाहिए थी ।
और एससी / एसटी उम्मीदवारों के मामले में ऊपरी आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट, ओबीसी उम्मीदवारों के मामले में 3 वर्ष और विकलांगता के साथ 10 वर्ष की अतिरिक्त मिलती है।
दोस्तो अब हम आवेदक की Educational Qualification केे बारे में बात कर लेेते है।
न्यूनतम 10 वीं कक्षा / मैट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण या न्यूनतम 50% अंकों के साथ इसके समकक्ष योग्यता।
उम्मीदवार नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग या प्रोविजनल सर्टिफिकेट फॉर नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग / स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग द्वारा जारी नोटिफाइड ट्रेड में भी नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट लगा सकते है।
दोस्तो अब हम आवेदन की , Application Fee केे बारे में बात कर लेेते है ।
सामान्य / ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए of 100 / - का एक गैर वापसी योग्य शुल्क है
Payment शुल्क का भुगतान ऑनलाइन करना है
PWD उम्मीदवारों के लिए कोई शुल्क नहीं।
दोस्तो अब हम इसके चयन प्रक्रिया के बारे में जान लेते है ।
चयन सभी उम्मीदवारों के संबंध में तैयार मेरिट सूची के आधार पर होगा। और संबंधित ट्रेड में मैट्रिक + आईटीआई मार्क्स में अंकों के प्रतिशत के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी।
आवेदन कैसे करें: योग्य उम्मीदवारों को आरआरसी सेंट्रल रेलवे पोर्टल (www.rrccr.com) के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन के पंजीकरण की अंतिम तिथि 05/03/2021 शाम 5:00 बजे तक है।
Important Dates:– Central Railway Recruitment 2021
Opening date of online application: 06/02/2021 at 11:00 Hours
Last date of submission of online application: 05/03/2021 up to 5:00 PM
दोस्तो योग्य उम्मीदवारों को केवल मध्य रेलवे आरआरसी पोर्टल @ rrccr.com के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। उम्मीदवार का आधार कार्ड होना चाहिए। पंजीकरण के समय, उम्मीदवारों को 12 अंकों का आधार कार्ड नंबर भरना होगा। अभ्यर्थियों को अपना नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि का मिलान मैट्रिकुलेशन या समकक्ष प्रमाण पत्र में दर्ज मैच के अनुसार भरना चाहिए। हमने आवेदन करने का लिंक ऊपर दे दिया है आप उसके माध्यम से भी आवेदन कर सकते है। |
Opposition leaders says Vikas Dubey encounter only to save Big Fishes
Jul 10, 2020, 19:12 IST
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में कानपुर के पास शुक्रवार सुबह गैंगस्टर विकास दुबे को मारे जाने को लेकर विभिन्न विपक्षी नेताओं की ओर से कई आरोप और दावे सामने आए हैं। विशेषकर राज्य के विपक्षी नेताओं ने इस मुठभेड़ को बड़ी मछलियों को बचाने की एक कोशिश बताया है।
मुठभेड़ पर संदेह की उंगली उठाने वालों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती, कांग्रेस के जितिन प्रसाद और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के नेता जयंत चौधरी शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा, दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है। एक दिन पहले यादव ने दुबे के कॉल डिटेल रिकॉर्ड को सार्वजनिक करने की मांग की थी।
एक वीडियो बयान जारी करते हुए उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने आरोप लगाया, अगर खून का बदला खून ही है तो न्यायपालिका की क्या जरूरत है? उन्होंने कहा कि कथित एनकाउंटर ने इस बारे में सवाल उठाया, कौन वे लोग हैं, जो चाहते थे कि इस कुख्यात अपराधी का अंत हो जाए और उसी के साथ सारे राज दफन हो जाएं?
इस बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया, अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको संरक्षण देने वाले लोगों का क्या?
बसपा सुप्रीमो मायावती, जिन्होंने हाल ही में भारत-चीन के बीच व्याप्त तनाव से निपटने के लिए केंद्र का समर्थन भी किया था, उन्होंने कथित एनकाउंटर की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
मायावती ने हिंदी में किए एक ट्वीट में कहा, कानपुर पुलिस हत्याकांड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
मायावती ने इसके बाद एक अन्य ट्वीट में कहा, यह उच्चस्तरीय जांच इसलिए भी जरूरी है, ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए आठ पुलिसकर्मियों के परिवार को सही इंसाफ मिल सके। साथ ही, पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके। ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है।
एनकाउंटर में मारा गया विकास दुबे, एक और 'इत्तफाक' पर घेरे में यूपी पुलिस
विकास दुबे के encounter के बाद देश के सारे न्यायाधीश को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। भाजपा के ठोक दो राज में अदालत की ज़रूरत ही नहीं है!
रालोद नेता जयंत चौधरी मुठभेड़ को ड्रामा करार देते हुए सबसे ज्यादा मुखर दिखे। उन्होंने कई ट्वीट्स करते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने हिंदी में किए एक ट्वीट में कहा, विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद देश के सारे न्यायाधीश को इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा के ठोक दो राज में अदालत की जरूरत ही नहीं है! चौधरी ने दूसरे ट्वीट में कहा, आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के असली अपराधियों को बचाने के लिए ये सब ड्रामा रचा गया है! |
Sarkari Naukri:BSF Recruitment 2021: बीएसएफ में जीडीएमओ और स्पेशलिस्ट पदों के लिए वॉक-इन, देखें भर्ती की डीटेल
BSF भर्ती 2021 का नोटिफिकशन जारी।
यहां जीडीएमओ और स्पेशलिस्ट पदों पर नौकरी पाने का मौका।
21 जून से शुरू होंगे वॉक-इन-इंटरव्यू।
BSF Recruitment 2021: भारतीय सेना में भर्ती होकर युवाओं के पास देश सेवा करने का सुनहरा मौका है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (GDMO) और स्पेशलिस्ट पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया है। योग्य उम्मीदवारों को बीएसएफ कम्पोजिट अस्पतालों या बीएसएफ अस्पतालों में जीडीएमओ और विशेषज्ञ के पद पर नौकरी दी जाएगी। योग्य उम्मीदवारों का चयन बिना परीक्षा के सिर्फ वॉक-इन-इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।
इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से जीडीएमओ और स्पेशलिस्ट पदों पर कुल 89 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी। योग्यता रखने वाले उम्मीदवार 21 जून 2021 से 30 जून 2021 तक वॉक-इन-इंटरव्यू में शामिल हो सकते हैं। जरूरी जानकारी के लिए नोटिफिकेशन का लिंक नीचे दिया गया है।
बीएसएफ भर्ती 2021 वैकेंसी डीटेल्स
जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (GDMO) – जो उम्मीदवार एमबीबीएस और इंटर्नशिप कर चुके हैं वे आवेदन कर सकते हैं।
स्पेशलिस्ट- इस पोस्ट के लिए वे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने संबंधित स्पेशलिटी में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री या डिप्लोमा किया हो। डिग्री धारकों के लिए एक साल का अनुभव और पीजी या डिप्लोमा के बाद संबंधित स्पेशलिटी में डिप्लोमा वालों के लिए दो साल का अनुभव मांगा गया है।
स्पेशलिट के पद पर – 85,000 रुपये
जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (GDMO) – 75,000 रुपये
इच्छुक उम्मीदवार जरूरी डॉक्यूमेंट्स के साथ 21 जून से 30 जून 2021 तक डायरेक्टर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स, ब्लॉक नंबर 10, सीजीओ कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली- 03 में वॉक-इन-इंटरव्यू के लिए उपस्थित हो सकते हैं।
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शादी और रिलेशनशिप के साइड इफेक्ट्स देखकर आजकल लड़कियां अनमैरिड रहना ज्यादा पसंद करती हैं। जिनकी शादी हो भी गई है वह भी यही सोचती हैं कि काश वह अनमैरिड ही होती। आज हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों आजकल लड़कियां शादी की बजाए अनमैरिड रहना ज्यादा पसंद कर रही है।
अपने करियर के लिए- लड़कियां चाहे कितना भी पढ़ी हो लेकिन शादी के बाद उनकी स्टडी धरी की धरी रह जाती है। बेशक वह घर और ऑफिस दोनों एक साथ मैनेज कर लें लेकिन दोनों संभालने के बाद भी हमबैंड और परिवार वाले कभी खुश नहीं होते।
हर बात पर रोक-टोक- आज के समय में हर लड़की अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना पसंद करती है। उन्हें यह बिल्कुल पंसद नहीं होता कि कोई भी किसी भी बात को लेकर उन्हें बार-बार टोके। इस बिहेवियर से ज्यादा बढ़िया लड़कियां को अनमैरिड रहना लगता है। |
Dream Girl Song Gat Gat Released, Watch Video: ayushmann khurrana nushrat bharucha starrer movie dream girl new song Gat Gat has been out ड्रीम गर्ल के गट - गट गाने पर नुसरत भरुचा संग आयुष्मान खुराना के जबरदस्त ठुमके ने हिलाया डांस फ्लोर
Dream Girl Song Gat Gat Released, Watch Video: ड्रीम गर्ल के गट – गट गाने पर नुसरत भरुचा संग आयुष्मान खुराना के जबरदस्त ठुमके ने हिलाया डांस फ्लोर
Dream Girl Song Gat Gat…
Dream Girl Song Gat Gat Released, Watch Video, Dream Girl Ka Gaana Gat Gat Released, Dekhein Video: आयुष्मान खुराना-नुसरत भारूचा की अपकमिंग फिल्म ड्रीम गर्ल का नया गाना गट-गट रिलीज हो गया है, गट गट एक पार्टी सॉन्ग है, जिसमें आयुष्मान खुराना और नुसरत भारूचा जमकर डांस करते हुए नजर आ रहे हैं.
आयुष्मान खुराना और नुसरत भारूचा की फिल्म ड्रीम गर्ल का गट गट सॉन्ग रिलीज (photo Credit-Social Media)
बॉलीवुड डेस्क, मुंबई. आयुष्मान खुराना और नुसरत भारूचा की अपकमिंग फिल्म ड्रीम गर्ल का जबसे ट्रेलर रिलीज हुआ है, तबसे फिल्म को लेकर दर्शको में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. अब फिल्म के मेकर्स ने दर्शको के उत्साह को और बढ़ाते हुए ड्रीम गर्ल के नए गाने गट गट को रिलीज कर दिया है. ड्रीम गर्ल फिल्म का गट गट गाना एक पर्टी सॉन्ग है, इस गाने में आयुष्मान खुराना और नुसरत भारूचा जमकर डांस करते हुए नजर आ रहे हैं. गट गट गाने को सुनने और देखने के बाद आपके भी दिमाग में बार-बार यही गाना आएगा, इतना ही नहीं बल्कि इस गाने को सुनते ही आप भी थिरकने पर मजबूर हो जाएंगे.
फिल्म के मेकर्स ने हाल ही में गाने को रिलीज किया है इतने ही देर में हजारो व्यूज मिल चुके हैं, इसी से अंदाजा लगया जा सकता है कि फैंस इस गाने को कितना पसंद कर रहे हैं. ड्रीम गर्ल फिल्म के गाने गट गट को हिट माना जा रहा है, गाने ने सोशल मीडिया पर ट्रेंड करना भी शुरू कर दिया है.
आपको बता दें कि आयुष्मान खुराना और नुसरत भारूचा एक साथ बड़े परदे पर पहली बार नजर आनने वाले हैं, फिल्म के ट्रेेलर और गाने में इनकी जोड़ी को फैंस खूब पसंद कर रहे हैं. गट गट गाने से पहले ड्रीम गर्ल फिल्म के चार गाने रिलीज हो चुके हैं, जिनमें दिल का टेलीफोन, राधे-राधे, एक मुलाकात, धागाला लागली शामिल है.
अब तक ड्रीम गर्ल के जितने भी गाने रिलीज हुए हैं, फैंस ने उन्हें बेहद पसंद किया है. आयुष्मान खुराना और नुसरत भारूचा की फिल्म ड्रीम गर्ल 13 सितंबर को बॉक्स ऑफिस पर दस्तक देगी. इस फिल्म को एकता कपूर और शोभा कपूर ने मिलकर प्रोड्यूस किया है. इस फिल्म में आयुष्मान खुराना पूजा नाम की महिला की भूमिका में नजर आएंगे.
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पाकिस्तान में Imran khan की कैबिनेट के संभावित ये चेहरे चर्चा में - Legend News
July 27, 2018 LegendNews 0 Comments #ImranKhan, #PakistanCabinet, #PakistanTahreekeInsaaf, #PTI
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के होने वाले प्रधानमंत्री Imran khan की कैबिनेट के संभावित चेहरे जो चर्चा में है, उनके नाम सामने आ रहे हैं। खबरें ये आ रही हैं कि Imran khan भी अपने मंत्रिमंडल की अहम जिम्मेदारी एक महिला के हाथों में सौंप सकते हैं।
उनके नए मंत्रिमंडल में अहम जिम्मेदारी वाले पदों पर जिन लोगों के नाम सबसे आगे चल रहे हैं उसमें रक्षामंत्री के रूप में शिरीन माजरी का नाम पहला है। दूसरे अन्य नामों में डॉ आरिफ अल्वी और शफकत महमूद को भी अहम जिम्मेदारी जिए जाने की बात चल रही है। खबर है कि नेशनल एसेंबली के अध्यक्ष के रूप में डॉ आरिफ अल्वी और शफकत महमूद का नाम सबसे आगे चल रहा है।
पाकिस्तान की कैबिनेट में डिप्टी स्पीकर के रूप में जरताज गुल वजीर का नाम सामने आ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री परवेज खटक को गृहमंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। फवाद चौधरी सूचना प्रसारण मंत्री की कमान दी जा सकती है। रेल मंत्रालय की कमान अवामी मुस्लिम लीग के अध्यक्ष शेख राशिद अहमद को दी जा सकती है।
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने पहले ही वित्त मंत्री के रूप में असद उमर की घोषणा कर दी है। ऐसा माना जा रहा है कि शाह महमूद के हाथों में विदेश मंत्रालय की कमान होगी।
बृहस्पतिवार को जैसे ही मतगणना के बाद साफ हुआ कि पाकिस्तान तहरीके इंसाफ को देश की जनता ने समर्थन दिया है और एक खिलाड़ी के हाथों में अब इसकी कमान होगी, जनता में खुशी की लहर दौर गई। वहीं प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान ने प्रेस कांफ्रेस कर बताया कि वह कैसा पाकिस्तान चाहते हैं और आने वाले समय में वह बदलाव के लिए क्या- क्या करने जा रहे हैं।
इसी बीच पार्टी में मंत्रालय के गठन की बात शुरू कर दी और 18-20 सांसदों में से किसे क्या जिम्मेदारी दी जाएगी उसपर विचार-विमर्श तेज हो गया। मंत्रालय में मखदूम खुशरो बख्तियार, मुराद सईद, सिनेटर चौधरी सरवर, आजम स्वाती, गुलाम सरवर खान, रमेश कुमार, आमिर लिकायत हुसैन और शहरयार आफरीदी का नाम भी शामिल है। |
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, कहते हैं कि सुरक्षा शक्ति 'पर्याप्त रूप से जुटाई गई' - Times Delhi
वर्तमान दिल्ली: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने सोमवार को जोर देकर कहा कि भारत शांति के लिए समर्पित है, इसकी सुरक्षा शक्ति "पर्याप्त रूप से जुटाई गई" "किसी भी तरह से विफल" करने के लिए पारित राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश के रूप में उन्होंने लद्दाख में चीन द्वारा "विस्तारवादी" पास को आदर्श रूप से उपयुक्त वर्ष कहा।
"हमारे राष्ट्रीय शगल को निश्चित रूप से सभी आरोपों पर संरक्षित किया जाएगा," राष्ट्रपति ने अपने घोषणा में कहा राष्ट्र को 72 nd गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, जिसमें उन्होंने तीन विवादास्पद कृषि कानूनों से किसानों को डराने की मांग की।
"प्रारंभिक चरणों में सुधार का मार्ग भी गलतफहमी पैदा कर सकता है, हालांकि अधिकारियों को किसानों के कल्याण के लिए समर्पित है," उन्होंने स्वीकार किया कि किसान संघों द्वारा विरोध प्रदर्शनों को तीन बार निरस्त करने की मांग जारी है दिल्ली में सीमा क्षमताएं।
देश की COVID से लड़ने की कोशिशों पर – / महामारी के लिए उच्च गुणवत्ता की प्रतिक्रिया राष्ट्र के कई लोगों के बीच " बिरादरी " के संवैधानिक पद से बाहर होने की संभावना नहीं थी।
उन्होंने साबित सच के भीतर आनंद लिया कि भारत दुनिया के बहुत सारे स्थानों पर उपचार की आपूर्ति के लिए "दुनिया की फार्मेसी" के रूप में कहा जाता है, ताकि दुनिया के भविष्य में कष्टों को शामिल किया जा सके।
उन्होंने महसूस किया कि इस "अप्रत्याशित तालमेल" के एक-दो साल बाद , भारत इन दिनों खड़ा है "लेकिन निराश नहीं है। लेकिन
20 को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारतीय सैनिक जिन्होंने जाप लद्दाख में गालवान घाटी में अपने प्राणों की बाजी लगा दी, आदर्श रूप से संघर्ष के भविष्य के भीतर जून चीनी सैनिकों के साथ, राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि पिछले वर्ष "प्रतिकूलता का समय बन गया, और यह मोर्चों से यहीं समाप्त हो गया।"
"हमने अपनी सीमाओं पर एक विस्तारवादी पास का सामना किया, हालांकि उनके बोल्ड सैनिकों ने इसे नाकाम कर दिया। इस खाका तक पहुँचने के लिए इन बोल्ड ट्रूपर्स के प्रति आभारी रहें।
"यहां तक कि हम शांति के प्रति अपने समर्पण को दोहराते हैं, हमारी रक्षा सेना – सेना, वायु शक्ति और नौसेना – किसी को भी विफल करने के लिए प्रभावी ढंग से समन्वित पास में जुटाए जाते हैं। हमारी सुरक्षा को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। हमारे राष्ट्रीय शगल को निश्चित रूप से सभी आरोपों पर संरक्षित किया जाएगा। अब हमने भारतीय एजेंसी और विश्वव्यापी स्टैंड के विश्व क्रू के भीतर एक पसंदीदा गर्भाधान को सुनिश्चित किया, "राष्ट्रपति ने स्वीकार किया
भारत और चीन नौ महीने के लंबे नौसेना स्टैंड-ऑफ के करीब हैं। जाप लद्दाख में।
उन्होंने स्वीकार किया कि विपत्ति अक्सर एक विशाल प्रशिक्षक की विशेषता का प्रदर्शन करती है और लोगों को मजबूत और अतिरिक्त आत्मविश्वास प्रदान करती है। उस आत्म विश्वास के साथ, भारत ने बहुत सारे क्षेत्रों में विशाल कदम उठाए हैं।
"आर्थिक सुधारों ने शकों को प्रेरित किया और कानून के माध्यम से श्रम और कृषि के क्षेत्रों में लंबे समय से लंबित सुधारों के पूरक थे। प्रारंभिक चरणों में सुधार का कोर्स भी गलतफहमी पैदा कर सकता है। इसके विपरीत, यह संदेह से परे है कि कार्यकारी किसान कल्याण के लिए समर्पित है, "उन्होंने कहा
कोविंद ने स्वीकार किया कि भारत आगे बढ़ रहा है और दुनिया के भीतर अपने सही विषय को ले रहा है।"
"अनिवार्य रूप से सबसे अद्यतित वर्षों के माध्यम से, इसके चाप का दुनिया के बड़े टुकड़े के विस्तार और विस्तार पर प्रभाव पड़ा है। जिस तरह से भारत ने भारी खरीद की, वह इस साल सुरक्षा परिषद में गैर-चिरस्थायी सदस्य के रूप में प्रवेश के लिए विश्व चालक दल का एक क्लच देता है जो इस बात का संकेत है कि इस पर प्रभाव है। "
उन्होंने स्वीकार किया। विश्व नेताओं के साथ जुड़ाव कई गुना बढ़ गया है और भारत ने अपने ज्वलंत लोकतंत्र के साथ, एक दोषी और योग्य राष्ट्र के रूप में अपनी प्रशंसा अर्जित की है।
किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए, राष्ट्रपति ने हमारे भारतीय सलाम को स्वीकार किया। जिन किसानों ने हमारे अनाज और डेयरी उत्पादों में आत्मनिर्भर और आबादी वाले देश को आत्मनिर्भर बनाया है।
उन्होंने स्वीकार किया कि प्रकृति की प्रतिकूलताओं के बावजूद, अन्य चुनौतियों के टन और COVID –
किसानों ने कृषि उत्पादन को बनाए रखा।
"एक कृतज्ञ राष्ट्र हमारे किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह से समर्पित है।"
राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि मेहनती किसान राष्ट्र के लिए कुछ खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, संरक्षण शक्ति के निर्भीक सैनिक बनाते हैं गंभीर सीमाओं के बीच हमारी राष्ट्रीय सीमाओं की कुछ सुरक्षा।
"लद्दाख के सियाचिन और गैलवान घाटी में ठंड के तापमान से कम तापमान के साथ 2020 60) जैसलमेर में चिलचिलाती गर्मी के साथ तापमान में वृद्धि चरण सेल्सियस – जमीन पर, आसमान के भीतर और बड़े पैमाने पर तटीय क्षेत्रों में – हमारे योद्धा हर पल सतर्क रहते हैं। प्रत्येक नागरिक बहादुरी, देशभक्ति और हमारे सैनिकों के बीच बलिदान की भावना के बारे में गर्व महसूस करता है, "उन्होंने स्वीकार किया।
उन्होंने वैज्ञानिक दल के बारे में घोषणा करते हुए कहा कि खाद्य सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा में उनके योगदान से।" बीमारी और गड़बड़ी की दिशा में सुरक्षा और पैटर्न के विविध क्षेत्रों में उन्होंने राष्ट्रीय प्रयासों को सुदृढ़ किया है।
"खेतों में रहने की जगह से, शैक्षिक संस्थानों से अस्पतालों तक, वैज्ञानिकों का दल समृद्ध हुआ है हमारा अस्तित्व और काम। हमारे वैज्ञानिक कोरोनावायरस को डिकोड करने के लिए दिन-रात काम कर रहे थे और वे फ़ाइल समय में टीका बनाने में सफल रहे। इस उपलब्धि के साथ, हमारे वैज्ञानिकों की चमक ने मानवता के प्रभावी रूप से योगदान में एक प्यारा अध्याय जोड़ा। "
उन्होंने स्वीकार किया कि वैज्ञानिक, वैज्ञानिक, प्रशासक और अस्तित्व के अन्य क्षेत्रों के लोगों के साथ। , glean ने वायरस को रखने और हमारे राष्ट्र में घातक दर में कमी का संरक्षण करने में प्रमुख योगदान दिया, इसकी तुलना में विकसित दुनिया भर के स्थानों में
"इस दिन, भारत को सही रूप से " फार्मेसी" कहा जा रहा है। दुनिया " के रूप में हम लोगों की पीड़ा को कम करने और दुनिया के भविष्य के भीतर महामारी को शामिल करने के लिए दुनिया भर के स्थानों में दवाओं और अन्य स्वास्थ्य संबंधी वस्तुओं की आपूर्ति कर रहे हैं। अब हम दुनिया भर के अन्य स्थानों पर टीके लगाते हैं, "राष्ट्रपति ने कहा
" इन सभी प्रयासों का अंतिम परिणाम हमारे मुकाबले जल्द ही है। "
मंदी राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि वित्तीय प्रणाली ने अपनी गतिशीलता हासिल करने के लिए क्षणभंगुरता में परिवर्तन किया है, राष्ट्रपति ने स्वीकार किया कि आत्मनिर्भर भारत ने COVID के लिए अपनी पकड़ टीका का निर्माण किया है – 19, और अब एक सामूहिक टीकाकरण शक्ति का संचालन कर रहा है, जो इतिहास में अपनी तरह का सबसे बड़ा वर्णन करने में सक्षम है।
"प्रशासन और स्वास्थ्य कंपनियों और उत्पादों कृपया इस कथन को व्यवस्थित करने के लिए मांसल तत्परता के साथ काम कर रहे हैं। मैं देशवासियों से इस जीवन रेखा का उपयोग करने और संकेत के अनुसार टीकाकरण प्राप्त करने का आह्वान करता हूं। आपका स्वास्थ्य आपकी उन्नति की प्रवृत्ति को खोलता है, "उन्होंने स्वीकार किया।
" मैं निश्चित हूं कि मानवता के लिए यह प्यार और बलिदान की भावना हमें विशाल ऊंचाइयों पर चयन करेगी। उन्होंने स्वीकार किया कि हमें अध्ययन के वर्ष के रूप में 2020 टकटकी लगाने की अनुमति है। "
उन्होंने 'अत्मा-निर्भार भारत अभियान' के निर्णय को स्वीकार किया, या शीर्ष मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया 'आत्मनिर्भर भारत मिशन' एक आपदा को सटीक रूप से एक संभावना में परिवर्तित करने के लिए बन गया और वर्ष तक एक नया भारत बनाने की आकांक्षा के साथ संरक्षण में है 2022 ) जब हमारा राष्ट्र बदलेगा ")) प्रमुख लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए निश्चित: किसानों की कमाई को दोगुना करने के लिए हर परिवार के लिए पारंपरिक सुविधाओं के साथ पक्के घर देने से। उन्होंने कहा, " भारत में सबसे अधिक विकसित भारत के समावेशी समाज की व्यवस्था करने के लिए, हम प्रशिक्षण, स्वास्थ्य, वजन घटाने के कार्यक्रम, महिलाओं के विशेषाधिकार प्राप्त और उत्थान के कल्याण पर विशेष जोर दे रहे हैं। "
महात्मा गांधी के विचारों को याद करते हुए कहा कि हर सहकर्मी से आंसू पोंछने के लिए राष्ट्रपति ने लोगों को संवैधानिक मंत्र, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व को ध्यान में रखते हुए कहा, और समानता यह है कि समानता के लिए प्रहरी है गणतंत्र की विशाल परियोजना।
"सामाजिक समानता वारंट की गरिमा हममें से प्रत्येक व्यक्ति, ग्रामीणों, महिलाओं, हमारे समाज के कमजोर वर्गों, अर्थात्, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, दिव्यांग-जन में है। और बुजुर्ग लोग। आर्थिक समानता सभी के लिए समान अवसर और दलितों के लिए समान अवसर प्रदान करती है। " |
जम्मू-कश्मीर: जवाहर सुरंग के पास हिमस्खलन, 10 पुलिसकर्मी लापता
| फरवरी 8 , 2019 , 11:16 IST
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद दस लोग लापता हैं। भारी बर्फबारी और भूस्खलन के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राजमार्ग शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी बंद है।
#UPDATE Jammu and Kashmir Police: Rescue teams are trying to reach the site. Strong wind and accumulation of snow on the path are making it difficult for the teams. https://t.co/opfJp00XgK
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गुरुवार शाम जवाहर सुरंग के पास एक पुलिस चौकी के पास हिमस्खलन हुआ। लापता लोगों में छह पुलिसकर्मी, दो अग्निशमन सेवा के कर्मचारी और दो कैदी शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, "हिमस्खलन के तुरंत बाद खोज और बचाव अभियान शुरू हुआ लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें बाधा आ रही है।"
बनिहाल सेक्टर में हिमस्खलन और रामसू-रामबन इलाके में भूस्खलन के कारण शुक्रवार को राजमार्ग पर यातायात की अनुमति नहीं है। यातायात विभाग के अधिकारियों ने कहा कि काजीगुंड और जवाहर सुरंग के बीच हिमस्खलन हुआ था जहां अभी तक सफाई नहीं हो पाई है।
राजमार्ग पर यातायात की बहाली में कम से कम तीन दिन लग सकते हैं इसलिए प्रशासन ने घाटी में पेट्रोल और डीजल की बिक्री को सीमित करने का आदेश दिया है। कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर बसीर अहमद खान द्वारा जारी एक आदेश में पेट्रोल पंपों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रतिदिन प्रति वाहन तीन लीटर पेट्रोल और वाणिज्यिक वाहनों को 10 लीटर डीजल से अधिक की आपूर्ति न करें।
भारी बर्फबारी और खराब दृश्यता के कारण कश्मीर घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच शुक्रवार को हवाई यातायात भी स्थगित रहा। |
चीन बुना ग्लास फिल्टर ट्यूब निर्माता
Antistatic पॉलिएस्टर धूल फ़िल्टर थैला,अरामी पॉकेट एयर फ़िल्टर बैग,फिल्टर शेकर बैग
Botou Hengrui Environmental Protection Equipment Co. Ltd. [Hebei,China] व्यवसाय प्रकार: उत्पादक Main Mark: दुनिया भर निर्यातक: 61% - 70% विवरण: Antistatic पॉलिएस्टर धूल फ़िल्टर थैला,अरामी पॉकेट एयर फ़िल्टर बैग,फिल्टर शेकर बैग
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बुना ग्लास फिल्टर ट्यूब
उच्च तापमान फ़िल्टर बैग सब कुछ धूल काटना है
बैग फिल्टर के संचालन में उच्च तापमान फिल्टर बैग एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आमतौर पर बेलनाकार फिल्टर बैग धूल में लंबवत निलंबित कर दिया जाता है। फ़िल्टर बैग के कपड़े और डिज़ाइन को निस्पंदन में अत्यधिक कुशल होना चाहिए, धूल छीलने और टिकाऊ के लिए आसान होना चाहिए।
उच्च तापमान प्रतिरोधी फिल्टर बैग की विशेषताएं:
1. फिल्टर कपड़ा पूरी फिल्टर परत की मोटाई द्वारा फ़िल्टर किया जाता है, जो गहरी निस्पंदन से संबंधित है।
2. पूरे फिल्टर परत की गहराई फाइबर द्वारा बनाई गई है, जो तीन आयामी ढीले छिद्रपूर्ण संरचना को अंदर से बाहर, ढीले से घने तक, ढाल निस्पंदन बनाने का निर्माण करती है।
उच्च तापमान धूलने वाला बैग लंबे समय तक जीवित रहने में सक्षम कैसे हो सकता है!
बैग प्रकार धूल कलेक्टर का कार्य सिद्धांत यह है कि धूल के कणों को जड़ता बल और धूल फिल्टर बैग की बैग दीवार द्वारा फ़िल्टर बैग के माध्यम से तोड़ने पर रोक दिया जाता है। धूल के ठीक कण गैस अणुओं के प्रभाव से आंदोलन की दिशा को बदलते हैं, और अंत में धूल हटाने वाले फिल्टर बैग की सतह पर रहते हैं। बैग फ़िल्टर के जीवन को विस्तारित करने के लिए इसका दैनिक रखरखाव और रखरखाव बहुत महत्वपूर्ण है। उच्च तापमान धूलने वाले बैग के सेवा जीवन को लम्बा करना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उच्च तापमान धूलने वाले बैग की प्रारंभिक परत, टूटने या अनुचित असेंबली धूल उत्सर्जन को मानक से अधिक होने का कारण बन सकती है।
बैग फ़िल्टर के रखरखाव में, धूल बैग की रखरखाव लागत हमेशा सबसे बड़ा अनुपात है। तो सामान्य में, हमें धूल कलेक्टर के निकास गैस प्रवाह के समायोजन पर ध्यान देना चाहिए। जब प्रवाह बड़ा होता है, तो यह सुनिश्चित करने के लिए स्वचालित नियंत्रण प्रणाली को जोड़ा जाना चाहिए कि धूल कलेक्टर स्थिर गैस मात्रा के तहत काम कर सके। असमान सेवन हवा आसानी से कपड़े के बैग के एक हिस्से को प्रभावित करने का कारण बनती है, जिसके परिणामस्वरूप बैग का छिद्र होता है। इस समय, सेवन गाइड इंटेक के इनलेट पर स्थापित किया जाना चाहिए, या एक अधिक पहनने योग्य कपड़ा बैग को बदला जा सकता है। कपड़ा बैग और कील के बीच की दूरी पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। वेल्ड अक्सर वेल्डिंग करते समय burrs, जो आसानी से कपड़े बैग को नुकसान पहुंचा सकता है। एक और मामला यह है कि उच्च तापमान निकास गैस में दीर्घकालिक बैग की वजह से, निकास गैस के तापमान को पिघलना और छेद बनाना आसान है।
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सिंगल पेज एप्लिकेशन पर एलेक्सा / समान वेब ट्रैफिक ट्रैकिंग? - जावास्क्रिप्ट, कोणीय, एसईओ, सिंगल पेज-एप्लिकेशन, ट्रैफिक-मापन
विकास में मदद करें / जावास्क्रिप्ट एकल-पेज एप्लिकेशन पर / एलेक्सा / समान वेब ट्रैफिक ट्रैकिंग? - जावास्क्रिप्ट, कोणीय, एसईओ, सिंगल पेज-एप्लिकेशन, ट्रैफिक-मापन
हमारे पास एक सिंगल पेज एप्लिकेशन हैकोणीय जेएस, और अब दुविधा का सामना कर रहे हैं कि एलेक्सा / समान वेब हमारी क्लासीफाइड साइटों के भीतर यातायात और उपयोगकर्ता सगाई को सही तरीके से कैसे ट्रैक कर सकता है। हमने एसईओ को संभालने और GA के साथ ट्रैक करने का तरीका बताया, लेकिन एलेक्सा जैसे टूल के साथ नहीं।
चूंकि ये टूल दूसरे के बीच पृष्ठ दृश्य ट्रैक करते हैंचीजें, एसपीए में बदलते समय हम रिपोर्ट किए गए यातायात में गोता लगाने की संभावना रखते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि Google Analytics द्वारा प्रदान की जाने वाली किसी भी तरह की गतिशील जेएस ट्रैकिंग की कमी है।
क्या एलेक्सा जेएस एसपीए पर एलेक्सा / इसी तरह की वेब रिपोर्ट सही ट्रैफिक बनाने के लिए कोई अच्छी प्रथा / चाल है?
मैं इसी तरह के वेब पर काम करता हूं और मुझे लगता है कि केवल यही हैवर्कअराउंड जो हमें आपके एप्लिकेशन के ट्रैफ़िक का सटीक रूप से अनुमान लगाने में सक्षम बनाता है, वह हमारे Google Analytics सत्यापन विकल्प का उपयोग करना है। आप सार्वजनिक रूप से या गुमनाम रूप से ऐसा कर सकते हैं, अधिक जानकारी के लिए हमारी साइट के पाद लेख पर लिंक देखें।
क्या हम यह निर्धारित करने के लिए एक प्रोग्राम लिख सकते हैं कि किसी भी वेबसाइट पर एलेक्सा की तरह कितनी यातायात है? - यातायात, वेब यातायात, यातायात-माप
दो साइटों के बीच वेब यातायात को ट्रैक करने के लिए सबसे स्थिर, कम से कम घुसपैठ करने वाला तरीका क्या है? ट्रैकिंग, यातायात
कई पृष्ठों से सामग्री को एक पृष्ठ में जोड़ने के लिए रीडायरेक्ट का उपयोग करना खोज इंजन रैंकिंग को प्रभावित करेगा? - रीडायरेक्ट, एसईओ, http-status-code-301, वेब-ट्रैफिक
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क्या यह निर्धारित करने का कोई तरीका है कि साइट पर कितना मोबाइल ट्रैफ़िक मिलता है? (आपकी साइट पर कोई साइट नहीं है) - मोबाइल, वेब, एनालिटिक्स, एलेक्सिया |
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क्या आप शेयर बाजार में कारोबार शुरू करना चाहते हैं? मुख्य शब्द यहां "शुरू" है जब अधिकांश नए व्यापारियों के व्यापार शुरू हो रहे हैं, तो उनके साथ काम करने के लिए भारी मात्रा में पैसा नहीं है। इस वजह से, वे जल्दी से एहसास करते हैं कि ऐप्पल और नेटफ्लिक्स जैसे बड़े बोर्ड स्टॉक के व्यापार में सक्षम होने के लिए उनका खाता आकार नहीं है। इलेक्ट्रॉनिक पैसा अब दुर्लभ नहीं है क्योंकि यह 10 साल पहले था। वे सक्रिय रूप से उपयोग किए जाते हैं, और यदि ऐसा है - तो बेचा और खरीदा। और इलेक्ट्रॉनिक पैसे की बिक्री / खरीद पर आप अच्छे पैसे कमा सकते हैं। यह संभव है यदि आप मुद्रा जोड़े को 1 से 1 तक खरीदते या बेचते हैं, लेकिन कुछ प्रतिशत पर। ये प्रतिशत आपकी आय होगी।
यहां, उदाहरण के लिए, कॉपीराइटिंग पर कमाई के इस आकार को हासिल करने के लिए काम नहीं किया गया। हालांकि मैं वास्तव में चाहता था। मेरी आय $ 300 पर फंस गई थी। प्रति माह और उच्च स्थानांतरित नहीं हुआ। यह मेरे अनुरूप नहीं था। फिर मैंने अधिक विकल्पों के लिए इंटरनेट पर खोज करना शुरू किया, जहां आप अधिक कमा सकते हैं। बस उस पल में मुझे एक लेख मिला जो मेरे दिमाग, पैसे और वित्तीय स्थिति के प्रति दृष्टिकोण बदल गया। बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग इंटरनेट पर किसी भी अन्य व्यापार की तरह एक व्यापार है, लेकिन कई मामलों से लगभग बेहतर है और कई कारण हैं जो उन्हें बेहतर बनाते हैं। क्या समय या समय आप डील खर्च कर सकते हैं ताकि बंद करने के अधीन हो सकता है (. )
आप एक प्रचार कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं और बाहर दे सकते हैंयात्रियों द्वारा विज्ञापन पुस्तिकाएं नहीं हैं, लेकिन डिजाइनर द्वारा निर्मित हाथ से बने डिज़ाइन (उदाहरण के लिए, संपर्क जानकारी और विज्ञापन सेवाओं वाले पेपर फूल)। कोई भी इस तरह का एक फेंक नहीं देगा, हर कोई इसे स्मृति में छोड़ देगा।
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अपनी "खिलाड़ी की प्रगति" रिपोर्ट पर, आप खिलाड़ियों द्वारा अर्जित की गई उपलब्धियों की संख्या देख सकते हैं। क्योंकि मैक्रोफेज संवेदनशील सामाजिक नेटवर्क में द्विआधारी विकल्प और नाजुक कोशिकाएं हैं, सॉर्ट स्थितियों को 20 पीएसआई में सेट करें और एक 4-रास्ता शुद्धता मोड का उपयोग करके मैक्रोफेज को अलग करने के लिए 100 माइक्रोन नोजल आकार का उपयोग करें।
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Vidisha सीएम हेल्पलाईन निराकरण में नवाचार से फायदा, शत-प्रतिशत निराकरण पर जिला परिवहन अधिकारी को मिला प्रशंसा पत्र
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Vidisha सीएम हेल्पलाईन निराकरण में नवाचार से फायदा, शत-प्रतिशत निराकरण पर जिला परिवहन अधिकारी को मिला प्रशंसा पत्र
10 months ago
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परिवहन विभाग की 100 प्रतिशत शिकायतों का निराकरण, जिला परिवहन अधिकारी को मिला प्रशंसा पत्र
स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @ विदिशा मध्यप्रदेश रमाकांत उपाध्याय/ 9893909059
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बुधवार को विभिन्न विभागों में सीएम हेल्पलाइन के लंबित आवेदनों के निराकरण हेतु की गई कार्यवाही की गहन समीक्षा की।
कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि जिले की प्रत्येक तहसील में मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम के साथ-साथ सीएम हेल्पलाइन के आवेदनों का निराकरण कराने हेतु शिविरों के आयोजन संबंधी नवाचार के सापेक्ष परिणाम परिणीत हुए हैं। उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर आयोजित होने वाले इस प्रकार के शिविरों का फायदा आवेदकों के साथ-साथ विभागों को हुआ है। शिविर में संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा शिकायत आवेदकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जा रही है। जिनसे एसडीएम व विभाग के अधिकारी प्रत्यक्ष रूप से संवाद कर समस्याओं के समाधान हेतु पहल कर रहे हैं।
कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि विदिशा जिले में प्रत्येक विभाग के निराकरण का वेटेज प्रतिशत 40 से कम न हो। इस ओर सभी विभाग ध्यान देंगे। समीक्षा बैठक में प्रत्येक विभागवार लंबित आवेदनों की जानकारी वहीं निराकरण के लिए की गई कार्यवाही, शिकायत के परिपेक्ष्य में निराकरण का जबाव दाखिल किया गया कि नहीं, एल-1 स्तर पर निराकरण का प्रतिशत इत्यादि की समूचित जानकारी पावर प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रस्तुत की गई।
समीक्षा बैठक में विदिशा एवं बासौदा तथा नटेरन एसडीएम ने अपने अनुविभाग क्षेत्र अंतर्गत आने वाली तहसीलों में सीएम हेल्पलाइन के आवेदनों हेतु विभागवार शिविरों के आयोजन के अनुभवों को साझा किया। साथ ही निराकरण के लिए स्थानीय स्तर पर अधिकारियों के संयुक्त समन्वय को स्थापित कर आवेदनों के निराकरण में प्राप्त हुई सफलताओं पर विस्तृत जानकारी दी है।
समीक्षा बैठक के दौरान बतलाया गया कि प्रदेश स्तरीय जारी रैंकिंग में 10 विभाग डी ग्रेड की श्रेणी में शामिल हैं। वहीं जिले से कम संतुष्टि का वेटेज अर्थात 29 प्रतिशत से कम है ऐसे 17 विभाग हैं। जिन विभागों के द्वारा संतुष्टि प्रतिशत से कम का निराकरण किया गया है। उन विभागों के कारण शिकायतों की संख्या व जिले की रैंकिंग प्रभावित हो रही है।
जिले में 100 दिवस से अधिक की कुल 997 शिकायतें तथा 300 दिवस से अधिक की कुल 251 शिकायतें लंबित हैं। उपरोक्त शिकायतों के साथ-साथ जनवरी माह की शिकायतों का निराकरण 20 फरवरी 2022 के पूर्व कराया जाना सुनिश्चित करें के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर दिए गए हैं इस दौरान बताया गया कि सीएम हेल्पलाइन की प्रदेश स्तरीय जिलेवार रैंकिंग प्रत्येक माह की 20 तारीख को जारी की जाती है।
नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई बैठक में अपर कलेक्टर वृंदावनसिंह, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ दयाशंकर सिंह के अलावा, समस्त एसडीएम एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
परिवहन विभाग की 100 प्रतिशत शिकायतों का निराकरण, मिला प्रशंसा पत्र
जिले में सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज आवेदनों का शत प्रतिशत निराकरण करने पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के द्वारा जिला परिवहन अधिकारी गिरजेश वर्मा को प्रशंसा पत्र प्रेषित किया गया है।
गौरतलब हो कि विदिशा जिले में सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज आवेदनों के निराकरण हेतु नवाचार के तहत तहसील स्तर पर प्रत्येक मंगलवार को शिविरों का आयोजन किया जा रहा है वहीं विभागों के अधिकारियों द्वारा भी नवाचार कर दर्ज आवेदनों का संतुष्टि पूर्वक समाधान किया जा रहा है।
विदिशा जिले में जिला परिवहन कार्यालय में पिछले अप्रैल माह से लेकर जनवरी माह तक प्राप्त शिकायतों का शत-प्रतिशत संतुष्टिपूर्ण निराकरण करने पर विभाग को प्रदेश स्तरीय रैंकिंग में प्रथम स्थान हासिल हुआ है। वहीं वेटेज वेल्यू 100 प्रतिशत है। जिला परिवहन अधिकारी श्री गिरजेश वर्मा ने बताया कि परिवहन विभाग को अप्रैल से लेकर जनवरी 2022 तक कुल 51 शिकायतें सीएम हेल्पलाइन के तहत प्राप्त हुई थीं। जिनका निराकरण शिकायत प्राप्ति दिवस को ही किया गया है।
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बहुत महत्वपूर्ण है महाशिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का पाठ
/ बहुत महत्वपूर्ण है महाशिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का पाठ
शिव चालीसा भगवान शिव की एक प्रार्थना है - हिंदू के देवताओं में त्रिमूर्ति में से एक भगवान शिव, देवो के देव, दूसरे ब्रह्मा और तीसरे विष्णु हैं। शिव चालीसा भगवान की स्तुति करने का एक जरिया है। शिव चालीसा भक्तों के जीवन में कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने में उनकी मदद करता है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव का आशीर्वाद चाहने वाले भक्तों को भक्ति और ईमानदारी के साथ शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। यह सुझाव दिया जाता है कि भक्तों को अपने मन को भगवान शिव या उनकी छवि पर ध्यान देने के बाद ही शिव चालीसा को पढ़ना चाहिए। शिव पुराण के अनुसार, शिव-शक्ति का संयोग ही परमात्मा है। आनंद की अनुभूति दिलाने वाले भगवान भोलेनाथ का शिवरात्रि में शिव चालीसा पढ़ने का अलग ही महत्व है। शिव चालीसा के माध्यम से अपने सारे दुखों को भुला कर शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।
हे गिरिजा पति हे, दीन हीन पर दया बरसाने वाले भगवान शिव आपकी जय हो, आप सदा संतों के प्रतिपालक रहे हैं। आपके मस्तक पर छोटा सा चंद्रमा शोभायमान है, आपने कानों में नागफनी के कुंडल डाल रखे हैं।
आपकी जटाओं से ही गंगा बहती है, आपके गले में मुंडमाल (माना जाता है भगवान शिव के गले में जो माला है उसके सभी शीष देवी सती के हैं, देवी सती का 108वां जन्म राजा दक्ष प्रजापति की पुत्री के रूप में हुआ था। जब देवी सती के पिता प्रजापति ने भगवान शिव का अपमान किया तो उन्होंने यज्ञ के हवन कुंड में कूदकर अपनी जान दे दी तब भगवान शिव की मुंडमाला पूर्ण हुई। इसके बाद सती ने पार्वती के रूप में जन्म लिया व अमर हुई) है। बाघ की खाल के वस्त्र भी आपके तन पर जंच रहे हैं। आपकी छवि को देखकर नाग भी आकर्षित होते हैं।
माता मैनावती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांयें अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रूप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
आपके सानिध्य में नंदी व गणेश सागर के बीच खिले कमल के समान दिखाई देते हैं। कार्तिकेय व अन्य गणों की उपस्थिति से आपकी छवि ऐसी बनती है, जिसका वर्णन कोई नहीं कर सकता।
हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई। हे प्रभु आपने तुरंत तारकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद्दे वी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन! भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
हे प्रभु आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।
हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्रीराम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, तो आपके इशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।
हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभु, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अहंकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंने मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती। हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उबार लो, यही उचित अवसर है। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।
हे प्रभु वैसे तो जगत के नातों में माता-पिता, भाई-बंधु, नाते-रिश्तेदार सब होते हैं, लेकिन विपदा पड़ने पर कोई भी साथ नहीं देता। हे स्वामी, बस आपकी ही आस है, आकर मेरे संकटों को हर लो। आपने सदा निर्धन को धन दिया है, जिसने जैसा फल चाहा, आपकी भक्ति से वैसा फल प्राप्त किया है। हम आपकी स्तुति, आपकी प्रार्थना किस विधि से करें अर्थात हम अज्ञानी है प्रभु, अगर आपकी पूजा करने में कोई चूक हुई हो तो हे स्वामी, हमें क्षमा कर देना।
हे शिव शंकर आप तो संकटों का नाश करने वाले हो, भक्तों का कल्याण व बाधाओं को दूर करने वाले हो योगी यति ऋषि मुनि सभी आपका ध्यान लगाते हैं। शारद नारद सभी आपको शीश नवाते हैं।
हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगे, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रूप से मिलता है। त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन त्रयोदशी कहलाता है, हर चंद्रमास में दो त्रयोदशी आती हैं, एक कृष्ण पक्ष में व एक शुक्ल पक्ष में) को पंडित बुलाकर हवन करवाने, ध्यान करने और व्रत रखने से किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं रहता।
अयोध्यादास आस कहैं तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सब कुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।
हर रोज नियम से उठकर प्रात:काल में इस चालीसा का पाठ करें और भगवान भोलेनाथ जो इस जगत के ईश्वर हैं, उनसे अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करें।
संवत 64 में मंगसिर मास की छठी तिथि और हेमंत ऋतु के समय में भगवान शिव की स्तुति में यह चालीसा लोगों के कल्याण के लिए पूर्ण की गई। |
कोई भी पूर्ण नहीं है: काइली जेनर की सबसे निंदनीय तस्वीरों का संकलन - मनोरंजन
अगर हम सबसे स्टाइलिश युवा सितारों में से एक के बारे में सोचते हैं, तो काइली जेनर का नाम पूरी तरह से अलग है। वह हमेशा अच्छी लगती है, है ना? जाहिर है, जैसा कि काइली बताती हैं, वह इंस्टाग्राम पर सेल्फी भी पोस्ट करती हैं और अगर उन्हें उनके प्रशंसकों द्वारा पर्याप्त लाइक नहीं मिलते हैं, तो वह उन्हें पूरी तरह से हटा देती हैं और शुरू हो जाती हैं। वह कुछ सोशल मीडिया सेल्फी प्रतिबद्धता है।
यह कहना सुरक्षित है कि काइली हर समय बहुत सुंदर दिखती हैं, चाहे उन्होंने अपने बालों को एक नए रंग में रंगा हो या एक नई व्यक्तिगत शैली की कोशिश कर रही हो। लेकिन किसी और की तरह (और निश्चित रूप से हमारी तरह, अगर हम पूरी तरह से ईमानदार हो रहे हैं), स्टार के पास ऐसे क्षण हैं जब वह चापलूसी से कम दिखती है, और ईमानदारी से, इस तरह से हमें बहुत राहत मिलती है। वह संपूर्ण नहीं है और, अनुमान लगाओ, कोई भी पूर्ण नहीं है। कार्दशियन-जेनर कबीले का सदस्य भी नहीं। काइली जेनर की ये 16 अनचाही तस्वीरें देखें।
16 कांस्य और भ्रमित
इस तस्वीर को देखकर यह सोचना असंभव है कि यह काइली जेनर है। वह बिल्कुल उसकी तरह नहीं दिखती। हम क्यों सोचेंगे कि हम उसे सुपर कांस्य त्वचा (इतनी कांस्य कि यह मूल रूप से सोना है) और फूले हुए होंठों के साथ देखेंगे जो सूजे हुए और नीले बाल दिखते हैं? हमने कभी नहीं सोचा होगा कि हम उसे इस तरह देखेंगे।
हमारे पास ईमानदारी से शून्य सुराग है कि वह ऐसी क्यों दिखती थी और उस समय उसके जीवन में क्या चल रहा था। शायद यह हैलोवीन पोशाक का हिस्सा था। हम उम्मीद करते हैं। इससे हमें काफी अच्छा महसूस होगा। या हो सकता है कि यह किसी अन्य प्रकार की थीम पार्टी के लिए थी जहाँ उसे तैयार होना था। लेकिन अगर इस भ्रमित नज़र के पीछे असली कारण नहीं थे, तो हमें बस यह कहना होगा कि हमें नहीं पता कि क्या हो रहा है।
15 वास्तव में खराब बाल, होंठ हौसले से फूले हुए
एक बुरा बाल दिवस है (जो हम सभी को कभी न कभी होता है) और फिर इस तरह के बाल होते हैं। काइली के बाल भूरे क्यों दिखते हैं? और यह इतना कठोर क्यों है? और ऐसा क्यों लगता है कि उसने इसे महीनों से नहीं धोया है? क्षमा करें, लेकिन हमें एक क्षण चाहिए। हम अभी बहुत हैरान हैं।
ठीक है, हम वापस आ गए हैं। लेकिन फिर भी काफी हैरान हैं। यह अब तक का सबसे बड़ा डाई जॉब नहीं लगता क्योंकि काइली के बालों का ऊपरी हिस्सा काला है और नीचे का भाग ग्रे है। हाँ, ग्रे। कोई अपने बालों को सफ़ेद क्यों रंगेगा? काइली जेनर क्यों होगी? हमें यकीन नहीं हो रहा है कि यह उसकी ओर से एक अच्छा विचार था। लेकिन हो सकता है कि उन्हें इसका पछतावा हो क्योंकि उनके बाल इन दिनों काफी बेहतर दिख रहे हैं।
14 धुंधली रेखाएं
यह फोटो भी क्या है? यह सुपर धुंधली है और हमें ईमानदारी से पता नहीं क्यों है। क्या किसी ने यह फ़ोटो बहुत तेज़ी से खींची है तो यह ऐसा दिखता है? या यह उद्देश्य पर था? हम बहुत भ्रमित हैं और हमारे पास बहुत सारे प्रश्न हैं।
यहाँ निश्चित रूप से काइली एकदम सही से थोड़ी कम दिख रही हैं। उसकी सभी पलकें झुकी हुई हैं (ठीक है, वास्तव में, उसकी एक पलक किसी यादृच्छिक कारण से दूसरे की तुलना में नीचे गिर रही है ...) और उसके होंठ अविश्वसनीय रूप से सूजे हुए दिखते हैं। उसे ऐसा लग रहा है कि वह वास्तव में कठिन समय बिता रही है। ऐसा नहीं है कि हम आमतौर पर स्टार को देखते हैं। अगर हम नहीं जानते थे कि यह वास्तव में था, तो शायद हम उसे पहचान भी नहीं पाते ... और यह वास्तव में कुछ कह रहा है क्योंकि इस बिंदु पर उसके सामान्य हस्ताक्षर केश और संगठन बहुत अच्छी तरह से प्रलेखित हैं।
13 टू-टोन चेस्ट
आइए इस बारे में बात करें कि हर कोई इस फोटो को देखकर किस बारे में बात करना चाहता है: काइली की छाती उसकी त्वचा के बाकी हिस्सों से बिल्कुल अलग क्यों है?!
यह एक कमाना बिस्तर सत्र के गलत होने का परिणाम रहा होगा। या हो सकता है कि उसने सेल्फ-टेनर का इस्तेमाल किया हो और अपनी छाती और अपने शरीर के बाकी हिस्सों के लिए अलग-अलग रंगों का इस्तेमाल किया हो। हम ईमानदारी से उसके ऐसा करने की कल्पना नहीं कर सकते, लेकिन, ठीक है, तस्वीर में सबूत है। और तस्वीर हमें दिखा रही है कि यह वही है जो वास्तव में नीचे चला गया था। यह निश्चित रूप से सिर खुजाने वाला है। यह हम सभी के लिए एक सबक है कि कभी-कभी, तन गंभीर रूप से गलत हो जाते हैं। हमें यह समझ में नहीं आता कि इस स्थिति को देखते हुए उसने इतनी दरार क्यों दिखाई होगी।
12 प्लम्प्ड पकर
सभी धुंधली तस्वीरों के साथ क्या है? क्या काइली की तस्वीरें लेने वाले लोग बेतरतीब ढंग से उसके चेहरे पर एक कैमरा लगाते हैं और उसे इधर-उधर घुमाते हैं ताकि तस्वीरें धुंधली हों? इसको लेकर हमारे मन में अभी भी बहुत सारे सवाल हैं...
काइली यहां बिल्कुल अपनी तरह नहीं दिखती हैं और इसलिए वह बेदाग तस्वीरों के इस संग्रह का हिस्सा हैं। सबसे पहले, उसके बाल सुनहरे हैं। गोरा। जब हम काइली जेनर के बारे में सोचते हैं तो हम ऐसा नहीं सोचते हैं। ज़रूर, हम उसे हर समय अपने बालों का रंग बदलने और उसे नीला या हरा या कुछ और मरने जैसी पागल चीजें करने के आदी हैं, लेकिन हम उसे एक गोरी के रूप में देखने के अभ्यस्त नहीं हैं। हम निश्चित रूप से उसके बारे में सोचते हैं कि उसके भूरे या काले बाल हैं। इस तस्वीर के साथ एक और मुद्दा, निश्चित रूप से, उसके होंठ कितने मोटे और बड़े दिखते हैं। क्या कुछ गलत हुआ?!
11 एक आँख बंद
ठीक है, यह सिर्फ एक अच्छी तस्वीर नहीं है। यह बहुत भयानक है, और हमें पूरा यकीन है कि काइली खुद ऐसा कहने वाली पहली महिला होंगी। यहाँ भी क्या हो रहा है? यह अजीब और यह बुरा क्यों है?
उसकी एक आंख क्यों बंद है और उसके चेहरे पर ऐसा अजीब भाव क्यों है? उसके बाल हरे क्यों हैं? हाँ, हम पाते हैं कि काइली जेनर को अपने बालों को यादृच्छिक रंगों से रंगना पसंद है और ऐसा लगता है कि उन्हें हर दिन एक नया बालों का रंग मिल गया है, लेकिन ... यह हरा वास्तव में खराब है। या यह नीला है? हम बता भी नहीं सकते। यह इतना भयानक रंग है। हमें यह भी नहीं पता कि काइली का मुंह इस तरह क्यों खुला है। शायद हमें इस तस्वीर के रहस्य के साथ जीना सीखना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।
10 काले और नीले बाल
जब आप इसे नीले रंग में रंगने का फैसला करते हैं तो यह वह नहीं है जो आप चाहते हैं कि आपके बाल ऐसे दिखें। अपने बालों को नीला करना एक बात है और एक ही समय में उनका काला और नीला दोनों होना एक बुरी नज़र है। यह केश ईमानदारी से किसी पर भी वास्तव में अप्रभावी लगेगा और यह सितारों और नियमित मनुष्यों दोनों के लिए उपयुक्त है।
हमें लगता है कि काइली को अपने बालों को नीला या काला रंग देना चाहिए था। उसे दोनों के लिए नहीं जाना चाहिए था। यह सिर्फ चापलूसी नहीं है। उसने भी कोई मेकअप नहीं पहना है और इसलिए मेकअप की कमी को जोड़ रहा है और काले चमड़े की जैकेट के साथ बाल पूरे लुक को वास्तव में गन्दा कर देते हैं। और हम काइली जेनर को गन्दा दिखने के आदी नहीं हैं। नहीं। हर्गिज नहीं।
9 बर्बाद या क्या?
हम छाया फेंकने वाले नहीं हैं और हम यह नहीं कहना चाहते हैं कि काइली इस तस्वीर में थोड़ी बर्बाद हो गई है, लेकिन ... ठीक है ... हम वास्तव में और क्या सोचने वाले हैं ?! उसे ऐसा लगता है कि उसने बहुत सारे कॉकटेल का आनंद लिया है और उसे अपनी आँखें खुली रखने में परेशानी हो रही है। क्योंकि, ठीक है, वह सचमुच अपनी आँखें बंद कर रही है।
हम उसके सुपर लंबे नाखूनों पर भी बड़े नहीं हैं। वे नाखूनों से ज्यादा पंजे की तरह दिखते हैं। कार्दशियन-जेनर को पूरी तरह से, पूरी तरह से, 100 प्रतिशत परिपूर्ण से कम कुछ भी देखना एक अजीब अनुभव है। यह ऐसा कुछ नहीं है जिसे हम कभी देखते हैं या देखने की उम्मीद करते हैं। लेकिन अब यह हो रहा है। और ऐसा लगता है जैसे कुछ बंद है। हो सकता है कि बुध वक्री हो या कुछ और?! हाँ, यहाँ पूरी तरह से यही हो रहा है।
8 अनचाहे बाल
तो... काइली जेनर भी कभी-कभी बिना धोए बालों के साथ निकल जाती हैं। और उसे एक बन में फेंक देता है जिससे उसके गंदे बाल और भी स्पष्ट दिखाई देते हैं। और उसने ऐसी तस्वीरें खींची हैं जहाँ उसकी गर्दन और ठुड्डी उतनी अच्छी नहीं लगती।
इस फोटो में वह हम सब हैं। हम सभी वहाँ रहे है। ठीक है, तो हो सकता है कि हमने कभी भी पपराज़ी को हमारी तस्वीरें लेने के लिए नहीं लिया है ... और हमारे आसपास का अनुसरण करें ... और अपनी तस्वीरों को टन के पैसे में बेच दें। ठीक है, तो हमारे पास इतना समान नहीं है। लेकिन हमें उस पार्टी की पुरानी फ़ेसबुक फ़ोटो में टैग किया जाता है जहाँ हम सोचते हैं, 'क्या वास्तव में मैं ऐसा दिखता हूँ? मैं इस तरह घर से कैसे निकला? मैंने कभी कैसे सोचा कि मैं कभी प्यारा लग रहा था?' हम समझ गए। हम संबंधित कर सकते हैं।
7 जिम गोअर
देखिए, चलिए एक बात सीधी करते हैं: जब हम जिम जाते हैं तो हम सभी ऐसे दिखते हैं। ठीक है, हम ऐसे दिखते हैं जब हम इसमें कोई प्रयास नहीं करते हैं और अपनी सर्वश्रेष्ठ लेगिंग नहीं पहनते हैं और जो कुछ भी पुराना स्वेटशर्ट लगता है वह साफ है।
हम यहां काइली जेनर पर रैगिंग नहीं कर रहे हैं। हम वास्तव में नहीं हैं। क्योंकि हम सभी के पास वे दिन होते हैं जब हम वास्तव में वर्कआउट नहीं करना चाहते (लेकिन क्या हम कभी वर्कआउट करना चाहते हैं ?!) और इसलिए जिम में अपने बट्स को पाने का एकमात्र तरीका पसीना फेंकना है। हम चीजों को ऐसे ही करते हैं। हम वास्तव में खुश हैं कि जब वह पसीना बहाती है तो काइली एकदम सही से कम दिखती है। यह हमें अपने जीवन के बारे में बहुत बेहतर महसूस कराता है।
6 अब तक का सबसे अजीब मेकअप
काइली का चेहरा इतना अजीब क्यों दिखता है? क्या वह पहन रही है... टेप? हाँ, उसने अपने चेहरे के एक तरफ टेप जरूर लगा रखा है। और वह एक टन नींव पहन रही है जो उसके चेहरे को गुलाबी चमक दे रही है। या हो सकता है कि उसके चेहरे का छिलका या कुछ ऐसा हो जिससे उसकी त्वचा सुपर गुलाबी हो गई हो। यहाँ कुछ हो रहा है और यह वास्तव में इतना अच्छा नहीं है। यह बहुत अजीब है।
हम काइली जेनर को अब तक के सबसे अच्छे मेकअप के साथ देखने के आदी हैं। आखिरकार, उसने अपना मेकअप साम्राज्य बनाया है, और अपने शो परकाइली का जीवन, वह अक्सर मेकअप और सौंदर्य उद्योग के लिए अपने प्यार के बारे में बात करती है। हमने कभी नहीं सोचा होगा कि हम उसे इस तरह देखते हुए देखेंगे। और, चलो यहाँ असली हो, चांदी की आंखों की छाया वास्तव में किसी पर भी चापलूसी नहीं कर रही है।
5 निश्चित रूप से अप्रभावी Un
ये देखने में काइली जेनर जैसी भी नहीं लगती. यह निश्चित रूप से उसके दौरान लिया गया था (क्षमा करें, लेकिन हमें यह कहना होगा) अजीब पूर्व-किशोर वर्ष। हाँ, हमें खेद है। हम काइली और केंडल जेनर से प्यार करते हैं और हम स्पष्ट रूप से उनके पूरे परिवार से प्यार करते हैं लेकिन यह सिर्फ जीवन का एक तथ्य था। उस समय की उनकी बहुत सारी तस्वीरें हैं जहाँ वे आज की तुलना में बहुत अधिक अजीब लगती हैं।
ठीक है। हम सभी ने बहुत सारी तस्वीरें ली हैं, जहां सालों बाद, हम उन्हें गंभीरता से देखेंगे और जाएंगे, 'क्या ?! क्या यह वाकई हम हैं? नहीं, यह नहीं हो सकता। सच में नहीं? ये हम हैं?' भले ही हम इसे स्वीकार न करना चाहें, हम गहराई से जानते हैं कि यह पूर्ण और ईमानदार सत्य है। इस फोटो को देखकर काइली को ऐसा ही लगता होगा। ले देख? हमने जितना सोचा था, उससे कहीं अधिक हमारे पास स्टार के साथ समान है।
4 कोई मेकअप नहीं, गन्दा बाल
रुको ... क्या वह काइली जेनर है ?! सच में?! हम ईमानदारी से तारे को पहचान भी नहीं सकते। इस फोटो में वह काफी अलग लग रही हैं।
यह एक बहुत छोटी काइली की तस्वीर है, और कुछ साल पहले, उर्फ दिन में वापस, वह उतनी ग्लैम नहीं थी और आज जैसी है। हमें पूरा यकीन है कि काइली खुद भी कहेगी कि यह एक बेहूदा फोटो है। ठीक है, हम 100 प्रतिशत जानते हैं कि वह इस तथ्य पर विचार करते हुए कि वह कहती है कि वह एक टन पसंद के बिना या नकारात्मक टिप्पणियों के साथ तस्वीरें हटा देती है। वह शायद नहीं चाहती कि हम इस तस्वीर को देखें, इसके बारे में बात तो करें। उफ़। हम पूरी तरह से दोषी हैं। क्षमा करें, काइली, लेकिन अगर यह आपको बेहतर महसूस कराता है, तो हम सभी बिना मेकअप के और अपने बालों के साथ कभी-कभी गन्दा टॉप बन में बाहर जाते हैं (और हम मूल रूप से हर समय घर पर घूमते समय इस तरह दिखते हैं)।
3 सुपर टॉप गुड
यह बन है... अतिरिक्त। यह अभी बहुत ज्यादा है। हम जानते हैं कि काइली वास्तव में यहाँ बहुत छोटी थी और इसलिए हम उसके प्रति बहुत कठोर नहीं होना चाहते। हम जानते थे कि हम सभी फैशन और बालों के चुनाव करते हैं जब हम उस उम्र के थे कि हम इन दिनों कभी नहीं बना पाएंगे। हम अब बहुत समझदार हो गए हैं... ठीक है, कम से कम जब फैशन और बालों की बात आती है। शायद किसी और चीज के बारे में नहीं।
हमें पूरा विश्वास है कि आज, अगर काइली ने इस तस्वीर पर एक नज़र डाली, तो वह सोचेगी कि उसका बन बहुत ऊँचा था। एक हाई बन है... और फिर है यह खास हेयरस्टाइल। ऐसा लगता है कि यह सचमुच उसके सिर के ऊपर बैठी है और यह बहुत अच्छा नहीं है। उसने बहुत अधिक आईलाइनर भी पहना है, लेकिन फिर, हम यहाँ उस पर चीर-फाड़ करने के लिए नहीं हैं। हमें पता चलता है कि वह यहाँ सुपर यंग थी। यह सब अच्छा है।
2 बेयर-फेस्ड
देखिए, हम सभी ने शर्मनाक बैंड टी-शर्ट या सामान्य रूप से सिर्फ टी-शर्ट पहनी है। ये फैशन के क्षण ज्यादातर तब हुए जब हम हाई स्कूल में थे, जो कि काइली शायद एक किशोरी थी जब यह तस्वीर खींची गई थी।
ऐसा नहीं है कि शर्ट इतनी खराब है, वास्तव में - यह सिर्फ एक सामान्य दो टन लंबी आस्तीन वाला टॉप है। दिक्कत ये है कि काइली अब दूर से भी कभी ऐसा कुछ नहीं पहनती हैं. वह बेज या काले कपड़ों में अधिक है (वह और किम के दोनों वास्तव में न्यूट्रल में हैं) और वह हमेशा इससे कहीं अधिक शानदार और ग्लैमरस दिखती है। हमें नहीं लगता कि वह उसे फैशन-फ़ॉरवर्ड दिनों से कम याद रखना चाहती है। हमें पूरा यकीन है कि वह वास्तव में ऐसा नहीं करना चाहती। हम उस पर दांव लगाएंगे।
1 अजीब बाल
क्षमा करें, लेकिन यह पूरी तरह से कहा जाना है: काइली के बाल यहाँ अजीब लग रहे हैं। यह ऐसा है जैसे उसने अपने बालों को एक बन या ऊँची पोनीटेल में रखने की कोशिश की ... और यह काम नहीं किया। हम समझ गए। हम जानते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है। उसके बाल उस अजीब-सी अवस्था में हैं जहाँ एक वास्तविक पोनीटेल में रखना बहुत छोटा है ... लेकिन यह बहुत निराशाजनक है क्योंकि आप बस इतना ही करना चाहते हैं। हां। हम वहां गए हैं।
लेकिन इस तस्वीर में काइली के बाल काफी उलझे हुए हैं और इसलिए हमें कहना होगा कि यह काफी बेकार है। हमें लगता है कि वह हमारी बात से सहमत होगी। लेकिन कम से कम हम एक बहुत ही आश्चर्यजनक और महत्वपूर्ण बात जानते हैं: यहां तक कि काइली जेनर के बाल भी खराब हैं।
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इंटरनेट से कमाई कैसे करें | कमाई कैसे की जाए?
इंटरनेट से कमाई कैसे करें:- हेलो दोस्तों कैसे हो आप लोग आए हो कि आप सब बहुत अच्छे होंगे अगर आप भी इंटरनेट पर यह सोच रहे हैं कि इंटरनेट से कमाई कैसे करें तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पर आए हैं आज के इस आर्टिकल मैं आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं कि आप इंटरनेट से कमाई कैसे कर सकते हैं क्योंकि आज कल की दुनिया इंटरनेट की दुनिया है ऑनलाइन की दुनिया है और आज रात यहां से पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको इंटरनेट से कमाई कैसे करें इसके बारे में पूरी जानकारी सीखनी होगी तो चलिए शुरू करते हैं आज का आर्टिकल बिना किसी देरी के।
इंटरनेट से कमाई कैसे करें 👇
1. इंटरनेट से कमाई कैसे करें:-
A. दोस्तों अगर आप इंटरनेट से कमाई करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपके पास एक मोबाइल होना चाहिए जो कि आपके पास जरूर होगा और आपको उसका यूज़ करते आना चाहिए इंटरनेट पर आपको फालतू चीजों से देखकर उनसे सीख लेकर बुरा काम नहीं करते हुए आपको अच्छा काम करना चाहिए जैसे कि आप इंटरनेट से पैसे कमा सकें।।
B. दोस्तों जरा व्हाट्सएप चला रहे हैं तो आप व्हाट्सएप से भी इंटरनेट से पैसे कमा सकते हैं आप व्हाट्सएप पर कोई भी सामान भेज सकते हैं या ऐसा बिजनेस व्हाट्सएप ग्रुप क्रिएट कर सकते हैं वहां पर बहुत सारे लोगों को जोड़ सकते हैं और अपना प्रोडक्ट वहां पर सेट कर सकते हैं जिससे कि आपको अच्छी खासी कमाई होगी।।
C. अगर आप इंटरनेट से पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको यह ध्यान में रखना होगा कि आपको मेहनत तो करनी होगी आप जो मेहनत अभी यूट्यूब के वीडियो देखने में कर रहे हैं वहीं मेहनत आप यूट्यूब वीडियो बनाने में कीजिए आपको जो भी आता हो जैसा भी काम आता हूं आप उसकी फिक्र मत कीजिए कि लोग क्या कहेंगे ऐसा वीडियो जो डालना शुरू कीजिए और आप इस तरीके से भी इंटरनेट से पैसे कमा सकते हैं।।
D. दोस्तों आजकल एफबी फेसबुक कौन नहीं चलाता सभी लोग एफबी और फेसबुक चलाते हैं जरा आप भी फेसबुक चलाते हैं तो वहां पर एक अपना फेसबुक पेज की ऐड कर लीजिए आपको जो भी आता हो आप उसके बारे में पोस्ट बनाकर डालिए अपनी वीडियोस पोस्ट कीजिए और उन्हें आप मोनेटाइज बचा सकते हैं या आप किसी भी ब्रांड का प्रमोशन कर के वहां से भी आसानी से पैसे कमा सकते हैं।।
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E. दोस्तों इसके अलावा आप इंस्टाग्राम से भी पैसे कमा सकते हैं अगर आप इंस्टाग्राम पर हैं तो वहां पर अपनी फोटो जवीडियोस डालने के अलावा आप अपना एक पेज बना लीजिए और उस पेज पर जरूरी जानकारी शेयर कीजिए जैसे जैसे आपके फॉलोवर्स बढ़ते जाएंगे वैसे-वैसे आपसे लोग कांटेक्ट करते जाएंगे और अपने फ्रेंड का प्रमोशन कराते जाएंगे आप उनसे पैसे ले सकते हैं और उस तरीके से आप इंटरनेट से पैसे कमा सकते हैं ।।
F. इंटरनेट से पैसे कमाने के बहुत सारे तरीके हैं इतने सारे तरीके हैं कि आप सोच भी नहीं सकते और उन सारे तरीकों को जानने के लिए आप हमारे ब्लॉग के और आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं जिन पर आपको मैंने सब कुछ विस्तार से बताया गया है आप इंस्टाग्राम से किस तरीके से पैसे कमा सकते हैं इसके बारे में नहीं पूरी पोस्ट लिखी है आप उस पोस्ट को ध्यान से पढ़िए उसके बाद आपको पता चल जाएगा कि आप इंस्टाग्राम से पैसे कैसे कमा सकते हैं।।
2. कमाई कैसे की जाए?
दोस्तो अगर आप इसी बारे में सोच रहे हैं कि कमाई कैसे की जाए तो मैं आपको एक बात बता देना चाहता हूं कि सोचने से और घर बैठे रहने से कुछ भी नहीं होता है अगर सोचने से ही कमाई हो जाती तो आप अब तक अमीर बन चुके होते हैं इसलिए आप कुछ ना कुछ काम करना पड़ेगा अगर आपका मन करना चाहते हैं और कमाई करने के बहुत सारे तरीके हैं इनको मैं यहां पर नीचे बताने वाला हूं।।
1. दोस्तों अगर आप गांव में रहते हैं और गांव में रहकर ही पैसे कमाना चाहते हैं तो आप गांव में भी बहुत ही आसानी से पैसे कमा सकते हैं इसके लिए आपको बस अपने इंटरेस्ट में ध्यान देना चाहिए अगर आपके पास थोड़ी बहुत जगह है तो आप उसमें कोई ऐसी चीज ना दीजिए जिससे कि आपको बहुत कम समय में ही बहुत अधिक मुनाफा हो सके और इसके लिए राज्य सरकार लोन भी दे रही है तो आपको एक बार अपने पास के कृषि केंद्र में जाकर संपर्क करना चाहिए और आपको कुछ ऐसी चीज अपनी खेती में होना चाहिए जिससे कि आप पैसे कमा सकें।।
2. दोस्तों अगर आप घर बैठ कर ही पैसे कमाना चाहते हैं तो उसके लिए भी मैं आपको एक बहुत ही अच्छा तरीका बताने जा रहा हूं अगर आपको घर बैठकर ही पैसे कमाना है और बाहर कहीं भी नहीं जाना है तो आप घर पर ही कोई किराने की दुकान लगा सकते हैं आप सिलाई का काम कर सकते हैं आप कुछ ऐसा काम कर सकते हैं जिससे कि आप लोगों की मदद कर सके और उसके बदले में आपको पैसे मिल सके आप अपनी वेबसाइट बनाकर काम कर सकते हैं आप कहानियां लिख सकते हैं आप कंटेंट राइटिंग कर सकते हैं इसके अलावा भी और बहुत सारे काम है जो आप घर बैठकर कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं आप घर बैठे ऑनलाइन जॉब कर सकते हैं आजकल बहुत सी कंपनियां घर बैठे ही ऑनलाइन काम करवाते हैं आप हमसे संपर्क कीजिए और पैसे कमा सकते हैं।।
3. दोस्त और लास्ट में आपको जैसे तरीका बताने वाला हूं जिसको सुनकर आपको शायद थोड़ा सा अजीब लगी कि हम तो यहां पर कमाई किसी की जाए पढ़ने के लिए आए थे और यहां पर जान दे रहा है पर मैं आपको एक बात स्पष्ट और साफ तौर पर बता देना चाहता हूं आपको कमाई करने के लिए मेहनत जरूर करनी पड़ेगी बिना मेहनत के कुछ भी नहीं होता है और आपको मेहनत एक दिन नहीं बल्कि 1 साल 2 साल 3 साल तक आपको मेहनत करनी पड़ेगी तब जाकर आपको उस मेहनत का परिणाम मिलता है क्योंकि वृक्ष पर लगी हुई फल एक दिन में ही खाने के लिए तैयार नहीं हो जाते हैं उसके लिए टाइम लगता है इसीलिए आप मेहनत करते जाएंगे और 1 दिन आपकी भी कमाई होती जाएगी अगर आप और आर्टिकल इस बारे में पढ़ना चाहते हैं तो आप हमारे ब्लॉग के आर्टिकल पढ़ सकते हैं और आसानी से पैसे कमा सकते हैं
इंटरनेट से कमाई कैसे करें:- आपको हमारा आज का आर्टिकल इंटरनेट से कमाई कैसे करें कैसा लगा आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं अगर आप पर कोई सवाल हो तो आपको भी पूछे उसका जवाब देने की पूरी पूरी कोशिश करूंगा और ऐसे ही पैसे कमाने के बारे में डिटेल पढ़ने के लिए हमारे लेख को पढ़ते रहें और हमें अपनी राय देते रहे |
JNU Entrance Exam Result 2020 - by
JNU Entrance Exam Result 2020
Leave a Comment / Result / By Amit Maurya
जो कैंडिडेट JNU Entrance Exam 2020 के लिए अप्लीकेशन फॉर्म अप्लाई किये है। और उनका एंट्रेंस एग्जाम हो चूका है। और वह इसका रिजल्ट चेक करने चाहते है। तो वह इस आर्टिकल को पूरा पढ़े। इस आर्टिकल में आपको रिजल्ट कैसे चेक करने है, के बारे में बताया जायेगा। साथ में इस आर्टिकल में हम रिजल्ट चेक करने का लिंक भी प्रोवाइड करेंगे। जहाँ से आप डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करके अपना रिजल्ट चेक कर सकते है।
रिजल्ट कैसे चेक करे
JNU Entrance Exam रिजल्ट चेक करने के लिए आपको नीचे बताये गये स्टेप को फॉलो करना होगा।
– सबसे पहले आपको इस आर्टिकल में नीचे दिए गए Check Entrance Result के लिंक पर क्लिक करना होगा।
– लिंक पर क्लिक करने के बाद आप डायरेक्ट यूनिवर्सिटी के वेबसाइट पर आ जायेंगे। यह आपको एक विंडो दिखेगा।
– अब आपको यहा पर मांगे गये डिटेल्स जैसे Roll No, DOB इत्यादि को फील करके सबमिट कर देना है।
– सबमिट करने के बाद आपका रिजल्ट आपके मोबाइल स्क्रीन में दिखाई देगा। इसके बाद आप चाहे तो इसे डाउनलोड या इसे प्रिंट कर सकते है।
इस एंट्रेंस रिजल्ट में आपके द्वारा एंट्रेंस एग्जाम में obtain किये गए मार्क जैसे जानकारी दी गयी रहेगी।
Check Entrance Result Available soon
Official Website http://JNU.ac.in
अगर बात करे JNU के बारे में तो इसका नाम जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय है। जो एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। यह दिल्ली के दक्षिण भाग में स्थित है। इसकी स्थापना 1969 में की गयी थी। इस विश्वविद्यालय में करीब 9000 की संख्या में छात्र है। यह विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा एवं कार्य के लिए जाना जाता है। NAAC द्वारा इस विश्वविद्यालय को 2012 में भारत का सबसे अच्छा विश्वविद्यालय मन गया है। इस विश्वविद्यालय को NAAC द्वारा 4 में से 3.9 ग्रेड दिया गया है। जो की काफी ज्यादा अच्छा है।
उम्मीद करता हूं कि इस आर्टिकल को पढ़कर आपको JNU Entrance Exam Result 2020 को कैसे चेक करना है, के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपका रिजल्ट चेक करने से संबंधित कोई समस्या है तो उसेे आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं। |
पत्रकार राधाकृष्ण त्रिपाठी ने शुरू की नई पारी, मिली बड़ी जिम्मेदारी | Journalist Radhakrishn Tripathi Join New Media Group - Samachar4media
'न्यूज1इंडिया' चैनल से मिली जानकारी के मुताबिक युवा पत्रकार राधाकृष्ण त्रिपाठी को पॉलिटिकल एडिटर की बड़ी जिम्मेदारी के तहत चैनल में जॉइन कराया गया है। बताते चलें कि राधाकृष्ण 'न्यूज18 यूपी/यूके' चैनल के साथ बतौर असिस्टेंट एडिटर (असाइनमेंट) गत दो साल से कार्यरत थे, वर्ष 2018 में उन्होंने अपनी पारी को विराम दे दिया था।
मूलरूप से यूपी के प्रयागराज (इलाहाबाद) के रहने वाले राधाकृष्ण ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में पीजी करने के बाद 'दैनिक हिन्दुस्तान' के लखनऊ संस्करण के साथ बतौर ट्रेनी पत्रकारिता जगत में कदम रखा। इसके बाद पटना में दो साल (2002-2004) तक बतौर संवाददाता जुड़े रहे। इसी दौरान 2004 के लोकसभा चुनाव में रिपोर्टिंग का मौका मिला।
इसके बाद चंड़ीगढ़ में अमर उजाला से बतौर संवाददाता जुड़े, जहां क्राइम और जांच एजेंसी सीबीआई जैसी महत्वपूर्ण बीट पर बेहद कम समय में अच्छी पैठ बनाई। वर्ष (2006-2008) के दौरान आगरा हिन्दुस्तान लांचिंग टीम से वरिष्ठ संवाददाता पद पर जॉइन होकर सेकेंड सिटी इंचार्ज की जिम्मेदारी निभाई। इसी दौरान संस्थान ने प्रमोट करके न्यू लांच यूनिट प्रयागराज (इलाहाबाद) भेजा था, जहां पर उन्होंने सिटी इंचार्ज की जिम्मेदारी संभाली थी।
अपनी धारदार रिपोर्टिंग व कुशल टीम लीडर के चलते वर्ष 2010 में 'अमर उजाला' लखनऊ से बतौर सिटी इंचार्ज नई पारी का आगाज किया था। वर्ष 2011 में 'दैनिक भास्कर' लुधियाना संस्करण का दामन थाम सिटी इंचार्ज की भूमिका में काम किया और पंजाबा विधानसभा चुनाव की विशेष कवरेज दी। एक वर्ष बाद फिर से लखनऊ की ओर रुख कर 'दैनिक जागरण' समूह के बाइलिंगुअल समाचार पत्र 'आईनेक्स्ट' में सिटी इंचार्ज के रूप में कार्यभार संभाला।
जुलाई 2013 में फिर से पुराने बैनर 'दैनिक हिंदुस्तान' राज्य ब्यूरो में प्रिंसिपल करेसपॉन्डेंट की बड़ी भूमिका में वापसी कर विधानसभा, ऊर्जा विभाग के साथ बीजेपी, आरएसएस, हिंदूवादी संगठनों को कवर किया। उन्होंने वर्ष 2016 में टीवी न्यूज की ओर रुख कर न्यूज18यूपी/यूके में वरिष्ठ पत्रकार मनोज राजन त्रिपाठी की अगुवाई में बतौर असिस्टेंट असाइनमेंट एडिटर कार्य किया था। |
परिभाषा ट्यूलिप अवधारणा का कुल मूल्य। यह क्या है ट्यूलिप
परिभाषा ट्यूलिप
ट्यूलिप एक प्लांट क्लास है जो लिलिएसी परिवार का हिस्सा है। यह जीनस सौ से अधिक प्रजातियों से बना है, जो इसकी बड़ी पत्तियों और छह पंखुड़ियों के साथ इसके अनूठे फूल की विशेषता है।
* यह एक प्राकृतिक एंटीहाइपरटेन्सिव है : शरीर के तरल पदार्थों को खत्म करने की ट्यूलिप की क्षमता इस संयंत्र को उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए आदर्श घटक बनाती है। कई फार्मेसियों और हर्बलिस्टों में, हिबिस्कस की मिलावट बेची जाती है, इस समस्या से निपटने के लिए एक बहुत ही उपयुक्त उत्पाद;
* यह श्वसन रोगों का इलाज करने के लिए आदर्श है : ट्यूलिप एक बहुत प्रभावी एंटीट्यूसिव है। इस प्रभाव को प्राप्त करने के लिए, भाप को वाष्प बनाने के लिए उपयुक्त आयामों के कंटेनर में उबलते पानी को रखने के लिए पर्याप्त है, और हिबिस्कस निकालने की कुछ बूंदें जोड़ें। सर्दी, ब्रोंकाइटिस और फ्लू अन्य श्वसन विकार हैं जिनका इलाज इस पौधे से किया जा सकता है;
* पाचन रोगों का मुकाबला करता है : पाचन तंत्र की अन्य समस्याओं के साथ गैस्ट्रिटिस, नाराज़गी और अपच, जो श्लेष्म झिल्ली की सूजन या जलन पैदा करते हैं, ट्यूलिप जलसेक का सेवन करने के बाद काफी सुधार कर सकते हैं। लक्षणों के गायब होने तक प्रति दिन दो कप लेने की सिफारिश की जाती है;
* खोपड़ी को मजबूत करता है : सबसे आम समस्याओं में से एक बालों का झड़ना है, और एक ट्यूलिप जलसेक के साथ यह स्वाभाविक रूप से कम करना संभव है।
दूसरी ओर, "ट्यूलिपन", स्पेनिश अमाया मोंटेरो के एक गीत का नाम है, और यह उसके पहले एकल एल्बम का हिस्सा है, जिसे 2008 में रिलीज़ किया गया था ।
अर्जेंटीना में, ट्यूलिपन कंडोम और अंतरंग जैल के एक ब्रांड का संप्रदाय है। कंपनी की स्थापना 1989 में हुई थी और छह साल बाद देश में पहला अंतरंग जेल लॉन्च किया गया।
सार्वजनिक शीर्षक
वित्त के क्षेत्र में, एक शीर्षक एक दस्तावेज है जो मूल्य या सार्वजनिक ऋण के प्रतिनिधित्व की अनुमति देता है। सार्वजनिक प्रतिभूतियां , वास्तव में, वित्तीय उपकरण हैं जो एक राज्य एजेंसी द्वारा जारी किए गए ऋण का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसका मतलब यह है कि सार्वजनिक बांड एक राष्ट्रीय राज्य, एक क्षेत्रीय राज्य (प्रांतीय, विभागीय, आदि) या एक नगर पालिका द्वारा जारी किए गए ऋण से जुड़ा हो सकता है, अन्य प्रशासनिक-राजनीतिक निर्भरता के बीच जो प्रत्येक देश पर निर्भर करता है। सार्वजनिक शीर्षक को भुगतान के वादे के रूप में समझा जा सकता है। जो कोई भी सार्वजनिक शीर्षक जारी करता है, वह उस धन को वापस करने की प्रतिबद्धत
एपनिया शब्द की व्युत्पत्ति मूल की स्थापना हमें ग्रीक में ले जाने के लिए प्रेरित करती है क्योंकि वही भाषा उस भाषा से आती है। यह दो पूरी तरह से सीमांकित भागों के योग के अनुसार है: उपसर्ग - जो "निषेध" के बराबर है और क्रिया पनीन जिसे "साँस" के रूप में अनुवादित किया जा सकता है। एपनिया श्वसन प्रणाली की एक बीमारी को संदर्भित करता है जिसका लक्षण कम से कम दस सेकंड के लिए सांस लेने में रुकावट है । इसकी विशेषताओं के अनुसार, इस कठिनाई को तीन प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है: ऑब्सट्रक्टिव (सांस लेने की अनुपस्थिति द्वारा उत्पन्न श्वसन प्रयास द्वारा), केंद्रीय (प्रयास के साथ-साथ श्वसन
सहायक की अवधारणा, जो लैटिन शब्द ऑक्सिलैरिस से निकलती है , का उपयोग उस व्यक्ति या चीज को योग्य बनाने के लिए किया जाता है जो सहायता या किसी प्रकार की सहायता प्रदान करता है । दूसरी ओर, प्रशासनिक , प्रशासन से संबंधित है (लक्ष्य तक पहुंचने के लिए संसाधनों को व्यवस्थित या व्यवस्थित करने का कार्य) से संबंधित है। प्रशासनिक सहायक की धारणा एक स्थिति या नौकरी की स्थिति को संदर्भित करती है जो ज्यादातर कंपनियों में मौजूद है। प्रशासनिक सहायक के पास कंपनी के प्रशासन की विभिन्न गतिविधियों को विकसित करने का कार्य है । प्रशासनिक सहायक विशिष्ट कार्यालयीय कार्य करते हैं: दस्तावेजों को संग्रह करना, कागजी कार्रवाई क
जीव विज्ञान शब्द दो ग्रीक शब्दों से बना है: बायोस ( "जीवन" ) और लोगो ( "अध्ययन" )। यह एक प्राकृतिक विज्ञान है जो जीवों के गुणों और विशेषताओं का विश्लेषण करने, उनके मूल और विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए समर्पित है। उदाहरण के लिए: "अगले हफ्ते मुझे जीव विज्ञान की परीक्षा देनी है" , "सैन डिएगो विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान के एक विशेषज्ञ ने झींगा की एक नई प्रजाति की खोज की घोषणा की" , "आप एक कुत्ते से विपरीत कार्य करने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं" इसका जीव विज्ञान है । " जीवविज्ञान उन विशेषताओं की जांच करता है जो एक व्यक्ति के रूप में व्यक्तियों |
स्मार्टफोन की कीमत में बिक रही हैं Bullet और Thunderbird जैसी दमदार बाइक्स! शुरूआती कीमत महज 35,000 रुपये – LatestNews1
Royal Enfield की बाइक्स के साथ सबसे खास बात ये होती है कि इनका बॉडी फ्रेम काफी मजबूत होता है जो कि लंबे समय तक सुरक्षित रहता है। यही कारण है कि पुराने से पुराने मॉडल को भी कम खर्च में आसानी से मॉडिफाई कर बिल्कुल ही नया लुक दिया जा सकता है। कंपनी की Bullet और Thunderbird दोनों ही अपने सेग्मेंट की बेस्ट सेलिंग बाइक्स में से एक हैं।
Royal Enfield की बाइक्स अपने हाई परफॉर्मेंस के साथ साथ उंची कीमत के लिए भी मशहूर है। ज्यादातर लोग इस शाही सवारी का लुत्फ उठाना चाहते हैं लेकिन उंची कीमत और टाइट बजट के चलते लोग इस कंपनी की बाइक्स को खरीद नहीं पाते हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा ही है तो आप कमर्शियल साइट Droom से एक स्मार्टफोन से भी कम कीमत में Royal Enfield की दमदार Bullet और Thunderbird जैसी बाइक्स खरीद सकते हैं।
रॉयल एनफील्ड की बाइक्स के साथ सबसे खास बात ये होती है कि इनका बॉडी फ्रेम काफी मजबूत होता है और इनका मॉडिफिकेशन इन्हें और भी बेहतर बनाता है। आप अपने बजट में किसी भी पुराने रॉयल एनफील्ड की बाइक को खरीद कर उसे अपने पसंद के अनुसार मॉडिफाई भी करवा सकते हैं। आज कल तकरीबन हर बड़े शहरों में Royal Enfield की बाइक्स के मॉडिफिकेशन का काम तेजी से होता है। तो आइये जानते हैं, इन बाइक्स के बारे में –
Royal Enfield Machismo: अपने समय में रॉयल एनफील्ड मैचिस्मो खासी मशहूर बाइक रही है, हालांकि कंपनी ने अब इसे डिस्कंटीन्यू कर दिया है। लेकिन घबराने की बात नहीं है इसके पार्ट्स आज भी बाजार में उपलब्ध हैं। इस समय Droom वेबसाइट पर इसका एक मॉडल बिक्री के लिए उपलब्ध है, वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार यह 2005 का मॉडल है और अब तक 89,000 किलोमीटर तक चल चुका है। इसे इसके पहले मालिक द्वारा बेचा जा रहा है और इसकी कीमत महज 60 हजार रुपये तय की गई है।
Royal Enfield Thunderbird: देश की बेस्ट सेलिंग क्रूजर बाइक थंडरबर्ड को भी आप बेहद ही कम कीमत में अपना बना सकते हैं। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार यह बाइक 2011 का मॉडल है और इसे इसके पहले मालिक द्वारा बेचा जा रहा है। अब तक यह बाइक 35,000 किलोमीटर तक चली हुई है और इसकी कीमत महज 50 हजार रुपये तय की गई है। थंडरबर्ड बाइक को भी मॉडिफाई कर बिल्कुल ही नया लुक दिया जा सकता है।
Royal Enfield Bullet: कंपनी की सबसे किफायती मॉडलों में से एक बुलेट भी इस वेबसाइट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। दी गई जानकारी के अनुसार यह बाइक 2003 का मॉडल है और अब तक यह बाइक 60,000 किलोमीटर तक का सफर कर चुकी है। इस बाइक को इसके चौथे मालिक द्वारा बेचा जा रहा है, शायद यही कारण है कि इसकी कीमत सबसे कम है। इस बाइक की कीमत एक स्मार्टफोन के मुकाबले भी कम है, इसकी कीमत महज 35,000 रुपये तय की गई है।
नोट: यहां पर बाइक्स के बारे में जो भी बातें बताई गई हैं वो Droom वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार है। पुराने वाहन खरीदने से पहने उनके दस्तावेज और उनकी कंडीशन के बारे में पूरी जांच करना बेहद ही जरूरी होता है। इसके अलावां बिना गाड़ी देखे या मालिक से मिले किसी भी तरह के ऑनलाइन लेने देन की प्रक्रिया को संपन्न न करें। यहां पर दी गई सभी बाइक्स दिल्ली में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
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अरे तूने एकदम बॉडी बॉडी बना ली यार देख रहा हूं। इसका संस्कृत अरे उस दिन बोला था।
आजादी का टेंशन ना ले अभी बताता हूं, गर्मी आ चुकी है और इसको तो एक चीज आपकी टेनिस खेलते रिपीट में होनी चाहिए। वह सनस्क्रीन लेकिन क्या हमें सनस्क्रीन लगाने चाहिए।
सूरज धरती पर लाइव दर्शन एक्सपोजर का भी एक वक्त होता है। भारत के गर्मियों में दोपहर 12:00 से 4:00 बजे तक संदेश बहुत खास होते हैं और इस टाइम पर्सन से प्रोडक्ट करना है। हमारे यशस्वी पिछले कुछ सालों से जमीन बार मेंटल पोलूशन की वजह से ओजोन लेयर डिप्लीशन होने लगा है। इस टाइम में धूप में लगातार बाहर निकलते हैं तो सामने मैसेज में स्किन कैंसर तक हो सकता है। इसलिए खुद को अच्छे से कवर करिए या एक नेचुरल सनस्क्रीन लगाइए। शॉपिंग है कि मार्केट में मौजूद थे जाते हैं कि उसके ने पेनिट्रेट कर उसे डैमेज तो करते ही हैं बल्कि विटामिन डी के ऑप्शन को भी रोकते हैं जिसका शांत एक मेजर सोर्स है। नहीं रह सकते। उनको सन की हॉट वीडियोस एचडी बचाना चाहते हैं, लेकिन उसके लिए एक बक्से संस्कृत करना सही नहीं तो फिर पता लगाते हैं।
इस गर्मी भारतीय मार्केट में अवेलेबल सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं और हमारी जेब पर भी भारी नहीं पड़ती। हेलो फ्रेंड्स वेलकम टो फिट ट्यूबर हिंदी में लगभग 15 साल सुपर मार्केट से और कुछ ऑनलाइन उसको अच्छे से चेक करने के बाद मुझे बड़ा दुख हुआ क्योंकि जो संस्कृत सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहे हैं, वही सबसे ज्यादा कुछ नहीं टेक्स्ट संदेश को भी चेक किया और उन सभी कैंडिडेट के हिसाब से मैंने ही बैठ कर बात करते हैं। क्यूट कार अनियंत्रित अयंगर बेकरी।
इनमें पेनिट्रेट कर बाकी और डांस का डांस करते हैं। शार्ट में कहूं तो यह संस्कृत सबसे ज्यादा बेकार है। यह एमबीए मार्केटिंग से बच के रहें। अगर आप इनमें से कोई भी संस्कृत कर रहे थे तो फिर अभी चेंज करती है। यह संस्कृत आपके लायक नहीं है क्योंकि इनमें मौजूद टॉक्सिक केमिकल्स आपकी स्किन को प्रोटेक्ट नहीं बल्कि क्या मिस करेंगे, हम बात करते हैं। क्या डिग्री नंबर दो कि जिस में आते हैं, संस्कृत पतंजलि का दावा करते हैं, लेकिन अपनी पूरी टीम स्कोर बताने से कतराते हैं। अपनी बायो सैंडल वीडियो को मिक्स करके बनाया जा सकता है। गुमराह करने वाली बात है।
गोरी आपस में कलर और आगे से चल रही हो। आयुर्वेदिक मेडिसिन ऊपर से बारिश के दौरान मेरे सामने कुछ और भी ऐसे ही लेटेस्ट लॉन्च सनस्क्रीन जाए जो खुद को चुनने का दावा करते हैं। इसको चेक करते हैं तो उनकी असलियत सामने आ जाते हैं। दोस्तों इस ओवर ऑल नेचुरल सनस्क्रीन से बचें जो एग्जाम में टॉप तें की है। यह सारी सनस्क्रीन फायदा देने की बजाय उल्टे नंबर कुछ स्पेशल प्रोटेक्शन कहते हैं। वह पैरामीटर है जिससे पता चलता है कि आपकी संस्कृत आपको इतना अच्छे से पढ़ कर सकती है। अगर आप इसके 10 मिनट में बंद होने लग जाते हैं तो एसपीएफ सनस्क्रीन लगाने से आपको लगभग डेढ़ सौ मिनट तक कनेक्शन मिलेगा।
प्रोडक्शन टाइम कम है। इसमें लगाना पड़ता है लेकिन से फंक्शन में कोई हाथ बढ़ाकर है। हमारी लाइट होगी। उतना ही संस्कृति और भाई एक नंबर की ज्यादा जरूरत पड़ती है।
कौन सी संस्कृति भारतीय मार्केट में जो सही मायने में मैजिक डोम्स कंपनी 180 नेम फॉर जस्ट हाउस बिल्कुल नेशनल इंश्योरेंस इनफॉरमेशन में देखने आते हैं और जेल में अपनी प्राइस 22k काफी क्रॉनिकल कंपनी की संस्कृति में पेश है और अगर आप इस तरीके से हुए भारतीय मार्केट में हाई क्वालिटी। खो खो का ग्रेड चीज नोटिस राइटिंग रोशन नॉरमल टो ड्राई स्किन के लिए है।
दोस्तों यह चारों सनस्क्रीन हंड्रेड परसेंट मंगल मंगल भी जानना यूज़फुल है कि सनस्क्रीन दो तरह के होते हैं। केमिकल बेस्ट और दूसरी होती है। मिनरल्स एंड केमिकल बेस्ट सनस्क्रीन जैसे कि नाम से ही पता चलता है। कुछ ऐसे शब्द का इस्तेमाल करते हैं जो हीर से प्रोटेक्ट करने में सक्षम है। लेकिन प्रॉब्लम यह है कि कल से पेनिट्रेट कर जाते हैं और नुकसान पहुंचाते हैं और कितने सेंटीमीटर सनस्क्रीन यूज करनी है तो बिल्कुल सेव केमिकल्स होनी चाहिए जो मुझे किसी भी संस्थान में नहीं मिलेगी और कहूं तो यह सारी मिले तो प्लीज मुझे ना करें।
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छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों में पुलिस बल में हुई काफी वृद्धि- पैकरा – CG News | Chhattisgarh News
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छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों में पुलिस बल में हुई काफी वृद्धि- पैकरा
September 10, 2018 MainSlide, छत्तीसगढ़, ब्रेकिंग न्यूज़
रायपुर 10 सितम्बर।छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने कहा कि गत 15 वर्षों में राज्य में पुलिस बल में काफी वृद्धि हुई है, जिससे प्रदेश की जनता अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रही है।
श्री पैकरा ने आज यहां 17 उप पुलिस अधीक्षकों के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के इच्छाशक्ति के अनुसार ही प्रदेश के उत्तरी भाग से नक्सलवाद समाप्त हो चुका है और अब राज्य के दक्षिणी क्षेत्र से नक्सलवाद का शीघ्र खात्मा के लिये राज्य सरकार ने दृढ़ संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में आदिवासी अंचलों में बाहरी तत्व आकर नक्सलवाद के माध्यम से विकास को रोक रहे हैं। राज्य सरकार प्रदेश में विकास की नई इबादत लिख रही है। आपके संकल्प से ही राज्य के दक्षिण क्षेत्र से नक्सलवाद का खात्मा होगा।
उन्होने कहा कि अपने मैदानी क्षेत्रों में सेवा के दौरान आपके समक्ष जो पीड़ित व्यक्ति आयेंगे उनकी रक्षा करना और उनका विश्वास अर्जित करना ही आपका संकल्प होगा। आप अपनी जिम्मेदारी निष्पक्षता से निष्ठापूर्वक निभायेंगे। श्री पैकरा ने प्रशिक्षण प्राप्त अधिकारियों के परिजनों को बधाई देते हुए कहा कि हमें गर्व है कि उन्होंने आप जैसे सपूतों को जन्म दिया है।
पुलिस महानिदेशक ए.एन. उपाध्याय ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुलिस सेवा विज्ञान या सिद्धांत पर आधारित सेवा होने के साथ ही व्यवहारिक धरातल पर एक कला भी है। पुलिस अकादमी में आपको बुनियादी प्रशिक्षण दिया गया है, परन्तु एक पुलिस अधिकारी अपने सेवाकाल में हमेशा ट्रेनिंग प्राप्त करता रहता है।जनता के भरोसे और विश्वास को कायम रखना आपका दायित्व है। साथ ही आपको मानवीय संवेदनाओं को जीवित रखते हुए अपराधियों और आतताईयों के विरूद्ध विधिसम्मत कार्यवाही करना है तभी आप एक दक्ष अधिकारी साबित होंगे। |
RJ नावेद का यह एक और सोशल एक्सपेरिमेंट दिखाता है कयो भारत विविधताएं होने के बाद भी एक है - Viralshastra
Home Viral RJ नावेद का यह एक और सोशल एक्सपेरिमेंट दिखाता है कयो भारत...
इस 70वे स्वतंत्रता दिवस पर RJ नावेद, 98. 3 रेडियो मिर्ची द्वारा किया गया यह सोशल एक्सपेरिमेंट वास्तिवकता में अनूठा है. इसमें वह मुसलमान भाइयो के बीच जा कर मुसलमान बन उन्हें भड़काने की कोशिश करते है और हिन्दू भाइयो के बीच एक हिन्दू बन उनको भी भड़काऊ बातें कहते है.
लेकिन दोनों सम्प्रदायो की प्रतिक्रियाएं सुन आप गदगद हो जायेंगे और आपके के मुह से निकल जायेगा "सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा". धर्म के नाम पर बाटने वालो से बच कर रहे क्योंकि वो अपने फायदे के लिए किसी हद्द तक जा सकते है.
एक सजग, जानकार और शिक्षित भारतीय ही एक अच्छे समाज की रचना कर सकता है.
विडियो देखिये और गर्व अनुभव कीजिये;
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लोगों के मसीहा सोनू सूद पर बीएमसी ने चलाया चाबुक, कहा गलत बना रहे हैं होटल, हाईकोर्ट में होगी सुनवाई
Mumbai लोगों के लिए मसीहा बनकर उनके लिए भलाई के काम करने वाले फिल्म अभिनेता सोनू सूद मुंबई महानगर पालिका यानि कि बीएमसी के लिए आंखों की किरकिरी बन गए हैं। बीएमसी ने सोनू सूद के सभी जनहित के कामों को भुलाकर उन्हें कानून के कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। सोनू ने भी बीएमसी के नियमों को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
सोनू सूद पर ये हैं आरोप
बता दें कि बीएमसी ने सोनू सूद पर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी 6 मंजिला रिहायशी ईमारत को बिना अनुमति के एक होटल में तब्दील कर दिया है। जोकि बीएमसी के अनुसार सरकारी नियमों की उल्लघंना है। इसे लेकर बीएमसी ने सोनू के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। सोनू पर आरोप है कि उन्होंने जुहू में स्थित अपनी रिहायशी ईमारत को होटल बना लिया और किसी से उसकी अनुमति भी नहीं ली है।
सोनू सूद के वकील ने लगाया आरोप
वहीं सोनू के वकील का कहना है कि उन्होंने कोई भी गलत कार्य नहीं किया है। नियमों व कानून के दायरे में रहकर ही उन्होंने सभी काम किए हैं। उन्होंने बीएमसी पर अपने अधिकारों का गलत उपयोग करने का आरोप भी लगाया है। वहीं बीएमसी का कहना है कि उनके अधिकारियों ने ईमारत का निरीक्षण करने के दौरान पाया था कि सोनू सूद अपने इस रिहायशी ईमारत को होटल के तौर पर तब्दील कर रहे हैं।
नोटिस पर भी नहीं रोका निर्माण
नोटिस देने के बावजूद सोनू सूद ने निर्माण कार्य नहीं रोका, जोकि सरकारी नियमों का उल्लघंन है। इसे लेकर ही बीएमसी ने सोनू सूद के खिलाफ पुलिस को मुकदमा दर्ज करने की शिकायत दी थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया है। वहीं दूसरी ओर सूद ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा कर बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की है। बता दें कि इस मामले की सुनवाई मुंबई हाईकोर्ट के न्यायाधीश पृथ्वीराज चौहान द्वारा की जा रही है।
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Pm Narendra Modi Addressing The Centenary Celebrations Of Viswa-Bharati University In Shantiniketan live update - News Nation
गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा 1921 में स्थापित विश्व भारती बीरभूम जिले में बोलपुर शहर के पास शांति निकेतन में स्थित सबसे पुराना केंद्रीय विश्वविद्यालय भी है.
News Nation Bureau | Edited By : Dalchand Kumar | Updated on: 24 Dec 2020, 11:31:21 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पश्चिम बंगाल में विश्व भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी सुबह 11 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री विश्वविद्यालय के कुलाधिपति (चांसलर) हैं. गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा 1921 में स्थापित विश्व भारती बीरभूम जिले में बोलपुर शहर के पास शांति निकेतन में स्थित सबसे पुराना केंद्रीय विश्वविद्यालय भी है. मई 1951 में संसद के एक अधिनियम द्वारा विश्व भारती को एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान घोषित किया गया था.
जब हम आत्मसम्मान, आत्मनिर्भरता की बात कर रहे हैं तो विश्वभारती के छात्र-छात्राएं पौष मेले में आने वाले कलाकारों की कलाकृतियां ऑनलाइन बेचने की व्यवस्था करें- मोदी
पौष मेले के साथ वोकल फॉर लोकल का मंत्र हमेशा से जुड़ा रहा है- मोदी
भारत की आत्मा, भारत की आत्मनिर्भरता और भारत का आत्मसम्मान एक दूसरे से जुड़े हुए हैं- मोदी
गुरुदेव ने हमें स्वदेशी समाज का संकल्प दिया था. वो हमारे गांवों, कृषि को आत्मनिर्भर देखना चाहते थे- मोदी
विश्व भारती के लिए गुरुदेव का विजन आत्मनिर्भर भारत का भी सार है. आत्मनिर्भर भारत अभियान भी विश्व कल्याण के लिए भारत के कल्याण का मार्ग है. ये अभियान, भारत को सशक्त करने का अभियान है, भारत की समृद्धि से विश्व में समृद्धि लाने का अभियान है- पीएम मोदी
उनका विजन था कि जो भारत में सर्वश्रेष्ठ है, उससे विश्व को लाभ हो और जो दुनिया में अच्छा है, भारत उससे भी सीखे. आपके विश्वविद्यालय का नाम ही देखिए: विश्व-भारती. मां भारती और विश्व के साथ समन्वय - मोदी
वेद से विवेकानंद तक भारत के चिंतन की धारा गुरुदेव के राष्ट्रवाद के चिंतन में भी मुखर थी और ये धारा अंतर्मुखी नहीं थी. वो भारत को विश्व के अन्य देशों से अलग रखने वाली नहीं थी - मोदी
सैकड़ों वर्षों के कालखंड में चले ये आंदोलन त्याग, तपस्या और तर्पण की अनूठी मिसाल बन गए थे. इन आंदोलनों से प्रभावित होकर हज़ारों लोग आजादी की लड़ाई में बलिदान देने के लिए आगे आए- मोदी
इन शिक्षण संस्थाओं ने भारत की आज़ादी के लिए चल रहे वैचारिक आंदोलन को नई ऊर्जा दी, नई दिशा दी, नई ऊंचाई दी. भक्ति आंदोलन से हम एकजुट हुए, ज्ञान आंदोलन ने बौद्धिक मज़बूती दी और कर्म आंदोलन ने हमें अपने हक के लिए लड़ाई का हौसला और साहस दिया - पीएम
समय की मांग थी कि ज्ञान के अधिष्ठान पर आजादी की जंग जीतने के लिए वैचारिक आंदोलन भी खड़ा किया जाए और साथ ही उज्ज्वल भावी भारत के निर्माण के लिए नई पीढ़ी को तैयार भी किया जाए और इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई, कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों ने, विश्वविद्यालयों ने- मोदी
जब भक्ति और कर्म की धाराएं पुरबहार थी तो उसके साथ-साथ ज्ञान की सरिता का ये नूतन त्रिवेणी संगम, आजादी के आंदोलन की चेतना बन गया था. आजादी की ललक में भाव भक्ति की प्रेरणा भरपूर थी- मोदी
अन्याय और शोषण के विरुद्ध सामान्य नागरिकों के तप-त्याग और तर्पण की कर्म-कठोर साधना अपने चरम पर थी. ये भविष्य में हमारे स्वतंत्रता संग्राम की बहुत बड़ी प्रेरणा बनी- मोदी
भक्ति आंदोलन के सैकड़ों वर्षों के कालखंड के साथ-साथ देश में कर्म आंदोलन भी चला. भारत के लोग गुलामी और साम्राज्यवाद से लड़ रहे थे. चाहे वो छत्रपति शिवाजी हों, महाराणा प्रताप हों, रानी लक्ष्मीबाई हों, कित्तूर की रानी चेनम्मा हों, भगवान बिरसा मुंडा का सशस्त्र संग्राम हो- मोदी
स्वामी विवेकानंद ने भक्ति का दायरा बढ़ाते हुए हर व्यक्ति में दिव्यता को देखना शुरु किया. उन्होंने व्यक्ति और संस्थान के निर्माण पर बल देते हुए कर्म को भी अभिव्यक्ति दी, प्रेरणा दी- मोदी
भक्ति का ये विषय तब तक आगे नहीं बढ़ सकता जब तक महान काली भक्त श्रीरामकृष्ण परमहंस की चर्चा ना हो. वो महान संत, जिनके कारण भारत को स्वामी विवेकानंद मिले. स्वामी विवेकानंद भक्ति, ज्ञान और कर्म, तीनों को अपने में समाए हुए थे- मोदी
भक्ति आंदोलन वो डोर थी, जिसने सदियों से संघर्षरत भारत को सामूहिक चेतना और आत्मविश्वास से भर दिया- पीएम
भक्ति युग में, हिंदुस्तान के हर क्षेत्र, हर इलाके, पूर्व-पश्चिम-उत्तर-दक्षिण, हर दिशा में हमारे संतों ने, महंतों ने, आचार्यों ने देश की चेतना को जागृत रखने का प्रयास किया- पीएम
भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता को भक्ति आंदोलन ने मजबूत करने का काम किया था- मोदी
भारत की आजादी के आंदोलन को सदियों पहले से चले आ रहे अनेक आंदोलनों से ऊर्जा मिली थी- पीएम
जब हम स्वतंत्रता संग्राम की बात करते हैं तो हमें 19वीं और 20वीं सदी याद आती है, लेकिन स्वतंत्रता संग्राम की नींव बहुत पहले ही रखी गई थी- मोदी
भारत के लिए गुरुदेव ने जो स्वप्न देखा था, उस स्वप्न को मूर्त रूप देने के लिए देश को निरंतर ऊर्जा देने वाला ये एक तरह से आराध्य स्थल है- मोदी
विश्वभारती, माँ भारती के लिए गुरुदेव के चिंतन, दर्शन और परिश्रम का एक साकार अवतार है- मोदी
पेरिस समझौते को पूरा करने के लिए भारत सही मार्ग पर चल रहा है- मोदी
भारत इंटरनेशनल सोलर एलायंज के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए विश्व में बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है- मोदी
मेरी लिए भी ये सौभाग्य की बात है कि आज के दिन इस तपोभूमि का पुण्य स्मरण करने का अवसर मिल रहा है- मोदी
विश्व भारती की 100 साल की यात्रा बहुत विशेष है. विश्व भारती मां भारती के लिए गुरुदेव के चिंतन, दर्शन और परिश्रम का एक साकार अवितार है- मोदी
विश्व भारती इस यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे होने पूरे देश के लिए गर्व की बात- मोदी
विश्व भारती यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में PM मोदी शामिल हुए हैं.
आज इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूनिवर्सिटी के छात्रों को मंत्र देंगे.
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन स्थित विश्व भारती यूनिवर्सिटी का दौरा किया था.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों में शामिल होंगे. |
भारत के साथ तेजी से बढ़ते सामरिक, आर्थिक संबंधों को मजबूत करना अमेरिका के राष्ट्रीय हित में है: शीर्ष अमेरिकी अधिकारी - DeshTak
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भारत के साथ तेजी से बढ़ते सामरिक, आर्थिक संबंधों को मजबूत करना अमेरिका के राष्ट्रीय हित में है: शीर्ष अमेरिकी अधिकारी
झा वाशिंगटन: भारत के साथ अपने तेजी से बढ़ते रणनीतिक, आर्थिक और लोगों से लोगों के संबंधों को मजबूत करना जारी रखना अमेरिका के राष्ट्रीय हित में है, राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नामित एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक को दक्षिण और मध्य एशिया के लिए उनके बिंदु व्यक्ति के रूप में नामित किया गया है। सांसदों को बताया। डोनाल्ड लू, जिन्हें दक्षिण एशियाई मामलों के सहायक विदेश मंत्री के रूप में नामित किया गया है, ने बुधवार को अपनी पुष्टि सुनवाई के दौरान सीनेट की विदेश संबंध समिति के सदस्यों से कहा कि दो महान हिंद-प्रशांत शक्तियों के रूप में, हमें यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि हमारे एशियाई भागीदार संप्रभु और स्वतंत्र रहते हैं, और किसी एक शक्ति का प्रभुत्व नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि यह हमारे राष्ट्रीय हित में है कि हम भारत के साथ अपने तेजी से बढ़ते रणनीतिक, आर्थिक और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करना जारी रखें, साथ ही मानवाधिकारों और हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में भी खुलकर बात करें। दो महान लोकतंत्रों के रूप में, हमें अपने उदाहरण के माध्यम से प्रदर्शित करना चाहिए कि लोकतंत्र शांति, स्थिरता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को क्यों बढ़ावा देता है, लू ने कहा।
विदेश विभाग में अपने 30 वर्षों के दौरान, उन्होंने भारत, पाकिस्तान और मध्य एशिया में काम किया है। और दो महान मुक्त बाजार अर्थव्यवस्थाओं के रूप में, हम एक अधिक स्थिर और समावेशी वैश्विक अर्थव्यवस्था का निर्माण कर सकते हैं। दुनिया के 60 प्रतिशत टीकों के निर्माता के रूप में, भारत COVID-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के लिए महत्वपूर्ण है, और अगर इसकी पुष्टि हो जाती है, तो मैं इस विनाशकारी महामारी को समाप्त करने के लिए भारत के साथ काम करूंगा। और मैं जलवायु संकट से निपटने के लिए भारत और हमारे सहयोगियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं, लू ने अपनी गवाही में कहा।
सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष सीनेटर रॉबर्ट मेनेंडेज़ ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका के संबंध बढ़ रहे हैं, यहां संयुक्त राज्य अमेरिका में एक जीवंत भारतीय-अमेरिकी समुदाय द्वारा बल दिया गया है। मुझे उम्मीद है कि हमारे राजनयिक हमारे मूल मूल्यों के प्रति सच्चे रहते हुए और आवश्यकतानुसार चिंताओं को उठाते हुए इस संबंध को गहरा करेंगे। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में, मैं श्रम अधिकारों और यूनियनों की स्थापना की वकालत करना जारी रखता हूं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हर क्षेत्र में श्रमिक सुरक्षित परिस्थितियों में काम कर सकें।
अपनी गवाही में लू ने कहा कि आतंकवाद और सुरक्षा के चश्मे से अमेरिका के पाकिस्तान के साथ अपने परिभाषित संबंधों के 20 से अधिक वर्षों से है। उन्होंने कहा कि अगर पुष्टि होती है, तो मैं मानवाधिकारों, धार्मिक स्वतंत्रता, आतंकवाद विरोधी सहयोग और अमेरिकी निवेशकों के लिए एक बेहतर कारोबारी माहौल को आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के साथ दोस्ती के अपने लंबे इतिहास का निर्माण करूंगा।
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आविष्कारक निकोलाई निकोलेविच बेन्कार्डोस
08: 00 30 अक्टूबर
निकोले बेनार्डोस का जन्म 7 अगस्त 1842 उनके पिता की संपत्ति में हुआ था - खेरसॉन प्रांत के एलिसवेर्टग्रेड जिले में स्थित बेनार्डोसोवका गांव। उनके परिवार में पुरुषों का मुख्य पेशा सैन्य सेवा था। हमारे देश में बेनार्डोस परिवार की वंशावली दादाजी निकोलाई निकोलायेविच, पेंटेले ईगोरोविच से उत्पन्न होती है, जिनका जन्म ग्रीस के एक्सएनयूएमएक्स में हुआ था। एक किशोर के रूप में, वह सेंट पीटर्सबर्ग आए, आर्टिलरी कॉर्प्स में व्यायामशाला से स्नातक किया, और फिर कैडेट स्कूल से, जहां से उन्होंने एक्सएनयूएमएक्स में एनस्टाइन के पद के साथ स्नातक किया। इसके बाद, तुर्की के साथ युद्ध के दौरान पंतेली येगोरोविच ने सुवरोव अभियानों में भाग लिया और इश्माएल पर हमले के दौरान खुद को अलग किया। 1763 द्वितीय विश्व युद्ध में, उन्होंने पहले ही मेजर जनरल के रैंक के साथ एक प्रमुख रेजिमेंट की कमान संभाली। 1781 में, पैंतेली येगोरोविच अपनी चोटों के कारण सेवानिवृत्त हुए और खेरसॉन प्रांत में बस गए। वैसे, उनके चित्र को हर्मिटेज में स्थित देशभक्ति युद्ध के नायकों की गैलरी में देखा जा सकता है। एक उत्कृष्ट आविष्कारक, निकोलाई पेंतेलीमोनोविच के पिता भी एक सैन्य व्यक्ति थे और उन्होंने 1812-1814 में क्रीमियन युद्ध में भाग लिया था। इस्तीफे में कर्नल के पद पर आकर, वह बेनार्डोसोवके परिवार की संपत्ति में बस गए। निकोले निकोलाइविच की माँ, एकातेरिना वासिलिवेना स्वेशनिकोवा, कोस्त्रोमा प्रांत के एक बड़े ज़मींदार की बेटी थी और लुख गाँव के पास जंगल में शादी के दौरान मिली थी।
बेनार्डोस ने अपना बचपन अपने माता-पिता की संपत्ति पर बिताया। निकोलाई पेंटेलिमोनोविच के तीर्थयात्रा के लिए सैन्य कैरियर ने लड़के को आकर्षित नहीं किया, लेकिन छोटी उम्र से, कोहल ने विभिन्न शिल्पों के लिए एक बड़ा आकर्षण दिखाया। लोहार और नलसाजी लड़के की पसंदीदा गतिविधियाँ बन गए। निकोले ने पूरे दिन छोटे पिता की कार्यशालाओं में बिताए और मनोर की जरूरतों को पूरा किया। अवलोकन के लंबे महीनों के बाद, उन्होंने खुद को धीरे-धीरे उपकरण चुनना शुरू कर दिया। पंद्रह वर्ष की आयु तक, युवक ने पहले ही एक लोहार के कौशल में महारत हासिल कर ली।
1862 में, उन वर्षों के रीति-रिवाजों के अनुसार गृह शिक्षा प्राप्त की और सैन्य सेवा के लिए कोई झुकाव नहीं था, बीस वर्षीय निकोलाई ने कीव विश्वविद्यालय के चिकित्सा संकाय में प्रवेश किया। एक डॉक्टर के लिए प्रशिक्षण के दौरान, युवक ने अपना पहला ज्ञात आविष्कार किया, जो चांदी से बना एक दंत भरने वाला था। विज्ञान के अध्ययन में प्रगति के बावजूद, मेडिसिन बेनार्डोस को पसंद नहीं आया। 1866 में, उन्होंने स्कूल छोड़ दिया और मास्को वन और कृषि अकादमी में दाखिला लिया, जो कृषि विज्ञान के क्षेत्र में 1863 में खोला गया।
पेरिस के 1867 में, विश्व मेला शुरू हुआ, जिसके साथ युवा बेनार्डोस बहुत रुचि रखते थे। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि उस समय फ्रांस की राजधानी एक प्रमुख औद्योगिक और वैज्ञानिक केंद्र थी जिसमें अधिकांश रूसी वैज्ञानिकों और आविष्कारकों की दिलचस्पी थी। यही कारण है कि निकोले, एक प्रथम वर्ष के छात्र होने के नाते, 1867 के वसंत में अकादमी से छुट्टी लेकर प्रदर्शनी में गए। निकोलाई निकोलेविच पेरिस की इस यात्रा के बारे में विस्तृत जानकारी, साथ ही साथ जर्मनी, इंग्लैंड और स्पेन की उनकी बाद की यात्राओं के बारे में, दुर्भाग्य से, बच नहीं पाए। अकादमी में लौटकर, बेनार्डोस ने अपने कई नए आविष्कारों का आविष्कार और परीक्षण किया, जो कृषि उपकरणों के आधुनिकीकरण के क्षेत्र में थे। उदाहरण के लिए, उसने भूमि की परत और हल के कुछ हिस्सों के बीच घर्षण को कम करने के लिए एक घूर्णन ब्लेड के साथ एक हल का प्रस्ताव किया।
1867 के अंत में, बेनार्डोस, अपनी माँ के निर्देश पर, पहले लुह गाँव गए। यहां उन्होंने कई आर्थिक समस्याओं के समाधान के साथ-साथ जांच की, भूमि सर्वेक्षण की तैयारी की, दादाजी की वन संपदा की। एक ही नाम की नदी के बाएं किनारे पर एक वनाच्छादित क्षेत्र में स्थित लुख, बेनार्डोस से प्यार करता था। इसके बाद, वह बार-बार इस जगह पर आया। निकोलाई निकोलाइयेविच के जीवन में इस तरह की एक यात्रा में एक महत्वपूर्ण घटना घटी - वह सराय के मालिक अन्ना अलेक्सेना लेबेदेवा से मिले और उसकी शादी एक्सएनयूएमएक्स से की। बाद में, उनके चार बेटे और एक बेटी हुई। बचपन में दो लड़कों की मृत्यु हो गई, और अन्य दो बड़े हो गए, एक अच्छी शिक्षा प्राप्त की और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बन गए।
युवक ने मॉस्को फॉरेस्ट और एग्रीकल्चर एकेडमी का पूरा कोर्स कभी नहीं सुना। 1869 में, तीन साल के अध्ययन के बाद, बेनार्डोस ने खुद को पूरी तरह से अपने प्यारे काम के लिए समर्पित करने का फैसला किया - नई चीजों का आविष्कार और डिजाइन। उन्होंने लुह गाँव में बसने का फैसला किया। वन क्षेत्र में, जो कि उसकी माँ से पास हुआ था, गाँव से बारह किलोमीटर दूर निकोलाई निकोलाइविच ने एक सुंदर एस्टेट बनाया, जिसे "प्रिवलोने" कहा जाता था। संपत्ति में एक आरामदायक और विशाल दो मंजिला घर, एक फोर्ज, एक ग्रीनहाउस, एक बाग, साथ ही साथ सुसज्जित लकड़ी के काम करने वाले, यांत्रिक और धातु कार्यशालाएं थीं। यह यहां था कि अगले कुछ वर्षों में बेनार्डोस ने अपनी रचनाओं को विकसित और बनाया।
जीवन के पहले वर्षों में, परिवहन और कृषि उपकरण निकोले निकोलेयेविच के आविष्कारों के बीच संपत्ति पर हावी हो गए - एक रीपिंग मशीन, आधुनिक हल और सीडर्स, स्टीमर पहियों, धातु स्लीपर, और बहुत कुछ। निकोलाई निकोलेयेविच और विभिन्न भारों के परिवहन के लिए विशेष उपकरण डिजाइन किए। आविष्कार को एक पेटेंट प्राप्त हुआ और सेंट पीटर्सबर्ग कृषि संग्रहालय के लिए धन्यवाद, कई ज़मीन मालिकों ने अपने खेतों में समान उपकरण लाए, लेकिन प्रक्षेप्य को औद्योगिक उत्पादन में कभी पेश नहीं किया गया।
डेमोक्रेट, मानवतावादी और सिर्फ एक बड़े दिल के आदमी, बेनार्डोस ने पड़ोसी गांवों के किसानों को व्यापक चिकित्सा सहायता प्रदान की, और जल्द ही एक फार्मेसी की स्थापना की और अक्सर इसके लिए मुफ्त में दवाएं दीं। यहाँ, वह, वैसे, कीव विश्वविद्यालय के चिकित्सा संकाय में अध्ययन के अपने वर्षों के दौरान अर्जित ज्ञान के साथ काम में आया। इसके अलावा, निकोलाई निकोलेयेविच ने अपनी संपत्ति एक पुस्तकालय और एक स्कूल में बनाया जिसमें किसानों के बच्चे मुफ्त में अध्ययन कर सकते थे। उस समय यह उन स्थानों में एकमात्र शैक्षणिक संस्थान था। अपने स्वयं के खर्च पर, बेनार्डोस ने किताबें, नोटबुक, साथ ही साथ सीखने की प्रक्रिया में आवश्यक अन्य सभी चीजें खरीदीं। बेचैन बैरिन ने स्थानीय पुरुषों को मुड़ना और नलसाजी करना सिखाया, और जिन्होंने प्रशिक्षण के दौरान शराब पीना बंद कर दिया, उन्होंने अतिरिक्त दो रूबल का भुगतान किया। बेनार्डोस ने सार्वजनिक गतिविधियों में भी सक्रिय भाग लिया और 1870-1873 में उन्हें कोस्त्रोमा प्रांतीय और यूरीवेट्स्की जिला विधानसभाओं के लिए चुना गया।
यह कहा जाना चाहिए कि निकोलाई निकोलाइयेविच की यह गतिविधि पड़ोसी देश के अधिकांश जमींदारों को पसंद नहीं थी। उन्होंने विशेष रूप से ज़िम्सस्की असेंबली में बोलने के लिए प्रिविलेन के मालिक को नापसंद किया, जिसमें स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के विकास के प्रस्ताव, सेनेटरी नियंत्रण को मजबूत करना और अनिवार्य सामान्य शिक्षा की शुरुआत शामिल थी। 1873 में, एक गंदा घटना घटी, जिसने लंबे समय तक आविष्कारक के जीवन का निरीक्षण किया और उसकी सामग्री और नैतिक स्थिति को बहुत कम कर दिया। अल्फेरेव के नाम से एक स्थानीय डॉक्टर ने झूठी अफवाहों को खारिज करना शुरू कर दिया कि निकोलाई निकोलाइयेविच उसी संगठित स्कूल के शिक्षक के प्रति उदासीन नहीं था। बेनार्डोस ने अपराधी को द्वंद्वयुद्ध नहीं कहा, लेकिन बस उठाया और गपशप मार दी। एक जिला चिकित्सक कोस्ट्रोमा का अपमान करने के लिए जिला अदालत ने उसे साइबेरिया भेजे जाने की सजा सुनाई। बाद में, इस कठोर उपाय को राज्य और सार्वजनिक सेवा में होने वाले अधिकारों से वंचित कर दिया गया, और तीन महीने के लिए एक गार्डहाउस भी फेंक दिया। जजों के फैसले से पहले, बेनार्डोस ने एक साल जेल में बिताया। उनके सम्मान के लिए निकोलाई निकोलेविच का संघर्ष, जो आठ साल (एक्सएनयूएमएक्स से एक्सएनयूएमएक्स तक) चला, सफलता नहीं मिली।
जेल से रिहा होने के बाद, बेनार्डोस ने 1873 में उत्पन्न होने वाले विचार के कार्यान्वयन को अपनाया, स्केटिंग रिंक पर एक अद्वितीय स्टीमर, थानेदार और नदी रैपिड्स पर काबू पाने में सक्षम, साथ ही मिल बांध और अन्य समान बाधाओं को दरकिनार किया। उन्होंने लगभग तीन वर्षों तक इस परियोजना पर काम किया और गाँव के लोहारों ने उनकी मदद की। 1877 के वसंत में, बेनार्डोस ने आखिरकार अपने सपने को महसूस किया - एक स्टीमबोट-ऑल-टेरेन वाहन, जो पूरी तरह से उनकी कार्यशालाओं में बनाया गया था, तैयार था। उन्हें आविष्कारक "निकोलाई" के सबसे बड़े बेटे के सम्मान में नामित किया गया था। मॉडल का परीक्षण करने के लिए, बेनार्डोस ने लुहू और क्लेज़मा के माध्यम से गोरोखोवेट्स तक 300 किमी लंबी यात्रा की। उसके बाद, जहाज को सेंट पीटर्सबर्ग पहुंचा दिया गया। पहले मॉडल के सफल परीक्षण के बावजूद, नए प्रकार के परिवहन ने किसी भी उद्योगपति और अधिकारी को रुचि नहीं दी, और बाद में जलाऊ लकड़ी के लिए विघटित कर दिया गया।
हालांकि, बेनार्डोस ने हार नहीं मानी। असाधारण प्रतिभा को देखते हुए, वह रूसी अन्वेषकों की नस्ल से संबंधित थे, जो बिना किसी समर्थन के प्राप्त किए और ज्ञान के तकनीकी क्षेत्रों में नए क्षेत्रों का नेतृत्व कर रहे थे, न तो उनके स्वयं के भौतिक संसाधनों और न ही बलों को बख्शते थे। 1876 में वापस, उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण घटना घटी, जिसका बाद की गतिविधियों पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा। विदेश यात्रा के दौरान, उनकी मुलाकात एक प्रसिद्ध रूसी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर याब्लोचकोव से हुई। उनके बीच उत्पन्न हुए रचनात्मक संबंध एक महान दोस्ती में बदल गए, जो विशेष रूप से निकोलाई निकोलाइयेविच के लिए उपयोगी था - पावेल निकोलेविच के माध्यम से वह उन वर्षों के प्रसिद्ध रूसी और विदेशी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों से मिले। और एक्सएनयूएमएक्स के मध्य में, बेन्नारडोस ने एक अन्य स्व-सिखाया इंजीनियर आंद्रेई बक्सेंमिस्टर के साथ संपर्क किया, जो किनेशमा जिले में उसके पास रहते थे और एक्सएनयूएमएक्स में इलेक्ट्रिक आर्क लैंप, कोयला उत्पादों और बैटरी (बाद में पॉटक्रोकॉन्टाक्ट) के निर्माण के लिए एक संयंत्र की स्थापना की। संयंत्र के मालिक ने अनुसंधान के लिए आवश्यक बेंगार्डोस इलेक्ट्रो-कोल, इलेक्ट्रोकेमिकल पावर स्रोतों और अन्य सामग्रियों को भेजा, और बैटरी के साथ कई प्रयोगों में भी भाग लिया।
वैसे, रूस और विदेशों में 1870-1880s में, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के तेजी से विकास के कारण, इंजीनियरों और अन्वेषकों ने बैटरी में बहुत रुचि दिखाना शुरू कर दिया। फिर उनका उपयोग रेलवे ट्रांसपोर्ट में, शहरी बिजलीघरों में, जो प्रकाश नेटवर्क को खिलाया जाता था, और पनडुब्बियों के निर्माण में किया गया था, जो अभी शुरू हुई थीं। निकोलाई निकोलेयेविच को बैटरी के सुधार से दूर किया गया और कई सफल डिजाइनों की पेशकश की गई। विशेष रूप से, वह बैटरी के लीड प्लेटों को जोड़ने के लिए इलेक्ट्रिक आर्क से गर्मी लागू करने वाला दुनिया का पहला था। बाद में, आविष्कारक ने एक विशेष बफर बैटरी बनाई, जिसमें इसके डिजाइन की बैटरी शामिल थी और वेल्डिंग के लिए उपयुक्त, जिसमें वर्तमान चालू था।
उसी समय, बेनार्डोस एक नए विचार पर पकड़े गए। जहाज के निर्माण के दौरान भी उनके पास बड़े धातु भागों को संयोजित करने का अवसर था। स्वाभाविक रूप से, यह फोर्ज वेल्डिंग द्वारा किया गया था। लेकिन आविष्कारक कार्यशालाओं में कोई बड़ी हीटिंग भट्टियां नहीं थीं। और फिर उसने हिस्सों के किनारों को गर्म करने का फैसला किया - इससे पहले कि वे हथौड़ा के नीचे आते हैं - एक वोल्ट आर्क के साथ। फिर शोधकर्ता ने पाया कि कुछ स्थानों पर फोर्जिंग से पहले ही, धातु पिघल गई और छोटे क्षेत्रों को मिला दिया। एक्सएनयूएमएक्स में एक वोल्ट आर्क के साथ धातुओं को जोड़ने के विचार के साथ, निकोलाई निकोलाइविच अपने पुराने दोस्त याब्लोचकोव के पास गया। पावेल निकोलाइविच, तुरंत एहसास करते हैं कि बिजली के साथ वेल्डिंग धातुओं की एक विधि के लिए संभावनाएं कितनी विशाल हैं, तुरंत उसे अपने काम पर ले गए।
Yablochkov इलेक्ट्रोटेक्निकल प्लांट की स्थापना "Yablochkov-Inventor and Co." साझेदारी के तहत की गई थी। प्रबंधन ने बेनार्डोस को हीट इलेक्ट्रिक आर्क के उपयोग से संबंधित आवश्यक प्रयोगों को करने की पूरी आजादी दी। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आविष्कारक सक्रिय रूप से प्रकाश के विद्युत समय पर एक नए देश में वितरण में शामिल था। संयंत्र के निर्देशों पर, उन्होंने ट्रांसकैस्पियन क्षेत्र की यात्रा की, और याब्लोचकोव मोमबत्ती के लिए उन्होंने स्वत: चालू स्विचिंग के साथ एक कैंडलस्टिक विकसित किया, एक आर्क लैंप, तारों के तारों के लिए मशीनों और इन्सुलेट केबल के लिए, विभिन्न स्विच और रिओस्टेट (पानी सहित) का आविष्कार किया।
1881 पर, याब्लोचकोव साझेदारी के एक कर्मचारी के रूप में निकोले निकोलेयेविच पेरिस में अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक प्रदर्शनी में गए। वहां, प्रदर्शनी के प्रदर्शन की तैयारी में लगे रहने के कारण, बेनार्डोस एलेक्टाकेन पत्रिका के तहत एक प्रायोगिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग प्रयोगशाला में काम करने लगे। उनके सह-निर्देशक एक रूसी नागरिक और सेंट पीटर्सबर्ग के कॉमरेड बेनार्डोस, भौतिक विज्ञानी निकोलाई काबात थे। इस प्रयोगशाला में, निकोलाई निकोलेवायविच ने प्रकाश प्रौद्योगिकी के साथ प्रयोगों की एक श्रृंखला आयोजित करने के बाद, बैटरी में सुधार करना शुरू किया और जल्द ही पूरी तरह से नए नालीदार मॉडल का आविष्कार किया, जिसके लिए पैसे की कमी के कारण, उन्होंने पेटेंट नहीं लिया। आध्यात्मिक उदारता से बाहर, बेनार्डोस ने काबट को अपना विचार दिया, जिसने बाद में इस पर लगभग एक लाख फ़्रैंक प्राप्त किए।
अपनी संपत्ति में आविष्कारक द्वारा शुरू की गई और सेंट पीटर्सबर्ग में जारी रखने वाले एक वोल्टिक चाप की मदद से धातुओं के टांका लगाने पर शोध, विदेश में निकोले निकोलेयेविच द्वारा पूरा किया गया था। पहले से ही काबात की कार्यशाला में 1882 में, पहली बार एक अथक शोधकर्ता ने इलेक्ट्रिक वेल्डिंग की एक नई विधि का प्रदर्शन किया। वैसे, आविष्कारक ने "विद्युत प्रवाह की क्रिया द्वारा धातुओं को जोड़ने और अलग करने" की विधि के सम्मान में अग्नि के प्राचीन रोमन देवता को "इलेक्ट्रोफेस्टस" कहा। "इलेक्ट्रोफेस्टे" पर एक नज़र डालने के लिए काबट की प्रयोगशाला में आने वाले विदेशियों ने आविष्कारक को लाखों का वादा किया, क्योंकि नई पद्धति के लिए धन्यवाद यह न केवल मिलाप के लिए संभव था, बल्कि धातुओं को काटने के लिए भी था, और विभिन्न व्यास के साथ इसमें छेद बनाने के लिए भी। दर्शकों से, यह देखने के लिए कि बेनार्डोस मोटी रेल कैसे काटते हैं, कोई अंत नहीं था। बेनार्डोस के आविष्कार को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया और पेरिस में अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल प्रदर्शनी का मुख्य प्रदर्शन बन गया।
1884 पर, बेनार्डोस सेंट पीटर्सबर्ग लौट आए और उत्साहपूर्वक इलेक्ट्रिक आर्क वेल्डिंग की विधि में सुधार करना जारी रखा, अपने शानदार भविष्य के बारे में सोचा। इस समय तक, निकोलाई निकोलेयेविच को पहले से ही वैज्ञानिक समुदाय में जाना जाता था - रूस और विदेश दोनों में - बैटरी इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक विशेषज्ञ के रूप में। 1882 पर वापस, उन्हें बैटरी पावर स्टेशन के निर्माण में भाग लेने के लिए बार्सिलोना में आमंत्रित किया गया था। रूसी आविष्कारक ने अपने स्वयं के डिजाइन की एक बैटरी स्थापित की, जिसमें मुख्य प्लेटों को जोड़ने के लिए कार्बन इलेक्ट्रोड के साथ इलेक्ट्रिक आर्क वेल्डिंग का उपयोग किया गया।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि तुरंत (1881 वर्ष में!) बेनार्डोस अपने आविष्कार "इलेक्ट्रोहेपेस्ट" का पेटेंट नहीं करा सकते थे। मुख्य कारण इंजीनियर से आवश्यक धन की कमी थी। उस समय तक आविष्कारक की वित्तीय स्थिति पहले से भी बदतर थी। 1884 में, एक हथौड़ा के साथ ऋण का भुगतान न करने के कारण, उसके द्वारा बनाई गई संपत्ति प्यार से चली गई। इससे पहले, निकोलाई निकोलाइयेविच को युरेवेत्स्की जिले के विरासत वाले जंगल बेचे गए थे। केवल एक्सएनयूएमएक्स में बाकी के पैसे के लिए, बेनार्डोस अपने इलेक्ट्रिक आर्क वेल्डिंग के रास्ते पर पेटेंट के लिए एक आवेदन भेजने में सक्षम था। और इसकी खोज के छह साल बाद दिसंबर में ही 1885, निकोलाई निकोलाइविच को दस साल की अवधि के लिए "विद्युत प्रवाह की कार्रवाई द्वारा धातुओं के पृथक्करण और कनेक्शन की विधि" के लिए विशेषाधिकार संख्या 1886 प्रदान की गई। विशेषाधिकार के विवरण में आविष्कार का सार इस प्रकार बताया गया था: "आविष्कार का विषय ... धातु प्रसंस्करण के स्थान के बीच एक वोल्ट चाप के गठन पर आधारित है जो एक इलेक्ट्रोड का निर्माण करता है और इस स्थान पर आपूर्ति किए गए एक अन्य इलेक्ट्रोड युक्त हैंडल ... इस पद्धति के साथ, कार्य किया जा सकता है: कनेक्शन और भागों को अलग करना, धातुओं को भागों में काटना, छेद और गुहाओं का उत्पादन, ड्रिलिंग, फ्यूज़िंग। वोल्टाइक आर्क उस जगह पर दिखाई देता है, जहां उपरोक्त कार्यों में से एक का प्रदर्शन किया जाता है, संसाधित किए जा रहे भाग के लिए कोयले या अन्य संचालक पदार्थ का दृष्टिकोण, और यह कोयला एक नकारात्मक या सकारात्मक ध्रुव होगा, और दूसरा भाग संसाधित किया जा रहा भाग होगा। कोयले या कोयले के विकल्प के अलग-अलग रूप हो सकते हैं। "
उसी समय, निकोलाई निकोलाइयेविच की मुलाकात सेंट पीटर्सबर्ग और वारसॉ में अपार्टमेंट हाउस के मालिक एक अमीर व्यापारी ओल्शेविक से हुई। चूंकि बेनार्डोस के पास केवल रूस में अपने आविष्कार को पेटेंट कराने के लिए पर्याप्त धन था, इसलिए व्यापारी ने अपने वित्तपोषण की पेशकश की, लेकिन इस शर्त के साथ कि वह, ओल्स्ज़वेस्की, पेटेंट के सह-मालिक होंगे। Benardos सहमत हुए, और बाद में (1885-1887 में) फ्रांस, ग्रेट ब्रिटेन, बेल्जियम, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, स्वीडन, स्पेन, डेनमार्क, अमेरिका, स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया-हंगरी में अपने आविष्कार के लिए पेटेंट प्राप्त किया। सभी (रूसी को छोड़कर) पेटेंट में, ओल्स्ज़वेस्की को आविष्कार के सह-मालिक के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
सेंट पीटर्सबर्ग में 1885 पर, निकोलाई निकोलेयेविच ने कई पूंजी मालिकों के साथ मिलकर एलेक्ट्रोगेफेस्ट साझेदारी का गठन किया, जिसमें वेल्डिंग के लिए दुनिया का पहला प्रदर्शन कार्यशाला था। प्रमुख विदेशी विशेषज्ञों ने "इलेक्ट्रोफेस्ट" और इसके उपयोग की संभावना से परिचित होने के लिए रूस आना शुरू कर दिया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अन्य प्रतिनिधियों के साथ बेनार्डोस के अनुभवों पर एक्सएनयूएमएक्स में मौजूद रूसी विद्युत अभियंता दिमित्री लाचिनोव ने कहा: "एक अप्रस्तुत दर्शक का अनुभव एक असाधारण छाप बनाता है। लोहे की चादरों के बट-मास्टर को टांका लगाने पर, उन्हें एक साथ जोड़कर, वह हाथ में सोल्डरिंग लोहा लेता है और सीम को छूता है। उसी समय, एक धमाकेदार वोल्ट चाप को एक विस्फोट के साथ कोयले से बाहर निकाला जाता है और, मास्टर के हाथ से निर्देशित, स्पाइक लाइन को चाटना शुरू कर देता है। जिस स्थान पर उसने तुरंत स्पर्श किया, वह पिघल गया, चिंगारियां बिखर गईं और एक चमकदार रोशनी चमकने लगी। लिक्विड आयरन को जोड़ने वाली चादरों के बीच कुएं में चला जाता है। मास्टर सीम के साथ जाता है, जो पूर्व-महीन रेत को छिड़कता है, जिसे पैमाने को भंग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है ... शीट्स को एक कोण पर मिलाप किया जा सकता है और ट्यूब के साथ-साथ और ओवरलैप में मिलाप किया जा सकता है। लोहे के बारे में सब कुछ कहा, लोहा और इस्पात के लिए लागू ... तकनीशियनों और वैज्ञानिकों को आविष्कार में बहुत रुचि थी और प्रयोगों के बाद उन्होंने जो देखा था, उसके बारे में एक लंबी चर्चा की थी ... "इलेक्ट्रोफेस्टिस" के अनुप्रयोग विविध हैं। पहली बार, इस विधि को मशीन के औजारों और स्वयं बंदूकों के निर्माण के लिए जहाज के पुर्जों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए जगह-जगह पर उनकी मरम्मत के लिए, टांके के बजाय सोल्डरेड स्टीम बॉयलरों के उत्पादन के लिए सुझाया गया है ... " जर्मनी के एक अन्य प्रमुख वैज्ञानिक, जो बेनार्डोस के आविष्कार से परिचित हैं, ने विद्युत में प्रकाशित एक लेख में लिखा है: "सावधान प्रयोगों, वैज्ञानिक विचारों और लगातार, लंबे समय तक काम के माध्यम से, श्री बेनार्डोस ने विद्युत विधि द्वारा धातुओं के प्रसंस्करण को एक सुसंगत प्रणाली में बदल दिया जो अभ्यास में इसके बहुपक्षीय उपयोग को सुनिश्चित करता है। और कई मामलों में यह धातु प्रसंस्करण के अन्य तरीकों को बदलने का इरादा है ... इस तरह, उन धातुओं पर काम करना संभव है जो अब तक गैर-व्यवहार्य माना गया है। यह प्रश्न आविष्कारक द्वारा विकसित किया गया है ताकि इसे पहले से ही अमल में लाया जा सके। "
रूस में, बेनार्डोस विधि का उपयोग पहली बार 1887-1888 वर्षों में ओरीओल-विटेबस्क रेलवे पर किया गया था। रोस्स्लाव कार्यशालाओं में, "इलेक्ट्रोफेस्ट" का उपयोग वैगन और लोकोमोटिव पहियों, ग्रिल्स और फ़्रेम को सही करने के लिए किया गया था। इंजीनियरों में से एक ने लिखा: "एक नए तरीके से सुधार इतनी तेज़ी से किए जाते हैं कि पहिया पार्क व्यावहारिक रूप से इंजनों के क्षतिग्रस्त हिस्सों से मुक्त हो जाता है ... एक भी पहिया किसी अन्य तरीके से तय नहीं होता है ... भाप इंजनों की वेल्डिंग विद्युत दोष की विशेषता बन गई।" पांच वर्षों के लिए, रूसी आविष्कारक की विधि पूरे देश में फैल गई और रोस्तोव-ऑन-डॉन और वोरोनज़ की रेलवे कार्यशालाओं में व्यापक रूप से उपयोग किया जाने लगा, मास्को में Gzhuzhon संयंत्रों में, सेंट पीटर्सबर्ग में लेसर, गुलेविन में कोलोमोस्कोये, नेव्स्की मशीन बिल्डिंग पर। विदेश में 1890s के मध्य में, नई प्रक्रिया प्रौद्योगिकी को USA और पश्चिमी यूरोप के सैकड़ों कारखानों में पेश किया गया था, और इलेक्ट्रिक वेल्डिंग का उपयोग न केवल मरम्मत कार्य के लिए किया जाने लगा, बल्कि मुख्य रूप से नए धातु उत्पादों के उत्पादन में तकनीकी प्रक्रिया के लिए भी किया जाने लगा।
बेन्नारडोस ने खुद अपनी संतानों को सुधारना जारी रखा। उन्होंने विभिन्न संयोजनों और रूपों के कार्बन इलेक्ट्रोड का विकास और परीक्षण किया। पहली बार, निकोले निकोलेयेविच ने आवश्यक स्थिति में वेल्डेड उत्पादों को ठीक करने के लिए एक विद्युत चुंबक का उपयोग किया। और वेल्डिंग प्रक्रिया के दौरान चाप को एक तरफ फेंकने से रोकने के लिए, आविष्कारक ने चाप के चारों ओर एक चुंबकीय क्षेत्र बनाया, जिससे कंडक्टर की एक श्रृंखला विद्युत चुम्बकीय के रूप में बदल जाती है, जिसके माध्यम से इलेक्ट्रोड पर वर्तमान लागू किया गया था। बाद में, अमेरिकियों द्वारा चाप को नियंत्रित करने की इस पद्धति का व्यापक रूप से उपयोग किया गया था। वेल्डिंग ज़ोन में एक सुरक्षात्मक वातावरण बनाने और हीटिंग क्षेत्र को बढ़ाने के प्रयास में, बेनार्डोस ने गैस जेट वेल्डिंग का परीक्षण किया। हालांकि, इस पद्धति ने केवल आधी शताब्दी के बाद ही आवेदन पाया है और वर्तमान में प्रौद्योगिकी की विभिन्न शाखाओं में उपयोग किया जाता है। प्रक्रिया को स्वचालित करने के लिए, निकोलाई निकोलेयेविच ने कार्बन इलेक्ट्रोड के साथ काम करने के लिए स्वचालित उपकरणों की एक पूरी श्रृंखला का आविष्कार किया। इसी तरह के उपकरण वर्तमान स्वचालित वेल्डिंग मशीनों के प्रोटोटाइप बन गए। चौथे तकनीकी प्रदर्शनी में, सेंट पीटर्सबर्ग में 1892 में रूसी तकनीकी सोसायटी द्वारा आयोजित, निकोलाई निकोलाइविच ने इलेक्ट्रिक वेल्डिंग के लिए नए उत्पादों और सामानों की एक बड़ी मात्रा का प्रदर्शन किया। आर्क वेल्डिंग के अलावा, बेनार्डोस ने प्रतिभागियों को प्रतिरोध इलेक्ट्रिक वेल्डिंग के लिए उपकरणों के पांच चित्र पेश किए।
वैसे, चौथे इलेक्ट्रिक एग्जिबिशन में बेनार्डोस यह जानकर हैरान रह गए कि उनके प्रतियोगी सामने आए थे - वेल्डिंग मेटल्स की एक विधि का आविष्कारक, उर्स के एक निश्चित खनन इंजीनियर निकोले स्लाव्यानोव। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि निकोलाई गैवरिलोविच ने एक वोल्ट आर्क के साथ धातुओं का इलाज करते समय इलेक्ट्रोड के रूप में धातु के फ्यूज़ेबल छड़ का इस्तेमाल किया। विशेषाधिकार के पाठ में बेनार्डोस ने केवल धातुओं सहित किसी भी प्रवाहकीय सामग्री का उपयोग करने की संभावना का संकेत दिया, हालांकि, अधिकांश कार्य कार्बन इलेक्ट्रोड के साथ किए गए थे। बेनार्डोस की नाराजगी की कोई सीमा नहीं थी - निकोलाई गैवरिलोविच ने भी "धातुओं की विद्युत ढलाई" की अपनी पद्धति के लिए एक पेटेंट किया था। निकोलाई निकोलेयेविच का मानना था कि स्लाव ने केवल अपने आविष्कार में सुधार किया था। अन्य बातों के अलावा, प्रदर्शनी में, इन दो प्रमुख रूसी आविष्कारों के स्टैंड एक दूसरे के विपरीत स्थित थे। और प्रदर्शनी के आगंतुक, निश्चित रूप से भ्रमित थे - वोल्ट आर्क के साथ सोल्डरिंग का पहला और वास्तविक आविष्कारक कौन है?
11 मई 1892 "आर्क के सफल उपयोग के लिए" उनके द्वारा निकाली गई इलेक्ट्रिक वेल्डिंग में निकोलाई निकोलेयेविच को रूसी तकनीकी सोसाइटी से सर्वोच्च तकनीकी पुरस्कार - एक स्वर्ण पदक मिला। ऐसा लग रहा था कि यह दिन आविष्कारक की जीत का दिन होगा, हालांकि, ठीक इसी तरह का स्वर्ण पदक खनन इंजीनियर स्लेवानोव को प्रदान किया गया था। उच्च पुरस्कारों के आविष्कारकों द्वारा स्वागत उनके लंबे झगड़े के परिणामस्वरूप हुआ, जो अदालत में मामले के हस्तांतरण के साथ समाप्त हुआ। वहाँ एक तकनीकी परीक्षा नियुक्त की गई थी। विशेषज्ञों के रूप में, वैसे, रूस के सबसे प्रमुख वैज्ञानिक - भौतिक विज्ञानी रसायनज्ञ निकोलाई कुर्नकोव और भौतिक विज्ञानी ऑरेस्ट खवोलसन ने बात की। विशेषज्ञों (और फिर अदालत) ने बेनारडोस के "इलेक्ट्रोफेस्टिस" से स्लाव्यानोव की "इलेक्ट्रिक कास्टिंग" की पूरी स्वतंत्रता निर्धारित की। "इलेक्ट्रोएफेस्टिक्स" की तुलना में निकोलाई गैवरिलोविच के आविष्कार की प्रमुख नवीनता की आधिकारिक पुष्टि होने के बावजूद, यूराल आविष्कारक को दिए गए विशेषाधिकार को स्पष्ट रूप से निर्धारित किया गया था कि इसका संचालन बेनार्डोस विधि के उपयोग को रोक नहीं सकता था। विशेषज्ञ ओरेस्ट च्वॉल्सन ने अपनी समापन टिप्पणी में कहा: "कोहल ने स्लाव्यानोव के विशेषाधिकार के उन्मूलन का सवाल उठाया, उसी कारण से आप बेनार्डोस के विशेषाधिकार को रद्द कर सकते हैं। प्राथमिकताओं के बारे में बहस क्यों की जाती है, अगर वासिली पेत्रोव (एक प्रसिद्ध रूसी प्रयोगात्मक भौतिक विज्ञानी) ने पहले वोल्ट आर्क की गर्मी का उपयोग करने की संभावना के बारे में बात करना शुरू कर दिया ... "। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि न्यायाधीशों के निर्णय के बावजूद, दोनों लेखकों को लेखकों के रूप में स्वीकृति देने के लिए, उनके जीवन के अंत तक, उनमें से प्रत्येक अपनी राय के साथ बना रहा।
1889 के लिए, Elektrogefest के बोर्ड के उद्यमी सदस्यों ने आखिरकार एक उत्कृष्ट रूसी आविष्कार पर पेटेंट का अधिकार ले लिया, इस प्रकार बेनार्डोस को इलेक्ट्रिक आर्क वेल्डिंग के सुधार पर काम जारी रखने के अवसर से वंचित कर दिया। हालांकि, निकोले निकोलेयेविच आविष्कार नहीं कर सके, और अन्य क्षेत्रों में आविष्कार में लगे रहे। वह तांबे के लोहे के जहाजों को कोटिंग करने की एक विधि के साथ आया था और इसके लिए उपकरण चित्र भी उन्हें चौथे विद्युत प्रदर्शनी में प्रस्तुत किए गए थे। इसके अलावा, उसी वर्ष, उन्होंने एक रोटरी प्रोपेलर, बैटरियां विकसित कीं, जिनमें स्पंजी लीड की प्लेट्स, एक इलेक्ट्रोमाइल और बहुत कुछ है। उन्होंने एक रोलिंग स्टीमर (1890 में) और यातायात और प्रकाश व्यवस्था के लिए सेंट पीटर्सबर्ग के लिए बिजली की आपूर्ति (1892 में) का मसौदा तैयार किया। पहली परियोजना में विशेष पहियों-रोलर्स के साथ एक आधुनिक, लंबे समय से निर्मित और छोड़े गए स्टीमशिप का विवरण था, जिसने उन्हें आश्रय जाने और बिछाई गई रेल पटरियों के साथ शिपिंग के लिए असुविधाजनक स्थानों को बाईपास करने की अनुमति दी। यह, आविष्कारक के अनुसार, ताले के निर्माण से बचा गया। वैसे, ताले से बचने के विचार को बाद में उठाने और परिवहन सुविधाओं में सन्निहित किया गया था, जिससे जहाजों को एक नदी से दूसरी नदी तक उठाया और ले जाया जा सकता था। दूसरी परियोजना इवानोवो थ्रेसहोल्ड के पास नेवा नदी पर एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन के निर्माण पर आधारित थी, साथ में शहर के लिए एक बिजली लाइन। बेनार्डोस ने लिखा: "विद्युत प्रवाह निकालने और सेंट पीटर्सबर्ग में भेजने के लिए नदी से हजारों बल लें।"
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि आविष्कार के लिए बेनार्डोस का जुनून उतना ही अनर्गल था क्योंकि अन्य लोगों को कार्ड, शराब या महिलाओं के लिए एक जुनून था। भौतिक सहायता प्राप्त किए बिना, उन्होंने एक नियम के रूप में, अपने जीवन के अंत तक अपना सारा भाग्य खर्च कर, एक नियम के रूप में, सभी काम खर्च किए। उसी उत्साह के साथ, निकोलाई निकोलेयेविच ने हास्यास्पद ट्रिफ़ल्स और महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर काम किया, और उनके डिजाइन विचारों की श्रेणी ने सैन्य, परिवहन, कृषि, इंजन निर्माण और घरेलू उपकरणों जैसे उद्योगों को कवर किया। अन्य बातों के अलावा, बेनार्डोस ने एक आइसक्रीम निर्माता, एक टिन कैन, ड्राइंग बोर्ड, स्टीम पैन, एक विस्फोटक इंजन के साथ एक बाइक, वॉशबेसिन टैप, एक स्क्रू कैप, केरोसिन समोवर, एक एसिड डिस्पेंसर, एक फांसी डिजिटल लॉक, जानवरों के लिए एक कंघी के विकल्प के साथ एक आविष्कार किया। , खुदाई मशीन और दो सौ वस्तुओं की सूची से अधिक। 1890 में, बेनार्डोस ने प्रोजेक्ट "कैरिज, रिपेयर एंड राइज़िंग द ज़ार बेल" लॉन्च किया। इसमें, आविष्कारक ने एक विशाल टुकड़े को वेल्ड करने का प्रस्ताव रखा जो घंटी से उसके "इलेक्ट्रोफेफेस्ट" की मदद से गिर गया था, और फिर, स्पैरो हिल्स में इसे वितरित करने के लिए, एक विशेष मंच पर घंटी को डुबोने के बाद। वहां, हाइड्रोलिक जैक की मदद से ज़ार बेल को ज़ार बेल टॉवर में उठाया जाना था, जिसके निर्माण के लिए निकोलाई निकोलाइयेविच की एक अलग परियोजना थी। महान आविष्कारक एक महान देशभक्त थे। सैन्य मामलों में उनके आविष्कार - एक इलेक्ट्रिक गन, एक सेल्फ-मूविंग लैंड माइन, एक बंदूक जो संकट में जहाज पर रस्सियों को फेंकने में सक्षम है, कॉस्टल बुलेट्स - बेनार्डोस ने राज्य को मुफ्त में पेश किया, यह इंगित करते हुए कि सभी कार्यों का लक्ष्य लोगों के काम और मातृभूमि की भलाई का ध्यान रखना है। " अफसोस की बात है, "इलेक्ट्रोफेस्टिक्स" और कई आविष्कारों के अपवाद के साथ, उनकी दर्जनों योजनाओं में से लगभग कुछ भी व्यवहार में लागू नहीं किया गया है। शायद इसलिए कि डिजाइनर के विचार, नेवा पर एक पनबिजली स्टेशन की तरह या सड़कों के माध्यम से पैदल चलने वालों के परिवहन के लिए चलते हुए मंच, उस समय दूसरों के लिए शानदार लग रहे थे। इस बीच, बेनार्डोस के आविष्कारों में रेलवे, वाटर स्कीइंग, रीपिंग मशीन, और वॉशर-निचोड़ने वाले के लिए एक ब्रेक है ...
हालांकि, सरल आविष्कारक के पसंदीदा दिमाग की उपज विद्युत वेल्डिंग होना जारी रहा, जिससे उनका विचार बार-बार लौट आया। 1891 में, बेनार्डोस ने एक "कपोला इलेक्ट्रिक सोल्डरिंग, इलेक्ट्रोलिसिस और धातुओं के इलेक्ट्रोलाइडिंग" विधि विकसित की। और इस क्षेत्र में नवीनतम आविष्कार, एक्सएनयूएमएक्स में पेटेंट किया गया था, "धातुओं की असंगति और पनबिजली गलाने" था, इस तथ्य पर आधारित है कि इलेक्ट्रोड में से एक पहले से ही तरल जलीय समाधान का एक जेट था। एक समाधान के रूप में, निकोलाई निकोलाइविच ने अम्लीय पानी, क्षार और नमक के समाधान का उपयोग किया।
1897 में, बेनार्डोस के प्रतिद्वंद्वी निकोले स्लेवानोव की मृत्यु हो गई। यह संभावना नहीं है कि इंजीनियर को यह संदेश खुशी के साथ मिला। एक में ये आविष्कारक एक दूसरे के समान थे - निकोलाई गैवरिलोविच ने इस दुनिया को छोड़ दिया, अपने परिवार को एक पैसा भी नहीं छोड़ा और निकोलाई निकोलाइयेविच उसी के पास गया, यह पूरी तरह से समझते हुए। 1898 में, वह फास्टो शहर में कीव प्रांत में चला गया - वह उत्तरी राजधानी में रहने का जोखिम नहीं उठा सकता था। एक्सएनयूएमएक्स पर नवीनतम धन के साथ, बेन्नारडोस ने बैटरी प्लेटों के लिए आवश्यक स्पंजी लीड बनाने के लिए एक नई विधि का पेटेंट कराया। और 1899 में, उसे एक शीट से मुहर लगाकर हैरो बनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। 1900 पर, बेनार्डोस रूसी तकनीकी सोसायटी के पूर्ण सदस्य बन गए, और 1893 पर, सेंट पीटर्सबर्ग इलेक्ट्रोटेक्निकल इंस्टीट्यूट ने निकोलाई निकोलाइयेविच को सम्मानित किया - जिन्होंने उच्च तकनीकी स्कूल का कोर्स पूरा नहीं किया - मानद इलेक्ट्रिकल इंजीनियर का खिताब। हैरानी की बात यह है कि आविष्कारक के आसपास की सार्वभौमिक मान्यता के बावजूद, वह मुश्किल से ही समाप्त होते हैं। 1899 में बहुत झिझक के बाद, मामूली डिजाइनर ने रूसी तकनीकी सोसायटी की परिषद से आजीवन पेंशन के लिए पूछने का फैसला किया।
स्मारक धातु के इलेक्ट्रिक आर्क वेल्डिंग के खोजकर्ता को समर्पित है, एक उत्कृष्ट रूसी आविष्कारक निकोलाई बेनार्डोस को उनकी एक्सएनएक्सएक्स सालगिरह पर। पुराने पानी के पाइप इवानोव प्लम्बर व्लादिमीर वोल्कोव से पकाया गया मूर्तिकला
जीवन अशांति और चिंता ने आविष्कारक के स्वास्थ्य को प्रभावित किया। विशेष रूप से यह 1890s के अंत में पारित होने लगा। लीड बैटरियों के साथ लंबे समय तक काम ने इसे प्रभावित किया - प्रयोगों ने निकोलाई निकोलायेविच के शरीर में विषाक्तता पैदा कर दी। नई सदी की शुरुआत में, बेनार्डोस की हालत पूरी तरह से बिगड़ गई। लंबे समय तक वह मॉस्को के एक अस्पताल में रहा, फिर लगभग एक साल तक वह अपने बड़े बेटे निकोलस के साथ रहा। वैसे, 1902 की शुरुआत में इलाज के दौरान, बेनार्डोस ने दूसरी ऑल-रूसी इलेक्ट्रोटेक्निकल कांग्रेस के काम में भाग लिया, जिसमें उन्हें मानद अध्यक्ष चुना गया। हालाँकि, उपचार अब निकोलाई निकोलाइयेविच के बिगड़े हुए स्वास्थ्य को नहीं बचा सकता है। वृद्ध और कमजोर, वह फास्टो में लौट आया, और सितंबर को एक्सएनयूएमएक्स एक्सएनयूएमएक्स का स्थानीय निर्धनता में निधन हो गया। उस समय, पहली क्रांति देश में भड़की थी, और एक भी समय-समय पर शानदार रूसी आविष्कारक की मौत का जवाब नहीं दिया गया था।
आंद्रेई चेकोनोव की पुस्तकों की सामग्री के आधार पर "निकोले निकोलायेविच बेनार्डोस" और सर्गेई इस्तोमिन "रूस के सबसे प्रसिद्ध आविष्कारक"।
रूसी वफादार बेटा। निकोले निकोलायेविच रायसेवकीवर्ष के 1812 युद्ध के बारे में बच्चों की वर्णमाला, 1814 में प्रकाशित
amurets 21 सितंबर 2015 07: 31 नया
कितने थे, बिना मान्यता के, निस्वार्थ रूप से रूस के लिए समर्पित! न केवल बर्नडोस, यह रोलिंग कवच पियाटोव के आविष्कारक हैं। कई आविष्कारक हैं जिनके बदमाश अपने श्रम का इस्तेमाल करते थे। खैर, कम से कम कभी-कभी वे अपने आविष्कारकों और डिजाइनरों को याद करते हैं। हाल ही में मैंने विकी पर जाकर देखा कि हमारे डिजाइनरों ने विदेश में कितने काम किए। और अन्य देशों में गौरव लाया; लूत्स्क, सिकोरस्की, सेवरस्की, ज़्वोरकी
मिस्टर कार्टेल्ली, और अभी तक कई, कई और। लेख के लिए धन्यवाद। मैंने पहली बार बहुत कुछ सीखा।
Parusnik 21 सितंबर 2015 07: 37 नया
मुसीबत यह है कि रूसी आविष्कारक रूसी हैं। हमें अपनी रचनात्मक शक्तियों और क्षमताओं पर भरोसा नहीं है, यहां तक कि एक उपयोगी उपयोगी व्यवसाय का समर्थन करने की कोई इच्छा नहीं है, और यह आश्चर्य की बात नहीं है अगर रूसी आविष्कार ब्रिटिश, अमेरिकी और फ्रांसीसी के हाथों में आते हैं ।... वोल्गर अखबार, 1896 ।।
संगीन 21 सितंबर 2015 08: 07 नया
रूस में, हमेशा प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों, अन्वेषकों और इंजीनियरों की कमी नहीं रही है जो आगे बढ़े और विज्ञान को आगे बढ़ाते रहे। केवल यहाँ रूस हमेशा उनके लिए अनुकूल नहीं है ...
कप्तान 21 सितंबर 2015 10: 15 नया
साधारण मानव ईर्ष्या, जिसने एक प्रतिभाशाली व्यक्ति को नष्ट नहीं किया। रूस और यूएसएसआर में, यह हमेशा से रहा है और रहेगा। जाहिर है लोग गायब नहीं होंगे, लेकिन स्मार्ट और प्रतिभाशाली लोग बाहर नहीं मरेंगे।
oldkap22 23 सितंबर 2015 11: 31 नया
यह सिर्फ इतना है कि हमारे टैलेंटेड हमवतन को पूरी तरह से एक उद्यमी नस की कमी है (उनके सभी काम (खोज) एक तरह का शौक है ... लेकिन जिनके पास यह नस आमतौर पर औसत दर्जे की होती है ... लेकिन गठबंधन कैसे करें ..!) तो सिकंदरिया और टुपोलेव दिखाई देते हैं। ..
foma2028 21 सितंबर 2015 15: 04 नया
यह दिलचस्प है कि नया बर्नडोस इस प्रतिभा से बाहर निकलेगा या नहीं।
संगीन 21 सितंबर 2015 21: 59 नया
उद्धरण: foma2028
मुझे नहीं पता कि उससे क्या बढ़ेगा, लेकिन वह सुनिश्चित करने के लिए झोपड़ी को जला देगा!
सोफिया 22 सितंबर 2015 20: 37 नया
और मेरा एक दोस्त लड़का है जिसने अपने बगीचे के लिए अलग-अलग चीजों का आविष्कार किया है। और बढ़िया सामान! और मैं अर्थशास्त्र का अध्ययन करने गया था। माता-पिता ने जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में वैचारिक लोग हमेशा गरीब होते हैं। तो धूर्तता पर आकर्षण और गया। |
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भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव और आम्रपाली दुबे की फिल्म निरहुआ हिंदुस्तानी 3 इस साल छठ के मौके पर रिलीज के लिए तैयार है.
Published: October 15, 2018 10:59 AM IST
भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव और आम्रपाली दुबे
भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव और आम्रपाली दुबे की फिल्म निरहुआ हिंदुस्तानी 3 इस साल छठ के मौके पर रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म के मेकर्स ने इससे पहले फिल्म का ट्रेलर जारी किया है जिसमें आम्रपाली, निरहुआ और सुरभि शर्मा दिखाई दे रहे हैं. संजय पांडे, किरण यादव, समर्थ चतुर्वेदी और आशीष शेंद्रे भी इस फिल्म में नजर आएंगे. 5 मिनट की इस क्लिप को देखकर लगता है कि फिल्म फुल ऑफ एंटरटेनमेंट है. बता दें, निरहुआ सीरीज की शुरुआत 2014 में हुई थी. एक्शन-रोमांटिग कॉमेडी फिल्म की पटकथा संतोष मिश्रा ने लिखी है. इसके डायरेक्टर हैं सतीष चंद जैन. निरहुआ सीरीज ने भोजपुरी सिनेमा को नई जिंदगी दी थी.
निरहुआ हिन्दुस्तानी 3 के प्रोड्यूसर हैं प्रवेश लाल यादव. यह फिल्म निरहुआ इंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनी है. इस फिल्म को डायरेक्ट कर रहे हैं निरहुआ हिन्दुस्तानी 2 के डायरेक्टर मंजूल ठाकुर. रजनीश मिश्रा म्यूजिक कंपोज करेंगे. आम्रपाली दुबे ने निरहुआ हिन्दुस्तानी में दिनेश लाल यादव के साथ डेब्यू किया था. फिल्मों में एंट्री मारने से पहले वह डेली शोप में काम करती थीं. उन्होंने रहना है तेरी पलकों की छांव में, सात फेरे, मायका और मेरा नाम करेगी रोशन जैसे सीरियल में काम किया है. |
* एक पैन में तेल जोड़ें। अब जीरा, हरी मिर्च, अदरक लहसुन पेस्ट जोड़ें और इसे भुनाएं। फिर प्याज और नमक जोड़ें और कम लौ पर 5-6 मिनट के लिए खाना बनाना। अब धनिया पाउडर, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर, एक चम्मच तेल जोड़ें।
* अब पेस्ट डालें और 3 मिनट के लिए पकाएं। उस पका हुआ टमाटर का पेस्ट, गरम मसाला पाउडर, 1/2 कप पानी और पके हुए के बाद। |
समाचार अब तक: बांग्लादेश में भीषण आग, 109 जिंदा जले
बांग्लादेश में भीषण आग, 109 जिंदा जले
राजधानी ढाका के समीपवर्ती इलाके में बीती रात कई अपार्टमेंट में लगी भीषण आग में कम से कम 109 लोग जिंदा भस्म हो गए। इनमें से अधिकतर महिलाएँ और बच्चे थे। बांग्लादेश में इसे अब तक की सर्वाधिक भीषण आग माना जा रहा है।
शहर के पुलिस प्रमुख एकेएम शाहीदुल हक ने एएफपी को बताया कि ढाका के एक घनी आबादी वाले क्षेत्र कयेतुली इलाके में एक बहुमंजिला इमारत में तीन घंटे तक आग लगी रही, जिसमें सैकड़ों निवासी फँसे गए।
जिला प्रशासक मुहीबुल हक ने कहा अस्पताल में दम तोड़ने वालों की संख्या को जोड़कर कुल मृतक 109 हो गए हैं। कुछ लोगों की हालत काफी गंभीर है, जिससे मरने वाले की संख्या में वृद्धि होने की आशंका है।
ढाका में अग्निशमन विभाग के प्रमुख अबु नईम ने एएफपी को बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है तथा आग की चपेट में आई सभी क्षतिग्रस्त इमारतों के चप्पे-चप्पे को छानने के बाद राहत और बचाव कार्य को बंद कर दिया गया है।
नईम ने बताया एक इमारत की छत पर शादी की पार्टी थी और हमें लगता है कि इससे मरने वालों की संख्या ज्यादा हो गई। उन्होंने बताया समीप की कुछ दुकानों में बेहद ज्वलनशील पदार्थ रखे हुए थे, जिन्होंने आग में घी डालने का काम किया।
उन्होंने बताया जिस इमारत में शादी की पार्टी थी, वहाँ से कम से कम 41 शवों को बाहर निकाला गया है। किसी इलेक्ट्रिकल खराबी के कारण आग लगी और दमकल कर्मियों के पहुँचने तक उसने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। |
laptop vitaran kaaryakram 1 may se shuroo लेपटॉप वितरण कार्यक्रम 1 मई से शुरू
Home Events लेपटॉप वितरण कार्यक्रम 1 मई से शुरू
30 April, 2018 2:04 AM
बाड़मेर। लेपटॉप वितरण प्रभारी राउमावि गांधी चौक प्रधानाचार्य मगाराम चौधरी ने बताया कि 1 मई को पंचायत समिति बाड़मेर, बायतु, चौहटन, रामसर, गडरारोड व धोरीमन्ना, 2 मई को गुड़ामालानी, गिड़ा, सिणधरी, सेड़वा, सिवाना व समदड़ी व 3 मई को बालोतरा, धनाऊ, कल्याणपुर, शिव व पाटोदी पंचायत समिति की स्कूलों के लेपटॉप वितरित किए जाएंगे। संबंधित संस्था से शाला दर्पण से प्रपत्र डाऊनलोड कर फोटो चिपकाकर संस्था प्रधान से प्रमाणित करवाकर साथ लाना होगा। आधारकार्ड व अंकतालिका, पासपोर्ट साइज फोटो छात्र साथ लेकर आएंगे। कक्षा आठ के विद्यार्थी को अध्ययन प्रमाण पत्र साथ लाना होगा।
विद्यालय में कम्प्यूटर लैब शुरू
रातडि़या। उपखण्ड भणियाणा के राजकीय उच्च माध्यमिक रातड़िया के सरकारी विद्यालय में नये सत्र से इस विद्यालय में पढ़ने वाले बालक बालिकाओं कंप्यूटर युक्त शिक्षा दी जाएगी प्रधानाचार्य मनदीप कौर ने बताया कि रातड़िया गांव की सरकारी विद्यालय में नए सत्र का प्रथम प्रवेश उत्सव के चरण का शुभारंभ 26 अप्रैल से चालू कर दिया है। मनदीप कौर ने बताया कि इस विद्यालय में नामांकन बढ़ाने के लिए विद्यालय के शिक्षकों की टीमों का गठन कर हर घर ढाणी में सर्वे करके बच्चों को प्रवेश दिलाएं साथ ही उन्होंने कहा विद्यालय में कम्प्यूटर लैब तैयार हो चुकी है।
सभी बच्चों को मिले शिक्षा का अधिकार -मेहता
कुराबड़/गींगला। कुराबड़ ब्लॉक की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय दांतीसर में शुक्रवार को प्रवेशोत्सव का आगाज हुआ। शिक्षा उपनिदेशक भरत मेहता दांतीसर स्कूल पहुंचे और एसडीएमसी की बैठक को संबोधित करते हुए प्रवेशोत्सव की जानकारी दी। उन्होंने नामाकंन वृद्धि और स्कूल से बालकों को जोडऩे का आह्वान भी किया। वहीं अभिभावकों को भी स्कूल की गतिविधियों बताई और प्रत्येक बच्चे को स्कूल से जोडऩे पर जोर दिया। इस दौरान नवप्रवेशी बालकों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। बच्चों को नि:शुल्क पाठय पुस्तकें प्रदान की गई। लकड़वास पीईईओ कमलेन्द्रसिंह राणावत ने भी प्रवेशोत्सव की गतिविधि बताई गई। संस्था प्रधान नवनीत मेहता ने विचार रखे। इस दौरान एसडीएमसी सदस्य देवीसिंह, लक्ष्मणसिंह, भीमसिंह, केसरसिंह सहित कई नागरिक मौजूद थे। |
प्रदर्शनकारियों को 'पाकिस्तान चले जाओ' कहने वाले मेरठ के एसपी सिटी का वीडियो वायरल
Home Hindi CAA Protest: प्रदर्शनकारियों को 'पाकिस्तान चले जाओ' कहने वाले मेरठ के एसपी...
CAA Protest: प्रदर्शनकारियों को 'पाकिस्तान चले जाओ' कहने वाले मेरठ के एसपी सिटी का वीडियो वायरल
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर इन दिनों देश के कई राज्यों में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 20 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद स्थानीय लोग पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं, दूसरी और मेरठ में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मुस्लिमों के समूह को एक पुलिस अधिकारी द्वारा पाकिस्तान चले जाने के लिए कहने वाले वीडियो पर विवाद पैदा हो गया है। पुलिस अधिकारी का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर 20 दिसंबर को मेरठ शहर में हुए उपद्रव के बाद सोशल मीडिया पर पुलिस अधीक्षक (नगर) अखिलेश नारायण सिंह का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह मुस्लिमों के समूह को पाकिस्तान चले जाने की बात कहते हुए दिख रहे हैं। वायरल हुए इस वीडियो में पुलिस अधीक्षक (नगर) अखिलेश नारायण सिंह एक समुदाय के लोगों से कहते दिख रहे हैं कि जो हो रहा है वह ठीक नहीं है। इस पर वहां खड़ा एक व्यक्ति कहता है कि जो लोग माहौल बिगाड़ रहे हैं, वह गलत हैं। इस पर अधिकारी कहते हैं कि उनको कह दो वह दूसरे मुल्क चले जाएं। कोई गलत बात मंजूर नहीं होगी।
इस संबंध में स्थानीय मीडिया को सफाई देते एसपी सिटी ने कहा कि जो कुछ भी वीडियो में सुना गया है वह प्रदर्शनकारियों के उस समूह को जवाब था जो पाकिस्तान के समर्थन में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगे रहे थे। उन्होंने कहा, "प्रतिक्रिया स्वरूप, मैंने यह सलाह दी कि यह बेहतर होगा कि वहां चले जाएं जहां के समर्थन में वे नारे लगा रहे थे।"
वहीं, मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने भी एसपी का बचाव करते हुए कहा है कि वायरल हुई वीडियो बीते 20 दिसम्बर को मेरठ शहर में हुए उपद्रव के बाद की है। उन्होंने बताया कि इसमें तथ्य यह है कि वहां भारत विरोधी एवं पड़ोसी देश जिन्दाबाद के नारे लग रहे थे और कुछ लोग पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के आपतिजनक पर्चे बांट रहे थे। इस सूचना पर एसपी सिटी एवं ए०डी०एम सिटी मौके पर गए थे। उन्होंने उपद्रवियों से कहा था आप जाना चाहते हैं तो कहीं भी जाए लेकिन यहां उपद्रव ना करें।
उन्होंने कहा कि घटना के एक सप्ताह बाद इस तरह के वीडियो वायरल होना विशेषकर जब कल शुक्रवार को शांति थी, एक साजिश का हिस्सा है ताकि यहां के हालात सामान्य ना हो पाएं। उन्होंने स्थानीय जनता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां के लोंगो ने प्रण लिया है सभी लोग पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिल कर शहर के हालात को सामान्य बनाए रखकर असामाजिक तत्वों की किसी भी साजिश को सफल नही होने देंगे।
वीडियो वायरल होने पर मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह की सफाई भी सामने आई है। अखिलेश नारायण सिंह ने कहा, "कुछ लड़कों ने हमें देखते ही पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाए और गली के अंदर भाग गए तो ये साफ हो गया कि ये बवाल करा सकते हैं। पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने का तरीका गलत था, उपद्रवियों ने फोर्स को देखते ही पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने लगे तो तभी मैंने उनसे ये कहा कि अगर आप पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं और भारत से इतनी नफरत करते हैं कि आप पत्थर फेंकते हैं तो पाकिस्तान चले जाए। हम उनकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।"
गौरतलब है कि, नागरिकता कानून के विरोध में मेरठ में 20 दिसंबर को भारी बवाल हुआ था। मेरठ में गोली लगने से पांच युवकों की मौत हो गई थी। उपद्रवियों ने पुलिस की दो दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को फूंक दिया था। जमकर पथराव और फायरिंग की गई। (इंपुट: भाषा के साथ)
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कोरोना महामारी के इस मुश्किल वक्त में वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है। एक मई से 18 से 45 साल के लोगों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लेकिन कई लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर वैक्सीन लगवाने कैसे जाते हैं। मतलब ये कैसे पता चलेगा कि वैक्सीन कहां लग रही है और इसके लिए क्या करना होगा। अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल हैं तो घबराइए मत। हमारे पास आपके इन सवालों के जवाब हैं।
वैक्सीनेशन सेंटर की जानकारी प्राप्त करें
हाल ही में सरकार ने फेसबुक के साथ वैक्सीनेशन सेंटर की जानकारी लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उठाई थी। वहीं अब सरकार ये सुविधा अब इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप पर भी दे रही है। इसको लेकर MyGov ने सैटेलाइट पर जानकारी साझा की है। इसमें बताया गया है कि लोग व्हाट्सएप से ही अपने आसपास के वैक्सीनेशन सेंटर के बारे में जान लेंगे। केंद्र सरकार ने पिछले साल कोरोनावायरस को लेकर चैटबॉट की शुरुआत कर दी थी। इसके माध्यम से कोई भी कोरोना से जुड़ी जानकारी को पल भर में हासिल कर सकता है। वॉट्सऐप पर यूजर्स को ये डिटेल्स फ्री में मिलेंगी।
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वैक्सीनेशन की जानकारी हासिल करने के लिए यूजर्स को 9013151515 नंबर पर नमस्ते लिखकर मंडल करना होगा। इसके बाद चैटबॉट आप अपने आप को रेस्पॉन्ड करेगा। इसके माध्यम से आप अपने निकटतम कोविड वैक्सीनेशन सेंटर की डिटेल्स हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आपको यहां छह अंकों का पिन कोड भी डालना होगा।
इस तरह के पंजीकरण
व्हाट्सएप पर आई वैक्सीनेशन सेंटर की लिस्ट के साथ-साथ MyGovIndia चैट बॉक्स में आपको कोविड 19 वैक्सीन पंजीकरण का नंबर भी मिलेगा, जो कि आपको डायरेक्ट कोविन की वेबसाइट पर ले जाएगा। यहां आपको अपना फोन नंबर, ओटीपी और आईडी प्रूफ नंबर डालकर पंजीकरण करना होगा। |
वेदना-संवेदना के बीहड़ जंगलों को पार करती हुई बड़ी खामोशी से तूलिका सृजन पथ पर अग्रसर हो अपनी छाप छोड़ती चली जाती है जो मूक होते हुए भी बहुत कुछ कहती है । उसकी यह झंकार कभी शब्दों में ढलती है तो कभी लघुकथा का रूप लेती है । लघुकथा पलभर को ऐसा झकझोर कर रख देती है कि शुरू हो जाता है मानस मंथन।
jजनजीवन धारा
जनजीवन धारा
धूप -छांव
यथार्थ के फूल
बचपन के गलियारे
बालकुंज
रविवार, 25 दिसंबर 2016
लघुकथा -मजबूत कंधे
साहित्य अमृत लघुकथा विशेषांक जनवरी 2017 में
प्रकाशित मेरी एक लघुकथा
मजबूत कंधे
ससुर के परलोक सिधारने के बाद कमली की सास उसके ही पास आकर रहने लगी थी। पति की कमाई ज्यादा तो न थी मगर कमली के सुघढ़ गृहिणी होने के कारण गृहस्थी की गाड़ी ठीक से चल रही थी। सास के आने से खर्चा बढ़ गया। इसकी भरपाई करने के लिए उसने चौका –बर्तन करने वाली को हटा दिया और यह काम सास के जिम्मे कर दिया। सास इस कार्यभार से खुश ही हुई –चलो मेरा मन भी लगा रहेगा और दो पैसे की बचत भी हो जाएगी।
धीरे –धीरे खाना बनाने का भार भी सास के कंधों पर डाल दिया। घर में कैद रहने वाली कमली के अब पर निकल आए। वह घड़ी घड़ी चंचल चिड़िया की तरह एक घर से दूसरे घर मेलमिलाप करने निकल जाती।
सास को आँखों से कम ही दिखाई देता था इसलिए खाना बनाते समय वह हड़बड़ा जाती। कभी नमक ज्यादा पड़ जाता तो कभी सब्जी जल जाती।बेटा तो चुप रहता पर कमली मीन मेख निकालने में कोई कसर न छोडती।
इस किरकिरी से तंग आकर सास दुखी हो उठी और एक सुबह उदासी में डूबी वह बेटे-बहू के पास आन बैठी । बेटा उस समय अखबार पर नजर गड़ाए चाय की चुसकियाँ ले रहा था।
माँ का उतरा चेहरा देख इतना तो वह समझ गया कि माँ कुछ कहना चाहती है पर क्या कहना चाहती है न समझ पाया। प्रश्न भरी निगाहों से उसने उसकी ओर ताका।
-बेटा, अब बूढ़ी हड्डियों में इतनी ताकत नहीं कि हर काम को ठीक से सम्हाल सकूं।
-मेरी हड्डियों में भी इतनी ताकत नहीं कि पूरा घर सँभाल सकूँ। मेरी जान को तो हजार काम हैं। कमली चाय पीते पीते उबल पड़ी।
-बहू,तेरी हड्डियों में ताकत नहीं –मेरी हड्डियों में ताकत नहीं--- पर मेरे बेटे के कंधे तो मजबूत हैं।
-इन्हें इतना समय कहाँ कि बाहर भी काम करें और घर में भी।
-मैं कई दिनों से देख रही हूँ अखबार पढ़ने और चाय की चुसकियाँ लेने में तुम लोगों को आधा घंटा तो लग ही जाता है। यह सब जल्दी निबटाकर थोड़ा समय तो घर के काम के लिए निकाला ही जा सकता है। क्यों बेटा –कुछ गलत कह रही हूँ?
बेटे का मन अखबार से उचाट हो गया। उसने उचककर रसोई में झाँका। कंपकँपाती ठंड में नल के नीचे झूठे बर्तनों का पहाड़ उसकी माँ का इंतजार कर रहा था।
उसने माँ पर भरपूर निगाह डालते हुए गहरी सांस ली और रसोई की तरफ बढ़ गया।
सुधा भार्गव
प्रस्तुतकर्ता सुधाकल्प पर 5:08:00 pm 1 टिप्पणी:
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कटी पतंग (17.4.2015)
http://www.pravasiduniya.com/holika-temple-sudha-bhargva
प्रवासी दुनिया में आज (17.4.2013)लघुकथा 'होलिका मंदिर ' प्रकाशित हुई है।
प्रकाशित -लघुकथा संग्रह
आलेख प्रकाशन ,दिल्ली
मेरी प्रथम ई बुक
उलझन भरा संसार
यह ई बुक पोथी॰कॉम के सहयोग से अंतर्जाल पर प्रकाशित हुई है। पाठकों के लिए पूरी किताब खुली हुई है। इसमें 10 कहानियाँ है जिनका आधार बाल मनोविज्ञान है और कुल 60 पृष्ठ हैं।
लिंकpothi.com/pothi/book/ebook-sudha-bhargava-uljhan-bhara-sansar
बाल कथा श्रृंखला-1
चाँद सा महल -सिद्धार्थ बुक्स प्रकाशन दिल्ली
बाल कथा श्रृंखला -2
मन की रानी छतरी में पानी -सिद्धार्थ बुक प्रकाशन दिल्ली
काव्य संग्रह
मंजूषा प्रकाशन ,उत्तम नगर,नई दिल्ली
मेरे बारे में
बंगलौर, कर्नाटक, India
एक कहानीकार हूँ । अब चाहे वह फल-फूलों से लदी और काँटों से बिंधी कथा हो या लघुकथा,बालकथा हो या लोककथा सभी विधाओं पर लेखनी गतिशील है । विविध संकलनों व अंतर्जाल पत्र-पत्रिकाओं में रचनाओं को स्थान मिलता रहता है। प्रकाशित काव्य -संग्रह 'रोशनी की तलाश में '!इसे डा .कमला रत्नम पुरस्कार मिल चुका है !प्रकाशित बाल पुस्तकें --१ अंगूठा चूस , २ अहंकारी राजा ३ ,जितनी चादर उतने पैर पसार 4-चाँद सा महल 5-मन की रानी छतरी में पानी। तीसरी कृति 'राष्ट्रीय शिखर साहित्य सम्मान 'से अलंकृत हो चुकी है !प. बंगाल -की ओर से मुझे 'राष्ट्र निर्माता पुरस्कार 'मिला ! प्रकाशित लघुकथा संग्रह -वेदना -संवेदना
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सम्मान
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महाभोज / सुधा भार्गव विवाहोत्सव का महाभोज । मसालों की खूशबू और स्वादिष्ट खाद्य-पदार्थों की सौंधाहट वातावरण में ऐसी घुली कि फूलों की... |
चेन्नई क्षेत्रीय संयोजिकओं का सम्मान समारोह | सुरभि सलोनी
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चेन्नई क्षेत्रीय संयोजिकओं का सम्मान समारोह
चेन्नई। तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में समणी कमल प्रज्ञाजी के सान्निध्य में सम्मान समारोह का आयोजन साहूकारपेट सभा भवन में रखा गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र से हुआ। तत्पश्चात महिला मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत का सुंदर संगान किया। आगन्तुक का स्वागत अध्यक्षा श्रीमती कमलाजी गेलडा ने किया एवं चातुर्मास काल में मिले सहयोग के लिए बहनों को धन्यवाद दिया। चेन्नई सौभाग्यशाली है, क्योंकि 2018 का पूज्य प्रवर आचार्य महाश्रमणजी का चातुर्मास मिला। सौभाग्यशाली चेन्नई है ऐसे ऊर्जावान आचार्य महाश्रमण व्यवस्था समिति के अध्यक्ष आदरणीय धर्मचंदजी सा लुंकड और कार्यकर्ताओं की जबरदस्त टीम मिली जिनका समय – समय पर महिला मंडल के कार्यक्रमों में पूर्ण सहयोग मिला। सौभाग्यशाली चेन्नई महिला मंडल है जिनको 2018 में ऊर्जावान टीम मिली जिससे सभी कार्यक्रमों ने भारत में अपनी पहचान बनाई। सौभाग्यशाली चेन्नई महिला मंडल है जिनको चेन्नई के साथ उपनगरीय क्षेत्रों और तमिलनाडु के अनेकों क्षेत्रों की बहनों का चातुर्मास में सम्पूर्ण सहयोग मिला।
कहते हैं संगठन में शक्ति होती है। अकेला आदमी कुछ नहीं कर सकता। यह चेन्नई महिला मंडल ने साबित करके दिखाया। महिला मंडल की सम्पूर्ण बहनों का भरपूर सहयोग हर कार्यक्रम में रहा। प्रवचन पंडाल, भोजनशाला ड्यूटी, साध्वीश्री सेवा, चिकित्सा सम्बन्धी सेवा, हर कार्य में महिला शक्ति सदैव तत्पर रही उन सभी बहनों को बहुत-बहुत साधुवाद। चातुर्मास के दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य उषा जी बोहरा का भी भरपूर सहयोग मिला, भविष्य में भी आपका सहयोग हमेशा मिलता रहेगा। कार्यक्रम में सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं एवं क्षेत्रीय संयोजिकाओ का सम्मान किया गया। महिला मंडल की मंत्री श्रीमती शान्ति दुधोडिया ने आगामी कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती रीमा सिंघवी और कंचन भण्डारी थे एवं कार्यकाल का कुशल संचालन मंत्री श्रीमती शान्ति दुधोडिया ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन सहमंत्री श्रीमती अलका खटेड ने दिया। यह जानकारी शान्ति दुधोडिया मंत्री, चेन्नई तेरापंथ महिला मंडल ने दिया। |
राहुल गाँधी की पीएम मोदी को नसीहत, कहा PM के आंसुओं से नहीं ऑक्सीजन से बचेंगे मरीज - Varient - News Magazine
राहुल गाँधी की पीएम मोदी को नसीहत, कहा PM के आंसुओं से नहीं ऑक्सीजन से बचेंगे मरीज
Jun 22, 2021 - 07:22 Updated: Jun 22, 2021 - 07:23
राहुल गांधी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की है साथ ही राहुल गांधी ने कोरोना पर एक श्वेतपत्र (व्हाइट पेपर) जारी करते हुवे कहा की कोविड मिसमैनेजमेंट पर एक रिपोर्ट कांग्रेस की टीम ने बनाई है. कोविड की समस्या आप सब जानते हैं, देश को जो दर्द पहुंचा. लाखों लोगों की मृत्यु हुई. हमने ये व्हाइट पेपर तैयार किया है, इसका लक्ष्य सिर्फ प्वाइंट आउट करना नहीं है बल्कि इससे सरकार की मदद करना, रास्ता दिखाना और चीजें ठीक करने का है.
राहुल गांधी ने ऑक्सीजन को कमी को लेकर लोगों की मौत पर पीएम मोदी पर हमला बोला. राहुल ने कहा, "ऐसे लोगों की भी मौत हुई जो बच सकते थे. PM के आंसुओं से नहीं ऑक्सीजन से बचेंगे मरीज. जोकि नहीं हुआ. मैं बहुत से लोगों को जानता हूं जिनके परिवार में ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत हुई है पीएम के आंसू उन लोगों के दुख नहीं मिटा पाएंगे जिन्होंने अपनों को खो दिया.''
राहुल गांधी ने अपने श्वेतपत्र के जरिए कोरोना महामारी से निपटने को लेकर मोदी सरकार की कमिया गिनाते हुए कहा,
"पूरा देश जानता है कि दूसरी लहर से पहले हमारे वैज्ञानिक और डॉक्टर ने दूसरे वेव की बात की थी.लेकिन सरकार को जो कदम उठाना था वो नहीं हुआ. पूरा देश जानता है कि थर्ड वेव आने वाला है. इसलिए हम फिर कह रहे हैं कि सरकार को थर्ड वेव के लिए पूरी तैयारी करनी चाहिए. जो जरूरत है, अस्पताल बेड, इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऑक्सीजन, दवाइयों की जरूरत हैं, जो सेकंड वेव में नहीं की गई थी, उनको थर्ड वेव के लिए बिल्कुल करना चाहिए. तो ये हमारा लक्ष्य है."
राहुल गांधी ने अपने श्वेतपत्र (व्हाइट पेपर) के जरिए चार सुझाव बताए हैं.
दूसरी लहर में जो गलती हुई उसे ठीक किया जाए
थर्ड वेव की तैयारी- ऑक्सीजन, अस्पताल, बेड, दवा की तैयारी पहले ही हो
अर्थव्यवस्था पर काम- कोविड बायोलॉजिकल बीमारी ही नहीं, बल्कि इकॉनोमिक सोशल बीमारी है. ऐसे में छोटे और मध्यम बिजनेस को आर्थिक मदद देने की जरूर है. हमने न्याय की बात की थी. प्रधानमंत्री चाहें तो उसका नाम बदल दें लेकिन गरीबों को डायरेक्ट कैश बेनिफिट देने की जरूरत है.
कोरोना से मौत पर मुआवजे के लिए फंड बने
राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार वैक्सीनेशन पर राज्यों को BJP-कांग्रेस में ना बांटे, सबको टीका लगना जरूरी है.
राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की "अगर सरकार हमारे इस इनपुट को लेती है तो सरकार को फायदा होगी जब मनमोहन सिंह ने सलाह दी तो सरकार के मंत्री ने मजाक उड़ाया, लेकिन दो महीने बाद वही सरकार को करना पड़ा राहुल गांधी ने पीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोरोना काल में पीएम का फोकस चुनाव पर था. कोरोना काल में पीएम मोदी का फोकस महामारी को नियंत्रित करने पर ना होकर चुनाव पर था. बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत में बंगाल, असम जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहा था. |
बुध के राशि बदलने से कर्क राशि में बना बुधादित्य योग, इन 5 राशियों के लिए रहेगा फायदेमंद | Mercury changed its zodiac on 25th July, this will be beneficial for these zodiacs KPI
बुध के राशि बदलने से कर्क राशि में बना बुधादित्य योग, इन 5 राशियों के लिए रहेगा फायदेमंद
First Published Jul 26, 2021, 8:59 AM IST
उज्जैन. 25 जुलाई, रविवार से बुध ग्रह मिथुन राशि से निकलकर कर्क में आ चुका है। इस महीने में बुध देव दूसरी बार अपनी राशि बदल चुके हैं। कर्क राशि में बुध ग्रह सूर्य के साथ युति कर बुधादित्य योग का निर्माण करेंगे। यह योग कई मामलों में लाभकारी माना जाता है। बुध ग्रह का यह राशि परिवर्तन सभी राशियों पर अच्छे-बुरे प्रभाव डालेगा। हालांकि कुछ विशेष राशियों के लिए यह बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है। आगे जानिए बुध का राशि परिवर्तन किन लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा…
इस राशि के लिए बुध का गोचर बेहद ही लाभकारी सिद्ध होने जा रहा है। इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में अच्छे परिणाम मिलेंगे। व्यापार से जुड़े लोगों को अच्छे लाभ प्राप्त होंगे। परिवार में परिस्थितियां आपके अनुकूल होंगी। इस अवधि में विद्यार्थियों को भी लाभ मिलेगा। आपको फंसा हुआ धन प्राप्त हो सकता है।
इस समय आपकी संवादशैली सबको प्रभावित करेगी। आप समाज के प्रभावशाली लोगों से मिलेंगे, जिनसे आप अपने कामों निकलवाने में सफल होंगे। परिजनों के साथ किसी यात्रा पर जा सकते हैं। यह गोचर कारोबार से जुड़े लोगों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
इस दौरान वैवाहिक जीवन से लाभ होगा। ससुराल की ओर से कोई कीमती तोहफा मिल सकता है। गत दिनों से चली आ रहीं आर्थिक समस्याएं सुलझेंगी। यदि आर्थिक निवेश के बारे में सोच रहें है तो फायदा होगा। मीडिया से जुड़े लोगों को लाभ मिलने की संभावना है।
गोचर के शुभ प्रभाव से समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। इस अवधि में विदेश यात्रा का अवसर मिल सकता है। आमदनी में बढ़ोतरी होने की संभावना है। धर्म-कर्म के कार्यों में आप अधिक रुचि लेंगे। घर में पिताजी से रिश्ते बेहतर होंगे।
गोचर के शुभ प्रभाव से आपको शुभ परिणाम मिलेंगे। आपके भाग्य में वृद्धि होगी। धन संपत्ति के बढ़ने की संभावना है। वहीं परिवार में भी परिस्थितियां अनुकूल होंगी। इस अवधि में धन लाभ के योग बनेंगे। पैतृक संपत्ति से भी लाभ का योग बनेगा। |
'पद्मावती' के सेट में लगाई आग, जलकर हुआ खाक - BBC News हिंदी
सुनीता पांडेय बीबीसी हिंदी के लिए
https://www.bbc.com/hindi/entertainment-39278045
फ़िल्म पद्मावती को लेकर निर्देशक संजय लीला भंसाली की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर के मसई पठार इलाके में लगे 'पद्मावती' के सेट पर इस बार कुछ अज्ञात लोगों ने आग लगा दी है, जिसमें पूरा सेट जलकर ख़ाक हो गया.
ख़बर है कि ये हमला कोल्हापुर में लोगों के एक अज्ञात समूह ने किया है. हमला करने वालों ने सबसे पहले सेट पर शूटिंग के सामान की तोड़-फोड़ की और उसके बाद पेट्रोल बम का इस्तेमाल कर सेट पर आग लगा दी.
हालांकि इस मामले में भंसाली प्रोडक्शन ने अब तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई है. लेकिन कोल्हापुर पुलिस ने मामला दर्ज कर अभियुक्तों की तलाश शुरू कर दी है.
पद्मावती पर पहले भी हुआ विवाद
गौरतलब है कि जनवरी में जयपुर में लगाए गए 'पद्मावती' के सेट पर राजपूत करणी सेना के लोगों ने जमकर तोड़-फोड़ की थी और फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ हाथापाई भी की थी, जिसके बाद भंसाली ने जयपुर में फिल्म की शूटिंग रद्द कर दी थी.
कौन है 'पद्मावती' का विरोध कर रही करणी सेना?
इसके बाद 'पद्मावती' की शूटिंग के लिए महाराष्ट्र के कोल्हापुर के मसई पठार इलाके को चुना गया था.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़, "मंगलवार रात करीब दो बजे कुछ लोगों का एक समूह 'पद्मावती' के सेट पर पहुंचा. पहले उन लोगों ने सेट पर मौजूद शूटिंग के सामान की तोड़-फोड़ की और बाद में आग लगा दी. इस हंगामे के दौरान सेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों से मारपीट भी की गई.
महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मंत्री विनोद तावड़े ने इस हमले को लेकर बयान जारी किया है.
तावड़े के मुताबिक़, "संजय लीला भंसाली की फ़िल्में इतिहास पर आधारित होती है. ऐसी फिल्मों को लेकर समाज में लोगों की अलग-अलग राय होती है. इसलिए दोनों पक्षों को बैठकर आपस में विवाद सुलझाना चाहिए. फ़िल्म निर्माताओं को ऐतिहासिक फिल्मों के निर्माण से पहले तथ्यों को अच्छी तरह परख लेना चाहिए, ताकि विवादों की गुंजाईश ही ना रहे."
आख़िर क्या है विवाद
'पद्मावती' का सारा विवाद रानी पद्मावती और अल्लाउद्दीन खिलजी के प्रसंगों को लेकर है.
वो 'शीशा' तोड़ा जिससे ख़िलजी ने किया था पद्मावती का दीदार
राजस्थान के करणी सेना सहित कुछ और संगठनों का आरोप है कि भंसाली अल्लाउद्दीन खिलजी के साथ रानी पद्मिनी के प्रेम संबंधों पर फिल्म बनाकर राजपूतों की भावना को चोट पहुंचा रहे हैं.
इससे पहले करणी सेना ने भंसाली को धमकी देते हुए कहा था कि इस फिल्म की शूटिंग जहां भी होगी इसमें गतिरोध पैदा किया जाएगा.
सेना के इस धमकी के बाद भंसाली और करणी सेना के बीच कुछ समझौते की भी खबर आई थी. इस नई घटना से लगता है कि मामला अभी भी शांत नहीं हुआ है. |
श्रीराघवेंद्रचरितम् - विकिपीडिया
राघवेंद्र चरित 【श्री राघवेंद्र चरितम्】 संस्कृत में लिखा गया एक विशाल महाकाव्य है। इसमें गद्य और पद्य का समावेश है तथा यह सभी प्रमुख रामायणों की कथावस्तु पर आधारित है। इसकी रचना संस्कृत के विद्वान् एवं साधक विद्यामार्तण्ड महामहिम श्रीभागवतानंद गुरु ने की है। इसमें बीस से अधिक सर्वमान्य प्रामाणिक रामायणों की अद्भुत एवं दिव्य कथानकों का समावेश है। ग्रन्थ के प्रथम अध्याय से यह जानकारी मिलती है कि श्रीभागवतानंद गुरु को समाधि की अवस्था में भी श्रीराम सम्बन्धी इतिहास की अनेक घटनाओं का दर्शन हुआ जो किसी अन्य ग्रन्थ में नहीं पाए जाते हैं। उन घटनाओं का वर्णन भी श्रीराघवेंद्रचरितम् में प्राप्त होता है।
कहा जाता है कि बिहार के उमगा पहाड़ पर तपस्या में लीन श्रीभागवतानंद गुरु को स्वप्न में इसकी रचना करके की प्रेरणा भगवान् शिव ने दी। उस समय उनकी उम्र बीस वर्ष की थी। इस ग्रंथ के कुछ भाग उमगा पहाड़, कामाख्या , अमरकंटक , एवं झारखंड के आंजन पर्वत एवं टांगीनाथ धाम में लिखे गए।
चित्र:श्रीभागवतानंद गुरु.jpeg
इस महाकाव्य में आधुनिक भारतीय समाज की चुनौतियों, हिन्दू धर्म में वैदिक, पौराणिक एवं स्मार्त प्रारूप, नियम एवं उद्देश्यों के साथ साथ राजनैतिक, धार्मिक एवं सामाजिक संरचना की समालोचना भी प्राप्त होती है। हिन्दू धर्म के ज्ञान विज्ञान का वर्णन करने वाला ये ग्रंथ श्रीराम कथानक को एक बहुत ही भिन्न और प्रभावी शैली में वर्णित करता है। सनातन धर्म से सम्बन्धित मुद्दों एवं विवादित विषयों को भी इस ग्रंथ में संवादात्मक प्रारूप से शास्त्रपक्ष के साथ बताया गया है।
यह महाभारत के बाद सम्भवतः संस्कृत साहित्य का दूसरा सबसे बड़ा इतिहास ग्रन्थ है। इसके पहले अध्याय के अनुसार इसका कलेवर निम्न प्रकार है।
त्रिंशत्सहस्रश्लोकानि सर्गाश्चार्धसहस्रकाः।
क्वचिद्गद्यांशसम्मिश्रम् दशकाण्डै: समावृतम् ॥
इस महाकाव्य में तीस हजार श्लोक, पांच सौ अध्याय एवं गद्य पद्य मिश्रित रूप से दश कांडों में कथा का वर्णन किया गया है। प्रसिद्ध राम तांडव स्तोत्र इसी ग्रन्थ में वर्णित है। इसमें अनुष्टुप्, मालिनी, वसंततिलका, शार्दूलविक्रीड़ित, प्रमाणिका, उपजाति, इन्द्रवज्रा, स्रग्धरा, शिखरिणी, भुजंगप्रयात, इंदिरा, आदि छंदों का प्रयोग हुआ है।
इस ग्रंथ में वाल्मीकीय आर्ष, अद्भुत, अध्यात्म, आनंद, मन्त्र, भुशुण्डि, योगवाशिष्ठ, कम्ब, कृत्तिवास एवं तुलसीदास की रामायणों का सार है। |
Home/बीकानेर संभाग/नोखा/नोखा : नवविवाहिता पहुंची थाने, प्रेम – प्रसंग मामला, घरवालों ने मचाया जमकर बवाल
बीकानेर। हाथों की मेहंदी भी नहीं उतरी, प्यार के बुखार में विवाहिता रम गई। यह मामला पांचू पुलिस थान क्षेत्र का है। जहां एक नवविवाहिता प्रेम-प्रसंग के चलते थाने पहुंच गई। पुलिस ने विवाहिता के बयान दर्ज कर एसडीएम ऑफिस ले जा रहे थे।
इसकी भनक लगते ही पीहर पक्ष व ससुराल पक्ष के लोग थाने पहुंच गए और आक्रोशित हो उठे। आक्रोशित लोगों को समझाया गया फिर भी न मानने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को तितर-बितर किया। फिलहाल माहौल तनावपूर्ण है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रेम-प्रसंग के चलते नववाहिता थाने पहुंची। इसकी भनक लगते ही पीहर पक्ष व ससुसराल पक्ष के लोग थाने में हंगामा खड़ा कर दिया। हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने पीहर व ससुराल पक्ष के लोगों को समझाने का प्रयास किया तो पुलिस से भी उलझ गए। ऐसे में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया।
प्रेम-प्रसंग के चलते एक नवविवाहिता थाने पहुंची। इस मामले को लेकर नवविवाहिता के पीहर पक्ष व ससुराल पक्ष के लोग आक्रोशित हो गए। अभी जांच-पड़ताल की जा रही है। – कन्हैयालाल, थानाधिकारी, पांचू पुलिस
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आदित्यनाथ को निशाना बनाते हुए अखिलेश यादव ने कहा, पिछली सरकारों को निशाना ना बनायें – Today News Hindi
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Akhilesh yadav claimed bjp and yogi adityanath for making fake promises
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर तीखा वार किया। अखिलेश ने कहा की योगी को पुरानी सरकारों को निशाना बनाना बंद करना होगा। उन्हें वर्तमान में हो रहे कार्यों को, सही तरीके से करने की जरूरत है। बीते रविवार को यह बातें, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कही ।
पृथ्वीराज चौहान स्वाभिमान रैली में अखिलेश ने कहा कि, मुख्यमंत्री को भ्रष्टाचार की जांच करने और राज्य में कानून-व्यवस्था में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यह रैली जनवादी पार्टी द्वारा कटिंग मेमोरियल इंटर कॉलेज मैदान पर आयोजित किया गया था। बनारस में हाल ही में यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि 'डायल 100' और पुलिस विभाग में बहुत भ्रष्टाचार है। अखिलेश ने कहा की राज्य के सीएम की जिम्मेदारी बनती है, इन्हें ठीक करने की। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी ने दावा किया था कि डीमोनेटाईजेसन के बाद भ्रस्ताचार खत्म हो जाएगा, लेकिन गरीब लोग अभी भी इसके कारण पीड़ित हैं।
अखिलेश ने कहा की एक साल बीतने के बाद क्या भ्रष्टाचार समाप्त हो गया है? मुद्रा नोटों के रंग को बदलने से भ्रष्टाचार खत्म नहीं हो जाएगा। उन्होंने कहा, हम सभी को आधार के साथ लिंक करें, और हमें गिनें ताकि हम अपनी शक्ति जान सकें। कृपया आधार के साथ हमें लिंक करें, लेकिन संविधान द्वारा बनाए गए व्यवस्थाओं के अनुसार, हमें हमारे अधिकार भी प्रदान करें। भाजपा पर समाज को विभाजित करने का आरोप लगाते हुए, अखिलेश ने कहा कि केंद्र सरकार ने टैक्सों और मुद्रा नोटों सहित सब कुछ छेड़ दिया। निकट भविष्य में गायों के लिए आधार कार्ड होगा। इसे हल्के में मत लो ऐसा होने जा रहा है, उन्होंने कहा। उन्होंने राज्य सरकार को समाजवादी पेंशन योजना को खत्म करने का भी आरोप लगाया, जिसके तहत हर गरीब व्यक्ति को प्रति माह 500 रुपये दिए जाते थे।
अखिलेश ने वादा किया कि सभी गरीब लोगों को समाजवादी पेंशन से जोड़ा जाएगा। भविष्य में सत्ता में आने पर हर व्यक्ति को 1000 रुपये प्रति माह मिलेगा। उन्होंने भाजपा पर झूठे वादे करने का आरोप लगाया। उनहोंने कहा की भाजपा के लोग बड़े वादे बनाने में विशेषज्ञ हैं। कोई भी ऐसे वादे नहीं कर सकता जैसे वे करते हैं। क्या आपको याद है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हम में से हर एक को, 15 लाख देने का वादा किया था? पांचवां सामान्य बजट हाल ही में पारित किया गया था। क्या आप अभी भी उस पैसे का इंतजार कर रहे हैं? अखिलेश ने कहा। उन्होंने कहा, मैं आपको 30 लाख रुपये देने का भी वचन दे सकता हूं, लेकिन बाद में अपने खाते की मांग ना करें।
गंगा सफाई पर, अखिलेश ने कहा कि प्रधान मंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों में पर्यावरण संरक्षण के बारे में बड़ी बात की थी। नदी की सफाई सुनिश्चित करने में असफल रहे है। जब तक कन्नौज की काली नदी साफ नहीं हो जाती है, तब तक स्वच्छ गंगा के लिए वांछित परिणाम नहीं प्राप्त किए जा सकते, अखिलेश ने कहा। उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग मुठभेड़ों के माध्यम से लोगों को डरा रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकार में खराब कानून और व्यवस्था पर भी जोर दिया, और हालिया अतीत में हुए डकैतियों की घटनाओं का उल्लेख किया।
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SONIPAT-निगम ने कर्मियों को वेतन नहीं दिया, पेयजल सप्लाई रोकी
• खालिस्तान रेफरेंडम 2020 में वोटिंग न करने के लिए शांडिल्य ने जताया सिख समाज का आभार • राजस्थानः सभी मंत्रियों और विधायकों को जयपुर पहुंचने के निर्देश, मुख्यमंत्री ने मिलने बुलाया • कानपुर कांड की होगी न्यायिक जांच, यूपी सरकार ने एक सदस्यीय जांच आयोग का किया गठन • अमिताभ बच्चन के बाद ऐश्वर्या राय और आराध्या भी कोरोना पॉजिटिव • FICCI के सर्वे में चालू वित्त वर्ष के दौरान GDP ग्रोथ रेट -4.5 फीसदी रहने का अनुमान • बांग्लादेश में भारत के नए उच्चायुक्त होंगे विक्रम दोरईस्वामी • यूपीः कोरोना से निपटने के लिए सरकार का प्लान, हर हफ्ते लगेगा वीकेंड लॉकडाउन • अनुपम खेर की मां कोरोना पॉजिटिव, कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती
COURTESY DB JUNE 3
निगम ने कर्मियों को वेतन नहीं दिया, पेयजल सप्लाई रोकी
शहर में नगर निगम एवं कर्मियों के बीच जारी तनातनी का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। 5 माह से वेतन नहीं मिलने से नाराज जलापूर्ति कर्मियों के समर्थन में अन्य स्टाफ सदस्यों द्वारा कार्य का बहिष्कार किए जाने से शहर के एक बड़े हिस्से की पेयजल व्यवस्था ठप हो गई। इसे लेकर जब लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया तो प्रशासन की नींद खुली और निगम अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में पेयजल सप्लाई चालू करवाई।
वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों ने वेतन नहीं मिलने पर अपना प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रखा। सोनीपत नगर सुधार मंच ने सुबह धरना दिया। जिसके बाद निगम के जेसी एडिशनल एसएचओ सुरेंद्र कुमार, गोहाना रोड चौकी इंचार्ज रामकुमार मौके पर पहुंचे और अन्य कर्मियों को बुलाकर पानी की सप्लाई चालू की गई। इस दौरान धरने पर सोनीपत नगर सुधार मंच के चेयरमैन संजय सिंगला, प्रधान मोहन सिंह मनोचा, उप प्रधान रवीन्द्र सरोहा, पूर्व पार्षद सुरेन्द्र काला, मानव अधिकार संघ के अध्यक्ष जयबीर गहलावत, हेमंत नांदल, सोनू, संदीप सूद, अनिपाल आदि मौजूद रहे।
यह है पूरा मामला : नगर निगम में डेपुटेशन पर काम कर रहे कर्मियो को वेतन को लेकर काफी समय से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मियों का आरोप है कि उन्हें जनवरी माह से वेतन को लेकर चक्कर कटवाए जा रहे हैं, लेकिन वेतन नहीं मिल रहा है, कोरोना काल में जब चहुं ओर परेशानी है तो विभाग से प्रोत्साहन की जगह अनदेखी की जा रही है। जिसके चलते कर्मचारियों में आक्रोश है।
पुलिस प्रशासन पहुंचा तो पांच दिन बाद मिल सका लोगों को पानी
नहीं सुलझा है अभी मामला
भले ही आमजन के विरोध प्रदर्शन के चलते शहरवासियों को पानी आपूर्ति चालू हो गई है, लेकिन करीब 35 कर्मियों को वेतन अब तक हासिल नहीं हो सका है। कर्मी नेताओं ने बताया कि आयुक्त ने आश्वासन दिया है, लेकिन अब तक वेतन को लेकर कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है। हरियाणा गर्वनमेंट पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल वर्कर्स यूनियन के जिला प्रधान विष्णु दत्त ने बताया कि वेतन को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन को यह समझना चाहिए।
इन क्षेत्रों में पेयजल को लेकर हो रही है दिक्कत : पेयजल लाइन चालू नहीं किए जाने के कारण मुरथल रोड, लाइन पार क्षेत्र आदि में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। जिसमे विशेष रूप से सेक्टर-23, पुराना तहसील, मुरथल रोड, बस स्टैंड के आसपास के क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
निगम का कोई इरादा वेतन रोकने का नहीं है, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते समय वेतन को लेकर दिक्कत आ रही है। हालांकि निगम की ओर से शहर की पेयजल सप्लाई ठप नहीं हो इसे लेकर व्यवस्था बनाए रखी जाएगी। संबंधित कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। अशोक रावत, एक्सईएन, नगर निगम, जनस्वास्थ्य सेवाएं।
खालिस्तान रेफरेंडम 2020 में वोटिंग न करने के लिए शांडिल्य ने जताया सिख समाज का आभार Trump commutes jail term of friend, sparks outrage HC: Can't expect witness to have photographic memory Doctors coerced me to change Hisar mayor's report: Biologist Rewari best, Mewat worst performer NCR areas should follow Delhi: Modi Plan dept told to cancel deeds registered without DTCP nod CBI probe into Ambience Mall: HC referred to apex court orders on Haryana land cases अनिल विज ने विद्यार्थियों को अवसरों का लाभ उठाने के लिए सही कौशल प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया मूलचन्द शर्मा ने आज बल्लबगढ़ (फरीदाबाद ) के सैक्टर 23 व संजय कालोनी के 33 फुट रोड पर 95 लाख रुपए की लागत से पुरानी सीवरेज लाइन के सफाई कार्य का शुभारंभ किया |
Chaitra Navratri 2019: आज है नवरात्रि का पहला दिन, जानें कलश स्थापना और मां शैलपुत्री की पूजा का शुभ मुहूर्त Vrat Tyohar, Chaitra Navratri 2019, Kalash Sthapana, Shubh Muhurt, Navratri 2019, Shailputri, Akhand Jyoti, Hindu Nav Varsh, Navratri Puja Mantra
आज से चैत्र नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है. नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है. पहले दिन मां दुर्गा के पहले स्वरूप 'शैलपुत्री' की पूजा होती है. पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम 'शैलपुत्री' पड़ा. नवरात्र-पूजन में प्रथम दिवस इन्हीं की पूजा और उपासना की जाती है.
मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लाइन लग गई है. भक्तों ने मंदिरों में पूजा-अर्चना कर माता से मन्नतें मांगी हैं. आज से शुरू नवरात्रि 14 अप्रैल तक चलेंगे. इस नवरात्रि के साथ ही हिंदू नववर्ष भी मनाया जाता है. साल में सबसे पहले आने वाले इस नवरात्रि के साथ-साथ हिंदू नव वर्ष भी मनाया जाता है. साल में दो बार नवरात्रि का पर्व आता हैं, जिन्हें चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र के नाम से जाना जाता है.
चैत्र नवरात्रि की तिथियां के साथ जानिए माता के रूपों के नाम:-
6 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का पहला दिन - शैलपुत्री का पूजन
7 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का दूसरा दिन - बह्मचारिणी पूजन
8 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का तीसरा दिन - चंद्रघंटा का पूजन
9 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का चौथा दिन - कुष्मांडा का पूजन
10 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का पांचवां दिन - स्कंदमाता का पूजन
11 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का छठा दिन - सरस्वती का पूजन
12 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का सातवां दिन - कात्यायनी का पूजन
13 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का आठवां दिन - कालरात्रि का पूजन (कन्या पूजन)
14 अप्रैल 2019 : नवरात्रि का नौवां दिन - महागौरी का पूजन (कन्या पूजन, नवमी हवन और नवरात्रि पारण)
सबसे पहले चौकी पर माता शैलपुत्री की प्रतिमा स्थापित करें. इसके बाद गंगा जल से शुद्धिकरण करें. माता की चौकी स्थापित करें और उसी चौकी पर माता की प्रतिमा स्थापित करें. इसके बाद व्रत, पूजन का संकल्प लें और वैदिक एवं सप्तशती मंत्रों द्वारा मां शैलपुत्री सहित समस्त स्थापित देवताओं की पूजा करें. माता का आह्वान करें और माता को वस्त्र, सौभाग्य सूत्र, चंदन, रोली, हल्दी, सिंदूर, दुर्वा, बिल्वपत्र, आभूषण, पुष्प-हार, सुगंधित द्रव्य, धूप-दीप, फल, पान, अर्पित करें. इसके बाद आरती कर पूजन संपन्न करें.
Delhi: 'Aarti' being performed at Kalkaji temple on the first day of #Navratri pic.twitter.com/wG2SoLCbEy |
मदद के नाम पर चीन कर रहा नेपाल में अवैध कब्जे - china is doing illegal occupation in nepal in the name of help
Updated: 24 Sep, 2020 01:54 AM
2020-09-24T01:54:22+05:30
विश्व के एकमात्र हिन्दू देश और अपने निकटतम पड़ोसी नेपाल के साथ सदियों से हमारे गहरे संबंध चले आ रहे हैं और दोनों ही देशों के लोगों के बीच 'रोटी और बेटी' का रिश्ता रहा है। हमारा देश नेपाल का सबसे बड़ा मददगार और सहयोगी रहा है तथा हमारी
विश्व के एकमात्र हिन्दू देश और अपने निकटतम पड़ोसी नेपाल के साथ सदियों से हमारे गहरे संबंध चले आ रहे हैं और दोनों ही देशों के लोगों के बीच 'रोटी और बेटी' का रिश्ता रहा है। हमारा देश नेपाल का सबसे बड़ा मददगार और सहयोगी रहा है तथा हमारी सरकार ने उसे अरबों रुपए की सहायता देने के अलावा 'कोरोना' महामारी का सामना करने के लिए 23 टन अनिवार्य दवाएं भेजी हैं। दोनों देशों के बीच कुछ वर्ष पूर्व तक सब ठीक चल रहा था परंतु जब से चीन ने नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, मालदीव आदि को विभिन्न प्रलोभन देकर अपने अहसानों के प्रभाव में लेना शुरू किया है, इनके भारत विरोधी तेवर तेज हो गए हैं। यही नहीं तिब्बत पर तो उसने कब्जा कर लिया है।
भारत विरोध की इसी कड़ी में नेपाल ने हाल ही के समय में अनेक भारत विरोधी निर्णय लिए हैं जिनमें भारत के तीन इलाकों 'लिपुलेख', 'कालापानी' व 'लिपियाधुरा' पर अपना दावा जता कर उन्हें अपने देश के मानचित्र में शामिल करके इस मानचित्र को अपनी नौवीं और बारहवीं की पाठ्य पुस्तकों में शामिल करना, समूची भारत-नेपाल सीमा सील करके नेपाल पुलिस के जवानों को वहां तैनात करना और भारतीय क्षेत्रों पर भी नेपाल के झंडे लगाना आदि शामिल है। यही नहीं, नेपाल सरकार ने अपने सिक्कों पर 'काला पानी' को शामिल करके एक तथा दो रुपए मूल्य के नए सिक्कों की ढलाई करने का आदेश भी नेपाल के राष्ट्रीय बैंक को जारी किया है।
नेपाल की राजनीति से लेकर उसकी अर्थव्यवस्था तक पर चीन का बढ़ता प्रभाव स्पष्ट दिखाई देने लगा है और वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर, सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने और लोगों पर उसके प्रभाव की छाप पक्की हो गई है। एक ओर नेपाल में अरबों रुपए की परियोजनाएं शुरू करके चीन उसे अपने वश में कर रहा है तो दूसरी ओर चीन 'चोर पर मोर' वाली कहावत को चरितार्थ करते नेपाल की जमीन पर चुपके-चुपके अवैध कब्जे करता जा रहा है जिस पर नेपाल के शासकों ने चुप्पी साध रखी है। इसकी ताजा मिसाल है कि चीन ने 2 वर्षों के दौरान योजनाबद्ध तरीके से वहां के 'गोरखा' जिले के गांव 'रूई' पर कब्जा कर लिया है और इसे वैध दर्शाने के लिए वहां लगे सभी सीमा स्तम्भ उखाड़ दिए हैं। यह गांव अब चीन के पूर्ण नियंत्रण में है तथा इस गांव के 72 घरों के निवासी अपनी मूल पहचान कायम रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
नवीनतम समाचारों के अनुसार सर्दियों के मौसम में नेपाली सुरक्षा कर्मियों की अनुपस्थिति में चीन ने सरहद के भीतर नेपाल के 'हुम्ला' जिले के नाम्खा गांव में एक और हिस्से पर कब्जा जमा कर 9 इमारतें बना ली हैं। चीन की दादागिरी यहीं पर समाप्त नहीं होती बल्कि इससे भी आगे बढ़ते हुए चीन ने इन इमारतों के आस-पास स्थानीय लोगों का प्रवेश रोक दिया है।चीन ने तिब्बत में सड़क बनाने के बहाने नेपाल की भूमि पर भी कब्जा कर रखा है। पूरी तरह हड़पने की नीयत से चीन ने नेपाल में 10 स्थानों पर धीरे-धीरे कब्जा जमा लिया है तथा नेपाल की 33 हैक्टेयर भूमि पर नदियों की धारा बदल कर प्राकृतिक सीमा बना दी है।
चीन द्वारा तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र (टी.ए.आर.) में सड़क नैटवर्क के निर्माण के चलते नदियों का रास्ता बदल देने से वे नेपाल की ओर बहने लगी हैं जिससे वहां बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है और यदि यह सिलसिला जारी रहा तो नेपाल का बड़ा हिस्सा 'टी.ए.आर.' में चला जाएगा। स्पष्ट है कि भारत को भुला कर चीन के एहसानों तले दबे नेपाल के शासकों ने चीनी शासकों की कुटिल चालों को न भांपते हुए ही भारत विरोधी तेवर अपना रखे हैं, लिहाजा उनके इस रवैये को पलटने और नेपाल को चीन के प्रभाव से बाहर निकालने के लिए भारत सरकार को विवेकपूर्ण कूटनीतिक कदम उठाने होंगे अन्यथा जहां हम एक निकटतम पड़ोसी से हाथ धो बैठेंगे, वहीं हमारा एक शत्रु हमारी सीमाओं के और निकट आ जाएगा। |
ईशा की शादी के लिए दुल्हन की तरह सजा 27 मंजिला 'एंटीलिया' | बिज़नेस न्यूज़: Business news in hindi-Lenden news
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ईशा की शादी के लिए दुल्हन की तरह सजा 27 मंजिला 'एंटीलिया'
मुंबई। मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की बेटी ईशा की शादी के लिए 27 मंजिला एंटीलिया को दुल्हन की तरह सजाया गया है। सोशल मीडिया पर दुनिया के इस सबसे महंगे घर की कुछ तस्वीरे वायरल हो रही है। जिसका मुख्य दरवाजा गोल्डन कलर की रैपिंग के साथ लाल गुलाब से सजाया गया है। इसमें कहीं-कहीं सफेद रंग की झालरों का सभी इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि ईशा अंबानी और आनंद पीरामल 12 दिसंबर को शादी के बंधन में बंधेंगे।
भारतीय उद्योग जगत की सबसे महंगी शादी
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक यह शादी भारतीय उद्योग जगत की सबसे महंगी शादी हो सकती है। इसमें लगभग 10 करोड़ डॉलर (723 करोड़ रुपए) तक खर्च होने की संभावना है।
एंटीलिया से विदा होगी ईशा अंबानी
जानकारी के अनुसार,ईशा और आनंद की शादी में कम मेहमान ही शामिल होंगे। इनकी संख्या लगभग 600 हो सकती है। शादी में दोनों परिवारों के करीबी रिश्तेदार और दोस्त ही होंगे। शादी के एक दिन बाद शुक्रवार को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) मैदान में होगा। रिसेप्शन में सिर्फ वीवीआईपी गेस्ट ही होंगे, जिनकी सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।
ऐसा है अंबानी का 'एंटीलिया'
मुंबई स्थित 27 मंजिला 'एंटीलिया' लगभग 12912 करोड़ रुपए में बनकर तैयार हुआ था। यह 2010 में बनकर तैयार हुआ था, इसकी देखरेख 600 एम्प्लाई करते हैं। इस घर में 3 हेलिपैड और 9 लिफ्ट के साथ ही एक स्पेशल थिएटर भी है।
अंबानी का यह घर 400,000 स्क्वेयर फीट में बना है। इसके 6 फ्लोर पर पार्किंग व्यवस्था है, जहां एक साथ 160 से ज्यादा कारें पार्क की जा सकती है। परिवार की सुविधा के लिए घर में स्पा सेंटर, मंदिर, योगा स्टूडियो, आइस्क्रीम रूम और लगभग 3 से ज्यादा स्विमिंग पूल हैं। |
अररिया : बिहार में तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. हर दिन हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित की पहचान हो रही है. आम से लेकर खास लोग कोरोना की जद में आ रहे हैं. वहीं अब जेल में भी कोरोना ने दस्तक दे दी गै.
सीमांचल के अररिया मंडल कारा में 224 कैदी कोरोना संक्रमित मिले हैं. जिसके बाद जेल प्रशासन और स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया है. जेल में कोरोना टेस्ट कराया जा रहा था, जिसमें मंगलवार और बुधवार को 706 में से 600 बंदियों की जांच की गई.
मंगलवार को हुए जांच में 42 और बुधवार के 182 संक्रमित पाये गये. जेलर प्रमोद दास ने बताया कि अररिया मंडल कारा में 706 बंदी रह रहे हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए नए पुरुष बंदियों को पूर्णिया और महिला बंदियों को दलसिंहसराय जेल भेज दिया जा रहा है.
वहीं जेल में संक्रमित पाए गए बंदियों की संख्या की बाबत सिविल सर्जन डा एमएमपी सिंह ने बताया कि बुधवार को जांच में 182 बंदी कोरोना संक्रमित मिले. जबकि एक दिन पहले हुई जांच में 42 संक्रमितों की पुष्टि हुई थी.
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डीडीसी ने स्वतंत्रता दिवस के पूर्व फूल ड्रेस रिहर्सल कर तैयारी की समीक्षा की।
राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी के निधन पर युवा कांग्रेस ने की शोकसभा।
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Adani Airport Holdings relocate AAHL head office from mumbai to ahmedabad announce changes in leadership also
अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स का हेड ऑफिस अब मुंबई के बदले गुजरात में होगा। मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी के सीईओ आरकेजैन को सीईओ एयरपोर्ट की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Updated: 18 Jul 2021, 08:58 PM IST
नई दिल्ली। अडानी ग्रुप को मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मैनेजमेंट कंट्रोल मिलने के कुछ ही दिन बाद अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड ( Adani Airport Holdings Limited ) ने बड़े स्तर पर फेरबदल का ऐलान किया है। ताजा फैसले के तहत मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ( MIAL ) के सीईओ आरके जैन को अब सीईओ एयरपोर्ट्स की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा एएएचएल का अपना हेड ऑफिस मुंबई के बदले अहमदाबाद में शिफ्ट करने का फैसला लिया है।
एएएचएल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एयरपोर्ट सेक्टर में अडानी ग्रुप बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी के साथ यह निर्णय भी लिया गया है कि AAHL का हेड ऑफिस अब मुंबई के बजाए गुजरात में होगा। हमें उम्मीद है कि यह निर्णय हमें सभी के सहयोग के साथ तेजी से फैसले लेने में मदद करेगा, जो कि इस वक्त सबसे ज्यादा जरूरी है।
एमआईएएल के सीईओ को मिली बड़ी जिम्मेदारी
AAHL ने मुंबई इटरनेशनल एयरपोर्ट के दिग्गज RK Jain को CEO Airports की जिम्मेदारी दी है। कंपनी ने बताया कि जैन MIAL से शुरू से जुड़े हुए हैं और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रोजेक्ट हासिल करने में उनका बड़ा योगदान रहा है। आरके जैन से पहले बेहनाद जंदी सीईओ एयरपोर्ट्स थे, जिन्हें AAHL में नॉन एयरो डिपॉर्टमेंट में सीईओ बनाया गया है। इसके अलावा MIAL में आरके जैन की जगह प्रकाश तुल्सियानी को CEO बनाया गया है। वह वर्तमान में AAHL में ऑपरेशन प्रेसीडेंट हैं।
AAHL के पास हैं 7 एयरपोर्ट का कंट्रोल
13 जुलाई को Adani Group की सब्सिडियरी कंपनी अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड ने GVK Group से MIAL का मैनेजमेंट कंट्रोल अपने हाथ में लिया था। इसके बाद अडानी ग्रुप के पास कुल 7 एयरपोर्ट्स का मैनेजमेंट कंट्रोल हो गया है। MIAL के अलावा अडानी ग्रुप के पास गुवाहटी, लखनऊ, अहमदाबाद, मंगलुरु, जयपुर और तिरुवंतपुरम एयरपोर्ट के संचालन की भी जिम्मेदारी है।
Adani Airport Holdings Limited Gautam Adani Gautam adani takes over Mumbai international airport headquarter Ahmedabad News |
लखनऊ। रिहाई मंच ने मानवाधिकार और लोकतांत्रिक अधिकारों के जाने-माने पैरोकारों के घरों पर हुई छापेमारी और उनकी गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हुए तत्काल रिहाई की मांग की. मंच ने सुधा भारद्ववाज, गौतम नवलखा, अरुण फरेरा, वेराॅन गोंजाल्विस, आनंद तेलतुंबडे, वरवर राव, फादर स्टेन स्वामी, सुसान अब्राहम, क्रांति और नसीम जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं पर इस हमले को अघोषित आपातकाल कहा.
रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने कहा कि मोदी जब भी राजनीतिक रुप से फंसते हैं उनकी जानपर खतरे का हौव्वा खड़ा हो जाता है- कभी इशरत जहां को मार दिया जाता है तो आज मानवाधिकार-लोकतांत्रिक अधिकारवादी नेताओं, वकीलों और षिक्षाविदों की गिरफ्तारी हो रही है. अच्छे दिनोें के नाम पर जिस मध्यवर्ग को वोट बैंक बनाया गया सरकार उसे कुछ भी दे पाने में विफल रही. इस असफलता को छुपाने के लिए ‘अरबन नक्सली‘ की झूठी कहानी गढ़ी गई है.
सुधा भारद्वाज का बस इतना जुर्म है कि वो आदिवासी जनता के हक-हुकूक की बात करती हैं तो वहीं गौतम नवलखा सरकारी दमन की मुखालफत करते हैं. तो वहीं आनंद तेलतुबंडे बाबा साहेब के विचारों को एक राजनीतिक षिक्षाविद के रुप में काम करते हैं. दरअसल सच्चाई तो यह है कि छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में चुनाव होने को हैं और जनता भाजपा के खिलाफ है. ऐसे में जनता की लड़ाई लड़ने वालों की गिरफ्तारी सरकार की खुली धमकी है.
मुहम्मद शुऐब कहते हैं कि सनातन संस्था की उजागर हुई आतंकी गतिविधियों से ध्यान बंटाने की यह आपराधिक कोषिष है जिसकी कमान मोदी-षाह के हाथ में है. एक तरफ पंसारे, कलबुर्गी, दाभोलकर, लंकेष की सनातन संस्था हत्या कर रही है दूसरी ओर मोदी पर हमले के नाम पर इस तरह की गिरफ्तारियां साफ करती हैं कि जो तर्क करेगा वो मारा जाएगा या उसे जेल में सड़ाया जाएगा.
रिहाई मंच ने कहा कि यह कार्रवाई असंतोष की आवाजों को दबाने और सामाजिक न्याय के सवाल को पीछे ढकेलने की सिलसिलेवार कोषिष का चरम हिस्सा है. भीमा कोरेगांव मामले को माओवाद से जोड़ा जा रहा है और उसके मुख्य अभियुक्त संभाजी भिडे को संरक्षण दिया जा रहा है. यह मोदी की दलित विरोधी नीति नया पैतरा है. |
ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की अनिवार्यता खत्म, अब सभी केंद्रों पर ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन और टीकाकरण - Naugachia News
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ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की अनिवार्यता खत्म
पटना. पटना जिले में अब टीका लेने के लिए शनिवार से ऑनलाइन स्लॉट बुक करने की अनिवार्यता खत्म कर दी गयी है. अब किसी भी उम्र के लोग सिर्फ अपना आधार कार्ड लेकर टीकाकरण केंद्र पर जायेंगे और ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन करा कर टीका ले सकेंगे. यह व्यवस्था पहले व दूसरे डोज दोनों के लिए है. इसके साथ ही मोबाइल टीका एक्सप्रेस में भी यह सुविधा रहेगी.
डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि अब शनिवार से ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन होगा और टीका लगाया जायेगा. 18 से 44 उम्र वर्ग के लोगों को टीका लगाने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुक कराना पड़ता था. लेकिन, दो-तीन दिनों से दानापुर स्थित टीकाकरण केंद्र को छोड़कर अन्य केंद्रों पर 50% से कम स्लॉट बुक हो रहा था.
इससे यह अंदाजा लगाया गया कि संभवत: लोगों ने टीका लगा लिया है. इसके साथ ही टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की भीड़ भी कम हो गयी है. इसके बाद ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन व टीकाकरण का निर्णय लिया गया.
कोरोना से महनार के एसडीओ का निधन
महनार के अनुमंडल पदाधिकारी मनोज प्रियदर्शी का शुक्रवार को निधन हो गया. वह पिछले कुछ दिनों से कोरोना से पीड़ित थे. उनका इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा था. वही पर उन्होंने अंतिम सांस ली. कोरोना संक्रमित होने पर 29 मई से ही अस्पताल में भर्ती थे.
उनके निधन की सूचना मिलते ही महनार अनुमंडल सहित पूरे जिले के प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ आम नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों के बीच शोक की लहर दौड़ गयी. मनोज प्रियदर्शी अगस्त, 2018 में महनार में एसडीओ के पद पर पदस्थापित हुए थे. एसडीओ के रूप में महनार में उनकी दूसरी तैनाती थी.
इसके पूर्व वह सिकहरना में एसडीओ थे. 2010 बैच में 48वीं से 52वीं बीपीएससी संयुक्त प्रवेश परीक्षा में उन्होंने सफलता पायी थी. अपने व्यवहार के कारण वे महनार के लोगों के प्रिय बन गये थे. उनके निर्देशन में महनार में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला महनार महोत्सव नयी ऊंचाइयों को प्राप्त किया था. महनार में उन्होंने विकास कार्यों को गति दी थी. मनोज प्रियदर्शी अपने पीछे पत्नी रंजना और दो पुत्र छोड़ गये हैं. |
"मुझे कामुक साहित्य वाकई में बहुत दिलचस्प लगता है," लीना कहती हैं। "श्ह्ह्हह्ह्ह्ह, किसी को बताना मत, लेकिन असल में इसकी लत लग जाती है।" लीना अपने आप को एक 'किताबी कीड़ा' मानती हैं। उनका कमरा हमेशा तरह-तरह की किताबों से भरा रहता है।
लेकिन अपने कामुक साहित्य को वो सार्वजानिक नहीं कर सकती, बावजूद इसके की दुनिया में करोड़ों लोग इस साहित्य के शौक़ीन हैं।
कामुक साहित्य कई सदियों से समाज में मौजूद है। संभवतः यह कामोतेज्जन का सबसे पुराना तरीका है। बदलते समय के साथ इसने उपन्यास, काव्य और सेक्स ग्रंथों का रूप ले लिया। पुराणिक साहित्य जैसे 'कामसूत्र' और 'अनंग रंग' इस तरह के साहित्य की शुरुवात रहे होंगे।
अलग-अलग तरह की कलाओं के विकास के साथ कामुकता भी चित्रकारी, नृत्य, फोटोग्राफी और चलचित्र में अपनी छाप छोड़ने लगी। |
Delhi CM Arvind Kejriwal launches Delhi Corona app- दिल्ली सरकार ने लॉन्च किया Delhi Corona App, मिलेंगी ये जरूरी जानकारी
दिल्ली सरकार ने लॉन्च किया Delhi Corona App, मिलेंगी ये जरूरी जानकारी
Delhi Corona App के जरिए राजधानी दिल्ली में COVID-19 की मौजूदा स्थिति क्या है, किस अस्पताल में कितने बेड और वेंटिलेटर खाली हैं, इसकी ताजा जानकारी मिल पाएगी. इसके साथ ही कई और भी चीजों की जानकारी मिलेगी.
सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने दिल्ली में रहने वालों के लिए मंगलवार को आधिकारिक तौर पर Delhi Corona App लॉन्च किया है. वैसे यह App एक दिन पहले यानी सोमवार से ही पब्लिक डोमेन में पहुंच गया था. लोगों ने Delhi Corona App डाउनलोड करना शुरू कर दिया है. लॉन्चिंग से पहले ही इस App को 10 हजार से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं.
इस App के जरिए राजधानी दिल्ली में COVID-19 की मौजूदा स्थिति क्या है और किस अस्पताल में कितने बेड और वेंटिलेटर खाली हैं इसकी ताजा जानकारी मिल पाएगी. सरकार का मानना है कि इससे लोगों को सहूलियत होगी कि उन्हें किस अस्पताल में अपने परिजन को भर्ती कराना है.
दिल्ली सरकार द्वारा बनाया गया यह App कई तरीके से दिल्ली वासियों की मदद करेगा. दिल्ली में कौन-कौन सी जगह कंटेंटमेंट ज़ोन घोषित की गई है, इसकी जानकारी भी इस App के जरिए मिल पाएगी.
इसके अलावा App में COVID-19 टेस्ट सेंटर की जानकारी भी दी गई है, जिससे लोग अपने नज़दीकी टेस्ट सेंटर पर जाकर सैंपल दे सकते हैं. App पर दिल्ली सरकार द्वारा चलाई जा रही COVID-19 हेल्पलाइन के बारे में भी जानकारी दी गई है.
लॉकडाउन के समय में दिल्ली सरकार क्या-क्या सुविधाएं दे रही है, इस App के जरिए लोग जान सकते हैं और उनका लाभ उठा सकते हैं. जैसे- ई-पास, पास के रैन बसेरे की जानकारी, राशन के लिए पंजीकरण, रिलीफ सेंटर और भी ऐसी तमाम जानकारियां इस एप के ज़रिए मिल पाएंगी.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि आप गूगल प्ले स्टोर से इसे Delhi Corona के नाम से डाउनलोड कर सकते हैं. 8800007722 व्हाट्स ऐप से भी इसे डाउनलोड किया जा सकता है. http://delhifightscorona.in/beds के नाम से इसका एक वेब पेज भी बनाया गया है. अगर आपको फिर भी जानकारी नहीं मिलती है तो आप 1031 पर फोन कर सकते हैं. |
Election Commission Meeting : नई दिल्ली। ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों पर चुनाव आयोग ने अब 12 मई को सभी पार्टियों की एक बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में ईवीएम को लेकर कुछ पार्टियों की तरफ से जताई जा रही आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की जाएगी। जाहिर है कि आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, बीएसपी, एसपी सहित कई पार्टियों ने ईवीएम में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था और पेपर बैलट से चुनाव कराने की मांग की थी। पार्टियों ने दावा किया था कि ईवीएम में लोगों का विश्वास खत्म हो गया है। हालांकि, बीजेपी ने इसे विधानसभा चुनाव में पार्टियों को मिली हार की खीझ करार दिया था।
आयोग अब आने वाले चुनावों में वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) का उपयोग कर चुनाव प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता लाने तथा लोगों का भरोसा बढ़ाने का है। गौरतलब है कि वीवीपीएटी से एक पर्ची निकलती है, जिसे देखकर मतदाता यह सत्यापित करता है कि ईवीएम में उसका वोट उसी उम्मीदवार को गया है, जिसके नाम के आगे का उसने बटन दबाया है। चुनाव आयोग पार्टियों की शंका को दूर करने के सिलसिले में एक चुनौती का आयोजन करने जा रहा है। इसमें पार्टियों से कहा जाएगा कि वह ईवीएम को हैक करके दिखाएं। |
खजुराहो: कामुकता के रहस्य से पर्दा उठाता अनोखा मंदिर
खजुराहो! यह नाम लेते ही मन में अजीब सी तरंगें घूमने लगती हैं.
यदि माता-पिता से बात करें तो वे बच्चों के सामने इसका नाम तक नहीं लेना चाहते. आखिर ऐसा क्या है इन मंदिरों में जो लोगों के लिए आस्था का केंद्र न हो कर कुछ 'और' ही है.
दरअसल मंदिर में तो भगवान ही हैं, पर मंदिर की दीवारें कामुकता के रंग में रंगी हुई हैं. जिन्हें सदियों पहले चंदेल राजाओं ने बनवाया था. यह कोई यौन सुख का केंद्र नहीं है, बल्कि मानवजाति के लिए महत्वपूर्ण संदेश है.
काम-इच्छा और मुक्ति का ऐसा मेल दुनिया में और कहीं देखने नहीं मिलता.
तो चलिए हम आपको बतातें हैं कि आखिर क्या है खजुराहो के मंदिरों का इतिहास और क्यों झलकती है इनकी दीवारों पर कामुकता!
चंद्रमा के वंशज थे चंदेल
चंदेल वंश भारत के उन महान वंशों में से रहा है, जिसने भारतवर्ष की एकता को बचाए रखने के लिए मुगलों का सामाना किया. उन्होंने 8वीं से 12वीं शताब्दी तक स्वतंत्र रूप से यमुना और नर्मदा के बीच, बुंदेलखंड तथा उत्तर प्रदेश के दक्षिणी-पश्चिमी भाग पर राज किया.
इन्हें गोंड जनजातीय मूल का राजपूत वंश भी कहा जाता है. इसी वंश में महान रानी दुर्गावती का भी जन्म हुआ था. गुर्जरों के प्रतिहार के बाद चंदेल सत्ता में आए.
प्रारंभिक लेखों में इसे 'चंद्रात्रेय' वंश कहा गया है. पुराणों में कहा गया है कि वे भगवान चंद्रमा की संतान थे. 'नन्नुक' इस वंश का पहला राजा था. कालिंजर का युद्ध जीतने के बाद चंदेलों ने खजुराहो का रुख किया था और फिर समस्त बुंदेलखंड पर राज किया.
उस दौरान खजुराहो एक जंगल था, जहां केवल खजूर के पेड़ लगे थे. यही कारण है कि इस जगह को खजुराहो नाम दिया गया. चंदेल राजा यशोवर्मन ने महोबा जो कि उस समय कालिंजर क्षेत्र में था, उसे अपने राज्य की राजधानी बनाया और यहीं से कुछ दूर उन्हों खजुराहो के मंदिरों का निर्माण करवाया.
Khajurahoa Temple Raises Curtains From The Secrets Of Sexuality (Pic: hindufaqs)
फिर शुरू हुआ मंदिर बनने का सिलसिला
मंदिर के शिलालेखों पर अंकित है कि चंदेल वंश के राजा यशोवर्मन ने 925 से 950 ईसा तक शासन किया और इस दौरान खजुराहो में लक्ष्मण मंदिर का निर्माण करवाया.
इसके बाद राजा धंग ने 950 से 999 तक शासन किया और यहां विश्वनाथ मंदिर का निर्माण करवाया. इसके बाद चंदेल राजवंश के शासक विद्याधर ने कन्दारिया महादेव मंदिर का निर्माण करवाया. कुल मिलाकर सभी मंदिरों का निर्माण 1030 ईसा पूर्व पूरा हुआ.
राजाओं ने यहां कुल 85 मंदिरों का निर्माण करवाया था.
मंदिर की बाहरी दीवारों पर 646 तरह की कामसूत्र आकृतियां बनी हुई हैं. जबकि भीतर भगवान शिव, ब्रम्हा, विष्णु और अन्य जैन धर्म के भगवानों की मूर्तियां स्थापित हैं.
इसके अलावा इतिहास में मंदिरों के निर्माण से जुड़ी एक और कहानी मिलती है. जिसमें, हेमावती नाम की एक ब्राह्मण कन्या का ज़िक्र आता है.
वह वन में स्थित सरोवर में स्नान कर रही थी तभी चंद्रमा ने उसे देख लिया और उसे देखते ही मुग्ध हो गया. फिर चंद्रमा ने हेमावती को वशीभूत कर लिया और उसके साथ संबंध बनाए. जब हेमावती ने इसी से एक बालक को जन्म दिया, तब समाज ने उसे और उसके बालक को अपनाने से इंकार कर दिया.
इस कारण उसे बच्चे का पालन-पोषण भी वन में रह कर ही करना पड़ा.
चूंकि वह भगवान चंद्रमा की संतान थे, इसलिए उसका नाम चन्द्रवर्मन रखा गया. बड़े होकर चन्द्रवर्मन ने अपना राज्य कायम किया. हेमावती ने चन्द्रवर्मन को ऐसे मंदिर बनाने के लिए प्रेरित किया, जिससे मनुष्य के अंदर दबी हुई कामनाओं का खोखलापन दिखाई दें.
जब वह मंदिर में प्रवेश करें तो इन बुराइयों को छोड़ चुके हों. तभी चन्द्रवर्मन ने खजुराहो के मंदिरों की संरचना तैयार की थी, जिन्हें आगे चलकर उनके वंशजों ने पूरा किया.
मुगलों ने किया मंदिरों पर हमला!
मंदिरों का निर्माण पूरा होने के बाद यहां शिवरात्री पर विशेष पूजन का आयोजन किया जाता रहा. दशहरा पर राजा खुद अपनी प्रजा के लिए यहां मनोरंजक कार्यक्रमों की व्यवस्था करवाते थे. यह वही दौर था जब भारत में मुगल साम्रराज्य बढ़ रहा था.
1022 ईसा पूर्व महमूद ग़ज़नवी को खजुराहो मंदिरों के बारे में पता चला. उसने इन मंदिरों को तोड़ने के लिए बुंदेलखंड पर आक्रमण कर दिया.
हालांकि, यह हमला असफल हुआ. इसके पहले ही गजनवी वापस हमला कर पाता, हिंदू राजाओं ने उसे फिरौती की रकम दे दी और इस तरह बुंदेलखंड और खजुराहों के मंदिर सलामत रहे.
कुछ सालों तक सबकुछ ठीक रहा. फिर 13वीं शताब्दी में दिल्ली सल्तनत के मुस्लिम सुल्तान कुतुब-उद-दीन ऐबक ने चंदेलों पर हमला बोल दिया.
इस युद्ध में खजुराहो के मंदिरों को काफी नुकसान हुआ. 85 मंदिरों में से अधिकांश पूरी तरह खत्म हो गए.
इसके बाद 1495 ईसा पूर्व में सिकंदर लोधी ने एक अभियान चलाकर मंदिरों को सबसे ज्यादा क्षति पहुंचाई. 15वीं से 18वीं शताब्दी के दौरान भी मुस्लिम शासकों ने इन मंदिरों को अश्लील बताते हुए छोटे—मोटे हमले किए और मंदिरों को नुकसान पहुंचाया.
वर्तमान में यहां केवल 22 मंदिर ही सुरक्षित हैं.
Khajurahoa Temple Raises Secrets Of Sexuality (Pic: remotetraveler)
फिर खोजा गया इतिहास
मुस्लिम शासकों के लगातार हमलों के बाद खजुराहो के मंदिर धूल में पुर चुके थे. चंदेल राजाओं का शासन भी खत्म हो गया था. इतिहास से इन मंदिरों का नाम एक बार फिर मिटने वाला था. तभी 1930 में ब्रितानी सर्वेक्षक टी एस बर्ट ने बुंदेलखंड की यात्रा की और स्थानीय लोगों ने उन्हें चंदेल राजाओं की कहानियां सुनाई. यहीं पर बर्ट ने एक बार फिर खजुराहो को तलाश लिया.
इसके बाद उन्होंने अंग्रेज पुरातत्वशास्त्री अलेक्ज़ैंडर कन्निघम की मदद से इन मंदिरों को पुन: संरक्षित करने का काम शुरू किया.
दीवारों पर कामुकता के रहस्य
अब तक खजुराहो के मंदिरों पर भारत और अन्य देशों के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने शोध किया है. अपनी बनावट के लिए दुनियाभर में मशहूर इन मंदिरों पर हुए शोध पर नजर डाली जाए तो कोई कहता है कि उस दौरान राजाओं की कामेच्छा इतनी ज्यादा थी कि वह मंदिर की दीवारों पर नजर आई.
कुछ का कहना है कि ये मंदिर उस दौरान लोगों को सेक्स एजुकेशन देने के लिए बनाए गए थे. लोगों ने तो यहां तक कहा कि गौतम बुद्ध के उपदेशों से प्रेरित होकर आम जनमानस में कामकला के प्रति रुचि खत्म हो रही थी, इसलिए उन्हें इस ओर आकर्षित करने के लिए इन मंदिरों का निर्माण किया गया होगा.
हालांकि भारतीय इतिहास मंदिरों के डिजाइन के बारे में कुछ अलग ही राय रखता है.
दरअसल चंदेल राजा चंद्रमा के उपासक होते थे. चंद्रमा और स्त्री का आपस में काफी गहरा संबंध होता है. उन लोगों के लिए ऐसे किसी मंदिर की कल्पना करना भी मुश्किल था, जिसमें स्त्री शामिल न हो. वे लज्जा का दिखावा करना नहीं जानते थे. उन्हें लगता था कि इंसानी शरीर में ऐसा कुछ भी नहींं है जो छिपाने लायक हो या जिस पर इंसान को शर्म आनी चाहिए.
हां, इतना जरूर था कि उनका धर्म उन्हें नियंत्रण से बाहर नहींं जाने देता था.
इसके अलावा मंदिरों की दीवारों पर दिखती कामुकता का एक अर्थ और भी है. कामुकता केवल बाहर होती है. मंदिर में प्रवेश करने से पहले आपको अपनी कामुकता को नहींं तो आपको कुछ भी अनुभव नहींं होगा.
जब आप बाहरी घेरे में जाते हैं, तो आपको सारी कामोत्तेजक सामग्री नजर आती है. अगर यह सब मन पर बहुत ज्यादा छाया हुआ है, तो मंदिर के भीतरी हिस्से में प्रवेश न करें.
घर जाएं और फिर दोबार साफ मन से यहां आएं.
जब तक कामोत्तेजना के विचार मन में आ रहे हैं, तब तक भीतर प्रवेश न करें. जिस दिन इन विचारों से मुक्ति पा लेंगे आपका मंदिर में ईश्वर से एकाकार हो जाएगा.
Khajurahoa Temple Raises Curtains From The Secrets Of Sexuality (Pic: indiatravelz)
खजुराहो पर दुनियाभर की नजर
खजुराहो को यूएनईएससीओ ने 1986 में विश्व धरोहर घोषित कर दिया था, जिसके बाद से खजुराहो का महत्व बढ़ गया. आज यह दुनिया भर के पर्यटकों के लिए भारत का सबसे बड़ा आश्चर्य है.
चूंकि जब पूरी दुनिया शर्म की चादर ओढ़ने का प्रयास कर रही थी, तब भारत में सेक्स को लेकर विचार काफी खुले हुए थे. जैम्स मैकोन्नचि ने तो सेक्स एजुकेशन पर लिखी अपनी किताब कामसूत्र में खजुराहो का जिक्र किया है. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि यौन संबंधों को लेकर जितनी रिसर्च इन मंदिरों के निर्माण के दौरान की गई उतनी इस विश्व में पहले कभी नहीं हुई.
Khajurahoa Temple Raises Curtains From The Secrets Of Sexuality (Pic: thehistoryhub)
आप जब भी खजुराहो जाएं इन सभी मूर्तियों के साथ आप एक निश्चित समय बिताइए. इनकी सीमाओं को देखिए. फिर जब आप मुख्य मंदिर में प्रवेश करेंगे तो सभी तरह के व्यसनों और कामेच्छाओं से मुक्त होंगे और यही ईश्वर से एकाकार होगा.
अच्छा होगा कि आप पूर्णिमा की रात में मंदिरों को निहारें, क्योंकि जब इनकी दीवारों पर चंद्रमा का प्रकाश पड़ता है तो यह और भी खूबसूरत दिखती हैं. |
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पदक विजेताओं को नौकरी देगी वसुंधरा सरकार
By भारत ख़बर on May 22, 2017 6:06 pm Comments Off on पदक विजेताओं को नौकरी देगी वसुंधरा सरकार
राजस्थान। अंतरराष्ट्रीय एंव राष्ट्रीय खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों के लिए अब एक अच्छी खबर है। जिन खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खेलों में पदक जीता है अब वसुंधरा सरकार उन्हें आउट टर्न राज्य प्रशासनिक सेवाओं में नौकरियां प्रदान करेगी।
बुधवार को सीएम वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। वही इसके लिए तीन श्रेणियां बनाई गई है।
आपको बता दें कि ऑलम्पिक, एशियन और कॉमनवेल्थ खेल में स्वर्ण पदक जितने वाले को राज्य प्रशासनिक सेवा में नियुक्ति दी जाएगी, रजत पदक जीतने वाले और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को अधिनस्थ सेवा में सीधी नियुक्ति दी जाएगी। ऐसे में जो खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर के खेलों में पदक विजेताओं को मंत्रालयिक सेवा में नियुक्ति दी जाएगी। वहीं इनके लिए आयु सीमा की बाध्यता नहीं होगी। |
गुजरात राज्यसभा चुनाव: परिणाम घोषित अहमद पटेल ? : Tez News
Home > State > Gujarat > गुजरात राज्यसभा चुनाव: परिणाम घोषित अहमद पटेल ?
Posted by: Developer Teznews in Gujarat, India News, Latest News, Politics, State
सियासत की आज की सबसे बड़ी ख़बर अहमद पटेल हैं। आखिर अहमद पटेल की जीत और हार में ऐसा क्या है जिसके लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। टूटी फूटी कांग्रेस को बेचारगी की हालत में ला खड़ा किया। दरअसल बात सिर्फ एक सीट भर की नहीं है…बात रणनीति और रणनीतिकार की है। एक तरफ मोदी के महारथी अमित शाह हैं तो दूसरी तरफ सोनिया के सारथी। कांग्रेस ने पिछले कुछ समय में बड़ी हार देखी है लेकिन वो शख़्स जो थिंक टैंक है जो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आंख और कान कहा जाता है अगर वो ही हार जाए तो कांग्रेस में क्या कुछ बचेगा…
कांग्रेस के अपने विधायकों ने ही दगा दे दिया
ये चुनाव न सिर्फ पटले की साख से जुड़ा था बल्कि कांग्रेस लीडरशिप के लिए भी अग्निपरीक्षा था लेकिन आज जब इम्तिहान की घड़ी आई तो कांग्रेस के अपने विधायकों ने ही दगा दे दिया। कांग्रेस के कुल 8 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इनमें 6 विधायकों पर कांग्रेस को पहले से ही भरोसा नहीं था। शंकर सिंह वाघेला ने भी अहमद पटेल को वोट नहीं दिया। कांग्रेस के एक विधायक करमसी भाई पटेल ने भी क्रास वोटिंग की। पटेल उन 44 विधायकों में शामिल थे जिन्हें पहले बैंगलोर और फिर आणंद के रिजॉर्ट में ठहराया गया था।
ये सब तब हुआ जब कांग्रेस ने अपने विधायकों को टूटफूट और क्रॉस वोटिंग से बचाने के लिए भारी जुगत की। आज सभी 44 विधायकों को बाकायदा एक बस में पोलिंग सेंटर तक लाया गया इसके बावजूद कांग्रेस के दो विधायकों ने खुलेआम बीजेपी को वोट दे दिया। अहमद पटेल को फिर से राज्यसभा पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने एड़ी चोटी का जोर लगाया। वो एनसीपी के दो और जेडीयू के एक विधायक की तरफ भी उम्मीदभरी नजर से देख रही थी लेकिन पता चला है कि इन तीनों ने कांग्रेस के बजाय बीजेपी को वोट दिया।
अहमद पटेल को जीत का भरोसा
ऐसी खबरें बाहर आने के बाद इस चुनाव पर सस्पेंस लगातार गहराता गया। हालांकि इसके बावजूद अहमद पटेल यही कह रहे हैं कि उन्हें अपनी जीत का भरोसा है लेकिन उनका गेम बिगाड़ने के लिए पहले से ही बड़ी गोटियां बिछ चुकी थीं। शंकर सिंह वाघेला ने तो वोट डालने के बाद सुबह ही अहमद पटेल की हार की भविष्यवाणी कर दी थी।
इस तरह अहमद पटेल को शिकस्त देने के लिए भीषण चक्रव्यूह रचा गया। ऐसा शायद पहली बार हुआ हो कि राज्यसभा की एक सीट का चुनाव इतनी प्रतिष्ठा का चुनाव बन गया हो। |
राहुल बोले: चूल्हा फूंको, जुमले खाओ – JanSandesh
नई दिल्ली। गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को सरकार पर तंज कसा है। राहुल ने एक ट्वीट करते हुए कहा है कि एलपीजी सिलेंडर के दाम फिर बढ़ गए। उन्होंने आगे लिखा, "जनता के लिए मोदी सरकार के विकल्प- व्यवसाय बंद कर दो, चूल्हा फूंको, जुमले खाओ।"
एलपीजी की कीमतों में पिछले कुछ समय से लगातार इजाफा हो रहा है। फरवरी में तीन झटके देने के बाद आज फिर से लोगों को सिलेंडर को लेकर झटका लगा है। दरअसल, घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें फिर बढ़ गई हैं। पेट्रोलियम कंपनियों ने गैर-सब्सिडी वाला 14.2 किलो का सिलेंडर 25 रुपये महंगा कर दिया। अब दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 794 रुपये से बढ़ कर 819 रुपये हो गई है। कोलकाता में 845 रुपये 50 पैसे और चेन्नई में 835 रुपये मिलेगा।
गैस सिलेंडर के अलावा, पेट्रोल-डीजल के दामों में भी तेजी आ रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत पूरी पार्टी इस पर निशाना साधती रही है। दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल का रेट अपने सर्वोच्च स्तर पर है। फरवरी महीने में पेट्रोल 4.87 रुपये और डीजल का रेट 4.99 रुपये महंगा हो चुका है। पिछले महीने कंपनी ने 16 बार दाम बढ़ाए थे। वहीं, दिल्ली में पेट्रोल 91.17 और डीजल 81.47 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है। |
Union Budget 2017: Lokpal Budget Slash 50 Percent, CVC As it is - Jansatta
अमेरिकी हवाई अड्डे पर ईरानी मूल के नन्हे बच्चे को घंटों तक रोका, व्हाइट हाउस ने दिया 'सुरक्षा खतरे' का हवाला
वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा केन्द्रीय बजट में 4.29 करोड़ रुपए का आवंटन लोकपाल की स्थापना और निर्माण संबंध खर्चे के लिए किया गया है।
भाषा नई दिल्ली | February 2, 2017 11:21 AM
भ्रष्टाचार रोधी संस्था लोकपाल के बजट में 50 प्रतिशत की कटौती करके इसे 2017-18 के लिए घटाकर 4.29 करोड़ रुपये कर दिया गया है। केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी)को अगले वित्तीय वर्ष के लिए 27.68 करोड़ रुपए आवंटित किये गये हैं। आयोग को 2016.17 के लिए भी इतनी ही राशि दी गई थी। लोकपाल को वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए 8.58 करोड़ रुपए आवंटित हुए हैं। हालांकि आवंटन बाद में संशोधित करके शून्य कर दिया गया क्योंकि संस्था का गठन नहीं हो पाया। वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा केन्द्रीय बजट में 4.29 करोड़ रुपए का आवंटन लोकपाल की स्थापना और निर्माण संबंध खर्चे के लिए किया गया है।
उद्योग जगत ने की सराहना
उद्योग जगत ने वित्त वर्ष 2017-18 के बजट की सराहना की। उद्योग जगत का कहना है कि इससे यह सकारात्मक धारणा बनेगी कि सरकार वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए सभी कदम उठाएगी और विशेष रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे पर ध्यान देगी। हालांकि, उद्योग जगत ने बड़ी कंपनियों के लिए कॉरपोरेट कर में कटौती न किए जाने पर निराशा जताई है। बायोकॉन की चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक किरण मजूमदार शा ने कहा, 'कुल मिलाकर यह सुरक्षित और संतुलित बजट है। यह अधिक साहसी हो सकता था। ग्रामीण विकास, सस्ते मकानों, कृषि और बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिए अच्छा आबंटन किया गया है। एमएसएमई क्षेत्र को कुछ प्रोत्साहन दिए गए हैं लेकिन रोजगार सृजन और निवेश से संबद्ध कॉरपोरेट कर कटौती नहीं किया जाना निराशाजनक है।' हालांकि, उन्होंने छोटी कंपनियों के लिए कॉरपोरेट कर की दर को घटाकर 25 प्रतिशत करने की सराहना की। |
जिले में 31 मई तक सबकुछ बंद, कुछ ढील के साथ कड़ी रहेगी चौकसी; सभी को कोरोना गाइडलाइन का करना होगा पालन - Swadesh Bhopal
Home छत्तीसगढ़ जिले में 31 मई तक सबकुछ बंद, कुछ ढील के साथ कड़ी...
जिले में 31 मई तक सबकुछ बंद, कुछ ढील के साथ कड़ी रहेगी चौकसी; सभी को कोरोना गाइडलाइन का करना होगा पालन
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले छठवीं बार लॉकडाउन को आगे बढ़ाया गया है। लॉकडाउन के वजह से जिले में कोरोना का संक्रमण की दर में कमी आई है। यहीं वजह है कि जिले में 6 अप्रैल से लगातार जिला प्रशासन ने लॉकडाउन को लगा कर रखा है। अब इसे 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। मौजूदा लॉकडाउन पहले की ही तरह सख्त होगा और जिले की सीमाएं भी सील रहेगी। लेकिन इस दौरान लोगों को पहले से ज्यादा छूट दी जाएगी।
जिले में ट्रेड वाइज अल्टरनेट डे में दुकानें खोली जा सकेगी। यह छूट केवल सुबह 11 से शाम 5 बजे तक के लिए होगी। इसी तरह पोल्ट्री, मांस व मटन की दुकानें रविवार को छोड़कर पूरे सप्ताह खोली जा सकेगी। खेती सीजन को देखते हुए सहकारी व ग्रामीण बैंकों को भी अब पूरे दिन खोलने की अनुमति होगी और यहां सामान्य लेन-देन भी किया जा सकेगा। मॉल और सुपर बाजार अब भी बंद रहेंगे, वहीं होटल व रेस्टोरेंट संचालक केवल ऑनलाइन कंपनियों के माध्यम से होम डिलीवरी में सामान उपलब्ध करा सकेंगे। इस बीच रात में टोटल लॉकडाउन रहेगा। दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
इन्हें छूट दी गई
बैंक जिसमें 5 या 5 से कम कर्मचारी कार्यरत होंगे। कृषि जरूरत को देखते हुए सभी सहकारी बैंक और ग्रामीण बैंक पूरे स्टाफ के साथ खोले जा सकेंगे।
मंगलवार, गुरुवार और शनिवार – मोबाइल दुकान को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इलेक्ट्रिकल में मानते हुए इन्हें खोलने की अनुमित होगी।
सोमवार से शनिवार (समय सुबह 11 से शाम 5 बजे तक)- वाहन मरम्मत, पंचर सुधार की दुकानें।
सोमवार से शनिवार (समय सुबह 6 से 11 बजे तक)- फल, सब्जी, अंडा, मांस, मटन, मछली, पोल्ट्री व आटा चक्की।
सोमवार, बुधवार व शुक्रवार (समय सुबह 11 से शाम 5 बजे तक)- सराफा, कपड़ा (रेडीमेड), बर्तन (क्रॉकरी प्लास्टिक), फूटवियर, मोबाइल शॉप एंड एसेसरीज, कास्मेटिक एंड गिफ्ट आइटम, स्टेशनरी, लॉड्री सर्विसेज, पैकेजिंग मटेरियल।
मंगलवार, गुरुवार, शनिवार (समय सुबह 11 से शाम 5 बजे तक)- अनाज, किराना, डेली निड्स, मनिहारी, डिस्पोजल, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रिकल्स, फ्लावर शॉप, आटो पंप, आटो पार्टस, दुग्ध व दुग्ध उत्पादन संबंधी दुकानें, हार्डवेयर, प्लंबिंग व भवन निर्माण सामग्री।
कुछ अन्य व्यवसाय को खोलने की अनुमति का आग्रह व्यापारिक संगठनों ने किया है। इस संबंध में समीक्षा पश्चात एक सप्ताह बाद निर्णय लिया जाएगा।
छूट मिली पर शर्तों के साथ
ई कॉमर्स कंपनियों के माध्यम से होम डिलवरी, केवल शाम 5 बजे तक।
लोक सेवा केंद्र और च्वाइस सेंटर खोले जा सकेंगे, लेकिन नियमों का पालन कर होगा।
होटल व रेस्टोरेंट से ऑनलाइन सिस्टम से केवल होम डिलीवरी की अनुमति सुबह 6 से रात 9 बजे तक। नियम तोड़ा तो 30 दिन के लिए प्रतिष्ठान सील होगा। टेक अवे या इन हाउस डायनिंग नहीं होगी।
मंडी और सब्जी बाजार बंद रहेंगे, लेकिन सप्लाई सिस्टम को बनाए रखने गोडाउन व मंडियों में लोडिंग अनलोडिंग के लिए रात 10 से सुबह 6 बजे तक छूट रहेगी। थोक फल व सब्जी बाजार में यह समय लागू होगा।
खाद, बीज, कीटनाशक, कृषि उपकरण की बिक्री और मरम्मत की दुकानें खुल सकेंगी, लेकिन केवल सुबह 11 से शाम 5 बजे तक। खाद के ट्रकों की आवाजाही।
वाहनों के रिपेयरिंग शॉप व वर्कशॉप खुलेंगे लेकिन विक्रय शो रूम को इजाजत नहीं होगी।
थोक किराना, अनाज व आलू-प्याज की दुकानें शाम 5 बजे तक।
दूध पार्लर और वितरण सुबह 6 से 11 बजे और शाम 5 से साढ़े 7 बजे तक।
यह सब रहेगा बंद
जिले के अंतर्गत आने वाली सभी शराब दुकानें बंद रहेंगी। केवल ऑनलाइन आर्डर पर होम डिलीवरी की छूट।
पान, सिगरेट, ठेला, चौपाटी, चाट, समोसा, गुपचुप, फास्ट फूड स्टाल बंद रहेंगे। सभी तरह की मंडियां और पसरा दुकानें बंद रहेंगे।
सभी धार्मिक, सांस्कृतिक पर्यटन स्थल पार्क जनता के लिए बंद रहेंगे।
सभी तरह के बाजार, मॉल, सुपर बाजार, मैरिज हॉल, सब्जी बाजार, स्विमिंग पूल, क्लब, सिनेमा सैलून, ब्यूटी पार्लर, जिम।
इसके अलावा शेष सभी गतिविधियों पर पूर्व की तरह बंदिश रहेगी।
सभी सरकारी दफ्तर आम आदमी के लिए बंद रहेंगे लेकिन 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ ऑफिशियल कार्य होंगे।
सभी प्रकार के जुलूस, धार्मिक सामाजिक, राजनीतिक कार्यक्रमों पर पूरी तरह से बैन रहेगा। विवाह व अत्येष्टि में पूर्व की तरह केवल 10 लोगों को परमिशन रहेगा।
रात में कड़ा प्रतिबंध
जिले में कारोबारियों को व्यापारिक गतिविधियों के लिए केवल दिन में छूट रहेगी। रोजाना शाम 5 बजे से सुबह 6 बजे तक रात्रिकालीन लॉकडाउन लागू रहेगा। इस दौरान अनुमति प्राप्त गतिविधियां भी प्रतिबंधित रहेगी। इसके उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को सब कुछ रहेगा बंद
जिले में रविवार को पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। इस दिन जिन दुकानों को छूट दी गई है, उन्हें भी पूरी तरह बंद रखा जाएगा। सरकारी राशन दुकानें भी बंद रहेगी। दौरान केवल अस्पताल, क्लिनिक, मेडिकल दुकान, पेट्रोल पम्प, एलपीजी, पैट शॉप, न्यूज पेपर, दुग्ध वितरण और होम डिलीवरी की सुविधा होगी।
रिकवरी मे हो रही बढ़ोतरी
जिले में 10 मई के बाद के सात दिनों में यहां 1391 नए कोरोना मरीज मिले हैं। जबकि इसी दौरान 2994 मरीजों की रिकवरी हो गई है। इस तरह वर्तमान में रोज जितना पॉजिटिव मरीज मिले रहे। उनसे ज्यादा की रिकवरी होने लगी है। पिछले तीन दिनों में यहां कुल 21 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। जबकि इससे पहले की तीन दिनों में दम तोड़ने वालों की संख्या 81 के करीब थी। कोरोना मरीजों की मौतों के आंकड़े में भी गिरावट देखी जा रही है।
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मंकी पॉक्स ने बढ़ाया खतरा, इस राज्य में जारी हुआ अलर्ट | NewsTrack Hindi 1
मंकी पॉक्स ने बढ़ाया खतरा, इस राज्य में जारी हुआ अलर्ट
May 24 2022 10:49 AM
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना के बढ़ते केसों के बीच मंकी पॉक्स को लेकर सरकार ने अलर्ट जारी किया है। सरकार ने साफ़ बताया है कि राज्य में अभी ऐसी कोई हालत नहीं है किन्तु फिर भी सतर्कता के तौर पर अलर्ट किया गया है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, बीते 24 घंटे में कोरोना के 32 नए मामले सामने आए हैं। 22 मरीज ठीक भी हुए हैं।
वही राज्य में इस वक़्त सक्रीय मामलों की संख्या 275 बची है। उन्होंने मंकीपॉक्स को लेकर कहा सभी जगह सरकार नजर रखे है। राज्य में अभी ऐसी कोई स्थिति नहीं है। आगे भी नहीं होगी ऐसी उम्मीद है। फिर भी सतर्कता के रूप में सभी को अलर्ट कर दिया है।
वही नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा पहले राहुल गांधी ने राम मंदिर पर सवाल उठाए। अब राष्ट्र पर सवाल उठा रहे हैं। राहुल गांधी ना तो राम के हैं तथा ना राष्ट्र के हैं। वह भले ही अपने आप को हिंदू बताते रहें। उन्होंने पेट्रोल डीजल की कीमतों पर कांग्रेस पर हमला भी बोला। उन्होंने कहा पेट्रोल की कीमत किसी कांग्रेसी नेता ने नहीं कम की। मोदी जी ने की हैं। बीजेपी पर इल्जाम लगाते थे चुनाव के वक़्त कीमत कम करते हैं। अभी तो दूर दूर तक चुनाव नहीं हैं। कमलनाथ ने घोषणा पत्र में पेट्रोल डीजल की कीमतें कम करने की बात कही थी लेकिन सरकार में आने पर कीमतें बढ़ा दी थी। |
न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए ये जगह हैं सबसे बेस्ट
साल 2018 बस खत्म ही होने वाला है. ऐसे में नए साल का स्वागत करने के लिए लोग अपनी पसंद की जगहों पर जाकर सेलिब्रेट करते हैं. अगर आप भी कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी जगहों के बारे में जो आपके बजट में भी आएंगी और जहां आप न्यू ईयर अच्छे सेलिब्रेट कर पाएंगे. ये सभी जगह भारत में ही मौजूद हैं और यहां आप प्रकृति का लुत्फ उठाते हुए नए साल का आनंद ले सकते हैं. |
यूक्रेन को तेहरान में विमान पर हमले की रिपोर्ट ईरान से मिली
ईरान ने यूक्रेन एयरलाइन यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस के बोइंग 737 यात्री विमान के दुर्घटना के कारणों पर यूक्रेन को एक मसौदा तकनीकी रिपोर्ट सौंपी, जो 8 जनवरी, 2020 को तेहरान के पास हुई। यह यूक्रेनी मीडिया द्वारा सूचना दी है।
ईरान ने 31 दिसंबर को पांचवें प्रयास में तेहरान में विमान पर हड़ताल पर एक रिपोर्ट प्राप्त की, अब संबंधित अधिकारियों द्वारा इसका अध्ययन किया जाएगा, उन्हें इसके लिए 60 दिन का समय दिया गया है। रिपोर्ट का अध्ययन करने के परिणामों के आधार पर, कीव मुआवजे की राशि निर्धारित करने और अपने भुगतान को प्राप्त करने का इरादा रखता है।
2 महीने के बाद, ईरान फिर से यूक्रेनी पक्ष की टिप्पणियों के साथ रिपोर्ट प्राप्त करेगा, जिसे 30 दिनों के भीतर अंतिम रिपोर्ट तैयार करनी होगी। अंतर्राष्ट्रीय नागरिक संगठन की परिषद द्वारा इसकी मंजूरी के बाद ही दस्तावेज को सार्वजनिक किया जाएगा विमानन.
हमें मसौदा रिपोर्ट 31 दिसंबर को मिली, जैसा कि वे कहते हैं, क्रिसमस ट्री के तहत। अब हमारे पास टिप्पणियों और टिप्पणियों के लिए 2 महीने हैं। यह आगे की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसके बिना क्षतिपूर्ति और सार्वभौमिक न्याय प्राप्त करना असंभव होगा।
मंत्री के अनुसार, मुआवजे की राशि अभी तक निर्धारित नहीं की गई है, और कीव को तेहरान से कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिला है। कुलेबा ने मुआवजे की अनुमानित राशि का नाम बताने से इनकार कर दिया, लेकिन इससे पहले मीडिया ने लिखा कि ईरान विमान दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के लिए 150 डॉलर का भुगतान करने के लिए तैयार था।
(...) किसी को ईरानी मीडिया की जानकारी से बेहद सावधान रहना चाहिए और, जैसा कि वे कहते हैं, हर संदेश को फ़िल्टर करें। जब तक मुझे ईरानी सरकार से आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिलेगा, हम किसी भी संदेश को ध्यान में नहीं रखेंगे खबर है संख्या के बारे में
स्मरण करो कि तेहरान-कीव मार्ग पर उड़ान भरने वाला एक यूआई बोइंग 737-800 यात्री विमान, 8 जनवरी, 2020 को टेकऑफ़ के तुरंत बाद तेहरान में इमाम खुमैनी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास गोली मारकर गिरा दिया गया था। सभी 167 यात्री और चालक दल के 9 सदस्य मारे गए।
ईरान ने स्वीकार किया कि गणतंत्र की हवाई रक्षा बलों द्वारा गलती से विमान को मार गिराया गया था। पार्टियां वर्तमान में डाउनड प्लेन के मुआवजे की राशि पर बातचीत जारी रखे हुए हैं।
Vladimir_2U 6 जनवरी 2021 08: 36
ईरान एक राज्य है और एक राज्य की तरह व्यवहार करता है, और VnaU एक गंदी गलतफहमी है।
ग़ुलाम 6 जनवरी 2021 08: 57
और आपदा के समय इस गलतफहमी के अध्यक्ष चुपके से ओमान के सबसे महंगे होटलों में से एक में अपने परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे थे। पशिनन के नाम से एक और गलतफहमी के राष्ट्रपति अब देश को दूर से चलाएंगे, क्योंकि उन्होंने लंदन में अपने परिवार के साथ नए साल का जश्न मनाया !!! और स्वाभाविक रूप से कोरोनावायरस पकड़ा।
Oleg-जीआर 6 जनवरी 2021 09: 36
मुआवजे की राशि की गणना की प्रत्याशा में मेहनती। मुझे संदेह है कि पीड़ितों के रिश्तेदारों को एक सभ्य राशि प्राप्त होगी। यह उन तक पहुंचने तक दृढ़ता से सूख जाएगा।
डगनी 6 जनवरी 2021 17: 39
उसे ले लो! यहाँ नहीं हो। लेकिन हवाई जहाज के लिए आप अभी भी बेनी से कुछ जोड़े को निचोड़ सकते हैं।
जलने का बिदुं 6 जनवरी 2021 09: 39
और आपदा के समय इस गलतफहमी के अध्यक्ष चुपके से ओमान के सबसे महंगे होटलों में से एक में अपने परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे थे। अंतिम नाम से एक और गलतफहमी के राष्ट्रपति Pashinyan अब वह दूर से देश का प्रबंधन करेंगे, क्योंकि उन्होंने लंदन में अपने परिवार के साथ नया साल मनाया था !!! और स्वाभाविक रूप से कोरोनावायरस पकड़ा।
निश्चित रूप से इस तरह से नहीं - पश्यिनन नहीं, बल्कि सरगसायन :
У अर्मेनियाई राष्ट्रपति आर्मेन Sarkissian खोजे गए कोरोनावायरस SARS-CoV-2। राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार के साथ लंदन में नए साल का जश्न मनाया और पैर की सर्जरी की।
जैसा कि "आर्मेनप्रेस" द्वारा रिपोर्ट किया गया था, ग्रेट ब्रिटेन की राजधानी में ऑपरेशन 3 जनवरी को सफलतापूर्वक पूरा हुआ था। लेकिन उसके बाद, 67 वर्षीय राज्य प्रमुख ने कोरोनावायरस के लक्षण विकसित किए। परीक्षण सकारात्मक था। श्री सरगिसन अलगाव में हैं और दूर से काम करना जारी रखते हैं। यह निर्दिष्ट नहीं किया गया है कि राज्य के प्रमुख को अलग कहां किया गया है।
अर्मेनियाई प्रधानमंत्री निकोलस पशिनियन गर्मियों में कोरोनोवायरस से बीमार पड़ गए। उन्होंने बताया कि यह बीमारी स्पर्शोन्मुख थी।
आर्मेनिया में 160,5 कोरोनावायरस संक्रमण हैं। 2,9 हजार लोग मारे गए।
orionvitt 6 जनवरी 2021 11: 07
इतना नहीं - पश्यिनन नहीं, लेकिन सरगस्यान
क्या फर्क पड़ता है? क्या यह किसी तरह घटनाओं को प्रभावित करता है?
Terenin 6 जनवरी 2021 09: 39
ईरान ने यूक्रेन एयरलाइन यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस, बोइंग 737 यात्री विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारणों पर एक मसौदा तकनीकी रिपोर्ट सौंप दी।
पाँचवें प्रयास में तेहरान में विमान पर हुए हमले पर यूक्रेन से ईरान को रिपोर्ट मिली
अब संबंधित अधिकारियों द्वारा इसका अध्ययन किया जाएगा, उन्हें इसके लिए 60 दिन का समय दिया गया है।
रिपोर्ट का अध्ययन करने के परिणामों के आधार पर, कीव मुआवजे की राशि निर्धारित करने और अपने भुगतान को प्राप्त करने का इरादा रखता है
2 महीने बाद, यूक्रेनी पक्ष की टिप्पणियों के साथ रिपोर्ट फिर से ईरान को रिपोर्ट के लिए प्राप्त होगी ...
संक्षेप में, सहकर्मियों, मुझे अपने रिश्तेदारों रूसी जिला पुलिस अधिकारियों के सम्मोहन पत्राचार पर गर्व है
रिवाल्वर 6 जनवरी 2021 10: 06
देश 404 की तुलना में ईरान और भी अधिक गलतफहमी है। उन्हें यकीन है कि उनके शिया अल्लाह ने उन्हें पूरे क्षेत्र में, और भविष्य में, पूरी दुनिया को फैलाने के लिए सब कुछ करने का अधिकार दिया। दुनिया भर में आईआरजीसी या उनके निकटवर्ती लोगों द्वारा किए गए सभी आतंकवादी हमलों को सूचीबद्ध करने के लिए, बस पर्याप्त टिप्पणी नहीं है।
Vladimir_2U 6 जनवरी 2021 10: 42
आईआरजीसी या दुनिया भर में उनकी निकटता
आप उन्हें सउदी और क़तर के साथ भ्रमित नहीं करते हैं?
और फिर आइए अमेरिका और ब्रिटिश भविष्यवाणियों के बारे में याद करते हैं।
रिवाल्वर 6 जनवरी 2021 20: 24
खैर, कम से कम इसे पढ़ें।
ईरान में दूर से कानून इज़राइल के विनाश के बारे में। यहां तक कि हिटलर के जर्मनी ने इस तरह की तीक्ष्णता के लिए सिंक नहीं किया, "यहूदी प्रश्न का अंतिम समाधान" एक संकीर्ण सर्कल में नेताओं की बैठक में अपनाया गया था, लेकिन इसे रीचस्टैग के माध्यम से नहीं खींचा गया था।
मुझे आश्चर्य है कि साइट पर ईरान-समर्थक क्लिकर्स की प्रतिक्रिया होगी कि क्या अमेरिका या इजरायल ईरान के विनाश पर एक कानून पारित करेंगे? वैसे, न तो इजरायल और न ही अमेरिका यहां तक कि ईरान के विनाश के बारे में बात कर रहा है, अधिकतम शासन को बदलने के बारे में है, हालांकि यहां तक कि इजरायल के पास ईरान को "ग्लेज़" करने की क्षमता है, और अमेरिका आमतौर पर कैस्पियन सागर और फारस की खाड़ी के बीच अपने क्षेत्र को मोड़ने में सक्षम है।
Vladimir_2U 7 जनवरी 2021 07: 00
ईरान ने इजरायल को नष्ट करने के लिए एक कानून पारित किया।
आपका स्तर बेसबोर्ड के नीचे है, मुझे क्षमा करें। आप "एक कानून बनाएं", "एक कानून पास करें" और "एक बिल सामने रखें" के बीच का अंतर नहीं समझते हैं। और यहाँ एक बिल के पाठ से है, नहीं, लेकिन एक यहूदी स्रोत:
एक प्रावधान सरकार को "मार्च 2041 तक इज़राइल को नष्ट करने के लिए" कदम उठाने के लिए बाध्य करता है।
इज़राइल के संबंध में बिल का एकमात्र ठोस कदम हैइजरायल के हमास के नियंत्रण वाले गाजा पट्टी की आंशिक नाकेबंदी को हटाने के प्रयास हैं "सरकारी नौसैनिक ठिकानों से गाजा में धन के बदले या मुफ्त में आवश्यक सामान भेजकर" वापसी के अधिकार "को बढ़ावा देने के प्रयासों" के माध्यम से। जिसे फिलिस्तीनी अरब शरणार्थियों के वंशज इजरायल को भौगोलिक रूप से नष्ट कर देंगे.
यहाँ आप एक बेवकूफ हैं, लेकिन बहुत ही पवित्र चरित्र हैं।
svp67 6 जनवरी 2021 08: 46
मंत्री के अनुसार, मुआवजे की राशि अभी तक निर्धारित नहीं की गई है, और कीव को तेहरान से कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिला है।
अब तक ईरान ने कहा है कि INSURERS भुगतान करेंगे, और ईरान उन्हें सभी लागतों की भरपाई करेगा ...
एवियर 6 जनवरी 2021 09: 24
जाहिर है, वह भुगतान नहीं करना चाहती।
बीमाकर्ताओं की मात्रा राज्य की तुलना में बहुत कम है, जो आमतौर पर ऐसे मामलों में भुगतान करते हैं, ईरान को अमेरिकियों द्वारा शूट किए गए ईरानी विमान के लिए इस तरह के भुगतान प्राप्त होते हैं, इसलिए यह अच्छी तरह से जानता है
रिवाल्वर 6 जनवरी 2021 10: 10
वैसे, क्या देश ने टीयू -404 के लिए 154 का भुगतान किया था जो उन्होंने काला सागर के ऊपर से नीचे गिराया था? और यदि हां, तो मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के लिए कितना?
एवियर 6 जनवरी 2021 10: 23
... रूस और यूक्रेन के बीच 26 दिसंबर, 2003 को दावा निपटान समझौते पर हस्ताक्षर किए, यूक्रेनी सरकार ने रूसी यात्रियों के परिजनों को भुगतान करने के लिए $ 7 का हस्तांतरण किया। मुआवजे के भुगतान को पूर्व की जिम्मेदारी के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं किया गया था, अर्थात। इजरायली यात्रियों के रिश्तेदारों को $ 809 मिलियन का भुगतान किया गया था। [660]
यही है, यूक्रेन ने प्रत्येक व्यक्ति के लिए लगभग 200 हजार डॉलर का भुगतान किया, जो अपराध के कानूनी प्रवेश के बिना मर गया, उन्होंने इज़राइल के नागरिकों को रूस के समान राशि का भुगतान किया।
एक समय में, अमेरिकियों ने ईरानी लाइनर के लिए उसी तरह से भुगतान किया, और उसी शर्तों पर, अपराध स्वीकार किए बिना, हालांकि, ईरान के साथ समझौते में कुछ मात्रा अलग-अलग थी, प्रति मृतक $ 300 से $ 150 तक, औसत राशि भी $ 200, 60 से अधिक थी। 250 मौतों के लिए मिलियन
Lionnvrsk 6 जनवरी 2021 10: 25
प्रत्येक व्यक्ति को कितना मारा?
इज़राइल 7,5 लालास के बाकू, रूस 7,809 पर भूतपूर्व शर्तों पर भुगतान किया गया। उन। 200 हजार प्रत्येक
मिलिट्री_काट 6 जनवरी 2021 10: 15
अगर उन्होंने बीमाकर्ताओं को खर्चों की भरपाई करने के लिए पहले से बात की है, तो यह अपेक्षित परिणाम नहीं दे सकता है - भुगतान की राशि को कम करने के लिए लड़ने के लिए बीमाकर्ताओं के लिए कोई भावना और प्रोत्साहन नहीं होगा। और अगर उनके पास मध्यस्थता के लिए मात्रा का एक निश्चित प्रतिशत है, तो यह भी पता चल सकता है कि मुआवजे की राशि को कम करना उनके लिए अधिक लाभदायक है।
एवियर 6 जनवरी 2021 10: 47
वे पॉलिसी से अधिक का भुगतान नहीं कर सकते हैं और ऐसी स्थितियों के लिए स्वीकृत मात्रा की तुलना में बहुत कम हैं।
यदि बीमाकर्ताओं के साथ ऐसा करना आसान होता, तो वे बहुत पहले भुगतान कर देते।
बीमाकर्ताओं को यकीन नहीं हो सकता है कि वे अपने पैसे प्राप्त करेंगे। फिर, क्या बीमा इस स्थिति को कवर करता है? यह दुर्घटना नहीं है।
आदमी गली में 6 जनवरी 2021 08: 54
इस स्थिति में VnaU के लिए, सबसे महत्वपूर्ण, जाहिरा तौर पर, जादू शब्द है, मुआवज़ा.
एवियर 6 जनवरी 2021 09: 19
ईरान के नागरिकों के अलावा विभिन्न देशों के नागरिक मारे गए
राज्यों, जिनके नागरिकों की मृत्यु हो गई, ईरान को छोड़कर, निश्चित रूप से ईरान के साथ मुआवजे और यूक्रेन के लिए अन्य चीजों पर बातचीत करने के लिए प्राधिकरण को स्थानांतरित कर दिया।
मुझे लगता है कि सबसे गंभीर समस्या विमान के मुआवजे के लिए होगी, यात्रियों और चालक दल के लिए जो मर गए, वे शायद भुगतान करेंगे, हालांकि वे लागत को नीचे लाने की कोशिश कर सकते हैं।
लेकिन ऐसे मामलों के लिए अंतरराष्ट्रीय दावेदार हैं, जिनमें ईरानी विमान के मामले भी शामिल हैं, इसलिए बहुत नीचे गोली मारना संभव नहीं होगा
पीट मिचेल 6 जनवरी 2021 11: 25
एक विमान के अलग-अलग होने की संभावना है, पीड़ित अलग से। ईरान के व्यवहार को देखते हुए, कोई समस्या नहीं होगी: विमान स्पष्ट रूप से एक बड़े पट्टे ऑपरेटर के अंतर्गत आता है, जिसका अर्थ है कि यह समान रूप से बड़े बीमाकर्ता द्वारा बीमा किया गया है। देश 404 का इससे अप्रत्यक्ष संबंध है।
evgen1221 6 जनवरी 2021 09: 29
वांगुयू कि यूक्रेनियन ईरान के दावों को ईरान की जीडीपी के आधे हिस्से के लिए टिप्पणियों और सुधारों में रोल आउट करेंगे। याक तो, त्से फ्रीबी ले लो, और गॉडफादर कवर, फाड़ के नाडा)))
Linxs 6 जनवरी 2021 11: 28
यूक्रेनियन का केवल एक दल है।
शेष सभी, लगभग सभी, ईरान और कनाडा के नागरिक हैं।
167 यात्री।
मृत यात्रियों में यूक्रेन के केवल दो नागरिक हैं - ओल्गा कोबुक, जिनका जन्म 1958 में और एलेना मालाखोवा का जन्म 1981 में हुआ था।
इसके अलावा, यूआईए के अनुसार, विमान के नौ चालक दल के सदस्य - तीन पायलट (एलेक्सी नूमकिन, व्लादिमीर गैपोनेंको और सर्गेई खोमेन्को) और छह उड़ान परिचारक (एकाटेरिना स्टैटनिक, इगोर माटिकोव, मारिया मिकितुक, डेनिस लियोखनो, वेलेरिया ओवेरचुक और यूलिया सेलोगब) विमान दुर्घटना में मारे गए थे। ...
aszzz888 6 जनवरी 2021 10: 22
आगे के आंदोलन के लिए यह एक महत्वपूर्ण चरण है, जिसके बिना क्षतिपूर्ति प्राप्त करना असंभव होगा और सामान्य न्याय
और जब Ukrainians ने टीयू -154 को गोली मार दी
यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने एक यात्री टीयू -154 को गोली मार दी। 4 अक्टूबर 2001 को, यूक्रेन ने काला सागर के ऊपर एक रूसी टीयू -154 एम यात्री विमान को गोली मार दी ...।
तब के पूर्वज अनावश्यक कुचमा ने कहा कि "यह किसी के साथ नहीं होता है" ... और अब वे "न्याय" के बारे में बात कर रहे हैं।
venik 6 जनवरी 2021 10: 46
"....कुलेबा उन्होंने इनकार कर दिया मुआवजे की अनुमानित राशि को नाम दें, लेकिन पहले मीडिया ने लिखा था कि ईरान भुगतान करने के लिए तैयार है 150 हजार डॉलर विमान दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के लिए। ......... ईरान ने स्वीकार किया कि विमान को गलती से गणराज्य के वायु रक्षा बलों द्वारा गोली मार दी गई थी। पार्टियों में अभी बातचीत जारी है डाउनड प्लेन के मुआवजे की राशि से... .... "
कुछ मुझे बताता है कि अंतिम राशि "वर्गीकृत" होगी, और इस त्रासदी में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों (किसी भी मामले में, Ukrainians) को सबसे अच्छा मिलेगा; आधा राशियाँ, और सबसे खराब - और सामान्य रूप से "आधा हाथ".... बहुत बाहर आ रहे हैं, अधिकारियों को सब कुछ और सभी से चोरी करने और लाभ का आदी है, यहां तक कि मानव त्रासदियों से भी!
Nyrobsky 6 जनवरी 2021 11: 30
मुझे कुछ बताता हैकि अंतिम राशि "वर्गीकृत" होगी, और इस त्रासदी में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों (किसी भी मामले में, Ukrainians) को सबसे अच्छी आधी राशि प्राप्त होगी, और सबसे खराब - सिर्फ आधा हाथ ... अधिकारियों को सब कुछ और सभी से चोरी करने और लाभ का आदी है, यहां तक कि मानव त्रासदियों से भी!
यह देखते हुए कि इस वर्ष के फरवरी से। यूक्रेन को आईएमएफ को अपने कर्ज का भुगतान करना शुरू करना चाहिए, मेरा मानना है कि आप सही हैं। पीड़ितों के खातों में हस्तांतरित धन की जमाबंदी को यथासंभव लंबे समय तक बढ़ाया जाएगा, यदि सभी प्राप्तकर्ता तक पहुंचते हैं, क्योंकि 2014 के बाद से यह क्षेत्रीय गलतफहमी संवैधानिक क्षेत्र के बाहर, यानी कानून के बाहर मौजूद है।
venik 6 जनवरी 2021 20: 08
दिलचस्प है, डब्ल्यूएचओ "चप्पल फेंक रहा है"? मुझे लगता है "ukropatriots" ने खुद को एक साथ खींच लिया है?
Nyrobsky 6 जनवरी 2021 21: 26
"स्किप-फ्लॉप" जनजाति के प्रतिनिधि सोते नहीं हैं और "आक्रामक" माइनस करते हैं जो अपनी "प्रकाश और प्रगतिशील" क्रांति के दोषपूर्ण परिणाम से सहमत नहीं होते हैं। उन्हें उस के साथ खुद को सांत्वना दें।
fa2998 6 जनवरी 2021 11: 31
ईरान एक और भी अधिक गलतफहमी है
ईरान (फारस) पृथ्वी पर पहली सभ्यता है। उन्होंने पत्थर के महल बनाए और 7 हजार साल पहले लेखन का आविष्कार किया। यही वह जगह है जहां असली सुमेरियन रहते थे, और आपके क्षेत्र में बंदर पेड़ों पर कूद रहे थे।
venik 6 जनवरी 2021 18: 20
ईरान (फारस) पृथ्वी पर पहली सभ्यता है।
काश! पहले नहीं! पहले को सुमेरियन सभ्यता माना जाता है, जो टाइग्रिस और यूफ्रेट्स नदियों (आधुनिक इराक के क्षेत्र में) के बीच उत्पन्न हुई थी!
कुछ समय बाद फारस का उदय हुआ! हालांकि यह सब कुछ मनमाना है ...
वास्तव में, फारस और फारस एक समान सभ्यताओं में से एक हैं। मुझे लगता है कि एसओ कहना सही होगा - यह अधिक सही होगा!
PS वैसे, मेरे पास एक बिल्ली है - персидский! और, वैसे, महाशय बहुत सुंदर हैं और दृढ़ता से आश्वस्त हैं कि उनके पास बहुत अच्छा है प्राचीन वंश!
PPS मुस्कुराओ! छुट्टियां आनंददायक हों! और नया साल मुबारक हो (पहले से ही) और मेरी क्रिसमस!
fa2998 6 जनवरी 2021 18: 43
व्लादिमीर, लेकिन उन्होंने ऊपर सुमेरियों के बारे में बात की। यह आधुनिक नदी की घाटी है। Shatt अल-अरब इराक, कुवैत और ईरान का हिस्सा है। और आप एक खुश छुट्टियाँ!
venik 6 जनवरी 2021 20: 15
खैर, ऐसा ही कुछ .... मेरी फोटो के लिए क्षमा करें घर फारसी कभी नहीं "खींचा" ...।
खैर, मैं दो तरीकों से असली फारसियों का इलाज करता हूं: एक तरफ, मैं बहुत सम्मान करता हूं, और दूसरी तरफ, मैं थोड़ा डरता हूं (यह मेरी बिल्ली पर लागू नहीं होता है!) ......
बहुत मुश्किल से लोग! और विवादास्पद .....
askort154 6 जनवरी 2021 13: 16
ईरान ने महसूस किया कि ये वही "कान" थे जो डाउनड एमएच -17 के साथ थे। और यहाँ और वहाँ यूक्रेन दिखाई देता है। वह वर्तमान मीडिया में फैशनेबल है। यह सिर्फ इतना है कि ईरान पर अधिक आधुनिक तकनीकों को लागू किया गया था। यह उस समय था जब 6 एफ -35 ईरान के साथ सीमा के पास "गश्त" कर रहे थे। यह हमारे विदेश मंत्रालय द्वारा घोषित किया गया था। लावरोव शब्दों को हवा में नहीं फेंकता। तेहरान क्षेत्र में सभी हवाई अड्डे के रडार और हवाई सुरक्षा की विफलता विमान दुर्घटना का आधार बन गई। इसे ICAO में साबित करें,
कोई भी ईरान को अनुमति नहीं देगा। जैसा कि उन्होंने 6 साल के लिए पहले से ही अनुमति नहीं दी है, यूक्रेन के ऊपर एमएच -17 की उड़ान का असली कारण। |
उत्तरकाशी : डीएम ने भटवाड़ी में किया निरीक्षण, व्यवस्था में सुधार देखने सितंबर में फिर करेंगे निरीक्षण – सनसनी सुराग No.1 न्यूज़ पोर्टल
उत्तरकाशी : डीएम ने भटवाड़ी में किया निरीक्षण, व्यवस्था में सुधार देखने सितंबर में फिर करेंगे निरीक्षण
डीएम मयूर दीक्षित ने आज भटवाड़ी पहुंचकर तहसील,ब्लॉक व स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। डीएम ने निरीक्षण के दौरान हालात जाने साथ ही ब्लॉक में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों के न मिलने को भी गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि डिटेल बनाकर ब्लॉक मुख्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को भेजा जाएगा ताकि शिकायत का मौका न मिले। डीएम ने कहा कि अगले महीने वे पुनः ब्लॉक भटवाड़ी का निरीक्षण करेंगे औऱ व्यवस्था में कितना सुधार हुआ उसकी जानकारी लेंगे।
डीएम दीक्षित ने बीडीओ को यह भी निर्देश दिए कि प्रवासियों को शत – प्रतिशत रोजगार से जोड़ा जाय। जिसके लिये रोजगार सेवकों की ड्यूटी बारी-बारी से ग्राम पंचायतों में लगाई जाय। डीएम ने भटवाड़ी स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना सैंपल बढ़ाने हेतु भी डॉक्टर्स को निर्देशित किया साथ ही डॉक्टर्स व कर्मचारियों की समस्या का भी समाधान किया गया। |
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चारो ओर उठी पाकिस्तान के विरुद्ध कार्यवाही की मांग
Sultanpur News Desk February 17, 2019 Breaking News, Faizabad division, Featured, National, Sultanpur, Uttar Pradesh Leave a comment 32 Views
मण्डल ब्यूरो अयोध्या
भेलसर/अयोध्या – जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में हुए शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को लेकर रूदौली के सभी स्थानों पर भारी आक्रोश नज़र आ रहा है और सभी जगह पर आतंकवादियों की इस कायराना हरकत को लेकर केंद्र सरकार से आतंकियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही।
इसी तरह के आक्रोश को लेकर शनिवार को रूदौली के सैंकड़ों युवाओं द्वारा अखिल भारतीय सामाजिक संगठन व् सपा नेता शाहनवाज़ अन्सारी शानू के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाल कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई।
इस कैंडिल मार्च की शुरुआत कोतवाली से हुई जो नवाब बाजार,कटरा होते हुए स्वतंत्रता सेनानी पार्क में एक सभा में तब्दील हो गई।सभा में बोलते हुए रूदौली के प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ0 नेहाल राज़ा ने कहा कि जवानों पर हुए इस हमले से मन दुखी है।सरकार को तुरंत ही सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है।उन्होंने कहा कि इस आतंकी हमले की चारो तरफ से निंदा हो रही है।यूएन भी निंदा कर रहा है रहा है।
Previous निवर्तमान जिलाधिकारी, सी0डी0ओ0, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व एडीएम (वि0/रा0) की भावपूर्ण विदाई सम्पन्न |
National Statistics Day 2020 know about Statistician Prasanta Chandra Mahalanobis -National Statistics Day 2020: जानें कौन हैं आंकड़ों के जादूगर प्रशांत चंद्र महालनोबिस और उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें - India TV Hindi News
National Statistics Day 2020: जानें कौन हैं आंकड़ों के जादूगर प्रशांत चंद्र महालनोबिस और उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें
मशहूर वैज्ञानिक और भारतीय सांख्यिकी संस्थान के संस्थापक प्रशांत चंद्र महालनोबिस का आज 127वां जन्मदिन है। जानिए उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें।
Updated on: June 29, 2020 13:20 IST
Image Source : INSTAGRAM/INDIAN_HISTORY_PHOTOGRAPHED Prasanta Chandra Mahalanobis - प्रशांत चंद्र महालनोबिस
भारत की इस धरती पर कई महान वैज्ञानिकों ने जन्म लिया। इन वैज्ञानिकों ने अलग-अलग खोज करके देश को आगे बढ़ने की ओर अग्रसर किया। इन्हीं वैज्ञानिकों में से मशहूर वैज्ञानिक और भारतीय सांख्यिकी संस्थान के संस्थापक प्रशांत चंद्र महालनोबिस का आज 127वां जन्मदिन है। महालनोबिस जन्मदिन को 'नेशनल स्टैटिसटिक्स डे' या 'राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है। इस खास मौके पर गूगल ने भी डूडल बनाकर इस महान वैज्ञानिक को याद किया। प्रशांत चंद्र महालनोबिस के जन्मदिन पर जानिए उनकी जिंदगी की कुछ रोचक बातें।
Prasanta Chandra Mahalanobis -प्रशांत चंद्र महालनोबिस
प्रशांत चंद्र महालनोबिस पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के रहने वाले थे। इनका जन्म 29 जून 1893 को हुआ था। महालनोबिस का जन्म सुधारवादी और बुद्धिजीवियों के परिवार में हुआ था।
प्रशांत के दादा जी गुरुचरण दवाइयों की दुकान चलाते थे। जबकि उनके पिता प्रबोध चंद्र महालनोबिस ब्रह्म समाज से ताल्लुक रखते थे। वहीं प्रशांत की मां निरोदबसिनी बंगाल के प्रतिष्ठित पढ़े-लिखे परिवार से थीं।
प्रशांत की शुरुआत शिक्षा कोलकाता के ब्रह्म ब्वॉयज स्कूल से की। इसके बाद की शिक्षा यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से की।
महालनोबिस का सांख्यिकी से परिचय प्रसिद्ध पत्रिका बायोमेट्रिका के जरिए हुआ था। इस पत्रिका में प्रकाशित लेखों के प्रशांत ने ध्यान से पढ़ा और पत्रिका के कई संस्करणों को खरीदा। इसके बाद प्रशांत भारत वापस आ गए। भारत आते ही प्रशांत की भौतिकी विभाग, प्रेसीडेंसी कॉलेज कोलकाता में नियुक्त हुए।
प्रशांत ने भारत में सांख्यिकी की स्थापना प्रमाथ नाथ बनर्जी, निखिल रंजन सेन और सर आर एन मुखर्जी ने मिलकर की थी। 17 दिसंबर 1931 को भारतीय सांख्यिकी संस्खान की स्थापना हुई। वहीं 28 अप्रैल 1931 को आधिकारिक तौर पर इसका पंजीकरण करवाया गया था।
महालनोबिस का सांख्यिकी के क्षेत्र में पहला प्रयास मानवमिति (एन्थ्रोपोमेट्री) में था। इन्होंने कोलकाता के एंग्लो इंडियन लोगों से संबंधित मानव शास्त्रीय आंकड़ों का विश्लेषण किया। इसके साथ ही मौसम विभाग और बाढ़ नियंत्रण समस्याओं का भी अध्ययन किया।
महालनोबिस ने सांख्यिकी के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया है। हालांकि उनके तीन कार्यों को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। ये तीन कार्य मानवशास्त्रीय सर्वेक्षण, बड़े पैमाने पर नमूना सर्वेक्षण (सैंपल सर्वे) और तीसरा फ्रैक्टाइल ग्राफिकल एनालिसिस का तरीका था। |
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